hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books
  • कृष्णा भाग-४

    वर्ष पंख लगाते ही बीत गए। दुर्गा एक प्यारे से बेटे की मां बन गई थी और कृष्णा ने...

  • कब्रिस्तान का रहस्य

    मै कहती हूं रामू के काका आज के बाद रामू पानी भरने वहां नहीं जाएगा। जाना होगा तो...

  • उसकी आजादी

    उसकी आजादी मुझे हतप्रभ छोड बादामी तो एक झटके से बाहर निकल गई लेकिन मैं उसके शब...

आघात - 44 By Dr kavita Tyagi

आघात डॉ. कविता त्यागी 44 इन सात वर्षो में एक ओर, रणवीर और पूजा एक-दूसरे से अलग होने के लिए लड़ते रहे थे, तो दूसरी ओर उनके दोनों बेटे अपनी संघर्ष-यात्रा पूरी करते हुए अपने लक्ष्य के...

Read Free

जुड़ने से पहले By Kishanlal Sharma

"देखो माला।""रुमाल तो बड़े सुंदर है,"माला रूमालों को देखते हुए बोली,"जेंट्स रूमाल है।किसके लिए खरीदकर लायी हो?""राजन के लिये," इला बोली,"अपने लिये रूमाल खरीदने गई थी।यह भी पस...

Read Free

कृष्णा भाग-४ By Saroj Prajapati

वर्ष पंख लगाते ही बीत गए। दुर्गा एक प्यारे से बेटे की मां बन गई थी और कृष्णा ने नई ऊंचाइयों को ‌छूते हुए बीएससी फर्स्ट डिवीजन से पास की। उसके नाम के साथ एक नया तमगा जुड़ गया, गोल्...

Read Free

एक लॉस्ट इंजीनियर की दास्तान By Saroj Verma

एक लॉस्ट इंजीनियर की दास्तान...!! मैं बहुत खुश था क्योंकि मेरा सिलेक्शन आर्मी ट्रेनिंग कैंपस लैंसडाउन में हुआ था, वैसे भी मुझे पहाड़ी इलाका बहुत पसंद हैं और फिर अगर लैंसडाउन जैसी ज...

Read Free

सुजाता By S Sinha

कहानी - सुजाता मुकेश सिन्हा बनारस के नामी वकील थे . दयालबाग़ में उनका बड़ा सा अ...

Read Free

कब्रिस्तान का रहस्य By Jyoti Prakash Rai

मै कहती हूं रामू के काका आज के बाद रामू पानी भरने वहां नहीं जाएगा। जाना होगा तो तुम ही जाओ नहीं तो मै खुद ही जा कर पानी भर लाऊंगी। अरे लेकिन रामू की काकी, ऐसी क्या बात हो गई जो राम...

Read Free

वो बहुत अच्छी लड़की थी By Saroj Verma

वो अच्छी लड़की थी....!! दरवाजे की घंटी बजी.... श्यामा जी ने दरवाज़ा खोला और दरवाजा खुलते ही___ नमस्ते भाभीजी,सोहन लाल त्रिपाठी जी ने श्यामा जी से कहा।। अरे, भाईसाहब आप, नमस्ते... न...

Read Free

उसकी आजादी By padma sharma

उसकी आजादी मुझे हतप्रभ छोड बादामी तो एक झटके से बाहर निकल गई लेकिन मैं उसके शब्दों के अर्थ खोजने लगी थी। उसकी बातें दोगुने वेग से मेरे विचारों पर छाती चली गई। दूस...

Read Free

विधवाएं By Neela Prasad

विधवाएं नीला प्रसाद ‘किसी का हर वक्त आसपास होना वह तटस्थता स्थापित होने नहीं देता जो उसे ठीक से समझ पाने की दृष्टि देता है। हर वक्त का साथ एक ऐसा आवरण रच देता है जिसमें से दूसरे व्...

Read Free

कल्युग की पांचाली - 3 (अंतिम पार्ट) By Uday Veer

एक दिन ऊषा किसी काम में लगी होती है, और बच्ची जोर जोर से रो रही होती है, लेकिन कोई भी बच्ची को उठाकर गोद में नहीं लेता, जब बहुत देर हो जाती है तो ऊषा भागकर जाति है और देखती है कि म...

Read Free

माँ का दमा By Deepak sharma

माँ का दमा पापा के घर लौटते ही ताई उन्हें आ घेरती हैं, ‘इधर कपड़े वाले कारख़ाने में एक ज़नाना नौकरी निकली है. सुबह की शिफ़्ट में. सात से दोपहर तीन बजे तक. पगार, तीन हज़ार रूपया. कार्तिक...

Read Free

लिपस्टिक By Neela Prasad

लिपस्टिक नीला प्रसाद ये कहां आ गई मैं! सबकुछ नया। शहर, दफ्तर, वातावरण, पति और इस चार्टर्ड बस में बैठने का अनुभव भी। अदिति रोमांचित है। ऊंची-ऊंची इमारतें और वाहनों की लंबी कतारें, ब...

Read Free

बेटी का पत्र By Saroj Verma

क्या हुआ जी? आज आप बहुत दुःखी लग रहे, ठीक से खाना भी नहीं खा रहे!! हवलदार रामकिशोर की पत्नी सुधा ने अपने पति से पूछा।। बस ऐसे ही मन नहीं कर रहा, रामकिशोर बोला।। पर क्यो?बात क्या है...

Read Free

अशीर्वाद ?? By Pranava Bharti

अशीर्वाद ?? ----------------- कितने विलंबों के उपरान्त भी उसके आगमन की छुअन जीवन के एक निश्...

Read Free

कोरोना-लॉकडाउन से बदल गयी जिंदगी By r k lal

कोरोना-लॉकडाउन से बदल गयी जिंदगी आर० के० लाल "तुम क्या समझते हो अपने आपको? मैं तुम्हारी नौकरानी नहीं हूं”। तनु किचेन से चिल्लाते हुए अपने पति सुमेर से बोली। सु...

Read Free

बार्बी डॉल्स - 3 - अंतिम भाग By Neela Prasad

बार्बी डॉल्स नीला प्रसाद (3) आखिरकार मन नहीं माना तो मैंने पूछ ही लिया। ‘दीपाली नहीं आती इन दिनों? कई महीनों से नहीं देखा। अब तो बेटा खेलने लायक हो गया होगा सभी महिलाएं एक -दूसरे क...

Read Free

सौ साल पुरानी हवेली By Saroj Verma

सौ साल पुरानी हवेली...!! बात बहुत पुरानी हैं, आज से लगभग पैतालिस साल पुरानी, तब मै नया नया डाकबाबू हुआ था,एक कोई छोटा सा कस्बा था जहां मेरी पहली पोस्टिंग हुई थीं, नौकरी मिलने की खु...

Read Free

मेरी बेटी कोई खिलौना नहीं है By Shweta Sharma

" मैं शादी करूंगी, तो सिर्फ अमर से; नहीं तो मैं अपनी जान दे दूंगी, सुन लो आप दोनों।" चीखते हुए रोशनी ने कहा। " हां, तो जा मर जा, ऐसी बेटी होने से अच्छा था, हमारी कोई औलाद ही ना होत...

Read Free

अनिच्छा - 1 By Ajad Anand

'भोला, माँ किधर है ?' रामविलास ने खेत से आते ही अपने बेटे से पूछा।'मुझे नहीं पता, मैं तो यहाँ सुबह से खेल रहा हूँ''आठ बज गए लेकिन चूल्हे के पास वो...

Read Free

तुझको कौन पूछेगा By Monika

एक दिन प्रतिभा रोज की तरह बच्चों को पढ़ाने गई और अपनी दिनचर्या को पूरा करते हुए ,वापस लौटते ही उसने घर में देखा, कि किसी बात पर वाद विवाद को रहा है ।थोड़ी देर बाद माजरा समझ में आया...

Read Free

दहेज एक विनाशकारी चिंगारी - 11 - अंतिम भाग By Uday Veer

स्थान रंजीत का घर, रंजीत अपने दोस्तों के साथ बैठा शराब पी रहा है, तभी पवन:- रंजीत भाई, आज की खबर सुनी, इंस्पेक्टर ललित चम्बल के बीहड़ में मारा गया| राजन:- लगता है अब उन लोगों का आख...

Read Free

एक विधवा और एक चाँद - 3 - अंतिम भाग By Neela Prasad

एक विधवा और एक चाँद नीला प्रसाद (3) ये चाँद कोई भ्रम तो नहीं! अजित और मान्या कुर्सियों पर बैठ गए- आमने-सामने। ओह! अजित उसके ठीक बगल में उसका हाथ अपने हाथों में लेकर क्यों नहीं बैठत...

Read Free

ईश्वर चुप है - 4 - अंतिम भाग By Neela Prasad

ईश्वर चुप है नीला प्रसाद (4) ‘सॉरी मम्मा... पर मेरी भी तो सोचो। मैं नहीं मान पाती कि पापा जिंदा हैं। अब मुझे पापा को जिंदा मानना नाटक जैसा लगता है। आन्या तो आपसे लिपट सकती है, आपके...

Read Free

बुरी औरत हूँ मैं - 4 - अंतिम भाग By Vandana Gupta

बुरी औरत हूँ मैं (4) अब जरूरत थी एक सिरा पकड़ने की. पहले नौकरी की व्यवस्था करनी जरूरी थी इसलिए अपनी पुरानी कम्पनी में ही जाकर दरख्वास्त लगाई तो उन्होंने हाथों हाथ मुझे ले लिया शायद...

Read Free

छना ------ क By Neelam Kulshreshtha

"छना ------ क" "ले ------ डी आर यु अ पार्लर लेडी ?" पूछने वाली तीखे नैन नक्श वाली इक्कीस बाईस वर्ष की एक लम्बी गोरी लड़की थी. तब मैं उस हॉल के ग्रीन रूम के दरवाज़े पर ठिठक गयी थी, थ...

Read Free

आघात - 44 By Dr kavita Tyagi

आघात डॉ. कविता त्यागी 44 इन सात वर्षो में एक ओर, रणवीर और पूजा एक-दूसरे से अलग होने के लिए लड़ते रहे थे, तो दूसरी ओर उनके दोनों बेटे अपनी संघर्ष-यात्रा पूरी करते हुए अपने लक्ष्य के...

Read Free

जुड़ने से पहले By Kishanlal Sharma

"देखो माला।""रुमाल तो बड़े सुंदर है,"माला रूमालों को देखते हुए बोली,"जेंट्स रूमाल है।किसके लिए खरीदकर लायी हो?""राजन के लिये," इला बोली,"अपने लिये रूमाल खरीदने गई थी।यह भी पस...

Read Free

कृष्णा भाग-४ By Saroj Prajapati

वर्ष पंख लगाते ही बीत गए। दुर्गा एक प्यारे से बेटे की मां बन गई थी और कृष्णा ने नई ऊंचाइयों को ‌छूते हुए बीएससी फर्स्ट डिवीजन से पास की। उसके नाम के साथ एक नया तमगा जुड़ गया, गोल्...

Read Free

एक लॉस्ट इंजीनियर की दास्तान By Saroj Verma

एक लॉस्ट इंजीनियर की दास्तान...!! मैं बहुत खुश था क्योंकि मेरा सिलेक्शन आर्मी ट्रेनिंग कैंपस लैंसडाउन में हुआ था, वैसे भी मुझे पहाड़ी इलाका बहुत पसंद हैं और फिर अगर लैंसडाउन जैसी ज...

Read Free

सुजाता By S Sinha

कहानी - सुजाता मुकेश सिन्हा बनारस के नामी वकील थे . दयालबाग़ में उनका बड़ा सा अ...

Read Free

कब्रिस्तान का रहस्य By Jyoti Prakash Rai

मै कहती हूं रामू के काका आज के बाद रामू पानी भरने वहां नहीं जाएगा। जाना होगा तो तुम ही जाओ नहीं तो मै खुद ही जा कर पानी भर लाऊंगी। अरे लेकिन रामू की काकी, ऐसी क्या बात हो गई जो राम...

Read Free

वो बहुत अच्छी लड़की थी By Saroj Verma

वो अच्छी लड़की थी....!! दरवाजे की घंटी बजी.... श्यामा जी ने दरवाज़ा खोला और दरवाजा खुलते ही___ नमस्ते भाभीजी,सोहन लाल त्रिपाठी जी ने श्यामा जी से कहा।। अरे, भाईसाहब आप, नमस्ते... न...

Read Free

उसकी आजादी By padma sharma

उसकी आजादी मुझे हतप्रभ छोड बादामी तो एक झटके से बाहर निकल गई लेकिन मैं उसके शब्दों के अर्थ खोजने लगी थी। उसकी बातें दोगुने वेग से मेरे विचारों पर छाती चली गई। दूस...

Read Free

विधवाएं By Neela Prasad

विधवाएं नीला प्रसाद ‘किसी का हर वक्त आसपास होना वह तटस्थता स्थापित होने नहीं देता जो उसे ठीक से समझ पाने की दृष्टि देता है। हर वक्त का साथ एक ऐसा आवरण रच देता है जिसमें से दूसरे व्...

Read Free

कल्युग की पांचाली - 3 (अंतिम पार्ट) By Uday Veer

एक दिन ऊषा किसी काम में लगी होती है, और बच्ची जोर जोर से रो रही होती है, लेकिन कोई भी बच्ची को उठाकर गोद में नहीं लेता, जब बहुत देर हो जाती है तो ऊषा भागकर जाति है और देखती है कि म...

Read Free

माँ का दमा By Deepak sharma

माँ का दमा पापा के घर लौटते ही ताई उन्हें आ घेरती हैं, ‘इधर कपड़े वाले कारख़ाने में एक ज़नाना नौकरी निकली है. सुबह की शिफ़्ट में. सात से दोपहर तीन बजे तक. पगार, तीन हज़ार रूपया. कार्तिक...

Read Free

लिपस्टिक By Neela Prasad

लिपस्टिक नीला प्रसाद ये कहां आ गई मैं! सबकुछ नया। शहर, दफ्तर, वातावरण, पति और इस चार्टर्ड बस में बैठने का अनुभव भी। अदिति रोमांचित है। ऊंची-ऊंची इमारतें और वाहनों की लंबी कतारें, ब...

Read Free

बेटी का पत्र By Saroj Verma

क्या हुआ जी? आज आप बहुत दुःखी लग रहे, ठीक से खाना भी नहीं खा रहे!! हवलदार रामकिशोर की पत्नी सुधा ने अपने पति से पूछा।। बस ऐसे ही मन नहीं कर रहा, रामकिशोर बोला।। पर क्यो?बात क्या है...

Read Free

अशीर्वाद ?? By Pranava Bharti

अशीर्वाद ?? ----------------- कितने विलंबों के उपरान्त भी उसके आगमन की छुअन जीवन के एक निश्...

Read Free

कोरोना-लॉकडाउन से बदल गयी जिंदगी By r k lal

कोरोना-लॉकडाउन से बदल गयी जिंदगी आर० के० लाल "तुम क्या समझते हो अपने आपको? मैं तुम्हारी नौकरानी नहीं हूं”। तनु किचेन से चिल्लाते हुए अपने पति सुमेर से बोली। सु...

Read Free

बार्बी डॉल्स - 3 - अंतिम भाग By Neela Prasad

बार्बी डॉल्स नीला प्रसाद (3) आखिरकार मन नहीं माना तो मैंने पूछ ही लिया। ‘दीपाली नहीं आती इन दिनों? कई महीनों से नहीं देखा। अब तो बेटा खेलने लायक हो गया होगा सभी महिलाएं एक -दूसरे क...

Read Free

सौ साल पुरानी हवेली By Saroj Verma

सौ साल पुरानी हवेली...!! बात बहुत पुरानी हैं, आज से लगभग पैतालिस साल पुरानी, तब मै नया नया डाकबाबू हुआ था,एक कोई छोटा सा कस्बा था जहां मेरी पहली पोस्टिंग हुई थीं, नौकरी मिलने की खु...

Read Free

मेरी बेटी कोई खिलौना नहीं है By Shweta Sharma

" मैं शादी करूंगी, तो सिर्फ अमर से; नहीं तो मैं अपनी जान दे दूंगी, सुन लो आप दोनों।" चीखते हुए रोशनी ने कहा। " हां, तो जा मर जा, ऐसी बेटी होने से अच्छा था, हमारी कोई औलाद ही ना होत...

Read Free

अनिच्छा - 1 By Ajad Anand

'भोला, माँ किधर है ?' रामविलास ने खेत से आते ही अपने बेटे से पूछा।'मुझे नहीं पता, मैं तो यहाँ सुबह से खेल रहा हूँ''आठ बज गए लेकिन चूल्हे के पास वो...

Read Free

तुझको कौन पूछेगा By Monika

एक दिन प्रतिभा रोज की तरह बच्चों को पढ़ाने गई और अपनी दिनचर्या को पूरा करते हुए ,वापस लौटते ही उसने घर में देखा, कि किसी बात पर वाद विवाद को रहा है ।थोड़ी देर बाद माजरा समझ में आया...

Read Free

दहेज एक विनाशकारी चिंगारी - 11 - अंतिम भाग By Uday Veer

स्थान रंजीत का घर, रंजीत अपने दोस्तों के साथ बैठा शराब पी रहा है, तभी पवन:- रंजीत भाई, आज की खबर सुनी, इंस्पेक्टर ललित चम्बल के बीहड़ में मारा गया| राजन:- लगता है अब उन लोगों का आख...

Read Free

एक विधवा और एक चाँद - 3 - अंतिम भाग By Neela Prasad

एक विधवा और एक चाँद नीला प्रसाद (3) ये चाँद कोई भ्रम तो नहीं! अजित और मान्या कुर्सियों पर बैठ गए- आमने-सामने। ओह! अजित उसके ठीक बगल में उसका हाथ अपने हाथों में लेकर क्यों नहीं बैठत...

Read Free

ईश्वर चुप है - 4 - अंतिम भाग By Neela Prasad

ईश्वर चुप है नीला प्रसाद (4) ‘सॉरी मम्मा... पर मेरी भी तो सोचो। मैं नहीं मान पाती कि पापा जिंदा हैं। अब मुझे पापा को जिंदा मानना नाटक जैसा लगता है। आन्या तो आपसे लिपट सकती है, आपके...

Read Free

बुरी औरत हूँ मैं - 4 - अंतिम भाग By Vandana Gupta

बुरी औरत हूँ मैं (4) अब जरूरत थी एक सिरा पकड़ने की. पहले नौकरी की व्यवस्था करनी जरूरी थी इसलिए अपनी पुरानी कम्पनी में ही जाकर दरख्वास्त लगाई तो उन्होंने हाथों हाथ मुझे ले लिया शायद...

Read Free

छना ------ क By Neelam Kulshreshtha

"छना ------ क" "ले ------ डी आर यु अ पार्लर लेडी ?" पूछने वाली तीखे नैन नक्श वाली इक्कीस बाईस वर्ष की एक लम्बी गोरी लड़की थी. तब मैं उस हॉल के ग्रीन रूम के दरवाज़े पर ठिठक गयी थी, थ...

Read Free