hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books

औरतें रोती नहीं - 24 By Jayanti Ranganathan

औरतें रोती नहीं जयंती रंगनाथन Chapter 24 आमना को ज्यादा देर नहीं लगी अपने को तैयार करने में। देखकर तो आए, इतने बड़े चैनल का ऑडिशन आखिर होता कैसे है? हमेशा की तरह लंबी कुर्ती, जीन्स...

Read Free

कलंक नही ब्रा हूँ मैं ! By AKANKSHA SRIVASTAVA

"जो महसूस किया वह ना लिखा तो क्या लिखा,सुना वो जो औरो ने सुनकर भी अनदेखा कर दिया....ये कोई कहानी नही अपितु लेख है। हर स्त्री की वो पीड़ा है जिसे वो अपने भीतर कैद करके रखने की कसम खा...

Read Free

वो भूली दास्तां, भाग-१ By Saroj Prajapati

अरे, बिट्टू कब तक सोती रहेगी। 5:00 बज गए हैं शाम के। रश्मि के घर से कई बार तेरे लिए बुलावा आ चुका है। जाना नहीं है उसके मेहंदी पर!" यह सुनते ही बिट्टू झटपट उठ बैठी। " क्या मां तुमन...

Read Free

कुत्‍ते की पूँछ By rajendra shrivastava

कहानी कुत्‍ते की पूँछ राजेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव, ''मैंने क्‍या किया ?'' सदा की तरह यह आश्‍चर्य मिश्रित...

Read Free

मांजी के नाम की पाति By Medha Jha

फेसबुक खोलते ध्यान गया अपूर्वा का, कोई मैसेज आया था। ' मांजी, नहीं रही। ' - नील का मैसेज था।एक क्षण के लिए शून्य हो गया उसका दिमाग। वात्सल्य से भरी मांजी का चेहरा घूम गया न...

Read Free

बहनें ( तुम देना साथ मेरा ) By Pragya Chandna

आज आशा का जन्म हुआ है। कोई और घर होता तो लक्ष्मी आने की खुशी में जश्न मनाया जाता किंतु आशा के घर में आज मातम पसरा हुआ है ‌। सुबह से घर में चूल्हा नहीं जला और आशा की दादी आशा की मां...

Read Free

तलाक-शुदा By Sunita Agarwal

एक औरत की जिन्दगी जुए की तरह दाव पर लगी होती है या लगाई जाती है।जिंदगी के इस जुए में यदि बाजी उसके पक्ष में होती है उसकी जिंदगी सोभाग्य बन जाती है और यदि उसके बिपरीत होती है तो दुर...

Read Free

मकान नम्बर एक सौ पैंतालीस By Satish Sardana Kumar

मकान नम्बर एक सौ पैंतालीसकहानीलेखक:सतीश सरदानासुदीप का 1992 मॉडल बजाज चेतक स्कूटर एक किक में स्टार्ट हो गया।कभी-कभी तीन चार किक में भी स्टार्ट नहीं होता।इस बात को शुभ लक्षण मानकर उ...

Read Free

जीने के लिए - 2 By Rama Sharma Manavi

पूर्व कथा जानने के लिए पढ़ें प्रथम अध्याय। दूसरा अध्याय--- आरती दिन भर तो घर के कार्यों में व्यस्त रहती, जब रात को कमरे में आती तो ऐसा प्रतीत होता कि किसी अजनबी व्यक...

Read Free

हां.. मैं नारी ही तो थी।। By Saroj Verma

हां..मैं नारी ही तो थी..!! मैं वही असहाय सुनैना ही तो हूँ जो राम को ये ना कह सकीं कि हे राम! तुमने मेरी पुत्री को वन क्यों भेजा,उसका क्या दोष था,उसने तो कभी अपने पतिकर्तव्य से कभी...

Read Free

द्रौपदी.. By Saroj Verma

द्रौपदी..!!? मैं द्रोपदी,कितना असहज था ये स्वीकारना कि मेरे पांच पति होगें, माता कुन्ती ने कितनी सरलता से कह दिया कि जो भिक्षा में मिला सभी भाई आपस मे बांट लों,किसी ने कभी विचार क...

Read Free

फैसला - 2 By Sunita Agarwal

अभी तक आपने पढ़ा...अनन्या की शादी अमित से हो जाती है। अमित SBI में असिस्टेंट मैनेजर है।शुरुआत में सब अच्छा था। दोनों अपनी शादी में बहुत खुश थे। दोनों में खूब प्यार था। लेकिन थोड़े...

Read Free

क्योंकि तुम मेरी पत्नी हो By Saroj Verma

क्योंकि तुम मेरी पत्नी हो...!! क्या हुआ? स्नेहा इतनी उदास सी कैसे लग रहीं हो? स्नेहा के पति गौरव ने पूछा।। बस,आज कुछ ऐसा हाथ लग गया, जो केवल दर्द के एहसासों से भरा हैं,स्नेहा बोली...

Read Free

चुपङी रोटियाँ By Sneh Goswami

चुपड़ी रोटियां रजनी ने सिम्मी आंटी का दरवाजा जोर से खटकाया । सिमरन ने दरवाजा खोला तो रजनी एकदम से फट ही पड़ी ।आंटी जी ! इसे कहते हैं कलयुग । घोर कलयुग आ गया घोर ।" पर हुआ क्य...

Read Free

कलकत्ता ब्यूटी पार्लर By Kumar Gourav

रामदेव सिंह के बेटी का ब्याह है। दू फेरा से प्रधान हैं सरकारी इंजीनियर दामाद उतारे हैं । एकदम पैसा से बोझ दिए हैं। कौन एक नंबर के पैसा है, सब तो दू नंबर का सरकारी पैसा समेट के रखे...

Read Free

बेगम की कोठी By Saroj Verma

बेगम़ की कोठी...!! निरंजन की मोटरसाइकिल की आवाज़ सुनकर, सुमित्रा ने गेट खोला और गेट खोलते ही निरंजन से कहा।। लल्ला! कहाँ रह गए थे,कब से इंतजार कर रहे हैं हम तुम्हारा,...

Read Free

सोशल साइट्स By Priya Vachhani

मोबाइल में मैसेज की टोन बजते ही अनीता का ध्यान मोबाइल की तरफ गया। सामने मधु का मैसेज देख चेहरे पर मुस्कान आ गई। मधु ने "हाय" भेजा था। अनीता ने भी जवाब दिया हेलो मधु !!कैसी हो ?कहां...

Read Free

कुसूरवार कौन ?? By Varsha

पूजा को अचानक मंडप में आया देख लोगो में खलबली मच गई....!!!!पर पूजा चुपचाप जाकर एक कोने में खड़ी हो गई......लोगों ने बातों की, इल्जामो की, और व्यंग बाणों की झड़ी लगा दी.....कैसी लडक...

Read Free

सावधान By सिद्धार्थ शुक्ला

#सावधानआपने कुछ समय से एक चीज नोट की हो या ना की हो मैंने नोट जरूर की है कि महिलाओं पर खासतौर से शादीशुदा दम्पत्तियों पर तरह-तरह के मजाक से भरे हुए चुटकुले व्हाट्सएप पर और दूसरे सो...

Read Free

खनकती चूड़ियाँ By निशा शर्मा

अपने कपड़े उतारकर बिस्तर पर लेट जाओ और हाँ अपनी ये चूड़ियाँ उतार दो। बगल के कमरे में मेरी पत्नी सोयी है उसे बस पैरालाइसिस हुआ है,अभी मरी नहीं है । जी बाबू जी अभी उतार देती हूँ ये चूड़...

Read Free

नूरीन - 6 - अंतिम भाग By Pradeep Shrivastava

नूरीन - प्रदीप श्रीवास्तव भाग 6 अम्मी तुमने मेरे सामने इसके अलावा कोई रास्ता नहीं छोड़ा है। इसलिए जा रही हूं। हो सके तो गुनाहों से तौबा कर लेना। ज़िंदगी बड़ी खूबसूरत है। इसे खूबसूरत ब...

Read Free

अनाम रिश्ते By Sudha Adesh

अनाम रिश्ते कार्तिकेय को घर लौटने में निरंतर आवश्यकता से अधिक देरी होने पर न जाने क्यों, कुछ दिनों से करीना को अत्यंत क्रोध आने लगा था । उसके टोकने पर अतिआवश्यक मीटिंग में फँस गया...

Read Free

और कुहासा छँट गया..... By Varsha

.... ...... पापा....अब मैं वहाँ कभी नहीं जाऊँगी....!!!!पापा वो इंसान नहीं जल्लाद है....उसका परिवार भी उसके साथ है हर कदम.....उन्हें बहू नहीं सिर्फ नौकरानी चाहिए.....देख...

Read Free

लखनऊ की तवायफ By Sudhir Kamal

लखनऊ की तवायफ --“आदाब बजा लाता हूं बेगम साहिबा!” --“हूं……..साथ कौन जायेगा इस बार?” अमीना बेगम ने गहरी नजरों से मुआयना करते हुये पूछा। --“जी साबिर और मुख़्तार, ख़ालाजाद भाई हैं मेरे।...

Read Free

रिश्ते.. - 2 By Sunita Agarwal

उसका प्रसब का समय करीब आने लगा उसका भाई उसे लेने आया ताकि आभा का पहला प्रसब मायके में हो सके।आभा की सास ने उससे सारे अच्छे कपड़े जेवर ले लिए और थोड़े से कपड़ों में उसे इस तरह मायके...

Read Free

वो पता By Medha Jha

वो पतासाल २००० , जिंदगी का वह पहला सफ़र जब वो और सृष्टि पहुंचे थे मुंबई करीब ८ बजे संध्या। हां , मुंबई के लिए वो संध्या ही था, जिसे छोटे शहर वाले रात कहते हैं। मामा आने वाले थे लेन...

Read Free

काश तुमने कह दिया होता By Megha Rathi

काश तुमने कह दिया होता कभी- कभी कुछ यादें ऐसी होती हैं जो इंसानियत और रिश्तों से विश्वाश तार-तार कर देती हैं। (पहचान छिपाने के लिए मैंने नाम व स्थान बदल दिया है। मेरे ख्याल से यह ज...

Read Free

लव योर सेल्फ मम्मा By Dr Vinita Rahurikar

लव योर सेल्फ मम्मा ...किचन में मीनू के लिए मठरियाँ तलती अनुभा की आँखें बार-बार भर आ रही थीं. मन जाने कैसा तो हो रहा था। इसीलिए अपने मनोभावों को छुपाने के लिए वह सुबह से ही एक के बा...

Read Free

ये कैसा प्यार By Shivani Verma

सोशल साइट फेसबुक पर उंगलियां चलाते-चलाते अचानक शैली की नजर एक पोस्ट पर रुक गई.... "कुछ जाना पहचाना सा चेहरा है.. पर याद नहीं आ रहा कौन." अपने दिमाग पर जोर डालते हुए वो सोचने लगी. त...

Read Free

पराग-कण By Rajesh Mewade

आज बहुत दिनों के बाद कुसुम से मुलाकात हुई। मैं उसी से मिलने उसके घर जा रहा था, लेकिन वो रास्ते में ही मिल गई। अचानक आज मुझे अपने सम्मुख पाकर शरमा गई... बावली है! मुझे देखकर पता नही...

Read Free

ना जाने किस वेश में ....... By Medha Jha

खाना - पीना हो गया और फिर हमारी बैठकी जमी मम्मी के घर उस रात। सब अपनी - अपनी बातें बता रहे थे । कुछ ही दिनों पहले मम्मी सेवा - निवृत हुई थी। मां ने कहा कि आज वो हमलोग को अपने नौकरी...

Read Free

औरतें रोती नहीं - 24 By Jayanti Ranganathan

औरतें रोती नहीं जयंती रंगनाथन Chapter 24 आमना को ज्यादा देर नहीं लगी अपने को तैयार करने में। देखकर तो आए, इतने बड़े चैनल का ऑडिशन आखिर होता कैसे है? हमेशा की तरह लंबी कुर्ती, जीन्स...

Read Free

कलंक नही ब्रा हूँ मैं ! By AKANKSHA SRIVASTAVA

"जो महसूस किया वह ना लिखा तो क्या लिखा,सुना वो जो औरो ने सुनकर भी अनदेखा कर दिया....ये कोई कहानी नही अपितु लेख है। हर स्त्री की वो पीड़ा है जिसे वो अपने भीतर कैद करके रखने की कसम खा...

Read Free

वो भूली दास्तां, भाग-१ By Saroj Prajapati

अरे, बिट्टू कब तक सोती रहेगी। 5:00 बज गए हैं शाम के। रश्मि के घर से कई बार तेरे लिए बुलावा आ चुका है। जाना नहीं है उसके मेहंदी पर!" यह सुनते ही बिट्टू झटपट उठ बैठी। " क्या मां तुमन...

Read Free

कुत्‍ते की पूँछ By rajendra shrivastava

कहानी कुत्‍ते की पूँछ राजेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव, ''मैंने क्‍या किया ?'' सदा की तरह यह आश्‍चर्य मिश्रित...

Read Free

मांजी के नाम की पाति By Medha Jha

फेसबुक खोलते ध्यान गया अपूर्वा का, कोई मैसेज आया था। ' मांजी, नहीं रही। ' - नील का मैसेज था।एक क्षण के लिए शून्य हो गया उसका दिमाग। वात्सल्य से भरी मांजी का चेहरा घूम गया न...

Read Free

बहनें ( तुम देना साथ मेरा ) By Pragya Chandna

आज आशा का जन्म हुआ है। कोई और घर होता तो लक्ष्मी आने की खुशी में जश्न मनाया जाता किंतु आशा के घर में आज मातम पसरा हुआ है ‌। सुबह से घर में चूल्हा नहीं जला और आशा की दादी आशा की मां...

Read Free

तलाक-शुदा By Sunita Agarwal

एक औरत की जिन्दगी जुए की तरह दाव पर लगी होती है या लगाई जाती है।जिंदगी के इस जुए में यदि बाजी उसके पक्ष में होती है उसकी जिंदगी सोभाग्य बन जाती है और यदि उसके बिपरीत होती है तो दुर...

Read Free

मकान नम्बर एक सौ पैंतालीस By Satish Sardana Kumar

मकान नम्बर एक सौ पैंतालीसकहानीलेखक:सतीश सरदानासुदीप का 1992 मॉडल बजाज चेतक स्कूटर एक किक में स्टार्ट हो गया।कभी-कभी तीन चार किक में भी स्टार्ट नहीं होता।इस बात को शुभ लक्षण मानकर उ...

Read Free

जीने के लिए - 2 By Rama Sharma Manavi

पूर्व कथा जानने के लिए पढ़ें प्रथम अध्याय। दूसरा अध्याय--- आरती दिन भर तो घर के कार्यों में व्यस्त रहती, जब रात को कमरे में आती तो ऐसा प्रतीत होता कि किसी अजनबी व्यक...

Read Free

हां.. मैं नारी ही तो थी।। By Saroj Verma

हां..मैं नारी ही तो थी..!! मैं वही असहाय सुनैना ही तो हूँ जो राम को ये ना कह सकीं कि हे राम! तुमने मेरी पुत्री को वन क्यों भेजा,उसका क्या दोष था,उसने तो कभी अपने पतिकर्तव्य से कभी...

Read Free

द्रौपदी.. By Saroj Verma

द्रौपदी..!!? मैं द्रोपदी,कितना असहज था ये स्वीकारना कि मेरे पांच पति होगें, माता कुन्ती ने कितनी सरलता से कह दिया कि जो भिक्षा में मिला सभी भाई आपस मे बांट लों,किसी ने कभी विचार क...

Read Free

फैसला - 2 By Sunita Agarwal

अभी तक आपने पढ़ा...अनन्या की शादी अमित से हो जाती है। अमित SBI में असिस्टेंट मैनेजर है।शुरुआत में सब अच्छा था। दोनों अपनी शादी में बहुत खुश थे। दोनों में खूब प्यार था। लेकिन थोड़े...

Read Free

क्योंकि तुम मेरी पत्नी हो By Saroj Verma

क्योंकि तुम मेरी पत्नी हो...!! क्या हुआ? स्नेहा इतनी उदास सी कैसे लग रहीं हो? स्नेहा के पति गौरव ने पूछा।। बस,आज कुछ ऐसा हाथ लग गया, जो केवल दर्द के एहसासों से भरा हैं,स्नेहा बोली...

Read Free

चुपङी रोटियाँ By Sneh Goswami

चुपड़ी रोटियां रजनी ने सिम्मी आंटी का दरवाजा जोर से खटकाया । सिमरन ने दरवाजा खोला तो रजनी एकदम से फट ही पड़ी ।आंटी जी ! इसे कहते हैं कलयुग । घोर कलयुग आ गया घोर ।" पर हुआ क्य...

Read Free

कलकत्ता ब्यूटी पार्लर By Kumar Gourav

रामदेव सिंह के बेटी का ब्याह है। दू फेरा से प्रधान हैं सरकारी इंजीनियर दामाद उतारे हैं । एकदम पैसा से बोझ दिए हैं। कौन एक नंबर के पैसा है, सब तो दू नंबर का सरकारी पैसा समेट के रखे...

Read Free

बेगम की कोठी By Saroj Verma

बेगम़ की कोठी...!! निरंजन की मोटरसाइकिल की आवाज़ सुनकर, सुमित्रा ने गेट खोला और गेट खोलते ही निरंजन से कहा।। लल्ला! कहाँ रह गए थे,कब से इंतजार कर रहे हैं हम तुम्हारा,...

Read Free

सोशल साइट्स By Priya Vachhani

मोबाइल में मैसेज की टोन बजते ही अनीता का ध्यान मोबाइल की तरफ गया। सामने मधु का मैसेज देख चेहरे पर मुस्कान आ गई। मधु ने "हाय" भेजा था। अनीता ने भी जवाब दिया हेलो मधु !!कैसी हो ?कहां...

Read Free

कुसूरवार कौन ?? By Varsha

पूजा को अचानक मंडप में आया देख लोगो में खलबली मच गई....!!!!पर पूजा चुपचाप जाकर एक कोने में खड़ी हो गई......लोगों ने बातों की, इल्जामो की, और व्यंग बाणों की झड़ी लगा दी.....कैसी लडक...

Read Free

सावधान By सिद्धार्थ शुक्ला

#सावधानआपने कुछ समय से एक चीज नोट की हो या ना की हो मैंने नोट जरूर की है कि महिलाओं पर खासतौर से शादीशुदा दम्पत्तियों पर तरह-तरह के मजाक से भरे हुए चुटकुले व्हाट्सएप पर और दूसरे सो...

Read Free

खनकती चूड़ियाँ By निशा शर्मा

अपने कपड़े उतारकर बिस्तर पर लेट जाओ और हाँ अपनी ये चूड़ियाँ उतार दो। बगल के कमरे में मेरी पत्नी सोयी है उसे बस पैरालाइसिस हुआ है,अभी मरी नहीं है । जी बाबू जी अभी उतार देती हूँ ये चूड़...

Read Free

नूरीन - 6 - अंतिम भाग By Pradeep Shrivastava

नूरीन - प्रदीप श्रीवास्तव भाग 6 अम्मी तुमने मेरे सामने इसके अलावा कोई रास्ता नहीं छोड़ा है। इसलिए जा रही हूं। हो सके तो गुनाहों से तौबा कर लेना। ज़िंदगी बड़ी खूबसूरत है। इसे खूबसूरत ब...

Read Free

अनाम रिश्ते By Sudha Adesh

अनाम रिश्ते कार्तिकेय को घर लौटने में निरंतर आवश्यकता से अधिक देरी होने पर न जाने क्यों, कुछ दिनों से करीना को अत्यंत क्रोध आने लगा था । उसके टोकने पर अतिआवश्यक मीटिंग में फँस गया...

Read Free

और कुहासा छँट गया..... By Varsha

.... ...... पापा....अब मैं वहाँ कभी नहीं जाऊँगी....!!!!पापा वो इंसान नहीं जल्लाद है....उसका परिवार भी उसके साथ है हर कदम.....उन्हें बहू नहीं सिर्फ नौकरानी चाहिए.....देख...

Read Free

लखनऊ की तवायफ By Sudhir Kamal

लखनऊ की तवायफ --“आदाब बजा लाता हूं बेगम साहिबा!” --“हूं……..साथ कौन जायेगा इस बार?” अमीना बेगम ने गहरी नजरों से मुआयना करते हुये पूछा। --“जी साबिर और मुख़्तार, ख़ालाजाद भाई हैं मेरे।...

Read Free

रिश्ते.. - 2 By Sunita Agarwal

उसका प्रसब का समय करीब आने लगा उसका भाई उसे लेने आया ताकि आभा का पहला प्रसब मायके में हो सके।आभा की सास ने उससे सारे अच्छे कपड़े जेवर ले लिए और थोड़े से कपड़ों में उसे इस तरह मायके...

Read Free

वो पता By Medha Jha

वो पतासाल २००० , जिंदगी का वह पहला सफ़र जब वो और सृष्टि पहुंचे थे मुंबई करीब ८ बजे संध्या। हां , मुंबई के लिए वो संध्या ही था, जिसे छोटे शहर वाले रात कहते हैं। मामा आने वाले थे लेन...

Read Free

काश तुमने कह दिया होता By Megha Rathi

काश तुमने कह दिया होता कभी- कभी कुछ यादें ऐसी होती हैं जो इंसानियत और रिश्तों से विश्वाश तार-तार कर देती हैं। (पहचान छिपाने के लिए मैंने नाम व स्थान बदल दिया है। मेरे ख्याल से यह ज...

Read Free

लव योर सेल्फ मम्मा By Dr Vinita Rahurikar

लव योर सेल्फ मम्मा ...किचन में मीनू के लिए मठरियाँ तलती अनुभा की आँखें बार-बार भर आ रही थीं. मन जाने कैसा तो हो रहा था। इसीलिए अपने मनोभावों को छुपाने के लिए वह सुबह से ही एक के बा...

Read Free

ये कैसा प्यार By Shivani Verma

सोशल साइट फेसबुक पर उंगलियां चलाते-चलाते अचानक शैली की नजर एक पोस्ट पर रुक गई.... "कुछ जाना पहचाना सा चेहरा है.. पर याद नहीं आ रहा कौन." अपने दिमाग पर जोर डालते हुए वो सोचने लगी. त...

Read Free

पराग-कण By Rajesh Mewade

आज बहुत दिनों के बाद कुसुम से मुलाकात हुई। मैं उसी से मिलने उसके घर जा रहा था, लेकिन वो रास्ते में ही मिल गई। अचानक आज मुझे अपने सम्मुख पाकर शरमा गई... बावली है! मुझे देखकर पता नही...

Read Free

ना जाने किस वेश में ....... By Medha Jha

खाना - पीना हो गया और फिर हमारी बैठकी जमी मम्मी के घर उस रात। सब अपनी - अपनी बातें बता रहे थे । कुछ ही दिनों पहले मम्मी सेवा - निवृत हुई थी। मां ने कहा कि आज वो हमलोग को अपने नौकरी...

Read Free