hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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कामवाली बाई - भाग(१४) By Saroj Verma

इधर पुलिस की तहकीकात जारी थी,पुलिस को भी समझ नहीं आ रहा था कि ये सब किसने किया,जब गार्गी थोड़ी स्वस्थ हुई तो उससे पूछताछ की गई,तब वह बोली..... हम सब तो बर्थडे के बाद खाना खाकर लेट ग...

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पहला प्यार--नही भुला पाती - 2 By Kishanlal Sharma

आशा बोलते हुए रुकी।उसने कामिनी की।तरफ देखा।कामिनी ध्यान से उसकी बात सुन रही थी।आशा फिर बोली,"तुम स्वंय एक औरत हो इसलिय औरत के दर्द को अच्छी तरह समझ सकती हो।तुम ऐसा.काम मत करना.जिसस...

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खूबसूरत यादें By दिनू

कुछ रिश्ते कैसे बन जाते हैं । मालूम नहीं पड़ता । कब कौन कैसे कहा हमारे करीब आ जाता है सब कुछ इतना जल्दी हो जाता है हम कुछ सोच ही नहीं पाते । वो हमारे सोच पर हावी हो जाती है दिल करत...

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सात फेरे By Vaidehi Vaishnav

(नमस्कार प्रिय पाठकों (मित्रों) मेरे द्वारा लिखी यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक हैं । किसी भी व्यक्ति का नाम या कहानी का कोई क़िस्सा सयोंग ही होगा। कहानी के शीर्षक के आधार पर जो सात वचन...

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यूं गल रही हैं हसरतें By Sharovan

यूं गल रहीं हैं हसरतें कहानी/शरोवन यूं तो हर किसी को अपने घाव गहरे नज़र आते हैं, मगर मानसिकता के तौर पर मिले हुये ज़ख्मों से टपकता हुआ खून जब दिल की किताब पर तकदीर की एक दूसरी कहान...

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सच में हमारा देश बदल रहा है ? By Bindu

आज आजादी की 75 साल बीत गए हैं और हम लोग आज भी यह नारा लगाते हैं कि हम आजाद हैं जो कभी कभी अरे नहीं नहीं कई बार कई औरतों को देखकर मुझे लगता है कि क्या सही में हम आजाद है आज गुजरात म...

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करवाचौथ By धरमा

करवा चौथ सुनो ना , सीमा ने प्यार से पति रवि के कंधे पर सिर रखते हुए कहा ... " करवा चौथ मे सिर्फ तीन दिन रह गए है । क्या उपहार चाहिए तुम्हें । " रवि ने सीमा की बात बीच मे काटते हुए...

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मेरे घर का रास्ता By Sharovan

‘एक बात बतायेंगे आप?’‘क्या?’‘आप पुनर्जन्म पर विश्वास करते हैं?’‘कभी नहीं।’ दिनकर दृढ़ता से बोला।‘मैं तो करती हूँ और मेरे पास प्रभाण भी है।’‘कैसे?’‘आपकी पहली पत्नी सीता फिर से जीवित...

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हमने दिल दे दिया - अंक २१ By VARUN S. PATEL

    तीनो दोस्त ख़ुशी के घर के पीछे की और पहुचते है जहा से पिछली बार ख़ुशी को लेने अंश और अशोक आए हुए थे | ख़ुशी अपने घर की छत से होकर जैसे पहली बार निचे आई थी वैसे ही निचे आती है |   ...

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कहानी एक स्त्री के आत्म सम्मान की By धरमा

एक शादीशुदा स्त्री, जब किसी पुरूष से मिलती है, उसे जाने अनजाने मे अपना दोस्त बनाती है. तो वो जानती है की न तो वो उसकी हो सकती है और न ही वो उसका हो सकता है. वो उसे पा भी नही सकती औ...

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करवाचौथ (चंदा तेरे कितने रूप) By दिनू

करवा चौथ... चंदा तेरे कितने रूप!!!चंद्रमा पूजनीय है क्योंकि हमारे शास्त्रों में चंदा को ब्रह्माजी का मानस पुत्र कहा गया है। चंद्रमा को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त है , इसलिए सुहाग...

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पुष्प लता की अधखिली कली By धरमा

एक सामान्य स्वप्न ले कर जीने वाली लड़की।एक मध्यमवर्गीय परिवार की बेटी जिसने अभी जीना शुरू भी नहीं किया था कि जला कर मार दी गयी। क्यों ? क्योंकि किसी राक्षस का दिल आ गया था उसपर !उस...

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चरित्रहीन By Devika Singh

"क्या हुआ ?",बॉस के चैम्बर से बाहर निकली अनुभूति के चेहरे पर उड़ती हवाइयाँ देखकर साथ ही काम करने वाली काया ने पूछा। "पता नहीं यार ,लॉक डाउन के बाद बॉस बिना वजह ही नाराज़ होते रहते है...

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पत्थर दिल... By Saroj Verma

आज रामरतन उपाध्याय जी बहुत खुश थे क्योंकि आज ही उन्होंने वी.डी.ओ.के पद का कार्यभार सम्भाला था और वो अपनी आँफिस की गाड़ी में उन गाँवों का दौरा करने जा रहे थे जो उनके अण्डर में थे,पहल...

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लंबी दुरी के रिश्ते By Devika Singh

आठ साल की रिलेशनशिप के बाद हम दोनों शादी करने वाले थे। लेकिन इसी बीच मैंने अपने बॉयफ्रेंड को मेरी एक्‍स बेस्‍टी के साथ फ्लर्ट करते देख लिया। पता चला कि वह हम दोनों को ही धोखा दे रह...

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वेश्या से वाईफ तक By Devika Singh

आज हम दोनों एक खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। परन्तु ना मैंने आज तक उससे उसके वेश्यावृत्ति के बारे पुछा है और मैं अब पुछना भी नहीं चाहता हूं । मेरे लिए ये कभी मायने नहीं रखता कि लड़की क...

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सुहागिनें--(मोहन राकेश की कहानी) By Saroj Verma

कमरे में दाख़िल होते ही मनोरमा चौंक गई. काशी उसकी साड़ी का पल्ला सिर पर लिए ड्रेसिंग टेबल के पास खड़ी थी. उसके होंठ लिपस्टिक से रंगे थे और चेहरे पर बेहद पाउडर पुता था, जिससे उसका सा...

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एक महिला कहानी By Devika Singh

मेरा नाम गरिमा है, मैं मुम्बई में अपनी दोस्त नेहा के साथ रहती हूं। हां मैं एक लेस्बियन हूं। मुझे यह स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं है कि मैं एक समलैंगिक हूं। यह फैसला मेरा था, मेरी...

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एक अनोखी प्रेम कहानी By दिनू

एक अनोखी प्रेम कहानी गाँव के बच्चे नारायणी को काकी कहते हैं। पहले नारायणी कभी निराश नहीं दिखती थी। जब से उसका पति भूरा बढ़ई बीमार पड़ा है, तभी से वह खोई-खोई रहती है। पति की सेवा-सुश्...

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औरत का त्रिया चरित्र By धरमा

एक प्यासा आदमी एक कुएं के पास गया, जहां एक जवान औरत पानी भर रही थी. उस आदमी ने औरत से थोड़ा पानी पिलाने के लिए कहा खुशी से उस औरत ने उसे पानी पिलाया। पानी पीने के बाद उस आदमी ने और...

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निर्वाण--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

दिन बीत रहे थे अब भामा ने धर्मी से भी मिलना जुलना छोड़ दिया था,बस ड्यूटी के बाद खामोश सी अपने कमरें में पड़ी रहती,वो दिनबदिन ज्यादा सोचने के कारण कमजोर भी होती जा रही थी,उसे ना अब अप...

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हाड़ी रानी सहल कंवर By दिनू

हाड़ी रानी सहल कंवर -नाम- बून्दी इतिहास में हाड़ी रानी का नाम सलेह कंवर या सहल कंवर मिलता है।कविराजा श्यामलदास द्वारा रचित वीर विनोद में हाड़ी रानी का नाम कुँवरा बाई का उल्लेख है।जबकि...

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चरित्रहीन - (भाग-19) - अंतिम भाग By सीमा बी.

चरित्रहीन.......(भाग--19)यहाँ तक की अपनी कहानी वसुधा जी ने सुनायी.....मैं तन्वी एक पत्रकार हूँ, जो वसुधा पाठक की उपलब्धियों की वजह से आयी तो उनका इंटरव्यू लेने थी...वो तो मैंने ले...

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निर्वासित By Asha Parashar

हमेशा की तरह राधे बाबू ने दुकान का शटर ऊँचा किया और दहलीज को छू कर दोनों हाथ जोड़ माथे से लगा लिये। अन्दर आ दीवार में बने आले में लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों के आगे जलती हुई अगरबत्ती...

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अशोक वाटिका की सीता - 3 By Darshana

सीता मै जिसे प्रारब्ध अशोक वाटिका में लाया:-जानकी के दृढ़ निश्चय को सुन रावण का मन भी क्रोध से डोलने लगा। पर सीता का विश्वास अनंत स्तंभ सा कठोर उसके मुख के तेज से शोभित होने लगा। क...

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कोयला भई ना राख--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

स्त्री का घर नहीं होता, वो तो शरणार्थी है. ये सब बचपन से सुनते आ रही थी कि बेटी पराया धन है, बेटे वंशधर होते है,स्त्री के पास अपना कुछ नहीं होता-ना घर ना सरनेम ना परिवार ना इज़्ज़त...

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कामवाली बाई - भाग(१४) By Saroj Verma

इधर पुलिस की तहकीकात जारी थी,पुलिस को भी समझ नहीं आ रहा था कि ये सब किसने किया,जब गार्गी थोड़ी स्वस्थ हुई तो उससे पूछताछ की गई,तब वह बोली..... हम सब तो बर्थडे के बाद खाना खाकर लेट ग...

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पहला प्यार--नही भुला पाती - 2 By Kishanlal Sharma

आशा बोलते हुए रुकी।उसने कामिनी की।तरफ देखा।कामिनी ध्यान से उसकी बात सुन रही थी।आशा फिर बोली,"तुम स्वंय एक औरत हो इसलिय औरत के दर्द को अच्छी तरह समझ सकती हो।तुम ऐसा.काम मत करना.जिसस...

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खूबसूरत यादें By दिनू

कुछ रिश्ते कैसे बन जाते हैं । मालूम नहीं पड़ता । कब कौन कैसे कहा हमारे करीब आ जाता है सब कुछ इतना जल्दी हो जाता है हम कुछ सोच ही नहीं पाते । वो हमारे सोच पर हावी हो जाती है दिल करत...

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सात फेरे By Vaidehi Vaishnav

(नमस्कार प्रिय पाठकों (मित्रों) मेरे द्वारा लिखी यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक हैं । किसी भी व्यक्ति का नाम या कहानी का कोई क़िस्सा सयोंग ही होगा। कहानी के शीर्षक के आधार पर जो सात वचन...

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यूं गल रही हैं हसरतें By Sharovan

यूं गल रहीं हैं हसरतें कहानी/शरोवन यूं तो हर किसी को अपने घाव गहरे नज़र आते हैं, मगर मानसिकता के तौर पर मिले हुये ज़ख्मों से टपकता हुआ खून जब दिल की किताब पर तकदीर की एक दूसरी कहान...

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सच में हमारा देश बदल रहा है ? By Bindu

आज आजादी की 75 साल बीत गए हैं और हम लोग आज भी यह नारा लगाते हैं कि हम आजाद हैं जो कभी कभी अरे नहीं नहीं कई बार कई औरतों को देखकर मुझे लगता है कि क्या सही में हम आजाद है आज गुजरात म...

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करवाचौथ By धरमा

करवा चौथ सुनो ना , सीमा ने प्यार से पति रवि के कंधे पर सिर रखते हुए कहा ... " करवा चौथ मे सिर्फ तीन दिन रह गए है । क्या उपहार चाहिए तुम्हें । " रवि ने सीमा की बात बीच मे काटते हुए...

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मेरे घर का रास्ता By Sharovan

‘एक बात बतायेंगे आप?’‘क्या?’‘आप पुनर्जन्म पर विश्वास करते हैं?’‘कभी नहीं।’ दिनकर दृढ़ता से बोला।‘मैं तो करती हूँ और मेरे पास प्रभाण भी है।’‘कैसे?’‘आपकी पहली पत्नी सीता फिर से जीवित...

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हमने दिल दे दिया - अंक २१ By VARUN S. PATEL

    तीनो दोस्त ख़ुशी के घर के पीछे की और पहुचते है जहा से पिछली बार ख़ुशी को लेने अंश और अशोक आए हुए थे | ख़ुशी अपने घर की छत से होकर जैसे पहली बार निचे आई थी वैसे ही निचे आती है |   ...

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कहानी एक स्त्री के आत्म सम्मान की By धरमा

एक शादीशुदा स्त्री, जब किसी पुरूष से मिलती है, उसे जाने अनजाने मे अपना दोस्त बनाती है. तो वो जानती है की न तो वो उसकी हो सकती है और न ही वो उसका हो सकता है. वो उसे पा भी नही सकती औ...

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करवा चौथ... चंदा तेरे कितने रूप!!!चंद्रमा पूजनीय है क्योंकि हमारे शास्त्रों में चंदा को ब्रह्माजी का मानस पुत्र कहा गया है। चंद्रमा को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त है , इसलिए सुहाग...

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पत्थर दिल... By Saroj Verma

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सुहागिनें--(मोहन राकेश की कहानी) By Saroj Verma

कमरे में दाख़िल होते ही मनोरमा चौंक गई. काशी उसकी साड़ी का पल्ला सिर पर लिए ड्रेसिंग टेबल के पास खड़ी थी. उसके होंठ लिपस्टिक से रंगे थे और चेहरे पर बेहद पाउडर पुता था, जिससे उसका सा...

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एक अनोखी प्रेम कहानी गाँव के बच्चे नारायणी को काकी कहते हैं। पहले नारायणी कभी निराश नहीं दिखती थी। जब से उसका पति भूरा बढ़ई बीमार पड़ा है, तभी से वह खोई-खोई रहती है। पति की सेवा-सुश्...

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औरत का त्रिया चरित्र By धरमा

एक प्यासा आदमी एक कुएं के पास गया, जहां एक जवान औरत पानी भर रही थी. उस आदमी ने औरत से थोड़ा पानी पिलाने के लिए कहा खुशी से उस औरत ने उसे पानी पिलाया। पानी पीने के बाद उस आदमी ने और...

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हाड़ी रानी सहल कंवर By दिनू

हाड़ी रानी सहल कंवर -नाम- बून्दी इतिहास में हाड़ी रानी का नाम सलेह कंवर या सहल कंवर मिलता है।कविराजा श्यामलदास द्वारा रचित वीर विनोद में हाड़ी रानी का नाम कुँवरा बाई का उल्लेख है।जबकि...

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चरित्रहीन - (भाग-19) - अंतिम भाग By सीमा बी.

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हमेशा की तरह राधे बाबू ने दुकान का शटर ऊँचा किया और दहलीज को छू कर दोनों हाथ जोड़ माथे से लगा लिये। अन्दर आ दीवार में बने आले में लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों के आगे जलती हुई अगरबत्ती...

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सीता मै जिसे प्रारब्ध अशोक वाटिका में लाया:-जानकी के दृढ़ निश्चय को सुन रावण का मन भी क्रोध से डोलने लगा। पर सीता का विश्वास अनंत स्तंभ सा कठोर उसके मुख के तेज से शोभित होने लगा। क...

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कोयला भई ना राख--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

स्त्री का घर नहीं होता, वो तो शरणार्थी है. ये सब बचपन से सुनते आ रही थी कि बेटी पराया धन है, बेटे वंशधर होते है,स्त्री के पास अपना कुछ नहीं होता-ना घर ना सरनेम ना परिवार ना इज़्ज़त...

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