hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • मैं पापन ऐसी जली--भाग(२२)

    कुछ ही देर में बूढ़ी सरदारनी का घर आ गया और उन्होंने सावधानीपूर्वक सरगम को रिक्शे...

  • क्या तुमने - भाग - ९ 

    सखाराम ने बसंती के माता-पिता से माफ़ी मांगते हुए कहा, “समधी जी मुझे ऐसा लगता है क...

  • अटूट प्यार..

    गाँव के एक पक्के मकान के पीछे के दरवाजे से एक मर्द और औरत चोरों की तरह आगे पीछे...

मैं पापन ऐसी जली--भाग(२२) By Saroj Verma

कुछ ही देर में बूढ़ी सरदारनी का घर आ गया और उन्होंने सावधानीपूर्वक सरगम को रिक्शे से उतारा,फिर रिक्शेवाले ने दोनों का सामान नीचे उतारा और अपना मेहनताना लेकर चला गया,बूढ़ी सरदारनी ने...

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जहाँ चाह हो राह मिल ही जाती है - भाग - 4 By Ratna Pandey

शक्ति सिंह से मिल कर घर वापस आने के बाद हीरा लाल बहुत बेचैन थे, अपनी पत्नी को उन्होंने सारी परिस्थिति से अवगत कराया और विजया का अधिक ख़्याल रखने की सलाह दी। गायत्री भी बेहद डर गई थ...

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क्या तुमने - भाग - ९  By Ratna Pandey

सखाराम ने बसंती के माता-पिता से माफ़ी मांगते हुए कहा, “समधी जी मुझे ऐसा लगता है कि अब मोहन कभी नहीं सुधरेगा। हमें अब उसकी पुलिस में शिकायत कर देनी चाहिए। उनके डर से शायद वह …” “पता...

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अटूट प्यार.. By Saroj Verma

गाँव के एक पक्के मकान के पीछे के दरवाजे से एक मर्द और औरत चोरों की तरह आगे पीछे देखते हुये मकान से बाहर निकले, सामने सूरज ढल रहा था और उसकी किरणें सीधी उनके मुँह पर पड़ रही थीं,मर्द...

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दलदल से बाहर By Bhavana Shukla

दलदल से बाहर...   (डॉ.भावना शुक्ल ) ===============  आज मन बहुत प्रफुल्लित हो रहा था गर्मी की छुट्टी बिताने के बाद अपने घर जा रहे थे अब  प्रतीक्षा समाप्त हो रही थी जल्दी ही परिवार...

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नियति By Bhavana Shukla

नियति  ..(कहानी) कहानीकार ....डॉ.भावना शुक्ल ========================================== चारों ओर की आवाजें बच्चों का शोर ,मंदिर जी शंख ध्वनि का स्वर नियति को बैचैने कर रहा था .तभी...

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अलौकिक दुनिया.. By Saroj Verma

"सुना है कल गाँव में लोगों को एक डायन दिखी",अहमद अली बोले... "आप इन सब बातों पर भरोसा करते हैं",रहमान मियाँ ने पूछा... "मैं तो ऐसी बेतुकी बातों पर बिल्कुल भरोसा नहीं करता,ना कभी आँ...

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रश्मिरथ By prabhat samir

डाॅ. प्रभातसमीर इस नए प्रकार के महाभारत का सू़त्रपात उसी दिन हो गया था, जिस दिन राघव अपनी बेटी रमा का रिश्ता लेकर मिश्रा के घर गए थे । पीढ़ियों से राघव के घर में अड्डा जमाए बैठी लक्...

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मुखियाईन... By Saroj Verma

"क्यों री! आज फिर तेरी देह पर चोट के निशान हैं,आज फिर मारा क्या लल्लू ने तुझे"?, मुखियाईन ने अपनी मेहरी(कामवाली) गुन्जा से पूछा.... "क्या बताऊँ मुखियाईन कल रात फिर पीकर आया था वो,म...

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सफल औरत के पीछे कौन? By Sushma Tiwari

आरोही अब सच में अफसोस कर रही थी, ये कैसी गलती हो गई उससे! अमित ने कहा था कि ज्यादा आज्ञाकारी मत बनो, पर उसे ही भूत सवार था कि घरवालो को कम से कम बता देना सही है। अमित ने कहा भी था...

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सलाह - न फेरे दूरी अच्छी - 2 By Kishanlal Sharma

"बड़ी हो तो,"रश्मि बोली।""तुमसे ज्यादा मैंने दुनिया देखी है।लोगो को ज्यादा जानती हूँ।इसीलिए मैं तुम्हे समझा रही हूँ।तुम जवान हो,सुंदर हो,"सरोज,रश्मि को समझाते हुए बोली,"अगर तुम अपने...

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पब्लिक टायलेट और हिडेन केमेरा By pravin Rajput Kanhai

(कुछ समय पहले मैंने सोशल मीडिया पर खबर सुनी थी कि सार्वजनिक शौचालयों में महिलाओं के टॉयलेट(पेशाब) करने के वीडियो गुप्त रूप से बनाए गए और इंटरनेट पर अपलोड किए गए। तो अगर किसी के साथ...

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खाओ और सो जाओ By Sarita Rawat

सुनो, आगे वो पंसारी की दुकान पर गाड़ी रोकना घर के लिए कुछ सामान लेना है, मानसी ने रोहन से कहा। मानसी और रोहन की शादी को दो वर्ष बीत चुके हैं, आज रोहन मानसी को उसके मायके से लेने गया...

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सौतेली मां का प्यार By Rakesh Rakesh

विपिन के घर में आज बहुत रौनक थी, क्योंकि विपिन की दूसरी शादी हो रही थी। उसकी पहली पत्नी का नाम तुलसी था। तुलसी को डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था, कि वह जीवन में कभी भी मां नहीं बन पाए...

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चेंजिंग रूम और हिडेन केमेरा By pravin Rajput Kanhai

नोट= कहानी अश्लील नहीं है, सम्पूर्ण कहानी पढ़कर ही अपना निर्णय बनाए.... 'माँ, मैं अनीता के साथ कपड़े लेने जा रही हूँ।' मोनिकाने अपनी मां से कहा।'ठीक है, लेकिन जल्दी...

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गुलाबो - भाग 14 By Neerja Pandey

भाग 14गुलाबो मन ही मन रोज सपने संजोती की अब वो यहां से चली जायेगी। बच्चे का गहरा रंग उसे भी अच्छा नहीं लगता था। पर अपनी औलाद थी इस लिए स्वीकार करना ही था। पर वो मन ही मन सोचती शहर...

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कुछ बाते! By Madhu

कुछ बाते है,,,आज भी जो देखती हूँ कहने का मन कह रहा है,,,, पुरुषवादी सोच,,,,अधिकतर पुरुष..... हा तो मैं मर्द तो कुछ भी कर सकता हूँ,,, हर किसी को दबा कर रख सकता है,,,, हूँ स्त्रियो क...

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मैं पापन ऐसी जली--भाग(२२) By Saroj Verma

कुछ ही देर में बूढ़ी सरदारनी का घर आ गया और उन्होंने सावधानीपूर्वक सरगम को रिक्शे से उतारा,फिर रिक्शेवाले ने दोनों का सामान नीचे उतारा और अपना मेहनताना लेकर चला गया,बूढ़ी सरदारनी ने...

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जहाँ चाह हो राह मिल ही जाती है - भाग - 4 By Ratna Pandey

शक्ति सिंह से मिल कर घर वापस आने के बाद हीरा लाल बहुत बेचैन थे, अपनी पत्नी को उन्होंने सारी परिस्थिति से अवगत कराया और विजया का अधिक ख़्याल रखने की सलाह दी। गायत्री भी बेहद डर गई थ...

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क्या तुमने - भाग - ९  By Ratna Pandey

सखाराम ने बसंती के माता-पिता से माफ़ी मांगते हुए कहा, “समधी जी मुझे ऐसा लगता है कि अब मोहन कभी नहीं सुधरेगा। हमें अब उसकी पुलिस में शिकायत कर देनी चाहिए। उनके डर से शायद वह …” “पता...

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अटूट प्यार.. By Saroj Verma

गाँव के एक पक्के मकान के पीछे के दरवाजे से एक मर्द और औरत चोरों की तरह आगे पीछे देखते हुये मकान से बाहर निकले, सामने सूरज ढल रहा था और उसकी किरणें सीधी उनके मुँह पर पड़ रही थीं,मर्द...

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दलदल से बाहर By Bhavana Shukla

दलदल से बाहर...   (डॉ.भावना शुक्ल ) ===============  आज मन बहुत प्रफुल्लित हो रहा था गर्मी की छुट्टी बिताने के बाद अपने घर जा रहे थे अब  प्रतीक्षा समाप्त हो रही थी जल्दी ही परिवार...

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नियति By Bhavana Shukla

नियति  ..(कहानी) कहानीकार ....डॉ.भावना शुक्ल ========================================== चारों ओर की आवाजें बच्चों का शोर ,मंदिर जी शंख ध्वनि का स्वर नियति को बैचैने कर रहा था .तभी...

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अलौकिक दुनिया.. By Saroj Verma

"सुना है कल गाँव में लोगों को एक डायन दिखी",अहमद अली बोले... "आप इन सब बातों पर भरोसा करते हैं",रहमान मियाँ ने पूछा... "मैं तो ऐसी बेतुकी बातों पर बिल्कुल भरोसा नहीं करता,ना कभी आँ...

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रश्मिरथ By prabhat samir

डाॅ. प्रभातसमीर इस नए प्रकार के महाभारत का सू़त्रपात उसी दिन हो गया था, जिस दिन राघव अपनी बेटी रमा का रिश्ता लेकर मिश्रा के घर गए थे । पीढ़ियों से राघव के घर में अड्डा जमाए बैठी लक्...

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मुखियाईन... By Saroj Verma

"क्यों री! आज फिर तेरी देह पर चोट के निशान हैं,आज फिर मारा क्या लल्लू ने तुझे"?, मुखियाईन ने अपनी मेहरी(कामवाली) गुन्जा से पूछा.... "क्या बताऊँ मुखियाईन कल रात फिर पीकर आया था वो,म...

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सफल औरत के पीछे कौन? By Sushma Tiwari

आरोही अब सच में अफसोस कर रही थी, ये कैसी गलती हो गई उससे! अमित ने कहा था कि ज्यादा आज्ञाकारी मत बनो, पर उसे ही भूत सवार था कि घरवालो को कम से कम बता देना सही है। अमित ने कहा भी था...

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सलाह - न फेरे दूरी अच्छी - 2 By Kishanlal Sharma

"बड़ी हो तो,"रश्मि बोली।""तुमसे ज्यादा मैंने दुनिया देखी है।लोगो को ज्यादा जानती हूँ।इसीलिए मैं तुम्हे समझा रही हूँ।तुम जवान हो,सुंदर हो,"सरोज,रश्मि को समझाते हुए बोली,"अगर तुम अपने...

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पब्लिक टायलेट और हिडेन केमेरा By pravin Rajput Kanhai

(कुछ समय पहले मैंने सोशल मीडिया पर खबर सुनी थी कि सार्वजनिक शौचालयों में महिलाओं के टॉयलेट(पेशाब) करने के वीडियो गुप्त रूप से बनाए गए और इंटरनेट पर अपलोड किए गए। तो अगर किसी के साथ...

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खाओ और सो जाओ By Sarita Rawat

सुनो, आगे वो पंसारी की दुकान पर गाड़ी रोकना घर के लिए कुछ सामान लेना है, मानसी ने रोहन से कहा। मानसी और रोहन की शादी को दो वर्ष बीत चुके हैं, आज रोहन मानसी को उसके मायके से लेने गया...

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सौतेली मां का प्यार By Rakesh Rakesh

विपिन के घर में आज बहुत रौनक थी, क्योंकि विपिन की दूसरी शादी हो रही थी। उसकी पहली पत्नी का नाम तुलसी था। तुलसी को डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था, कि वह जीवन में कभी भी मां नहीं बन पाए...

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चेंजिंग रूम और हिडेन केमेरा By pravin Rajput Kanhai

नोट= कहानी अश्लील नहीं है, सम्पूर्ण कहानी पढ़कर ही अपना निर्णय बनाए.... 'माँ, मैं अनीता के साथ कपड़े लेने जा रही हूँ।' मोनिकाने अपनी मां से कहा।'ठीक है, लेकिन जल्दी...

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गुलाबो - भाग 14 By Neerja Pandey

भाग 14गुलाबो मन ही मन रोज सपने संजोती की अब वो यहां से चली जायेगी। बच्चे का गहरा रंग उसे भी अच्छा नहीं लगता था। पर अपनी औलाद थी इस लिए स्वीकार करना ही था। पर वो मन ही मन सोचती शहर...

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कुछ बाते! By Madhu

कुछ बाते है,,,आज भी जो देखती हूँ कहने का मन कह रहा है,,,, पुरुषवादी सोच,,,,अधिकतर पुरुष..... हा तो मैं मर्द तो कुछ भी कर सकता हूँ,,, हर किसी को दबा कर रख सकता है,,,, हूँ स्त्रियो क...

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