अलग अलग रंग हैं, फिर भी एक नज़र आएं हम,
गगन के जैसा इंद्रधनुष, धरती पर भी बनाएं हम,
होली की लपटों में, भस्म करें मन के विकारों को,
इस पर्व की गरिमा को, मिलकर और बढ़ाएं हम ।।

-Ratna Pandey

Hindi Quotes by Ratna Pandey : 111792877
राज कुमार कांदु 2 year ago

वाह बेहतरीन मुक्तक 👌👌

SHUBHAM SONI 2 year ago

Please like my posts 🙂

SHUBHAM SONI 2 year ago

Happy Holi ❤️

SHUBHAM SONI 2 year ago

शानदार पंक्तियां लिखी है आपने,, अद्भुत 👍

shekhar kharadi Idriya 2 year ago

बिल्कुल सार्थक कहा रत्ना जी तथा होली के पावन पर्व पर हार्दिक बधाई 💐

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