hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • अनुगूँज

    अनुगूँज सुधा ओम ढींगरा तापमान इतना गिर गया कि बारिश बर्फ़ बन कर बरस रही है। रुई...

  • अकेलापन

    आज मैं सोचती रही कि नींद की सारी गोलियां एकसाथ खाकर अपनी इहलीला समाप्त कर लूं।...

  • मेट्रो गर्ल

    मेट्रो गर्ल आर0 के लाल उस दिन मेट्रो में बहुत भीड़ थी। राघव किसी तरह मेट्रो मे...

बात बस इतनी सी हुई By Ashish Dalal

रात के डेढ़ बज रहे थे । घर के सभी दरवाजे खिडकियां बंद होने के बावजूद पलंग से नीचे फर्श पर पैर रखते ही उर्मिला जिज्जी के पूरे बदन में कंपकंपी चढ़ गई । हाथ में छड़ी पकड़कर पलंग पर बैठे ब...

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सबरीना - 21 By Dr Shushil Upadhyay

सबरीना (21) बर्फ पर खून की लंबी लकीर खिंच गई सबरीना लगातार चीख रही थी और दौड़कर खाई की ओर जाने की कोशिश करने लगी ताकि नीचे गिर रहे प्रोफेसर तारीकबी को बचा ले, सब लोग बदहवाश थे। सुशा...

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अनचाही By Pallavi Saxena

यह कहानी एक स्त्री की कहानी है। वह स्त्री जो अपने घर परिवार के लिए अपना सारा जीवन होम कर देती है और बदले में क्या पाती है अपमान तरिस्कार न जाने क्या कुछ झेलकर खुद को बार बार समेट क...

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अनुगूँज By Sudha Om Dhingra

अनुगूँज सुधा ओम ढींगरा तापमान इतना गिर गया कि बारिश बर्फ़ बन कर बरस रही है। रुई जैसी नहीं, शीशे जैसी। उसके लिए यह सब अचम्भित करने वाला है। कुछ दिन पहले उसने रुई जैसी बर्फ़ गिरते दे...

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गिद्ध - 1 By Divya Shukla

गिद्ध (1) नवम्बर का आखिरी हफ्ता चल रहा था और हवा में हल्की सी खुनकी तैरने लगी थी। अभी ठंड आई तो नहीं थी पर मौसम बहुत खूबसूरत था। खूबसूरत फूलों का मौसम। मेरा लान भी फूलों से भरा था...

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आधा मुद्दा (सबसे बड़ा मुद्दा) - अध्याय ५ By DILIP UTTAM

----- अध्याय ५."मैं पराई जो हूं|"----- शादी पर लड़की की रजामंदी न लेना क्या उचित हैं? शादी लड़की की पसंद का न करना क्या सही है? लड़के शादी के नाम पर कई-कई लड़कियों को देखते रहते...

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न्यूड ग़ज़ल - 4 By Junaid Chaudhary

आप उसे समझाइये ना के दोबारा मुझसे बात कर ले,उन्होंने मुझसे कुछ नही पूछा कि किस बात पर ब्रेकअप हुआ,सिर्फ इतना कहा कि अगर तुम गलत नही हो तो वो तुमसे बात कर लेगा,और अगर तुम्हारी गलती...

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फ़ैसला - 6 By Rajesh Shukla

मैंने जैसे ही लेटने के लिए बेटी को एक ओर बिस्तर पर खिसकाना चाहा, कि उसी क्षण अभय लड़खड़ाते हुए कमरे में दाखिल हुआ। उसे देखते ही मेरे अंदर भरा गुस्से का लावा बाहर फूट पड़ा। मैं घायल शे...

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अकेलापन By Dr pradeep Upadhyay

आज मैं सोचती रही कि नींद की सारी गोलियां एकसाथ खाकर अपनी इहलीला समाप्त कर लूं।इतनी बेबसी,इतनी लाचारी तो मैंने तब भी महसुस नहीं की थी जब विनय के पिता हार्ट अटैक से एकाएक चल बसे थे...

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मेट्रो गर्ल By r k lal

मेट्रो गर्ल आर0 के लाल उस दिन मेट्रो में बहुत भीड़ थी। राघव किसी तरह मेट्रो में चढ़ा और धीरे-धीरे जगह बनाता हुआ एक साइड में खड़ा हो गया । कहीं कोई जगह नहीं थी, महिलाएं भी धक्का-म...

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अजीब औरत By Jayanti Ranganathan

बिल्डिंग के सामने उर्षिला ने अपनी लंबी गाड़ी पार्क की ही थी कि सीढिय़ों के पीछे खंभे से सटकर खड़ी वह दिख गई। उर्षिला उसकी निगाहों से नहीं बच सकती थी। चार घंटे पहले वह यहां आ चुकी थी...

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विधायक की पत्नी By Shikha Kaushik

नौ साल बाद नौकरानी की हत्या के आरोप से सुप्रीम कोर्ट द्वारा बरी किये जाने पर गरिमा सिंह ने राहत की सांस ली .लगातार छठी बार विधायक चुने गए उसके पतिदेव स्वराज सिंह सौ से भी ज्यादा का...

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बस अब और नहीं By Jyotsana Kapil

बस अब और नही कावेरी बड़ी तल्लीनता से बोलती जा रही थी, और मीटिंग में शामिल सभी सदस्य प्रशंसा के भाव लिए उसे देख रहे थे। उसके खामोश होते ही लोगों ने मेजें थपथपा कर उसका उत्साहवर्धन कि...

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आंखों की भूख By Pallavi Saxena

★~आंखों की भूख~★ यह तो सबको पता ही है कि भूख क्या होती है। लेकिन मेरी नज़र में भूख के भी कई रंग होते है। कोई कोई भूख ऐसी भी होती है जो कभी पूरी ही नही होती। जैसे प्यार की भूख हर इंस...

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धरती पे माँ कहलाती है By Ajay Amitabh Suman

ये कविता संसार की सारी माताओं की चरणों में कवि की सादर भेंट है. इस कविता में एक माँ के आत्मा की यात्रा स्वर्गलोक से ईह्लोक तक विभिन्न चरणों में दिखाई गई है . माँ के आत्मा की यात्रा...

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कुछ टूटा था...उसका दिल By Shilpi Saxena_Barkha_

क्या हुआ .... आज कहाँ गया तुम्हारा प्यार तुम्हारा विश्वास ? बहुत प्यार करते थे ना तुम मुझसे .... ?? इसी प्यार के लिये तुमने सबसे लड़कर ज़िन्दगी भर के लिये मेरा हाथ थामा था ना ? आज...

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मैं हूँ ना By Renu Gupta

मैं हूँ ना बसंत ने कालिंदी की आंखों में झांकते हुए बेहद भाव विह्वल स्वरों में उससे कहा, ‘‘कालिंदी, मैं तुम्हें अपनी पत्नी बनाना चाहता हूं, तुमसे विवाह करना चाहता हूं। वायदा करता हू...

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तपस्या By Renu Gupta

इस कहानी का संक्षिप्त रूप राजस्थान पत्रिका में 2019 में प्रकाशित हो चुका है। तपस्या ‘मौली.... पकौड़े थोड़े और करारे सिकवाओ और थोड़ी चटनी भी और दो इधर।’ मौली के पति राजन ने उसे आव...

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बात बस इतनी सी हुई By Ashish Dalal

रात के डेढ़ बज रहे थे । घर के सभी दरवाजे खिडकियां बंद होने के बावजूद पलंग से नीचे फर्श पर पैर रखते ही उर्मिला जिज्जी के पूरे बदन में कंपकंपी चढ़ गई । हाथ में छड़ी पकड़कर पलंग पर बैठे ब...

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सबरीना - 21 By Dr Shushil Upadhyay

सबरीना (21) बर्फ पर खून की लंबी लकीर खिंच गई सबरीना लगातार चीख रही थी और दौड़कर खाई की ओर जाने की कोशिश करने लगी ताकि नीचे गिर रहे प्रोफेसर तारीकबी को बचा ले, सब लोग बदहवाश थे। सुशा...

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अनचाही By Pallavi Saxena

यह कहानी एक स्त्री की कहानी है। वह स्त्री जो अपने घर परिवार के लिए अपना सारा जीवन होम कर देती है और बदले में क्या पाती है अपमान तरिस्कार न जाने क्या कुछ झेलकर खुद को बार बार समेट क...

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अनुगूँज By Sudha Om Dhingra

अनुगूँज सुधा ओम ढींगरा तापमान इतना गिर गया कि बारिश बर्फ़ बन कर बरस रही है। रुई जैसी नहीं, शीशे जैसी। उसके लिए यह सब अचम्भित करने वाला है। कुछ दिन पहले उसने रुई जैसी बर्फ़ गिरते दे...

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गिद्ध - 1 By Divya Shukla

गिद्ध (1) नवम्बर का आखिरी हफ्ता चल रहा था और हवा में हल्की सी खुनकी तैरने लगी थी। अभी ठंड आई तो नहीं थी पर मौसम बहुत खूबसूरत था। खूबसूरत फूलों का मौसम। मेरा लान भी फूलों से भरा था...

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आधा मुद्दा (सबसे बड़ा मुद्दा) - अध्याय ५ By DILIP UTTAM

----- अध्याय ५."मैं पराई जो हूं|"----- शादी पर लड़की की रजामंदी न लेना क्या उचित हैं? शादी लड़की की पसंद का न करना क्या सही है? लड़के शादी के नाम पर कई-कई लड़कियों को देखते रहते...

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न्यूड ग़ज़ल - 4 By Junaid Chaudhary

आप उसे समझाइये ना के दोबारा मुझसे बात कर ले,उन्होंने मुझसे कुछ नही पूछा कि किस बात पर ब्रेकअप हुआ,सिर्फ इतना कहा कि अगर तुम गलत नही हो तो वो तुमसे बात कर लेगा,और अगर तुम्हारी गलती...

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फ़ैसला - 6 By Rajesh Shukla

मैंने जैसे ही लेटने के लिए बेटी को एक ओर बिस्तर पर खिसकाना चाहा, कि उसी क्षण अभय लड़खड़ाते हुए कमरे में दाखिल हुआ। उसे देखते ही मेरे अंदर भरा गुस्से का लावा बाहर फूट पड़ा। मैं घायल शे...

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अकेलापन By Dr pradeep Upadhyay

आज मैं सोचती रही कि नींद की सारी गोलियां एकसाथ खाकर अपनी इहलीला समाप्त कर लूं।इतनी बेबसी,इतनी लाचारी तो मैंने तब भी महसुस नहीं की थी जब विनय के पिता हार्ट अटैक से एकाएक चल बसे थे...

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मेट्रो गर्ल By r k lal

मेट्रो गर्ल आर0 के लाल उस दिन मेट्रो में बहुत भीड़ थी। राघव किसी तरह मेट्रो में चढ़ा और धीरे-धीरे जगह बनाता हुआ एक साइड में खड़ा हो गया । कहीं कोई जगह नहीं थी, महिलाएं भी धक्का-म...

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अजीब औरत By Jayanti Ranganathan

बिल्डिंग के सामने उर्षिला ने अपनी लंबी गाड़ी पार्क की ही थी कि सीढिय़ों के पीछे खंभे से सटकर खड़ी वह दिख गई। उर्षिला उसकी निगाहों से नहीं बच सकती थी। चार घंटे पहले वह यहां आ चुकी थी...

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विधायक की पत्नी By Shikha Kaushik

नौ साल बाद नौकरानी की हत्या के आरोप से सुप्रीम कोर्ट द्वारा बरी किये जाने पर गरिमा सिंह ने राहत की सांस ली .लगातार छठी बार विधायक चुने गए उसके पतिदेव स्वराज सिंह सौ से भी ज्यादा का...

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बस अब और नहीं By Jyotsana Kapil

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आंखों की भूख By Pallavi Saxena

★~आंखों की भूख~★ यह तो सबको पता ही है कि भूख क्या होती है। लेकिन मेरी नज़र में भूख के भी कई रंग होते है। कोई कोई भूख ऐसी भी होती है जो कभी पूरी ही नही होती। जैसे प्यार की भूख हर इंस...

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धरती पे माँ कहलाती है By Ajay Amitabh Suman

ये कविता संसार की सारी माताओं की चरणों में कवि की सादर भेंट है. इस कविता में एक माँ के आत्मा की यात्रा स्वर्गलोक से ईह्लोक तक विभिन्न चरणों में दिखाई गई है . माँ के आत्मा की यात्रा...

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कुछ टूटा था...उसका दिल By Shilpi Saxena_Barkha_

क्या हुआ .... आज कहाँ गया तुम्हारा प्यार तुम्हारा विश्वास ? बहुत प्यार करते थे ना तुम मुझसे .... ?? इसी प्यार के लिये तुमने सबसे लड़कर ज़िन्दगी भर के लिये मेरा हाथ थामा था ना ? आज...

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मैं हूँ ना By Renu Gupta

मैं हूँ ना बसंत ने कालिंदी की आंखों में झांकते हुए बेहद भाव विह्वल स्वरों में उससे कहा, ‘‘कालिंदी, मैं तुम्हें अपनी पत्नी बनाना चाहता हूं, तुमसे विवाह करना चाहता हूं। वायदा करता हू...

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तपस्या By Renu Gupta

इस कहानी का संक्षिप्त रूप राजस्थान पत्रिका में 2019 में प्रकाशित हो चुका है। तपस्या ‘मौली.... पकौड़े थोड़े और करारे सिकवाओ और थोड़ी चटनी भी और दो इधर।’ मौली के पति राजन ने उसे आव...

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