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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • रानी दुर्गावती

    मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490...

  • लाज...

    ये कहानी लगभग आज से पचास साल पहले की है,जो मेरी नानी ने मुझे सुनाई थी,उनके समय म...

  • वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़

    राष्ट्रगौरव दुर्गादास राठौड़सालवा से शिप्रा तट तक का सफरहिंदुगौरव रणबंका राठौड़समय...

रानी दुर्गावती By DINESH KUMAR KEER

मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490 साल पूरे हो गए हैं। मुगलों के आक्रमण के दौर में जौहर की इस कहानी के बारे में कम लोग ही जानते हैं।छह...

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अनोखी शादी By DINESH KUMAR KEER

लाइफ में तीन सौतन की एंट्री   अपने पति के लिए तीन सौतन ढूंढ रही है ये पत्नी, बत्तीस हजार वेतन भी देगी; वजह जानकर दंग रह जाएंगे आप दुनिया की कोई भी महिला नहीं चाहेगी कि उसकी जी...

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जाबाला सी विवश वो औरत By Yogesh Kanava

वही साप्ताहिक और वही वही डी फोर कोच और वही समय। अपने निर्धारित समय पर घर से निकलने का उपक्रम और ऑटो का इंतजार । यही तो होता है मेरा साप्ताहिक क्रम आज भी मैं यूं ही कुछ सोच रहा था य...

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लाज... By Saroj Verma

ये कहानी लगभग आज से पचास साल पहले की है,जो मेरी नानी ने मुझे सुनाई थी,उनके समय में ऐसा हुआ था... तो कहानी कुछ इस प्रकार है.... "बिंदिया!पता है मैं क्या सोच रहा था?,"बिंदिया के पति...

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वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़ By DINESH KUMAR KEER

राष्ट्रगौरव दुर्गादास राठौड़सालवा से शिप्रा तट तक का सफरहिंदुगौरव रणबंका राठौड़समय – सोहलवीं – सतरवी शताब्दीचित्र – वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़स्थान – मारवाड़ राज्यवीर दुर्गादास राठौड...

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घुटन By Saroj Prajapati

"मम्मी, 4:00 बज गए । आपको कीर्तन में नहीं जाना।""जाना तो है बहू लेकिन 5:00 बजे तेरे पापा जी चाय पीते हैं। चाय पिलाकर ही चली जाऊंगी।" "मम्मी जी, क्या मुझे चाय बनानी नहीं आती!!" "अरे...

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प्रेम पत्र... By Saroj Verma

जीवन में किसी ना किसी को कभी ना कभी प्रेम अवश्य होता है और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इन्सान प्रेम पत्र का सहारा लेता है,जब आपको कोई चाहता हो और आपको ये मालूम हो जाएं तो उस...

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माँ की ममता By DINESH KUMAR KEER

माँशाम के साढे़ छह..... पौने सात बजे का समय रहा होगा। एक अनीश नाम का लड़का, दुकान पर आता है, गांव का रहने वाला था, वह चतुर व चालाक था।उसका बातें करने का तरीका गांव वालों की तरह का...

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औरत एक शक्ति - भाग 4 By Shubhi Gupta

शिव्या को घर आये हुए एक हफ्ता हो गया था.। इस बीच केशव के बेहेवियर मे कोई अंतर नहीं आया था। उसका रोज का घर आना और पीके तमाशा करना। लिकेन आज तो उसने हद ही कर दी थी। पंखुरी सुबह काम प...

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नारी तेरे रूप अनेक By DINESH KUMAR KEER

  एक महिला को सब्जी मंडी जाना था। उसने जूट का बैग लिया और सड़क के किनारे सब्जी मंडी की और चल पड़ी। तभी पीछे से एक रिक्शा वाले ने आवाज़ दी: "कहाँ जायेंगी माता जी...?'' म...

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भारतीय वीरांगना महारानी अहिल्याबाई By नीतू रिछारिया

महारानी अहिल्याबाई इन्दौर के राजाधिराज खण्डेराव की राजरानी और मल्हारराव होल्कर की पुत्रवधू थीं।सतरहवीं सदी के समाप्त होने पर मराठों ने जोर पकड़ा। हिन्दूपदपादशाही की स्थापना का आरम्भ...

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दो कप चाय By Sarita Rawat

  उठ जा सुबह हो गयी कितना सोएगा ? उमा ने तीसरी आवाज़ लगाते हुए कहा।शुभ अनमना सा मन लिए बिस्तर पर उठ कर बैठ गया । उमा उसके पास आई और सर पर हाथ फेरते हुए बोली " मुँह क्यो फुला रहा है,...

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राजपूत काल में महिलाओं का योगदान By DINESH KUMAR KEER

[?] *रूठी रानी* *यों तो रूठी रानी के नाम से उमा दे* को जाना जाता है पर भीलवाड़ा जिले के *मेनाल में रूठी रानी का महल*स्थित है जिसके लिए माना जाता है कि यह महल रानी *सुहावा देवी*का ह...

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नारी गौरव By नंदलाल मणि त्रिपाठी

पंडित जमुना प्रसाद लखीसराय गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में माने जाते थे लखीसराय वैसे भी धनाढ्य और विद्वत लोंगो का गांव था गांव में सभी जाति के लोग थे जोअपने परिश्रम से साक्षर शिक...

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दतिया की बुंदेला क्षत्राणी रानी सीता जू - 10 By Ravi Thakur

10 इंद्रजीत के राज्याभिषेक के अवसर पर, रामसिंह के सौतेले भाई रघुनाथ सिंह ने मुगल दरबार में दतिया की गद्दी पर अपना दावा प्रस्तुत किया, किंतु एक बार फिर, ओरछा महाराज के हस्तक्षेप से...

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गाँव की छोरी By DINESH KUMAR KEER

पहली बार इन्हें गाँव से शहर लाया । ये शहर देख कर आश्चर्य चकित थीं और मैं इनकी ख़ुशी को देख कर एकदम चित । मैं ढाल रहा था इन्हें जीवन शैली में और ये ढल रहीं थी बिना किसी आर्गुमेंट के...

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पहचान खोजती लड़की By Yogesh Kanava

पहचान खोजती लड़की केरल के हसीन तटों पर वो अकेली ना जाने क्या खोज रही थी। बस जो भी मिलता था उससे वो पूछती जाती थी और अपनी एक छोटी सी डायरी में लिख लेती थी। रोहित का मन हुआ कि वो इससे...

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सतरंगी दोस्ती By उषा जरवाल

         दिसंबर का महीना मेरे परिवार के लिए उत्सव का महीना होता है क्योंकि मेरे दोनों बच्चों का जन्मदिन और शादी की सालगिरह भी इसी महीने में आती है | 9 दिसंबर, मेरी शादी की सालगिरह...

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माँ (जिसके बिना हमारा अस्तित्व नहीं) By सीमा

माँ : जिसके बिना हमारा अस्तित्व नहींमाँ एक मिश्री घुला शब्द है जिसकी व्याख्या नहीं हो सकती । वह एक ऐसी शख्सियत है जो हर कीमत पर संतान का साथ देती है। स्नेह और देखभाल का इससे बड़ा द...

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बेटी की व्यथा... By Saroj Verma

आप सब मुझको पहचानते तो होगें ही,लेकिन बिना नाम के कैसें पहचानेगे भला! तो मैं आप सबको बता दूँ,मैं वही हूँ यशोदा की बेटी हूँ,जिसे ना तो मेरे पिता नंद ने बचाया और ना ही पिता वासुदेव न...

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रानी दुर्गावती By सीमा

मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490 साल पूरे हो गए हैं। मुगलों के आक्रमण के दौर में जौहर की इस कहानी के बारे में कम लोग ही जानते हैं।छह...

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डॉ. शीतल By B M

तुम्हे गाने पसंद है। हा थोडे बहुत पर, ज्यादा नही। कहते हे की, संगीत दुनिया का वो वरदान है जो जीवन को आनंदमय तथा बहुत ही मजेदार बना देता है। सात राग का जो विज्ञान है, वो अदभूत है। ए...

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ढाबे की वो खाट By Yogesh Kanava

ढाबे की वो खाट सरकारी काम होने के कारण अहमदाबाद जाना बेहद ज़रूरी था। सीजन के कारण किसी भी ट्रेन में टिकट नहीं मिल सका था। तत्काल में भी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। आखि़र हारकर ए...

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आशीर्वाद By Yogesh Kanava

आशीर्वादरात देर से सोने के कारण सुबह आज आँख जरा सी देर से खुली, और खुली भी क्या बल्कि मोबाइल की घण्टी ने आँखे ज़बरदस्ती खोल दी। मन में खीज हो रही थी कि इतनी सुबह-सुबह कौन है जिसको ख...

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कोठेवाली... By Saroj Verma

दिल्ली मेरठ हाइवे पर एक औरत रहती थीं,अगल बगल कुछ खेत थे और उन खेतों के बीच में एक घर था ,जो उस औरत का था,कहते हैं कि वो खेत भी उसी के थे,जिनसे वो अपना गुजारा करती थी,हाइवें पर गुजर...

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दहक By Yogesh Kanava

दहक फेमिली कोर्ट का कमरा खचाखच भरा था । आज कुल दस केस की सुनवाई थी । इधर नीलोत्पल आखिरी कौशिश करना चाह रहा था अपनी गृृहस्थी को बचाने के लिए लेकिन नीलिमा टस से मस नहीं हो रही थी वो...

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मर्द की शर्म... By Saroj Verma

"सर!हमें सिंहपुर जाना होगा,सुना है उस लाखन सिंह डकैत का वहीं आना जाना है",हवलदार खूबचन्द ने इन्सपेक्टर अखिलेश यादव से कहा.... "लाखन...!सिंहपुर आता है,वो भला क्यों?उसका वहाँ कोई सगा...

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रक्षाबन्धन By DINESH KUMAR KEER

रक्षाबंधन का त्योहार पर एक कृतिप्यारा सा रक्षाबंधन का त्योहार आया, भाई-बहन के रिश्तों का त्योहार आया, श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि पर आया,उमंग, हर्ष व उल्लास जो साथ में लाया,प्यारा...

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फाइल By Yogesh Kanava

फाइल कोई चार बजे होंगे, सरकारी दफ्तरों में प्राय चार बजे ही शाम होने लगती है या यूं कहें कि लोग मान लेते हैं कि शाम हो गई है बस तभी सी अपनी टेबल साफ करने लग जाते हैं । पेंडिग फाइलो...

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एक लड़की अनजानी सी By DINESH KUMAR KEER

एक लड़की अनजानी सीपरसो रात्रि करीबन साढ़े ग्यारह बजे मे आॅफिस से घर को बाइक से निकला ही था की कुछ ही दूरी पर एक लडकी नजर आई सलवार सूट पहने मदद का हाथ लिए इशारे से... मैने बाइक रोकी...

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मौहब्बत की किताब... By Saroj Verma

वो कटघरें में दाखिल हुई तो उससे वकील साहिबा ने पूछा... "क्या नाम है तुम्हारा?और तुम इन हालातों तक कैसें पहुँची?" "जी!मैं आज सब कुछ सच सच कहूँगी,कुछ भी झूठ नहीं कहूँगी",वो युवती बोल...

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थप्पड़!! By Madhu

एक जगह (नाम तिलसवा उत्तर प्रदेश का छोटा सा गाँव) कुछ औरते आपस में बाते कर रही थी या शायद किसी कि बुराई वो भी किसी के घर कि बहुरिया के बारे मा,,,, एक औरत अरे सुनो कमलिया के री अम्मा...

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शब्दों की चोरनी By Sharovan

शब्दों की चोरनी कहानी / शरोवन *** '?'- इस पर अंजना कुछ भी नहीं बोली. वह अपनी मुस्कान बिखेरते हुए किचिन में चली गई. जाते-जाते उसने बाहर आंगन में देखा तो पतझड़ की पीली पत्तियो...

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जीत का दिन By Yogesh Kanava

रोहित अच्छा खासा हैण्डसम, लम्बा गोरा चिट्टा एकदम अंग्रेज सा लगता था। अच्छा खासा जॉब, एक मल्टी नेशनल कम्पनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर्स का मैनेजर और रोहिणी वो भी तो कम सुन्दर नहीं है ना...

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गुलाबो - भाग 11 By Neerja Pandey

पिछले भाग में आपने पढ़ा विजय अम्मा के बुलाने से घर आता है। गुलाबो के लिए वो सब से छुपा कर साज श्रृंगार का सामान लाता है। वो गुलाबो को उसे दे नही पाता अम्मा बीच में आ जाती हैं। अब आ...

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नीचिया की लुगाई और कजली By Yogesh Kanava

सरकारी काम से भावेश को राजकोट के दूरदराज के गांवों में कार्य प्रगति को देखने के लिए जाना पड़ा । सरकारी गाड़ी थी, ड्राइवर था लेकिन न जाने क्यों भावेश एक दम अकेला सा महसूस कर रहा था...

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पिंजरा... By Saroj Verma

बहुत सिफारिश के बाद एक कस्बें में मुझे नौकरी मिल गई तो वहाँ जाकर रहने का मसला पैदा हो गया,इसलिए कुछ दिनों के लिए मैनें एक मंदिर की धर्मशाला में शरण ली,दिनभर दफ्तर में काम-काज करता...

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फातिमा बीबी By Jagruti Vakil

फातिमा बीबी [जन्म 30 अप्रैल 1927]सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश हैं। वे वर्ष 1989 में इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्हें 3 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मान...

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मधुरिका By Yogesh Kanava

मधुरिका जी आज ज़ोर-ज़ोर से बोले जा रही थी और निलय उन्हें चुप करवाने की कोशिश कर हरे थे वो लगातर कहे जा रही थी मेरी किसी को परवाह नही है, कोई भी मेरे साथ नही है और तुम --- तुम तो पूरी...

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रानी दुर्गावती By DINESH KUMAR KEER

मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490 साल पूरे हो गए हैं। मुगलों के आक्रमण के दौर में जौहर की इस कहानी के बारे में कम लोग ही जानते हैं।छह...

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अनोखी शादी By DINESH KUMAR KEER

लाइफ में तीन सौतन की एंट्री   अपने पति के लिए तीन सौतन ढूंढ रही है ये पत्नी, बत्तीस हजार वेतन भी देगी; वजह जानकर दंग रह जाएंगे आप दुनिया की कोई भी महिला नहीं चाहेगी कि उसकी जी...

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जाबाला सी विवश वो औरत By Yogesh Kanava

वही साप्ताहिक और वही वही डी फोर कोच और वही समय। अपने निर्धारित समय पर घर से निकलने का उपक्रम और ऑटो का इंतजार । यही तो होता है मेरा साप्ताहिक क्रम आज भी मैं यूं ही कुछ सोच रहा था य...

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लाज... By Saroj Verma

ये कहानी लगभग आज से पचास साल पहले की है,जो मेरी नानी ने मुझे सुनाई थी,उनके समय में ऐसा हुआ था... तो कहानी कुछ इस प्रकार है.... "बिंदिया!पता है मैं क्या सोच रहा था?,"बिंदिया के पति...

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वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़ By DINESH KUMAR KEER

राष्ट्रगौरव दुर्गादास राठौड़सालवा से शिप्रा तट तक का सफरहिंदुगौरव रणबंका राठौड़समय – सोहलवीं – सतरवी शताब्दीचित्र – वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़स्थान – मारवाड़ राज्यवीर दुर्गादास राठौड...

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घुटन By Saroj Prajapati

"मम्मी, 4:00 बज गए । आपको कीर्तन में नहीं जाना।""जाना तो है बहू लेकिन 5:00 बजे तेरे पापा जी चाय पीते हैं। चाय पिलाकर ही चली जाऊंगी।" "मम्मी जी, क्या मुझे चाय बनानी नहीं आती!!" "अरे...

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प्रेम पत्र... By Saroj Verma

जीवन में किसी ना किसी को कभी ना कभी प्रेम अवश्य होता है और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इन्सान प्रेम पत्र का सहारा लेता है,जब आपको कोई चाहता हो और आपको ये मालूम हो जाएं तो उस...

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माँ की ममता By DINESH KUMAR KEER

माँशाम के साढे़ छह..... पौने सात बजे का समय रहा होगा। एक अनीश नाम का लड़का, दुकान पर आता है, गांव का रहने वाला था, वह चतुर व चालाक था।उसका बातें करने का तरीका गांव वालों की तरह का...

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औरत एक शक्ति - भाग 4 By Shubhi Gupta

शिव्या को घर आये हुए एक हफ्ता हो गया था.। इस बीच केशव के बेहेवियर मे कोई अंतर नहीं आया था। उसका रोज का घर आना और पीके तमाशा करना। लिकेन आज तो उसने हद ही कर दी थी। पंखुरी सुबह काम प...

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नारी तेरे रूप अनेक By DINESH KUMAR KEER

  एक महिला को सब्जी मंडी जाना था। उसने जूट का बैग लिया और सड़क के किनारे सब्जी मंडी की और चल पड़ी। तभी पीछे से एक रिक्शा वाले ने आवाज़ दी: "कहाँ जायेंगी माता जी...?'' म...

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भारतीय वीरांगना महारानी अहिल्याबाई By नीतू रिछारिया

महारानी अहिल्याबाई इन्दौर के राजाधिराज खण्डेराव की राजरानी और मल्हारराव होल्कर की पुत्रवधू थीं।सतरहवीं सदी के समाप्त होने पर मराठों ने जोर पकड़ा। हिन्दूपदपादशाही की स्थापना का आरम्भ...

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दो कप चाय By Sarita Rawat

  उठ जा सुबह हो गयी कितना सोएगा ? उमा ने तीसरी आवाज़ लगाते हुए कहा।शुभ अनमना सा मन लिए बिस्तर पर उठ कर बैठ गया । उमा उसके पास आई और सर पर हाथ फेरते हुए बोली " मुँह क्यो फुला रहा है,...

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राजपूत काल में महिलाओं का योगदान By DINESH KUMAR KEER

[?] *रूठी रानी* *यों तो रूठी रानी के नाम से उमा दे* को जाना जाता है पर भीलवाड़ा जिले के *मेनाल में रूठी रानी का महल*स्थित है जिसके लिए माना जाता है कि यह महल रानी *सुहावा देवी*का ह...

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नारी गौरव By नंदलाल मणि त्रिपाठी

पंडित जमुना प्रसाद लखीसराय गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में माने जाते थे लखीसराय वैसे भी धनाढ्य और विद्वत लोंगो का गांव था गांव में सभी जाति के लोग थे जोअपने परिश्रम से साक्षर शिक...

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दतिया की बुंदेला क्षत्राणी रानी सीता जू - 10 By Ravi Thakur

10 इंद्रजीत के राज्याभिषेक के अवसर पर, रामसिंह के सौतेले भाई रघुनाथ सिंह ने मुगल दरबार में दतिया की गद्दी पर अपना दावा प्रस्तुत किया, किंतु एक बार फिर, ओरछा महाराज के हस्तक्षेप से...

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गाँव की छोरी By DINESH KUMAR KEER

पहली बार इन्हें गाँव से शहर लाया । ये शहर देख कर आश्चर्य चकित थीं और मैं इनकी ख़ुशी को देख कर एकदम चित । मैं ढाल रहा था इन्हें जीवन शैली में और ये ढल रहीं थी बिना किसी आर्गुमेंट के...

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पहचान खोजती लड़की By Yogesh Kanava

पहचान खोजती लड़की केरल के हसीन तटों पर वो अकेली ना जाने क्या खोज रही थी। बस जो भी मिलता था उससे वो पूछती जाती थी और अपनी एक छोटी सी डायरी में लिख लेती थी। रोहित का मन हुआ कि वो इससे...

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सतरंगी दोस्ती By उषा जरवाल

         दिसंबर का महीना मेरे परिवार के लिए उत्सव का महीना होता है क्योंकि मेरे दोनों बच्चों का जन्मदिन और शादी की सालगिरह भी इसी महीने में आती है | 9 दिसंबर, मेरी शादी की सालगिरह...

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माँ (जिसके बिना हमारा अस्तित्व नहीं) By सीमा

माँ : जिसके बिना हमारा अस्तित्व नहींमाँ एक मिश्री घुला शब्द है जिसकी व्याख्या नहीं हो सकती । वह एक ऐसी शख्सियत है जो हर कीमत पर संतान का साथ देती है। स्नेह और देखभाल का इससे बड़ा द...

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बेटी की व्यथा... By Saroj Verma

आप सब मुझको पहचानते तो होगें ही,लेकिन बिना नाम के कैसें पहचानेगे भला! तो मैं आप सबको बता दूँ,मैं वही हूँ यशोदा की बेटी हूँ,जिसे ना तो मेरे पिता नंद ने बचाया और ना ही पिता वासुदेव न...

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रानी दुर्गावती By सीमा

मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490 साल पूरे हो गए हैं। मुगलों के आक्रमण के दौर में जौहर की इस कहानी के बारे में कम लोग ही जानते हैं।छह...

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डॉ. शीतल By B M

तुम्हे गाने पसंद है। हा थोडे बहुत पर, ज्यादा नही। कहते हे की, संगीत दुनिया का वो वरदान है जो जीवन को आनंदमय तथा बहुत ही मजेदार बना देता है। सात राग का जो विज्ञान है, वो अदभूत है। ए...

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ढाबे की वो खाट By Yogesh Kanava

ढाबे की वो खाट सरकारी काम होने के कारण अहमदाबाद जाना बेहद ज़रूरी था। सीजन के कारण किसी भी ट्रेन में टिकट नहीं मिल सका था। तत्काल में भी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। आखि़र हारकर ए...

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आशीर्वाद By Yogesh Kanava

आशीर्वादरात देर से सोने के कारण सुबह आज आँख जरा सी देर से खुली, और खुली भी क्या बल्कि मोबाइल की घण्टी ने आँखे ज़बरदस्ती खोल दी। मन में खीज हो रही थी कि इतनी सुबह-सुबह कौन है जिसको ख...

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कोठेवाली... By Saroj Verma

दिल्ली मेरठ हाइवे पर एक औरत रहती थीं,अगल बगल कुछ खेत थे और उन खेतों के बीच में एक घर था ,जो उस औरत का था,कहते हैं कि वो खेत भी उसी के थे,जिनसे वो अपना गुजारा करती थी,हाइवें पर गुजर...

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दहक By Yogesh Kanava

दहक फेमिली कोर्ट का कमरा खचाखच भरा था । आज कुल दस केस की सुनवाई थी । इधर नीलोत्पल आखिरी कौशिश करना चाह रहा था अपनी गृृहस्थी को बचाने के लिए लेकिन नीलिमा टस से मस नहीं हो रही थी वो...

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मर्द की शर्म... By Saroj Verma

"सर!हमें सिंहपुर जाना होगा,सुना है उस लाखन सिंह डकैत का वहीं आना जाना है",हवलदार खूबचन्द ने इन्सपेक्टर अखिलेश यादव से कहा.... "लाखन...!सिंहपुर आता है,वो भला क्यों?उसका वहाँ कोई सगा...

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रक्षाबन्धन By DINESH KUMAR KEER

रक्षाबंधन का त्योहार पर एक कृतिप्यारा सा रक्षाबंधन का त्योहार आया, भाई-बहन के रिश्तों का त्योहार आया, श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि पर आया,उमंग, हर्ष व उल्लास जो साथ में लाया,प्यारा...

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फाइल By Yogesh Kanava

फाइल कोई चार बजे होंगे, सरकारी दफ्तरों में प्राय चार बजे ही शाम होने लगती है या यूं कहें कि लोग मान लेते हैं कि शाम हो गई है बस तभी सी अपनी टेबल साफ करने लग जाते हैं । पेंडिग फाइलो...

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एक लड़की अनजानी सी By DINESH KUMAR KEER

एक लड़की अनजानी सीपरसो रात्रि करीबन साढ़े ग्यारह बजे मे आॅफिस से घर को बाइक से निकला ही था की कुछ ही दूरी पर एक लडकी नजर आई सलवार सूट पहने मदद का हाथ लिए इशारे से... मैने बाइक रोकी...

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मौहब्बत की किताब... By Saroj Verma

वो कटघरें में दाखिल हुई तो उससे वकील साहिबा ने पूछा... "क्या नाम है तुम्हारा?और तुम इन हालातों तक कैसें पहुँची?" "जी!मैं आज सब कुछ सच सच कहूँगी,कुछ भी झूठ नहीं कहूँगी",वो युवती बोल...

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थप्पड़!! By Madhu

एक जगह (नाम तिलसवा उत्तर प्रदेश का छोटा सा गाँव) कुछ औरते आपस में बाते कर रही थी या शायद किसी कि बुराई वो भी किसी के घर कि बहुरिया के बारे मा,,,, एक औरत अरे सुनो कमलिया के री अम्मा...

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शब्दों की चोरनी By Sharovan

शब्दों की चोरनी कहानी / शरोवन *** '?'- इस पर अंजना कुछ भी नहीं बोली. वह अपनी मुस्कान बिखेरते हुए किचिन में चली गई. जाते-जाते उसने बाहर आंगन में देखा तो पतझड़ की पीली पत्तियो...

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जीत का दिन By Yogesh Kanava

रोहित अच्छा खासा हैण्डसम, लम्बा गोरा चिट्टा एकदम अंग्रेज सा लगता था। अच्छा खासा जॉब, एक मल्टी नेशनल कम्पनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर्स का मैनेजर और रोहिणी वो भी तो कम सुन्दर नहीं है ना...

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गुलाबो - भाग 11 By Neerja Pandey

पिछले भाग में आपने पढ़ा विजय अम्मा के बुलाने से घर आता है। गुलाबो के लिए वो सब से छुपा कर साज श्रृंगार का सामान लाता है। वो गुलाबो को उसे दे नही पाता अम्मा बीच में आ जाती हैं। अब आ...

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नीचिया की लुगाई और कजली By Yogesh Kanava

सरकारी काम से भावेश को राजकोट के दूरदराज के गांवों में कार्य प्रगति को देखने के लिए जाना पड़ा । सरकारी गाड़ी थी, ड्राइवर था लेकिन न जाने क्यों भावेश एक दम अकेला सा महसूस कर रहा था...

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पिंजरा... By Saroj Verma

बहुत सिफारिश के बाद एक कस्बें में मुझे नौकरी मिल गई तो वहाँ जाकर रहने का मसला पैदा हो गया,इसलिए कुछ दिनों के लिए मैनें एक मंदिर की धर्मशाला में शरण ली,दिनभर दफ्तर में काम-काज करता...

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फातिमा बीबी By Jagruti Vakil

फातिमा बीबी [जन्म 30 अप्रैल 1927]सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश हैं। वे वर्ष 1989 में इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्हें 3 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मान...

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मधुरिका By Yogesh Kanava

मधुरिका जी आज ज़ोर-ज़ोर से बोले जा रही थी और निलय उन्हें चुप करवाने की कोशिश कर हरे थे वो लगातर कहे जा रही थी मेरी किसी को परवाह नही है, कोई भी मेरे साथ नही है और तुम --- तुम तो पूरी...

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