hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books
  • ममता की छाँव - भाग 5

    हिमांशु के घर पहुँचते ही सौरभ ने कार रोकी और अंशिता उतरकर उस ओर जाने लगी जहाँ से...

  • मां

    एक बार की बात है। एक छोटे से गांव में एक विधवा औरत और उसका बेटा रहता था । वह बहु...

  • कामवाली बाई - भाग(१९)

    मैं जब कमरें पहुँचा तो छलिया ने पूछा.... कपड़े पहुँचाने में कोई दिक्कत तो नहीं, ह...

ममता की छाँव - भाग 5 By Ratna Pandey

हिमांशु के घर पहुँचते ही सौरभ ने कार रोकी और अंशिता उतरकर उस ओर जाने लगी जहाँ से कई लोगों की सिसकियों की आवाज़ें आ रही थीं। सौरभ और अंजलि भी वहाँ आ गए। वहीं दूर लोगों से घिरा हुआ हि...

Read Free

मां By Dinesh Tripathi

एक बार की बात है। एक छोटे से गांव में एक विधवा औरत और उसका बेटा रहता था । वह बहुत गरीब थे। मां दूसरे के घरों में जाकर मेहनत मजदूरी करके अपने बेटे श्याम को पढ़ाती थी। श्याम एक होनहा...

Read Free

कामवाली बाई - भाग(१९) By Saroj Verma

मैं जब कमरें पहुँचा तो छलिया ने पूछा.... कपड़े पहुँचाने में कोई दिक्कत तो नहीं, हुई किसी ने कुछ कहा तो नहीं..... मैनें कहा,नहीं! लेकिन मज़ा तो आया होगा इतनी सारी लड़कियांँ देखकर,छलिया...

Read Free

मानभंजन--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

प्रेमप्रताप का ऐसा बदला हुआ व्यवहार देखकर मोती की प्रसन्नता की सीमा ना रही,उसे अचरज हो रहा था कि कोई भी बुरा इन्सान प्रेम की धारा में बहकर इतना स्वच्छ और निर्मल हो सकता कि वो अपने...

Read Free

देह की दहलीज़ - अंतिम भाग  By prashant sharma ashk

समाज के लोगों की नजर और अपनी मजबूरियों के कारण जिस दलदल में रोशनी उतरी थी, वो उससे निजात पाना चाहती थी, उसे अपनी हर सांस इतनी बोझिल लगने लगी थी, जिससे वो आजाद हो जाता चाहती थी, परं...

Read Free

घूँघट - (इस्मत चुगताई की कहानी) By Saroj Verma

सफ़ेद चांदनी बिछे तख़्त पर बगुले के परों से ज़्यादा सफ़ेद बालों वाली दादी बिलकुल संगमरमर का भद्दा-सा ढेर मालूम होती थीं. जैसे उनके जिस्म में ख़ून की एक बूंद ना हो. उनकी हल्की सुरमई...

Read Free

तुम रूठा न करो By Kishanlal Sharma

पत्नी और पानक्या समानता है इनमेंपहली समानता तो यह है कि दोनों शब्दो की शुरुआत प शब्द से होती है।पान मुख की शोभा बढ़ता है।पान खाने के बाद ताजगी और उमंग का एहसास होता है।पान पत्नी खाल...

Read Free

फ़्लैट नंबर 444 By Ratna Pandey

सरोज और उसके पति मयूर चौथी मंज़िल पर एक फ़्लैट में रहते थे। अभी दो माह पहले ही उनके पड़ोस के फ़्लैट नंबर 444 में किराये से रहने के लिए एक दंपति आये थे। हर दिन उस फ़्लैट से लड़ाई करने...

Read Free

आत्मनिर्भर स्त्री By दिनू

एक औरत को आखिरक्या चाहिए होता है?एक बार जरुर पढ़े ये छोटी सी कहानी: राजा हर्षवर्धन युद्ध में हार गए।हथकड़ियों में जीते हुए पड़ोसी राजा के सम्मुख पेश किए गए। पड़ोसी देश का राजा अपनी...

Read Free

सौतन बनी सहेली... By Saroj Verma

जनार्दन प्रसाद गुप्ता सौरीगृह के बाहर बड़ी बैचेनी के साथ चक्कर काट रहे थे,तभी उनकी विधवा माँ अनुसुइया आकर बोली.... अरे इस बार क्यों घबराता है,हरिद्वार से आए़ ज्योतिषी ने गारण्टी लेक...

Read Free

पवित्रता - पवित्र प्यार By दिनू

कुछ पुरूषों की मानसिकता...पुरूष का प्यार तब तक प्यार है, जब तक वो स्त्री को स्पर्श ना करलेजबतक वो स्त्री स्पर्श को छू नहीं पाता उसके लिए वो सबकुछ होती हैऔर जैसे ही स्त्री उसपर भरोस...

Read Free

हीरा दे : एक वज्रहृदया क्षत्राणी By धरमा

हीरा दे : एक वज्रहृदया क्षत्राणीसंवत 1368, वैशाख का निदाघ पत्थर पिघला रहा था। तभी द्वार पर दस्तक सुनी और हीरा-दे ने दरवाजा खोला। स्वेद में नहाया उसका पति विका दहिया एक पोटली उठाये...

Read Free

पहला प्यार--नही भुला पाती - 4 - अंतिम भाग By Kishanlal Sharma

आशा ने अपनर्मन में सोचा जरूर था लेकिन शेखर से वह यह बात कह नही स्की थी।इसके पीछे भी कारण था।उसके माता पिता नही चाहते थे वह शेखर से शादी करे.।शेखर दूसरी जाति का था।लेकिन घरवालों के...

Read Free

खूबसूरत यादें By दिनू

कुछ रिश्ते कैसे बन जाते हैं । मालूम नहीं पड़ता । कब कौन कैसे कहा हमारे करीब आ जाता है सब कुछ इतना जल्दी हो जाता है हम कुछ सोच ही नहीं पाते । वो हमारे सोच पर हावी हो जाती है दिल करत...

Read Free

सात फेरे By Vaidehi Vaishnav

(नमस्कार प्रिय पाठकों (मित्रों) मेरे द्वारा लिखी यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक हैं । किसी भी व्यक्ति का नाम या कहानी का कोई क़िस्सा सयोंग ही होगा। कहानी के शीर्षक के आधार पर जो सात वचन...

Read Free

यूं गल रही हैं हसरतें By Sharovan

यूं गल रहीं हैं हसरतें कहानी/शरोवन यूं तो हर किसी को अपने घाव गहरे नज़र आते हैं, मगर मानसिकता के तौर पर मिले हुये ज़ख्मों से टपकता हुआ खून जब दिल की किताब पर तकदीर की एक दूसरी कहान...

Read Free

सच में हमारा देश बदल रहा है ? By Bindu

आज आजादी की 75 साल बीत गए हैं और हम लोग आज भी यह नारा लगाते हैं कि हम आजाद हैं जो कभी कभी अरे नहीं नहीं कई बार कई औरतों को देखकर मुझे लगता है कि क्या सही में हम आजाद है आज गुजरात म...

Read Free

करवाचौथ By धरमा

करवा चौथ सुनो ना , सीमा ने प्यार से पति रवि के कंधे पर सिर रखते हुए कहा ... " करवा चौथ मे सिर्फ तीन दिन रह गए है । क्या उपहार चाहिए तुम्हें । " रवि ने सीमा की बात बीच मे काटते हुए...

Read Free

मेरे घर का रास्ता By Sharovan

‘एक बात बतायेंगे आप?’‘क्या?’‘आप पुनर्जन्म पर विश्वास करते हैं?’‘कभी नहीं।’ दिनकर दृढ़ता से बोला।‘मैं तो करती हूँ और मेरे पास प्रभाण भी है।’‘कैसे?’‘आपकी पहली पत्नी सीता फिर से जीवित...

Read Free

हमने दिल दे दिया - अंक २१ By VARUN S. PATEL

    तीनो दोस्त ख़ुशी के घर के पीछे की और पहुचते है जहा से पिछली बार ख़ुशी को लेने अंश और अशोक आए हुए थे | ख़ुशी अपने घर की छत से होकर जैसे पहली बार निचे आई थी वैसे ही निचे आती है |   ...

Read Free

कहानी एक स्त्री के आत्म सम्मान की By धरमा

एक शादीशुदा स्त्री, जब किसी पुरूष से मिलती है, उसे जाने अनजाने मे अपना दोस्त बनाती है. तो वो जानती है की न तो वो उसकी हो सकती है और न ही वो उसका हो सकता है. वो उसे पा भी नही सकती औ...

Read Free

करवाचौथ (चंदा तेरे कितने रूप) By दिनू

करवा चौथ... चंदा तेरे कितने रूप!!!चंद्रमा पूजनीय है क्योंकि हमारे शास्त्रों में चंदा को ब्रह्माजी का मानस पुत्र कहा गया है। चंद्रमा को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त है , इसलिए सुहाग...

Read Free

पुष्प लता की अधखिली कली By धरमा

एक सामान्य स्वप्न ले कर जीने वाली लड़की।एक मध्यमवर्गीय परिवार की बेटी जिसने अभी जीना शुरू भी नहीं किया था कि जला कर मार दी गयी। क्यों ? क्योंकि किसी राक्षस का दिल आ गया था उसपर !उस...

Read Free

चरित्रहीन By Devika Singh

"क्या हुआ ?",बॉस के चैम्बर से बाहर निकली अनुभूति के चेहरे पर उड़ती हवाइयाँ देखकर साथ ही काम करने वाली काया ने पूछा। "पता नहीं यार ,लॉक डाउन के बाद बॉस बिना वजह ही नाराज़ होते रहते है...

Read Free

पत्थर दिल... By Saroj Verma

आज रामरतन उपाध्याय जी बहुत खुश थे क्योंकि आज ही उन्होंने वी.डी.ओ.के पद का कार्यभार सम्भाला था और वो अपनी आँफिस की गाड़ी में उन गाँवों का दौरा करने जा रहे थे जो उनके अण्डर में थे,पहल...

Read Free

लंबी दुरी के रिश्ते By Devika Singh

आठ साल की रिलेशनशिप के बाद हम दोनों शादी करने वाले थे। लेकिन इसी बीच मैंने अपने बॉयफ्रेंड को मेरी एक्‍स बेस्‍टी के साथ फ्लर्ट करते देख लिया। पता चला कि वह हम दोनों को ही धोखा दे रह...

Read Free

ममता की छाँव - भाग 5 By Ratna Pandey

हिमांशु के घर पहुँचते ही सौरभ ने कार रोकी और अंशिता उतरकर उस ओर जाने लगी जहाँ से कई लोगों की सिसकियों की आवाज़ें आ रही थीं। सौरभ और अंजलि भी वहाँ आ गए। वहीं दूर लोगों से घिरा हुआ हि...

Read Free

मां By Dinesh Tripathi

एक बार की बात है। एक छोटे से गांव में एक विधवा औरत और उसका बेटा रहता था । वह बहुत गरीब थे। मां दूसरे के घरों में जाकर मेहनत मजदूरी करके अपने बेटे श्याम को पढ़ाती थी। श्याम एक होनहा...

Read Free

कामवाली बाई - भाग(१९) By Saroj Verma

मैं जब कमरें पहुँचा तो छलिया ने पूछा.... कपड़े पहुँचाने में कोई दिक्कत तो नहीं, हुई किसी ने कुछ कहा तो नहीं..... मैनें कहा,नहीं! लेकिन मज़ा तो आया होगा इतनी सारी लड़कियांँ देखकर,छलिया...

Read Free

मानभंजन--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

प्रेमप्रताप का ऐसा बदला हुआ व्यवहार देखकर मोती की प्रसन्नता की सीमा ना रही,उसे अचरज हो रहा था कि कोई भी बुरा इन्सान प्रेम की धारा में बहकर इतना स्वच्छ और निर्मल हो सकता कि वो अपने...

Read Free

देह की दहलीज़ - अंतिम भाग  By prashant sharma ashk

समाज के लोगों की नजर और अपनी मजबूरियों के कारण जिस दलदल में रोशनी उतरी थी, वो उससे निजात पाना चाहती थी, उसे अपनी हर सांस इतनी बोझिल लगने लगी थी, जिससे वो आजाद हो जाता चाहती थी, परं...

Read Free

घूँघट - (इस्मत चुगताई की कहानी) By Saroj Verma

सफ़ेद चांदनी बिछे तख़्त पर बगुले के परों से ज़्यादा सफ़ेद बालों वाली दादी बिलकुल संगमरमर का भद्दा-सा ढेर मालूम होती थीं. जैसे उनके जिस्म में ख़ून की एक बूंद ना हो. उनकी हल्की सुरमई...

Read Free

तुम रूठा न करो By Kishanlal Sharma

पत्नी और पानक्या समानता है इनमेंपहली समानता तो यह है कि दोनों शब्दो की शुरुआत प शब्द से होती है।पान मुख की शोभा बढ़ता है।पान खाने के बाद ताजगी और उमंग का एहसास होता है।पान पत्नी खाल...

Read Free

फ़्लैट नंबर 444 By Ratna Pandey

सरोज और उसके पति मयूर चौथी मंज़िल पर एक फ़्लैट में रहते थे। अभी दो माह पहले ही उनके पड़ोस के फ़्लैट नंबर 444 में किराये से रहने के लिए एक दंपति आये थे। हर दिन उस फ़्लैट से लड़ाई करने...

Read Free

आत्मनिर्भर स्त्री By दिनू

एक औरत को आखिरक्या चाहिए होता है?एक बार जरुर पढ़े ये छोटी सी कहानी: राजा हर्षवर्धन युद्ध में हार गए।हथकड़ियों में जीते हुए पड़ोसी राजा के सम्मुख पेश किए गए। पड़ोसी देश का राजा अपनी...

Read Free

सौतन बनी सहेली... By Saroj Verma

जनार्दन प्रसाद गुप्ता सौरीगृह के बाहर बड़ी बैचेनी के साथ चक्कर काट रहे थे,तभी उनकी विधवा माँ अनुसुइया आकर बोली.... अरे इस बार क्यों घबराता है,हरिद्वार से आए़ ज्योतिषी ने गारण्टी लेक...

Read Free

पवित्रता - पवित्र प्यार By दिनू

कुछ पुरूषों की मानसिकता...पुरूष का प्यार तब तक प्यार है, जब तक वो स्त्री को स्पर्श ना करलेजबतक वो स्त्री स्पर्श को छू नहीं पाता उसके लिए वो सबकुछ होती हैऔर जैसे ही स्त्री उसपर भरोस...

Read Free

हीरा दे : एक वज्रहृदया क्षत्राणी By धरमा

हीरा दे : एक वज्रहृदया क्षत्राणीसंवत 1368, वैशाख का निदाघ पत्थर पिघला रहा था। तभी द्वार पर दस्तक सुनी और हीरा-दे ने दरवाजा खोला। स्वेद में नहाया उसका पति विका दहिया एक पोटली उठाये...

Read Free

पहला प्यार--नही भुला पाती - 4 - अंतिम भाग By Kishanlal Sharma

आशा ने अपनर्मन में सोचा जरूर था लेकिन शेखर से वह यह बात कह नही स्की थी।इसके पीछे भी कारण था।उसके माता पिता नही चाहते थे वह शेखर से शादी करे.।शेखर दूसरी जाति का था।लेकिन घरवालों के...

Read Free

खूबसूरत यादें By दिनू

कुछ रिश्ते कैसे बन जाते हैं । मालूम नहीं पड़ता । कब कौन कैसे कहा हमारे करीब आ जाता है सब कुछ इतना जल्दी हो जाता है हम कुछ सोच ही नहीं पाते । वो हमारे सोच पर हावी हो जाती है दिल करत...

Read Free

सात फेरे By Vaidehi Vaishnav

(नमस्कार प्रिय पाठकों (मित्रों) मेरे द्वारा लिखी यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक हैं । किसी भी व्यक्ति का नाम या कहानी का कोई क़िस्सा सयोंग ही होगा। कहानी के शीर्षक के आधार पर जो सात वचन...

Read Free

यूं गल रही हैं हसरतें By Sharovan

यूं गल रहीं हैं हसरतें कहानी/शरोवन यूं तो हर किसी को अपने घाव गहरे नज़र आते हैं, मगर मानसिकता के तौर पर मिले हुये ज़ख्मों से टपकता हुआ खून जब दिल की किताब पर तकदीर की एक दूसरी कहान...

Read Free

सच में हमारा देश बदल रहा है ? By Bindu

आज आजादी की 75 साल बीत गए हैं और हम लोग आज भी यह नारा लगाते हैं कि हम आजाद हैं जो कभी कभी अरे नहीं नहीं कई बार कई औरतों को देखकर मुझे लगता है कि क्या सही में हम आजाद है आज गुजरात म...

Read Free

करवाचौथ By धरमा

करवा चौथ सुनो ना , सीमा ने प्यार से पति रवि के कंधे पर सिर रखते हुए कहा ... " करवा चौथ मे सिर्फ तीन दिन रह गए है । क्या उपहार चाहिए तुम्हें । " रवि ने सीमा की बात बीच मे काटते हुए...

Read Free

मेरे घर का रास्ता By Sharovan

‘एक बात बतायेंगे आप?’‘क्या?’‘आप पुनर्जन्म पर विश्वास करते हैं?’‘कभी नहीं।’ दिनकर दृढ़ता से बोला।‘मैं तो करती हूँ और मेरे पास प्रभाण भी है।’‘कैसे?’‘आपकी पहली पत्नी सीता फिर से जीवित...

Read Free

हमने दिल दे दिया - अंक २१ By VARUN S. PATEL

    तीनो दोस्त ख़ुशी के घर के पीछे की और पहुचते है जहा से पिछली बार ख़ुशी को लेने अंश और अशोक आए हुए थे | ख़ुशी अपने घर की छत से होकर जैसे पहली बार निचे आई थी वैसे ही निचे आती है |   ...

Read Free

कहानी एक स्त्री के आत्म सम्मान की By धरमा

एक शादीशुदा स्त्री, जब किसी पुरूष से मिलती है, उसे जाने अनजाने मे अपना दोस्त बनाती है. तो वो जानती है की न तो वो उसकी हो सकती है और न ही वो उसका हो सकता है. वो उसे पा भी नही सकती औ...

Read Free

करवाचौथ (चंदा तेरे कितने रूप) By दिनू

करवा चौथ... चंदा तेरे कितने रूप!!!चंद्रमा पूजनीय है क्योंकि हमारे शास्त्रों में चंदा को ब्रह्माजी का मानस पुत्र कहा गया है। चंद्रमा को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त है , इसलिए सुहाग...

Read Free

पुष्प लता की अधखिली कली By धरमा

एक सामान्य स्वप्न ले कर जीने वाली लड़की।एक मध्यमवर्गीय परिवार की बेटी जिसने अभी जीना शुरू भी नहीं किया था कि जला कर मार दी गयी। क्यों ? क्योंकि किसी राक्षस का दिल आ गया था उसपर !उस...

Read Free

चरित्रहीन By Devika Singh

"क्या हुआ ?",बॉस के चैम्बर से बाहर निकली अनुभूति के चेहरे पर उड़ती हवाइयाँ देखकर साथ ही काम करने वाली काया ने पूछा। "पता नहीं यार ,लॉक डाउन के बाद बॉस बिना वजह ही नाराज़ होते रहते है...

Read Free

पत्थर दिल... By Saroj Verma

आज रामरतन उपाध्याय जी बहुत खुश थे क्योंकि आज ही उन्होंने वी.डी.ओ.के पद का कार्यभार सम्भाला था और वो अपनी आँफिस की गाड़ी में उन गाँवों का दौरा करने जा रहे थे जो उनके अण्डर में थे,पहल...

Read Free

लंबी दुरी के रिश्ते By Devika Singh

आठ साल की रिलेशनशिप के बाद हम दोनों शादी करने वाले थे। लेकिन इसी बीच मैंने अपने बॉयफ्रेंड को मेरी एक्‍स बेस्‍टी के साथ फ्लर्ट करते देख लिया। पता चला कि वह हम दोनों को ही धोखा दे रह...

Read Free