hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books
  • तुम मेरे दिल मे बसे हो

    रविमेरे प्यारे रविदिलोजान से प्यारे मेरे रवि।तुम्हारा प्यार भरा पत्र मिला।तुम्हा...

  • रानी दुर्गावती

    मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490...

  • एक लड़की थी..

    शाम का समय था,सूरज डूबने वाला था और रामवृक्ष गाँव की पहाड़ी पर स्थित पुराने मंदिर...

तुम मेरे दिल मे बसे हो By Kishanlal Sharma

रविमेरे प्यारे रविदिलोजान से प्यारे मेरे रवि।तुम्हारा प्यार भरा पत्र मिला।तुम्हारे प्रेम से ओत पोत पत्र का उत्तर देने से पहले एक विनती करना चाहती हूँ।मैं नही चाहती मेरा पत्र किसी औ...

Read Free

रानी दुर्गावती By DINESH KUMAR KEER

मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490 साल पूरे हो गए हैं। मुगलों के आक्रमण के दौर में जौहर की इस कहानी के बारे में कम लोग ही जानते हैं।छह...

Read Free

एक लड़की थी.. By Saroj Verma

शाम का समय था,सूरज डूबने वाला था और रामवृक्ष गाँव की पहाड़ी पर स्थित पुराने मंदिर आ पहुँचा था,उसका मन आज बहुत ही खिन्न था,प्रेम में हारा हुआ युवक सिवाय निराश होने के और कर भी क्या स...

Read Free

अनोखी शादी By DINESH KUMAR KEER

लाइफ में तीन सौतन की एंट्री   अपने पति के लिए तीन सौतन ढूंढ रही है ये पत्नी, बत्तीस हजार वेतन भी देगी; वजह जानकर दंग रह जाएंगे आप दुनिया की कोई भी महिला नहीं चाहेगी कि उसकी जी...

Read Free

लाज... By Saroj Verma

ये कहानी लगभग आज से पचास साल पहले की है,जो मेरी नानी ने मुझे सुनाई थी,उनके समय में ऐसा हुआ था... तो कहानी कुछ इस प्रकार है.... "बिंदिया!पता है मैं क्या सोच रहा था?,"बिंदिया के पति...

Read Free

जाबाला सी विवश वो औरत By Yogesh Kanava

वही साप्ताहिक और वही वही डी फोर कोच और वही समय। अपने निर्धारित समय पर घर से निकलने का उपक्रम और ऑटो का इंतजार । यही तो होता है मेरा साप्ताहिक क्रम आज भी मैं यूं ही कुछ सोच रहा था य...

Read Free

वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़ By DINESH KUMAR KEER

राष्ट्रगौरव दुर्गादास राठौड़सालवा से शिप्रा तट तक का सफरहिंदुगौरव रणबंका राठौड़समय – सोहलवीं – सतरवी शताब्दीचित्र – वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़स्थान – मारवाड़ राज्यवीर दुर्गादास राठौड...

Read Free

घुटन By Saroj Prajapati

"मम्मी, 4:00 बज गए । आपको कीर्तन में नहीं जाना।""जाना तो है बहू लेकिन 5:00 बजे तेरे पापा जी चाय पीते हैं। चाय पिलाकर ही चली जाऊंगी।" "मम्मी जी, क्या मुझे चाय बनानी नहीं आती!!" "अरे...

Read Free

माँ की ममता By DINESH KUMAR KEER

माँशाम के साढे़ छह..... पौने सात बजे का समय रहा होगा। एक अनीश नाम का लड़का, दुकान पर आता है, गांव का रहने वाला था, वह चतुर व चालाक था।उसका बातें करने का तरीका गांव वालों की तरह का...

Read Free

प्रेम पत्र... By Saroj Verma

जीवन में किसी ना किसी को कभी ना कभी प्रेम अवश्य होता है और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इन्सान प्रेम पत्र का सहारा लेता है,जब आपको कोई चाहता हो और आपको ये मालूम हो जाएं तो उस...

Read Free

नारी तेरे रूप अनेक By DINESH KUMAR KEER

  एक महिला को सब्जी मंडी जाना था। उसने जूट का बैग लिया और सड़क के किनारे सब्जी मंडी की और चल पड़ी। तभी पीछे से एक रिक्शा वाले ने आवाज़ दी: "कहाँ जायेंगी माता जी...?'' म...

Read Free

औरत एक शक्ति - भाग 4 By Shubhi Gupta

शिव्या को घर आये हुए एक हफ्ता हो गया था.। इस बीच केशव के बेहेवियर मे कोई अंतर नहीं आया था। उसका रोज का घर आना और पीके तमाशा करना। लिकेन आज तो उसने हद ही कर दी थी। पंखुरी सुबह काम प...

Read Free

भारतीय वीरांगना महारानी अहिल्याबाई By नीतू रिछारिया

महारानी अहिल्याबाई इन्दौर के राजाधिराज खण्डेराव की राजरानी और मल्हारराव होल्कर की पुत्रवधू थीं।सतरहवीं सदी के समाप्त होने पर मराठों ने जोर पकड़ा। हिन्दूपदपादशाही की स्थापना का आरम्भ...

Read Free

दो कप चाय By Sarita Rawat

  उठ जा सुबह हो गयी कितना सोएगा ? उमा ने तीसरी आवाज़ लगाते हुए कहा।शुभ अनमना सा मन लिए बिस्तर पर उठ कर बैठ गया । उमा उसके पास आई और सर पर हाथ फेरते हुए बोली " मुँह क्यो फुला रहा है,...

Read Free

राजपूत काल में महिलाओं का योगदान By DINESH KUMAR KEER

[?] *रूठी रानी* *यों तो रूठी रानी के नाम से उमा दे* को जाना जाता है पर भीलवाड़ा जिले के *मेनाल में रूठी रानी का महल*स्थित है जिसके लिए माना जाता है कि यह महल रानी *सुहावा देवी*का ह...

Read Free

दतिया की बुंदेला क्षत्राणी रानी सीता जू - 10 By Ravi Thakur

10 इंद्रजीत के राज्याभिषेक के अवसर पर, रामसिंह के सौतेले भाई रघुनाथ सिंह ने मुगल दरबार में दतिया की गद्दी पर अपना दावा प्रस्तुत किया, किंतु एक बार फिर, ओरछा महाराज के हस्तक्षेप से...

Read Free

नारी गौरव By नंदलाल मणि त्रिपाठी

पंडित जमुना प्रसाद लखीसराय गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में माने जाते थे लखीसराय वैसे भी धनाढ्य और विद्वत लोंगो का गांव था गांव में सभी जाति के लोग थे जोअपने परिश्रम से साक्षर शिक...

Read Free

गाँव की छोरी By DINESH KUMAR KEER

पहली बार इन्हें गाँव से शहर लाया । ये शहर देख कर आश्चर्य चकित थीं और मैं इनकी ख़ुशी को देख कर एकदम चित । मैं ढाल रहा था इन्हें जीवन शैली में और ये ढल रहीं थी बिना किसी आर्गुमेंट के...

Read Free

पहचान खोजती लड़की By Yogesh Kanava

पहचान खोजती लड़की केरल के हसीन तटों पर वो अकेली ना जाने क्या खोज रही थी। बस जो भी मिलता था उससे वो पूछती जाती थी और अपनी एक छोटी सी डायरी में लिख लेती थी। रोहित का मन हुआ कि वो इससे...

Read Free

बेटी की व्यथा... By Saroj Verma

आप सब मुझको पहचानते तो होगें ही,लेकिन बिना नाम के कैसें पहचानेगे भला! तो मैं आप सबको बता दूँ,मैं वही हूँ यशोदा की बेटी हूँ,जिसे ना तो मेरे पिता नंद ने बचाया और ना ही पिता वासुदेव न...

Read Free

माँ (जिसके बिना हमारा अस्तित्व नहीं) By सीमा

माँ : जिसके बिना हमारा अस्तित्व नहींमाँ एक मिश्री घुला शब्द है जिसकी व्याख्या नहीं हो सकती । वह एक ऐसी शख्सियत है जो हर कीमत पर संतान का साथ देती है। स्नेह और देखभाल का इससे बड़ा द...

Read Free

सतरंगी दोस्ती By उषा जरवाल

         दिसंबर का महीना मेरे परिवार के लिए उत्सव का महीना होता है क्योंकि मेरे दोनों बच्चों का जन्मदिन और शादी की सालगिरह भी इसी महीने में आती है | 9 दिसंबर, मेरी शादी की सालगिरह...

Read Free

रानी दुर्गावती By सीमा

मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490 साल पूरे हो गए हैं। मुगलों के आक्रमण के दौर में जौहर की इस कहानी के बारे में कम लोग ही जानते हैं।छह...

Read Free

ढाबे की वो खाट By Yogesh Kanava

ढाबे की वो खाट सरकारी काम होने के कारण अहमदाबाद जाना बेहद ज़रूरी था। सीजन के कारण किसी भी ट्रेन में टिकट नहीं मिल सका था। तत्काल में भी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। आखि़र हारकर ए...

Read Free

डॉ. शीतल By B M

तुम्हे गाने पसंद है। हा थोडे बहुत पर, ज्यादा नही। कहते हे की, संगीत दुनिया का वो वरदान है जो जीवन को आनंदमय तथा बहुत ही मजेदार बना देता है। सात राग का जो विज्ञान है, वो अदभूत है। ए...

Read Free

आशीर्वाद By Yogesh Kanava

आशीर्वादरात देर से सोने के कारण सुबह आज आँख जरा सी देर से खुली, और खुली भी क्या बल्कि मोबाइल की घण्टी ने आँखे ज़बरदस्ती खोल दी। मन में खीज हो रही थी कि इतनी सुबह-सुबह कौन है जिसको ख...

Read Free

कोठेवाली... By Saroj Verma

दिल्ली मेरठ हाइवे पर एक औरत रहती थीं,अगल बगल कुछ खेत थे और उन खेतों के बीच में एक घर था ,जो उस औरत का था,कहते हैं कि वो खेत भी उसी के थे,जिनसे वो अपना गुजारा करती थी,हाइवें पर गुजर...

Read Free

मर्द की शर्म... By Saroj Verma

"सर!हमें सिंहपुर जाना होगा,सुना है उस लाखन सिंह डकैत का वहीं आना जाना है",हवलदार खूबचन्द ने इन्सपेक्टर अखिलेश यादव से कहा.... "लाखन...!सिंहपुर आता है,वो भला क्यों?उसका वहाँ कोई सगा...

Read Free

दहक By Yogesh Kanava

दहक फेमिली कोर्ट का कमरा खचाखच भरा था । आज कुल दस केस की सुनवाई थी । इधर नीलोत्पल आखिरी कौशिश करना चाह रहा था अपनी गृृहस्थी को बचाने के लिए लेकिन नीलिमा टस से मस नहीं हो रही थी वो...

Read Free

रक्षाबन्धन By DINESH KUMAR KEER

रक्षाबंधन का त्योहार पर एक कृतिप्यारा सा रक्षाबंधन का त्योहार आया, भाई-बहन के रिश्तों का त्योहार आया, श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि पर आया,उमंग, हर्ष व उल्लास जो साथ में लाया,प्यारा...

Read Free

फाइल By Yogesh Kanava

फाइल कोई चार बजे होंगे, सरकारी दफ्तरों में प्राय चार बजे ही शाम होने लगती है या यूं कहें कि लोग मान लेते हैं कि शाम हो गई है बस तभी सी अपनी टेबल साफ करने लग जाते हैं । पेंडिग फाइलो...

Read Free

थप्पड़!! By Madhu

एक जगह (नाम तिलसवा उत्तर प्रदेश का छोटा सा गाँव) कुछ औरते आपस में बाते कर रही थी या शायद किसी कि बुराई वो भी किसी के घर कि बहुरिया के बारे मा,,,, एक औरत अरे सुनो कमलिया के री अम्मा...

Read Free

मौहब्बत की किताब... By Saroj Verma

वो कटघरें में दाखिल हुई तो उससे वकील साहिबा ने पूछा... "क्या नाम है तुम्हारा?और तुम इन हालातों तक कैसें पहुँची?" "जी!मैं आज सब कुछ सच सच कहूँगी,कुछ भी झूठ नहीं कहूँगी",वो युवती बोल...

Read Free

एक लड़की अनजानी सी By DINESH KUMAR KEER

एक लड़की अनजानी सीपरसो रात्रि करीबन साढ़े ग्यारह बजे मे आॅफिस से घर को बाइक से निकला ही था की कुछ ही दूरी पर एक लडकी नजर आई सलवार सूट पहने मदद का हाथ लिए इशारे से... मैने बाइक रोकी...

Read Free

शब्दों की चोरनी By Sharovan

शब्दों की चोरनी कहानी / शरोवन *** '?'- इस पर अंजना कुछ भी नहीं बोली. वह अपनी मुस्कान बिखेरते हुए किचिन में चली गई. जाते-जाते उसने बाहर आंगन में देखा तो पतझड़ की पीली पत्तियो...

Read Free

जीत का दिन By Yogesh Kanava

रोहित अच्छा खासा हैण्डसम, लम्बा गोरा चिट्टा एकदम अंग्रेज सा लगता था। अच्छा खासा जॉब, एक मल्टी नेशनल कम्पनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर्स का मैनेजर और रोहिणी वो भी तो कम सुन्दर नहीं है ना...

Read Free

गुलाबो - भाग 11 By Neerja Pandey

पिछले भाग में आपने पढ़ा विजय अम्मा के बुलाने से घर आता है। गुलाबो के लिए वो सब से छुपा कर साज श्रृंगार का सामान लाता है। वो गुलाबो को उसे दे नही पाता अम्मा बीच में आ जाती हैं। अब आ...

Read Free

नीचिया की लुगाई और कजली By Yogesh Kanava

सरकारी काम से भावेश को राजकोट के दूरदराज के गांवों में कार्य प्रगति को देखने के लिए जाना पड़ा । सरकारी गाड़ी थी, ड्राइवर था लेकिन न जाने क्यों भावेश एक दम अकेला सा महसूस कर रहा था...

Read Free

पिंजरा... By Saroj Verma

बहुत सिफारिश के बाद एक कस्बें में मुझे नौकरी मिल गई तो वहाँ जाकर रहने का मसला पैदा हो गया,इसलिए कुछ दिनों के लिए मैनें एक मंदिर की धर्मशाला में शरण ली,दिनभर दफ्तर में काम-काज करता...

Read Free

फातिमा बीबी By Jagruti Vakil

फातिमा बीबी [जन्म 30 अप्रैल 1927]सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश हैं। वे वर्ष 1989 में इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्हें 3 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मान...

Read Free

मधुरिका By Yogesh Kanava

मधुरिका जी आज ज़ोर-ज़ोर से बोले जा रही थी और निलय उन्हें चुप करवाने की कोशिश कर हरे थे वो लगातर कहे जा रही थी मेरी किसी को परवाह नही है, कोई भी मेरे साथ नही है और तुम --- तुम तो पूरी...

Read Free

तुम मेरे दिल मे बसे हो By Kishanlal Sharma

रविमेरे प्यारे रविदिलोजान से प्यारे मेरे रवि।तुम्हारा प्यार भरा पत्र मिला।तुम्हारे प्रेम से ओत पोत पत्र का उत्तर देने से पहले एक विनती करना चाहती हूँ।मैं नही चाहती मेरा पत्र किसी औ...

Read Free

रानी दुर्गावती By DINESH KUMAR KEER

मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490 साल पूरे हो गए हैं। मुगलों के आक्रमण के दौर में जौहर की इस कहानी के बारे में कम लोग ही जानते हैं।छह...

Read Free

एक लड़की थी.. By Saroj Verma

शाम का समय था,सूरज डूबने वाला था और रामवृक्ष गाँव की पहाड़ी पर स्थित पुराने मंदिर आ पहुँचा था,उसका मन आज बहुत ही खिन्न था,प्रेम में हारा हुआ युवक सिवाय निराश होने के और कर भी क्या स...

Read Free

अनोखी शादी By DINESH KUMAR KEER

लाइफ में तीन सौतन की एंट्री   अपने पति के लिए तीन सौतन ढूंढ रही है ये पत्नी, बत्तीस हजार वेतन भी देगी; वजह जानकर दंग रह जाएंगे आप दुनिया की कोई भी महिला नहीं चाहेगी कि उसकी जी...

Read Free

लाज... By Saroj Verma

ये कहानी लगभग आज से पचास साल पहले की है,जो मेरी नानी ने मुझे सुनाई थी,उनके समय में ऐसा हुआ था... तो कहानी कुछ इस प्रकार है.... "बिंदिया!पता है मैं क्या सोच रहा था?,"बिंदिया के पति...

Read Free

जाबाला सी विवश वो औरत By Yogesh Kanava

वही साप्ताहिक और वही वही डी फोर कोच और वही समय। अपने निर्धारित समय पर घर से निकलने का उपक्रम और ऑटो का इंतजार । यही तो होता है मेरा साप्ताहिक क्रम आज भी मैं यूं ही कुछ सोच रहा था य...

Read Free

वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़ By DINESH KUMAR KEER

राष्ट्रगौरव दुर्गादास राठौड़सालवा से शिप्रा तट तक का सफरहिंदुगौरव रणबंका राठौड़समय – सोहलवीं – सतरवी शताब्दीचित्र – वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़स्थान – मारवाड़ राज्यवीर दुर्गादास राठौड...

Read Free

घुटन By Saroj Prajapati

"मम्मी, 4:00 बज गए । आपको कीर्तन में नहीं जाना।""जाना तो है बहू लेकिन 5:00 बजे तेरे पापा जी चाय पीते हैं। चाय पिलाकर ही चली जाऊंगी।" "मम्मी जी, क्या मुझे चाय बनानी नहीं आती!!" "अरे...

Read Free

माँ की ममता By DINESH KUMAR KEER

माँशाम के साढे़ छह..... पौने सात बजे का समय रहा होगा। एक अनीश नाम का लड़का, दुकान पर आता है, गांव का रहने वाला था, वह चतुर व चालाक था।उसका बातें करने का तरीका गांव वालों की तरह का...

Read Free

प्रेम पत्र... By Saroj Verma

जीवन में किसी ना किसी को कभी ना कभी प्रेम अवश्य होता है और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इन्सान प्रेम पत्र का सहारा लेता है,जब आपको कोई चाहता हो और आपको ये मालूम हो जाएं तो उस...

Read Free

नारी तेरे रूप अनेक By DINESH KUMAR KEER

  एक महिला को सब्जी मंडी जाना था। उसने जूट का बैग लिया और सड़क के किनारे सब्जी मंडी की और चल पड़ी। तभी पीछे से एक रिक्शा वाले ने आवाज़ दी: "कहाँ जायेंगी माता जी...?'' म...

Read Free

औरत एक शक्ति - भाग 4 By Shubhi Gupta

शिव्या को घर आये हुए एक हफ्ता हो गया था.। इस बीच केशव के बेहेवियर मे कोई अंतर नहीं आया था। उसका रोज का घर आना और पीके तमाशा करना। लिकेन आज तो उसने हद ही कर दी थी। पंखुरी सुबह काम प...

Read Free

भारतीय वीरांगना महारानी अहिल्याबाई By नीतू रिछारिया

महारानी अहिल्याबाई इन्दौर के राजाधिराज खण्डेराव की राजरानी और मल्हारराव होल्कर की पुत्रवधू थीं।सतरहवीं सदी के समाप्त होने पर मराठों ने जोर पकड़ा। हिन्दूपदपादशाही की स्थापना का आरम्भ...

Read Free

दो कप चाय By Sarita Rawat

  उठ जा सुबह हो गयी कितना सोएगा ? उमा ने तीसरी आवाज़ लगाते हुए कहा।शुभ अनमना सा मन लिए बिस्तर पर उठ कर बैठ गया । उमा उसके पास आई और सर पर हाथ फेरते हुए बोली " मुँह क्यो फुला रहा है,...

Read Free

राजपूत काल में महिलाओं का योगदान By DINESH KUMAR KEER

[?] *रूठी रानी* *यों तो रूठी रानी के नाम से उमा दे* को जाना जाता है पर भीलवाड़ा जिले के *मेनाल में रूठी रानी का महल*स्थित है जिसके लिए माना जाता है कि यह महल रानी *सुहावा देवी*का ह...

Read Free

दतिया की बुंदेला क्षत्राणी रानी सीता जू - 10 By Ravi Thakur

10 इंद्रजीत के राज्याभिषेक के अवसर पर, रामसिंह के सौतेले भाई रघुनाथ सिंह ने मुगल दरबार में दतिया की गद्दी पर अपना दावा प्रस्तुत किया, किंतु एक बार फिर, ओरछा महाराज के हस्तक्षेप से...

Read Free

नारी गौरव By नंदलाल मणि त्रिपाठी

पंडित जमुना प्रसाद लखीसराय गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में माने जाते थे लखीसराय वैसे भी धनाढ्य और विद्वत लोंगो का गांव था गांव में सभी जाति के लोग थे जोअपने परिश्रम से साक्षर शिक...

Read Free

गाँव की छोरी By DINESH KUMAR KEER

पहली बार इन्हें गाँव से शहर लाया । ये शहर देख कर आश्चर्य चकित थीं और मैं इनकी ख़ुशी को देख कर एकदम चित । मैं ढाल रहा था इन्हें जीवन शैली में और ये ढल रहीं थी बिना किसी आर्गुमेंट के...

Read Free

पहचान खोजती लड़की By Yogesh Kanava

पहचान खोजती लड़की केरल के हसीन तटों पर वो अकेली ना जाने क्या खोज रही थी। बस जो भी मिलता था उससे वो पूछती जाती थी और अपनी एक छोटी सी डायरी में लिख लेती थी। रोहित का मन हुआ कि वो इससे...

Read Free

बेटी की व्यथा... By Saroj Verma

आप सब मुझको पहचानते तो होगें ही,लेकिन बिना नाम के कैसें पहचानेगे भला! तो मैं आप सबको बता दूँ,मैं वही हूँ यशोदा की बेटी हूँ,जिसे ना तो मेरे पिता नंद ने बचाया और ना ही पिता वासुदेव न...

Read Free

माँ (जिसके बिना हमारा अस्तित्व नहीं) By सीमा

माँ : जिसके बिना हमारा अस्तित्व नहींमाँ एक मिश्री घुला शब्द है जिसकी व्याख्या नहीं हो सकती । वह एक ऐसी शख्सियत है जो हर कीमत पर संतान का साथ देती है। स्नेह और देखभाल का इससे बड़ा द...

Read Free

सतरंगी दोस्ती By उषा जरवाल

         दिसंबर का महीना मेरे परिवार के लिए उत्सव का महीना होता है क्योंकि मेरे दोनों बच्चों का जन्मदिन और शादी की सालगिरह भी इसी महीने में आती है | 9 दिसंबर, मेरी शादी की सालगिरह...

Read Free

रानी दुर्गावती By सीमा

मध्यप्रदेश के रायसेन किले से जुड़े संघर्ष में 701 राजपूतानियों के जौहर को आज 490 साल पूरे हो गए हैं। मुगलों के आक्रमण के दौर में जौहर की इस कहानी के बारे में कम लोग ही जानते हैं।छह...

Read Free

ढाबे की वो खाट By Yogesh Kanava

ढाबे की वो खाट सरकारी काम होने के कारण अहमदाबाद जाना बेहद ज़रूरी था। सीजन के कारण किसी भी ट्रेन में टिकट नहीं मिल सका था। तत्काल में भी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। आखि़र हारकर ए...

Read Free

डॉ. शीतल By B M

तुम्हे गाने पसंद है। हा थोडे बहुत पर, ज्यादा नही। कहते हे की, संगीत दुनिया का वो वरदान है जो जीवन को आनंदमय तथा बहुत ही मजेदार बना देता है। सात राग का जो विज्ञान है, वो अदभूत है। ए...

Read Free

आशीर्वाद By Yogesh Kanava

आशीर्वादरात देर से सोने के कारण सुबह आज आँख जरा सी देर से खुली, और खुली भी क्या बल्कि मोबाइल की घण्टी ने आँखे ज़बरदस्ती खोल दी। मन में खीज हो रही थी कि इतनी सुबह-सुबह कौन है जिसको ख...

Read Free

कोठेवाली... By Saroj Verma

दिल्ली मेरठ हाइवे पर एक औरत रहती थीं,अगल बगल कुछ खेत थे और उन खेतों के बीच में एक घर था ,जो उस औरत का था,कहते हैं कि वो खेत भी उसी के थे,जिनसे वो अपना गुजारा करती थी,हाइवें पर गुजर...

Read Free

मर्द की शर्म... By Saroj Verma

"सर!हमें सिंहपुर जाना होगा,सुना है उस लाखन सिंह डकैत का वहीं आना जाना है",हवलदार खूबचन्द ने इन्सपेक्टर अखिलेश यादव से कहा.... "लाखन...!सिंहपुर आता है,वो भला क्यों?उसका वहाँ कोई सगा...

Read Free

दहक By Yogesh Kanava

दहक फेमिली कोर्ट का कमरा खचाखच भरा था । आज कुल दस केस की सुनवाई थी । इधर नीलोत्पल आखिरी कौशिश करना चाह रहा था अपनी गृृहस्थी को बचाने के लिए लेकिन नीलिमा टस से मस नहीं हो रही थी वो...

Read Free

रक्षाबन्धन By DINESH KUMAR KEER

रक्षाबंधन का त्योहार पर एक कृतिप्यारा सा रक्षाबंधन का त्योहार आया, भाई-बहन के रिश्तों का त्योहार आया, श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि पर आया,उमंग, हर्ष व उल्लास जो साथ में लाया,प्यारा...

Read Free

फाइल By Yogesh Kanava

फाइल कोई चार बजे होंगे, सरकारी दफ्तरों में प्राय चार बजे ही शाम होने लगती है या यूं कहें कि लोग मान लेते हैं कि शाम हो गई है बस तभी सी अपनी टेबल साफ करने लग जाते हैं । पेंडिग फाइलो...

Read Free

थप्पड़!! By Madhu

एक जगह (नाम तिलसवा उत्तर प्रदेश का छोटा सा गाँव) कुछ औरते आपस में बाते कर रही थी या शायद किसी कि बुराई वो भी किसी के घर कि बहुरिया के बारे मा,,,, एक औरत अरे सुनो कमलिया के री अम्मा...

Read Free

मौहब्बत की किताब... By Saroj Verma

वो कटघरें में दाखिल हुई तो उससे वकील साहिबा ने पूछा... "क्या नाम है तुम्हारा?और तुम इन हालातों तक कैसें पहुँची?" "जी!मैं आज सब कुछ सच सच कहूँगी,कुछ भी झूठ नहीं कहूँगी",वो युवती बोल...

Read Free

एक लड़की अनजानी सी By DINESH KUMAR KEER

एक लड़की अनजानी सीपरसो रात्रि करीबन साढ़े ग्यारह बजे मे आॅफिस से घर को बाइक से निकला ही था की कुछ ही दूरी पर एक लडकी नजर आई सलवार सूट पहने मदद का हाथ लिए इशारे से... मैने बाइक रोकी...

Read Free

शब्दों की चोरनी By Sharovan

शब्दों की चोरनी कहानी / शरोवन *** '?'- इस पर अंजना कुछ भी नहीं बोली. वह अपनी मुस्कान बिखेरते हुए किचिन में चली गई. जाते-जाते उसने बाहर आंगन में देखा तो पतझड़ की पीली पत्तियो...

Read Free

जीत का दिन By Yogesh Kanava

रोहित अच्छा खासा हैण्डसम, लम्बा गोरा चिट्टा एकदम अंग्रेज सा लगता था। अच्छा खासा जॉब, एक मल्टी नेशनल कम्पनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर्स का मैनेजर और रोहिणी वो भी तो कम सुन्दर नहीं है ना...

Read Free

गुलाबो - भाग 11 By Neerja Pandey

पिछले भाग में आपने पढ़ा विजय अम्मा के बुलाने से घर आता है। गुलाबो के लिए वो सब से छुपा कर साज श्रृंगार का सामान लाता है। वो गुलाबो को उसे दे नही पाता अम्मा बीच में आ जाती हैं। अब आ...

Read Free

नीचिया की लुगाई और कजली By Yogesh Kanava

सरकारी काम से भावेश को राजकोट के दूरदराज के गांवों में कार्य प्रगति को देखने के लिए जाना पड़ा । सरकारी गाड़ी थी, ड्राइवर था लेकिन न जाने क्यों भावेश एक दम अकेला सा महसूस कर रहा था...

Read Free

पिंजरा... By Saroj Verma

बहुत सिफारिश के बाद एक कस्बें में मुझे नौकरी मिल गई तो वहाँ जाकर रहने का मसला पैदा हो गया,इसलिए कुछ दिनों के लिए मैनें एक मंदिर की धर्मशाला में शरण ली,दिनभर दफ्तर में काम-काज करता...

Read Free

फातिमा बीबी By Jagruti Vakil

फातिमा बीबी [जन्म 30 अप्रैल 1927]सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश हैं। वे वर्ष 1989 में इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्हें 3 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मान...

Read Free

मधुरिका By Yogesh Kanava

मधुरिका जी आज ज़ोर-ज़ोर से बोले जा रही थी और निलय उन्हें चुप करवाने की कोशिश कर हरे थे वो लगातर कहे जा रही थी मेरी किसी को परवाह नही है, कोई भी मेरे साथ नही है और तुम --- तुम तो पूरी...

Read Free