hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books
  • नियति... - 5

    ऐसा सोच मैं मन ही मन माता रानी से प्रार्थना करने लगती हूँ।और कोचिंग से घर के लिए...

  • वो पहला व अंतिम करवाचौथ

    सुनो यह मेरा पहला करवाचौथ है । तो बताओ क्या दिला रहे हो मुझे!" "अरे यार हमने तो...

  • संदेश

    वो थोड़ी देर मुझे अपलक देखती रही और फिर उठ कर अंदर चली गर्इ । मै जहा...

नियति... - 5 By Apoorva Singh

ऐसा सोच मैं मन ही मन माता रानी से प्रार्थना करने लगती हूँ।और कोचिंग से घर के लिए निकल जाती हूँ।रास्ते मे हल्की बूंदाबांदी शुरू हो जाती है लेकिन इतनी नही कि भिगो सके।बारिश देख कर मै...

Read Free

वो पहला व अंतिम करवाचौथ By Saroj Prajapati

सुनो यह मेरा पहला करवाचौथ है । तो बताओ क्या दिला रहे हो मुझे!" "अरे यार हमने तो पूरा का पूरा अपने आप को तुम्हें सौंप दिया है और क्या चाहिए !" "बातें खूब बनाते हो तुम फौजी!" "तुम्हे...

Read Free

संदेश By Alok Mishra

वो थोड़ी देर मुझे अपलक देखती रही और फिर उठ कर अंदर चली गर्इ । मै जहां बैठा हूँँ यह एक झुग्गी बस्ती में झोपड़ी है । मै यहां कैसे हूँँ ? इसकी कहानी दो या तीन वाक्य की ही...

Read Free

त्रिखंडिता - 3 By Ranjana Jaiswal

त्रिखंडिता 3 अधूरी कहानी रमा को याद है हर्ष। जब पहली बार उसने उसे देखा था तो देखता रह गया था। उसके गाइड ने दोनों का परिचय कराया था। हर्ष को जब पता चला कि वह उसी के क्षेत्र की है और...

Read Free

तू मेरी परछाई मत बनना By Saroj Prajapati

मुझे ही सारा काम करना था तो तुम्हें किस लिए लेकर आया था? बहुत हो गया! आज तुम्हारे पापा को फोन करता हूं या तो आकर तुम्हें समझाएं या अपने साथ वापस ले जाएं। इस तरह एक साथ हमारा गुजारा...

Read Free

दौलत - ऐ - देह By rajendra shrivastava

कहानी-- दौलत – ऐ - देह --राजेन्‍द्र कुमार श्रीवास...

Read Free

मुर्छा हुआ फुल (भाग-1) By Kalpana Sahoo

हमेशा नारी को गलत ठेहराते हैं । कोई कुछ भी करे पर इस समाज नारी को दोषी मानती है । हरबक्त उसे ही proof देनी पडती है की में निर्दोष हुं । फिर भी कोई नहीं सुनता उसकी बात ।...

Read Free

इडली सांभर By Medha Jha

" हेल्लो, मैं नीतेश, अभी दिल्ली में हूं। सिर्फ दो दिन के लिए आया हूं। आज कल तो कभी दिल्ली, कभी बैंगलोर, कभी मुंबई - बहुत डिमांड है मेरी हर तरफ। तुमसे मिलना चाहता हूं।" " अभी थोड़ी...

Read Free

हड़ताल भी जरूरी थी By padma sharma

हड़ताल भी जरूरी थी सुबह अपने पैर पसारती जा रही थी। गैंदा बाई तेज कदमों से कॉलोनी की तरफ जा रही थी। समय का तो उसे ज्ञान नहीं था लेकिन सूरज के बढ़ते रूप और फैलती धूप को देखकर उसे लग रह...

Read Free

बिंदी और लिपस्टिक सिर्फ श्रृंगार नहीं ! By S Sinha

आलेख - बिंदी और लिपस्टिक सिर्फ श्रृंगार नहीं ! बिंदी...

Read Free

कुछ कहा अनकहा By टीना सुमन

कुछ कहा अनकहा कभी-कभी कुछ चीजें आपके बस में नहीं होती ,कोशिश करते हैं आप संवारने की ,मगर चीजें कुछ ज्यादा ही उलझ जाती है ,और आप हार मान लेते हैं ॥शायद मेनें भी हार मान ली थी॥ अ...

Read Free

अर्द्धांगिनी By padma sharma

अर्द्धांगिनी डोरबैल बजते ही मनीषा ने पहले दीवार घड़ी पर निगाह डाली। मन ही मन वह सोचने लगी कि अभी तो इनके आने का समय नहीं हुआ है। पता नहीं कौन है? दरवाजा खोलकर देखा तो अपनी प्र...

Read Free

गलतफहमी By Saroj Prajapati

शीतल काम करके बैठी ही थी। तभी उसकी पड़ोस में रहने वाली कौशल चाची उससे मिलने आई। शीतल उनको नमस्ते कर बिठाते हुए बोली "बैठो चाची! मैं आपके लिए चाय बना कर लाती हूं।" "नहीं शीतल, मैं...

Read Free

Hostel Girls (Hindi) - 10 - Last Part By Kamal Patadiya

[प्रकरण 7 : Happy Wedding & Happy Ending] सिमरन और गुरुचरण साथ में मिलकर होटल का संचालन करते है। सिमरन होटल business को प्रमोट करने के लिए बड़े-बड़े शहरो में अपने होटल की franchise...

Read Free

एक बहू ऐसी भी By r k lal

एक बहू ऐसी भी आर ० के ० लाल आज जतिन बहुत खुश एवं उत्साहित था क्योंकि उसकी पत्नी सुभद्रा विदेश से छ: माह बाद आज सुबह ही वापस आई थी। उससे इतने दिनों का विछोह सहा नह...

Read Free

हैवान बनते कुछ इंसान By टीना सुमन

पायल ,पायल ,पायल बेटा तुम्हारी फेवरेट पूरी और आलू की सब्जी बनाई है ,आ जाओ ,खाना खा लो पायल , पायल कहां हो बेटा ?मां ने फिर आवाज़ लगाई !पायल ,लाडो कहां है तू ?मां ने पूरा घर देख लिय...

Read Free

मेहंदी है रचने वाली By Saroj Prajapati

सुनीता जी के घर में खूब गहमागहमी थी। एक तरफ हलवाई लड्डू मठरी बना रहे था तो दूसरी ओर घर की सजावट के लिए फूल वाले आए हुए थे ।आज सुनीता जी की बेटी की मेहंदी की रस्म थी। तभी हलवाई ने आ...

Read Free

प्यार का रिश्ता By Sunita Agarwal

आज बहुत दिनों बाद शर्मा जी के घर जाना हुआ ।पहले तो वह हमारे घर के पास ही रहते थे तो दोनों परिवारों में घनिष्ट मित्रता थी फिर उन्होंने एक कॉलोनी में अपना घर बनवा लिया तब से वहीं रहन...

Read Free

इतना बड़ा सच - (भाग 1) By Kishanlal Sharma

कमला को गेट तक विदा करके ज्यों ही सुधा ने पीठ मोड़ी, रमा के खिलखिलाने की आवाज उसके कानों मे पड़ी थी।रमा की हंसी की आवाज सुनकर उसके कदम किचिन की तरफ बढ़ गए। किचन मेंं शिखा सब्जी काट...

Read Free

कलयुगी सीता--(अंतिम भाग) By Saroj Verma

मैं एक पुरूष हूं, तो नारी के जीवन के बारे में मैं क्या कहूं, लेकिन जो नारी एक नए जीवन को दुनिया में लाती हैं, वो कमजोर तो कभी नहीं हो सकती,बस वो मजबूती का दिखावा नहीं करती,ताकि हम...

Read Free

न्याय-एक अछूत लड़की की कथा(अंतिम भाग) By Kishanlal Sharma

"तेरा दिमाग तो खराब नही हो गया।पागलों की सी बात कर रही है।तू होश में तो है।अछूतों को मेरे घर की देहरी लांघने की इज़ज़त नही है।और तू अपनी बेटी को मेरे घर की बहू बनाने की बात कर रही है...

Read Free

खून... By Sunita Agarwal

जेल की चारदीवारी में आये हुए उसे कई महीने हो गए थेपर वह हमेशा खामोश रहती और उसे जो भी काम दिया जाता पूरे मन से उसी में लगी रहती।किसी से भी बात नहीं करती थी। जेल की दूसरी कैदी आभा न...

Read Free

भाइयो को पत्र By Yayawargi (Divangi Joshi)

डियर भैया ओर भाइयो...डेढ महीना हो गया दम घूट रहा होगा ना, जहाँ रात दिन सडको पे घूमते थे, मज़े करते थे ओर कहा सब चुप चाप घर मे केद है ये सोचके के अगर बहार जाएगे, कुछ या किसी को छु ले...

Read Free

मुखौटा - 15 - अंतिम भाग By S Bhagyam Sharma

मुखौटा अध्याय 15 हम सबको वहां देख "व्हाट ए प्लेजन्ट सरप्राइज !" कृष्णन बोला। मैं जानती थी वह जानबूझकर आया है । "मीट माय वाइफ !", उसने बड़ी अदा से अपनी पत्नी उषा का हम सबसे परिचय करा...

Read Free

वो भूली दास्तां - भाग-१९ - अंतिम भाग By Saroj Prajapati

रश्मि के जाने के बाद चांदनी को चिंतित और परेशान देख विशाल ने इसका कारण जानना चाहा तो चांदनी ने उसे सारी बातें बता दी। सुनकर विशाल ने शांत भाव से कहा "चांदनी, रश्मि सही कह रही है। त...

Read Free

क्षात्रावास By Jyoti Prakash Rai

रमेश बाजार से घर लौट रहा था तभी उसे रास्ते में राजू मिला और कहने लगा आज तू तो बड़ा जल्दी बाजार से लौट रहा है, क्यूं क्या कोई अलग योजना है क्या तेरा ?रमेश ने कहा नहीं यार मित्र आज घ...

Read Free

आजकल की छोरियां By टीना सुमन

यह आजकल की छोरियां "सुना भागवान तुमने, तुम्हारा बेटा क्या कह रहा है, अपनी मर्जी से शादी करेगा, पढ़ी-लिखी नौकरी वाली बहू लाएगा, तुम्हें नहीं पता आजकल की छोरियां, शर्म हया तो इनमें ह...

Read Free

नियति... - 5 By Apoorva Singh

ऐसा सोच मैं मन ही मन माता रानी से प्रार्थना करने लगती हूँ।और कोचिंग से घर के लिए निकल जाती हूँ।रास्ते मे हल्की बूंदाबांदी शुरू हो जाती है लेकिन इतनी नही कि भिगो सके।बारिश देख कर मै...

Read Free

वो पहला व अंतिम करवाचौथ By Saroj Prajapati

सुनो यह मेरा पहला करवाचौथ है । तो बताओ क्या दिला रहे हो मुझे!" "अरे यार हमने तो पूरा का पूरा अपने आप को तुम्हें सौंप दिया है और क्या चाहिए !" "बातें खूब बनाते हो तुम फौजी!" "तुम्हे...

Read Free

संदेश By Alok Mishra

वो थोड़ी देर मुझे अपलक देखती रही और फिर उठ कर अंदर चली गर्इ । मै जहां बैठा हूँँ यह एक झुग्गी बस्ती में झोपड़ी है । मै यहां कैसे हूँँ ? इसकी कहानी दो या तीन वाक्य की ही...

Read Free

त्रिखंडिता - 3 By Ranjana Jaiswal

त्रिखंडिता 3 अधूरी कहानी रमा को याद है हर्ष। जब पहली बार उसने उसे देखा था तो देखता रह गया था। उसके गाइड ने दोनों का परिचय कराया था। हर्ष को जब पता चला कि वह उसी के क्षेत्र की है और...

Read Free

तू मेरी परछाई मत बनना By Saroj Prajapati

मुझे ही सारा काम करना था तो तुम्हें किस लिए लेकर आया था? बहुत हो गया! आज तुम्हारे पापा को फोन करता हूं या तो आकर तुम्हें समझाएं या अपने साथ वापस ले जाएं। इस तरह एक साथ हमारा गुजारा...

Read Free

दौलत - ऐ - देह By rajendra shrivastava

कहानी-- दौलत – ऐ - देह --राजेन्‍द्र कुमार श्रीवास...

Read Free

मुर्छा हुआ फुल (भाग-1) By Kalpana Sahoo

हमेशा नारी को गलत ठेहराते हैं । कोई कुछ भी करे पर इस समाज नारी को दोषी मानती है । हरबक्त उसे ही proof देनी पडती है की में निर्दोष हुं । फिर भी कोई नहीं सुनता उसकी बात ।...

Read Free

इडली सांभर By Medha Jha

" हेल्लो, मैं नीतेश, अभी दिल्ली में हूं। सिर्फ दो दिन के लिए आया हूं। आज कल तो कभी दिल्ली, कभी बैंगलोर, कभी मुंबई - बहुत डिमांड है मेरी हर तरफ। तुमसे मिलना चाहता हूं।" " अभी थोड़ी...

Read Free

हड़ताल भी जरूरी थी By padma sharma

हड़ताल भी जरूरी थी सुबह अपने पैर पसारती जा रही थी। गैंदा बाई तेज कदमों से कॉलोनी की तरफ जा रही थी। समय का तो उसे ज्ञान नहीं था लेकिन सूरज के बढ़ते रूप और फैलती धूप को देखकर उसे लग रह...

Read Free

बिंदी और लिपस्टिक सिर्फ श्रृंगार नहीं ! By S Sinha

आलेख - बिंदी और लिपस्टिक सिर्फ श्रृंगार नहीं ! बिंदी...

Read Free

कुछ कहा अनकहा By टीना सुमन

कुछ कहा अनकहा कभी-कभी कुछ चीजें आपके बस में नहीं होती ,कोशिश करते हैं आप संवारने की ,मगर चीजें कुछ ज्यादा ही उलझ जाती है ,और आप हार मान लेते हैं ॥शायद मेनें भी हार मान ली थी॥ अ...

Read Free

अर्द्धांगिनी By padma sharma

अर्द्धांगिनी डोरबैल बजते ही मनीषा ने पहले दीवार घड़ी पर निगाह डाली। मन ही मन वह सोचने लगी कि अभी तो इनके आने का समय नहीं हुआ है। पता नहीं कौन है? दरवाजा खोलकर देखा तो अपनी प्र...

Read Free

गलतफहमी By Saroj Prajapati

शीतल काम करके बैठी ही थी। तभी उसकी पड़ोस में रहने वाली कौशल चाची उससे मिलने आई। शीतल उनको नमस्ते कर बिठाते हुए बोली "बैठो चाची! मैं आपके लिए चाय बना कर लाती हूं।" "नहीं शीतल, मैं...

Read Free

Hostel Girls (Hindi) - 10 - Last Part By Kamal Patadiya

[प्रकरण 7 : Happy Wedding & Happy Ending] सिमरन और गुरुचरण साथ में मिलकर होटल का संचालन करते है। सिमरन होटल business को प्रमोट करने के लिए बड़े-बड़े शहरो में अपने होटल की franchise...

Read Free

एक बहू ऐसी भी By r k lal

एक बहू ऐसी भी आर ० के ० लाल आज जतिन बहुत खुश एवं उत्साहित था क्योंकि उसकी पत्नी सुभद्रा विदेश से छ: माह बाद आज सुबह ही वापस आई थी। उससे इतने दिनों का विछोह सहा नह...

Read Free

हैवान बनते कुछ इंसान By टीना सुमन

पायल ,पायल ,पायल बेटा तुम्हारी फेवरेट पूरी और आलू की सब्जी बनाई है ,आ जाओ ,खाना खा लो पायल , पायल कहां हो बेटा ?मां ने फिर आवाज़ लगाई !पायल ,लाडो कहां है तू ?मां ने पूरा घर देख लिय...

Read Free

मेहंदी है रचने वाली By Saroj Prajapati

सुनीता जी के घर में खूब गहमागहमी थी। एक तरफ हलवाई लड्डू मठरी बना रहे था तो दूसरी ओर घर की सजावट के लिए फूल वाले आए हुए थे ।आज सुनीता जी की बेटी की मेहंदी की रस्म थी। तभी हलवाई ने आ...

Read Free

प्यार का रिश्ता By Sunita Agarwal

आज बहुत दिनों बाद शर्मा जी के घर जाना हुआ ।पहले तो वह हमारे घर के पास ही रहते थे तो दोनों परिवारों में घनिष्ट मित्रता थी फिर उन्होंने एक कॉलोनी में अपना घर बनवा लिया तब से वहीं रहन...

Read Free

इतना बड़ा सच - (भाग 1) By Kishanlal Sharma

कमला को गेट तक विदा करके ज्यों ही सुधा ने पीठ मोड़ी, रमा के खिलखिलाने की आवाज उसके कानों मे पड़ी थी।रमा की हंसी की आवाज सुनकर उसके कदम किचिन की तरफ बढ़ गए। किचन मेंं शिखा सब्जी काट...

Read Free

कलयुगी सीता--(अंतिम भाग) By Saroj Verma

मैं एक पुरूष हूं, तो नारी के जीवन के बारे में मैं क्या कहूं, लेकिन जो नारी एक नए जीवन को दुनिया में लाती हैं, वो कमजोर तो कभी नहीं हो सकती,बस वो मजबूती का दिखावा नहीं करती,ताकि हम...

Read Free

न्याय-एक अछूत लड़की की कथा(अंतिम भाग) By Kishanlal Sharma

"तेरा दिमाग तो खराब नही हो गया।पागलों की सी बात कर रही है।तू होश में तो है।अछूतों को मेरे घर की देहरी लांघने की इज़ज़त नही है।और तू अपनी बेटी को मेरे घर की बहू बनाने की बात कर रही है...

Read Free

खून... By Sunita Agarwal

जेल की चारदीवारी में आये हुए उसे कई महीने हो गए थेपर वह हमेशा खामोश रहती और उसे जो भी काम दिया जाता पूरे मन से उसी में लगी रहती।किसी से भी बात नहीं करती थी। जेल की दूसरी कैदी आभा न...

Read Free

भाइयो को पत्र By Yayawargi (Divangi Joshi)

डियर भैया ओर भाइयो...डेढ महीना हो गया दम घूट रहा होगा ना, जहाँ रात दिन सडको पे घूमते थे, मज़े करते थे ओर कहा सब चुप चाप घर मे केद है ये सोचके के अगर बहार जाएगे, कुछ या किसी को छु ले...

Read Free

मुखौटा - 15 - अंतिम भाग By S Bhagyam Sharma

मुखौटा अध्याय 15 हम सबको वहां देख "व्हाट ए प्लेजन्ट सरप्राइज !" कृष्णन बोला। मैं जानती थी वह जानबूझकर आया है । "मीट माय वाइफ !", उसने बड़ी अदा से अपनी पत्नी उषा का हम सबसे परिचय करा...

Read Free

वो भूली दास्तां - भाग-१९ - अंतिम भाग By Saroj Prajapati

रश्मि के जाने के बाद चांदनी को चिंतित और परेशान देख विशाल ने इसका कारण जानना चाहा तो चांदनी ने उसे सारी बातें बता दी। सुनकर विशाल ने शांत भाव से कहा "चांदनी, रश्मि सही कह रही है। त...

Read Free

क्षात्रावास By Jyoti Prakash Rai

रमेश बाजार से घर लौट रहा था तभी उसे रास्ते में राजू मिला और कहने लगा आज तू तो बड़ा जल्दी बाजार से लौट रहा है, क्यूं क्या कोई अलग योजना है क्या तेरा ?रमेश ने कहा नहीं यार मित्र आज घ...

Read Free

आजकल की छोरियां By टीना सुमन

यह आजकल की छोरियां "सुना भागवान तुमने, तुम्हारा बेटा क्या कह रहा है, अपनी मर्जी से शादी करेगा, पढ़ी-लिखी नौकरी वाली बहू लाएगा, तुम्हें नहीं पता आजकल की छोरियां, शर्म हया तो इनमें ह...

Read Free