hindi Best Comedy stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Comedy stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


Languages
Categories
Featured Books

जब पड़ोसी को सिलेंडर दिया By Manjari Shukla

गरीबी भी सोलवहें साल की पहली मोहब्बत की तरह होती है जो उम्र भर पीछा नहीं छोड़तीI मेरा पीछा ना तो पहली मोहब्बत ने छोड़ा और ना ही गरीबी नेI जवानी के दिनों का उबाल मारता इश्क़ आज रसोईघ...

Read Free

बिना मेकअप की सेल्फ़ी By Manjari Shukla

सामने बैठी मेरी पत्नी मेरे उत्तर की प्रतीक्षा कर रही है और मै डरपोक सा इधर उधर छिपने के लिए कोई जगह तलाश रहा हूँI सही नंबर के चश्में से भी पहली बार मुझे धुँधला नज़र आ रहा हैI चश्मा...

Read Free

ह्रदय दान By Ajay Amitabh Suman

इस कड़ी में मैंने कुछ हास्य कविताओं को शामिल किया है. उम्मीद है पाठकों को पसंद आएगी. (१) हृदय दान हृदय दान पर बड़े हल्के फुल्के अन्दाज में लिखी गयी ये हास्य कविता है। यहाँ पर एक...

Read Free

ओल्ड इज आलवेज गोल्ड By dilip kumar

ओल्ड इज आलवेज गोल्डकिम जोंग द्वारा अमेरिका से सुलह कर लेने के बाद भारत टीवी चैनल के कर्ता-धर्ता बहुत परेशान थे कि अब कौन सा देश उनसे युध्दनीति की सूचनाएं साझा करेगा और वो अपनी दुनि...

Read Free

प्रेम के साथ प्रयोग By Ajay Amitabh Suman

सारे लोग उस पर हंस रहे थे। वह बुजुर्ग चुुपचाप उनके ताने सुन रहा था। बस कंडक्टर उसे बार-बार किराए के पैसे मांग रहा था। वह बुजुर्ग आदमी बार बार बोल रहे थे, मेरे पास पैसे तो हैं लेकि...

Read Free

अथ लेखन चालीसा By dilip kumar

अथ लेखन चालीसाचुनाव के विशेष शस्त्रों यानी नारों की दुकान में आपका हार्दिक स्वागत है। दुकान पर न भी आएँ तो भी दूसरे विकल्प उपलब्ध हैं। इस हेतु हमारा प्रतिष्ठान ख्यातिलब्ध है। किसी...

Read Free

डॉलर का मारा मारा - व्यंग्य लेख By Mahendra Rajpurohit

नमस्ते देश के प्रेमी और प्रेमिकाओ, कवियों और कवियत्रीयो, मेरे जैसे बिना समझने वाले भाई और बहनों।आज-कल देेश में , रूूपया की तबीयत काफी समय से खराब चल रही है। देेश मैं कुछ लोगों को इ...

Read Free

कॉर्पोरेट गधे By Ajay Amitabh Suman

आज दिल्ली में गर्मी आपने उफान पे थी। अपनी गाड़ी की सर्विस कराने के लिए मै ओखला सर्विस सेंटर गया था। गाड़ी छोड़ने के बाद वहां से लौटने के लिए ऑटो रिक्शा ढूंढने लगा। थोड़ी ही देर मे...

Read Free

झा का मतलब क्या By Ajay Amitabh Suman

एक दिन रोज की तरह मैं ऑफिस से घर गया तो मेरा बेटा कुछ नाराज सा बैठा हुआ था . मैंने उससे पूछा : बेटा क्यों नाराज हो ?पुत्र : पापा आज स्कूल में मुझे डाँट पड़ी . मैडम ने मेरे नाम का म...

Read Free

मेरा बाप By Ankit Maharshi

..dirty comedy .. ये कहानी है एक ऐसे व्यक्ति की जो हर किसी की बेइज़्ज़ती करने में दक्ष है. पर क्या हो जब वो ऐसे बच्चे से मिले जिसका बेइज़्ज़तियाँ मारने में कोई जवाब नहीं.

Read Free

बीटिंग, ईटिंग, डम्पिंग ऐंड डिसएन्फ़्रेंचाइज़िंग By Mahesh Dewedy

बीटिंग, ईटिंग, डम्पिंग ऐंड डिसएन्फ़्रेंचाइज़िंग हमारे देश की चुनाव प्रक्रिया विश्व की किसी भी फ़्राडियर-संस्था के लिये ज्ञानवर्धक सिद्ध हो सकती है. हम चुनाव में शुचिता की...

Read Free

लाइनें लगी हैं । By Dr Narendra Shukl

line lagi hain is basically a satire on current issues . line lagi hain is basically a satire on current issues . line lagi hain is basically a satire on current issues . lineline...

Read Free

होल्डाल के शिकार By Mahesh Dewedy

In times goneby HOLD-ALL used to be an essential item for long distance well-to-do travellers. It used to serve many purposes- carrying everything including pillow and quilt, impr...

Read Free

पकोड़ा चिंतन By Dr Narendra Shukl

pakoda chintan is basically a satire on increasing unemployment problems in india.pakoda chintan is basically a satire on increasing unemployment problems in india.pakoda chintan i...

Read Free

कर्मा By Nimesh

एक छोटी सी कहानी है जिसका इरादा थोड़ा पाठको को हंसाने का है, कोई खास शिक्षा तो नहीं है इसमें, हाँ आप थोड़ा सोच में पड़ेंगे कि फिर बाद में और क्या हुआ, क्या उसने पैसे लौटाए, आखिए इस कह...

Read Free

विधानसभा में भूत By Dr Narendra Shukl

vidhan sabha main bhoot - is basically a humor satire on current issue .vidhan sabha main bhoot - is basically a humor satire on current issue .vidhan sabha main bhoot - is basical...

Read Free

प्रेमपत्र By Bhupendra Kumar Dave

It is humour story on Prem Patra with a Prem Patra as well. It tells how the idea of writing love letter originates in the heart of lovers, what arethe essintial qualities of a...

Read Free

प्यार का जुर्माना By Ravi Gohel

नकुल कुदरती तौर से घरजमाई बन गया पर नया नौ दिन होता है। नकुल की सास मोतीबाई हिटलर साबित हो रही थी। उसे घर के हाल कहिए या कोई सार्वजनिक ठिकाना पता नहीं चलता। वो सब तो ठीक पति - प...

Read Free

बैकुंठ हेयर ड्रेसेज By Dr Narendra Shukl

this article is bases on hair dresses who cheat common persons while cutting the hair. this article is bases on hair dresses who cheat common persons while cutting the hair

Read Free

पछतावा By Indrajeet Kaur

प्रतीक में कही गयी व्यवस्था में कमियों की बात। एक व्यंग्य कथा। जंगल की हकीकत में शासन की छवि सभी को दिखती है। जनता त्रस्त और परेशान है। षड़यन्त्रों का खुलासा है। इसमें दिखाया गया है...

Read Free

गधे ही गधे By Dr Narendra Shukl

This is a satire on common peoples who ae always ready to severs his owners without any hesitation and respective of wrong or good .This is a satire on common peoples who ae always...

Read Free

हिन्दी दिवस के मायने By Dr Narendra Shukl

humour on those indian peoples who hates hindi language humour on those indian peoples who hates hindi language .humour on those indian peoples who hates hindi language.

Read Free

व्यंग्य By Sangeeta Gandhi

समाज के मुद्दों पर कुछ व्यंग्य --जो सोचने पर मजबूर करने के साथ साथ गुदगुदाते भी हैं । जीवन की साधारण सी बातों ,घटनाओं को देखने का नया नजरिया देता है व्यंग्य ।ये व्यंग्य कुछ चुभता...

Read Free

अंगूर खट्टे नहीं थे By Indrajeet Kaur

अंगूर खट्टे थे की कहानी झूठी थी। पढ़िये इसकी वास्तविकता व्यंग्य शैली में। आज की राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों को दर्पण दिखाती यह कथा नया नजरिया देगी।

Read Free

यूज़ एंड थ्रो पालिसी By Mukesh Joshi

अनिल रस्तोगी की कहानी जो लड़कियों को समझता है यूज़ एंड थ्रो पॉलिसी । हेमा उसके जीवन में क्या बदलाव लाती है। क्या वो ये पॉलिसी छोड़ पाएगा ................................................

Read Free

हेलो - ऐ स्ट्रीट डॉग By Mukesh Joshi

आज के मौकापरस्त समाज में इंसान और जानवर के निश्छल प्रेम की वो कहानी जो आपकी आँखों को नम कर देगी मिलिए बदमाश पर बहुत प्यारे “हेलो” से ...…......…..............

Read Free

बेरोजगारी के मुखिया By Lakshmi Narayan Panna

यह पुस्तक हमारे समाज में फैले हुए इस भ्र्म पर व्यंग है कि आज कल बेरोजगारी बहुत बढ़ गयी है । मेरे विचार से इसका मुख्य कारण हम सब अधिक हैं , हम नही सोचते कि हमारी योग्यता क्या है , न...

Read Free

मूर्ख बुद्धिमान By Lakshmi Narayan Panna

यह पुस्तक ऐसे लोगों के लिए एक व्यंग है जो हमेशा ही बस अपने विचारों को ही सर्वोपरि रखते हैं । ऐसे लोग कभी नही सोचते की हर व्यक्ति का अपना बाप , अपने विचार , और अपना आदर्श होता है ।...

Read Free

Uchh Raktchap Nich Vichar By Prem Janmejay

Uchh Raktchap Nich Vichar - Prem Janmejay

Read Free

Samaj Sevi Sanp Ji By Prem Janmejay

Samaj Sevi Sanp Ji - Prem Janamejay

Read Free

अपनी पत्नी को दीजिये एक और पति By Jitendra Jeetu

अपनी पत्नी को दीजिये एक और पति

एक कवि और उनकी पत्नी का संसार बखूबी व्यंग्य स्वरुप में दिखाता हुआ सुन्दर हास्य-व्यंग्य


पढ़िए, कहीं आप तो उनमें से नहीं

Read Free

चौकीदार चौबे चाचा By Sanjay Nayka

‘चौकीदार चौबे चाचा ‘ एक हास्य कहानी है ये कहानी मे चौबे चाचा अपनी चौकीदारी मे हुए हास्य किस्से सूनाते है

Read Free

हीरो चुलबुल कुमार By Sanjay Nayka

हीरो चुलबुल कुमार कहानी उस शख्स के बारे मे है जो अपनी तारीफ दुसरो से खूद करता है और दुसरे उसकी हरकतो पे मजा लेते है

Read Free

हरीलाल की हरियाली शादी By Sanjay Nayka

यह हास्य कहानी हरीलाल की हैं । जो नाम से ही हरा है बाकी सारी उम्र बेरंगी गुजार रहा हैं । क्योंकि अभी तक वो कुँवारा हैं । जीवन के 36 साल पुरे कर लिए हैं पर शादी के सात फेरे अभी तक...

Read Free

ओशो के प्रवचनों में मुल्ला नसरूद्दीन By Antar Sohil

कहा जाता है कि मुल्ला नसरुदीन तुर्की में रहने वाला एक बुद्धिमान दार्शनिक था, जिसे उसके किस्से कहानियों के लिए जाना जाता था।
ओशो अक्सर अपने प्रवचनों में मुल्ला के चुटीले किस्से कह...

Read Free

धनुर्विद्या डोट कोम By Mukul Jani

पौराणीक पात्रों गुरु द्रोण एवं एकलव्य के बीच अगर मोबाइल फोन पे आज के जमानेमें बातचीत हो तो वो कैसी हो शकती है

गुरूपूर्णीमा के दिन लिखा गया ये सॅटायर आपको एक अलग ही दुनियामें ल...

Read Free

जूता या स्याही By Sonu Kasana

हँसना सेहत के लिए अच्छा होता है। तो थोड़ा हँस लो।

Read Free

Gustakhi Maaf By Jahnavi Suman

Gustakhi Maaf - Suman Sharma

Read Free

Loktantra abhyutthanam By Vinod Viplav

लोकतंत्र अभ्युत्थानम् विनोद विप्लव लिखित राजनीति व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। इसमें शामिल व्यंग्य के जरिये लोकतंत्र और भारतीय राजनीति के अनछूये पहलुओं को उजागर किया गया है। इसमें श...

Read Free

Khatte Mithe Vyang : Chapter 2 By Arunendra Nath Verma

सुना तो था कि हर कुत्ते के दिन आते हैं फिर भी उस कुत्ते के भाग्य से ईर्ष्या हुई जिसकी कई दिनों से दिल्ली पुलिस को तलाश थी. भला कितने कुत्तों का ये सौभाग्य होता है कि अखबारों और टी...

Read Free

पांच व्यंग्य रचनाएँ By Arvind Kumar

मेरे ये व्यंग्य आज की विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विसंगतियों पर करारा तंज़ करते हैं. ये व्यंग्य आपका मनोरंजन करने के साथ-साथ आपको आज के हालात के बारे में भी बहुत कुछ सोचने...

Read Free

Akarmanye Vadhikaraste By Vinod Viplav

व्यंग्य संग्रह अक्रमण्येऽवादिकारस्तै.. सर्ब फलैसू सदाचन... — विनोद विप्लव विशय सूची कर्मवीर बनाम फलवीर अकर्मण्ये वधिकारस्ते कृश्ण कब वादा निभायेंगे महानता का जुगाड़ ओबामा के खिलाफ भ...

Read Free

चुनने का अपराधबोध By Surjeet Singh

बोलने को उद्दत होकर चुप रहने का उसका लंबा इतिहास रहा है। जब प्याज-टमाटर के दाम बढ़े, तब भी वह चुप रहा। दालें उसके बूते से बाहर हुईं, तब भीतर शब्द खदबदाने लगे। गले में आकर अटक गए। द...

Read Free

जब पड़ोसी को सिलेंडर दिया By Manjari Shukla

गरीबी भी सोलवहें साल की पहली मोहब्बत की तरह होती है जो उम्र भर पीछा नहीं छोड़तीI मेरा पीछा ना तो पहली मोहब्बत ने छोड़ा और ना ही गरीबी नेI जवानी के दिनों का उबाल मारता इश्क़ आज रसोईघ...

Read Free

बिना मेकअप की सेल्फ़ी By Manjari Shukla

सामने बैठी मेरी पत्नी मेरे उत्तर की प्रतीक्षा कर रही है और मै डरपोक सा इधर उधर छिपने के लिए कोई जगह तलाश रहा हूँI सही नंबर के चश्में से भी पहली बार मुझे धुँधला नज़र आ रहा हैI चश्मा...

Read Free

ह्रदय दान By Ajay Amitabh Suman

इस कड़ी में मैंने कुछ हास्य कविताओं को शामिल किया है. उम्मीद है पाठकों को पसंद आएगी. (१) हृदय दान हृदय दान पर बड़े हल्के फुल्के अन्दाज में लिखी गयी ये हास्य कविता है। यहाँ पर एक...

Read Free

ओल्ड इज आलवेज गोल्ड By dilip kumar

ओल्ड इज आलवेज गोल्डकिम जोंग द्वारा अमेरिका से सुलह कर लेने के बाद भारत टीवी चैनल के कर्ता-धर्ता बहुत परेशान थे कि अब कौन सा देश उनसे युध्दनीति की सूचनाएं साझा करेगा और वो अपनी दुनि...

Read Free

प्रेम के साथ प्रयोग By Ajay Amitabh Suman

सारे लोग उस पर हंस रहे थे। वह बुजुर्ग चुुपचाप उनके ताने सुन रहा था। बस कंडक्टर उसे बार-बार किराए के पैसे मांग रहा था। वह बुजुर्ग आदमी बार बार बोल रहे थे, मेरे पास पैसे तो हैं लेकि...

Read Free

अथ लेखन चालीसा By dilip kumar

अथ लेखन चालीसाचुनाव के विशेष शस्त्रों यानी नारों की दुकान में आपका हार्दिक स्वागत है। दुकान पर न भी आएँ तो भी दूसरे विकल्प उपलब्ध हैं। इस हेतु हमारा प्रतिष्ठान ख्यातिलब्ध है। किसी...

Read Free

डॉलर का मारा मारा - व्यंग्य लेख By Mahendra Rajpurohit

नमस्ते देश के प्रेमी और प्रेमिकाओ, कवियों और कवियत्रीयो, मेरे जैसे बिना समझने वाले भाई और बहनों।आज-कल देेश में , रूूपया की तबीयत काफी समय से खराब चल रही है। देेश मैं कुछ लोगों को इ...

Read Free

कॉर्पोरेट गधे By Ajay Amitabh Suman

आज दिल्ली में गर्मी आपने उफान पे थी। अपनी गाड़ी की सर्विस कराने के लिए मै ओखला सर्विस सेंटर गया था। गाड़ी छोड़ने के बाद वहां से लौटने के लिए ऑटो रिक्शा ढूंढने लगा। थोड़ी ही देर मे...

Read Free

झा का मतलब क्या By Ajay Amitabh Suman

एक दिन रोज की तरह मैं ऑफिस से घर गया तो मेरा बेटा कुछ नाराज सा बैठा हुआ था . मैंने उससे पूछा : बेटा क्यों नाराज हो ?पुत्र : पापा आज स्कूल में मुझे डाँट पड़ी . मैडम ने मेरे नाम का म...

Read Free

मेरा बाप By Ankit Maharshi

..dirty comedy .. ये कहानी है एक ऐसे व्यक्ति की जो हर किसी की बेइज़्ज़ती करने में दक्ष है. पर क्या हो जब वो ऐसे बच्चे से मिले जिसका बेइज़्ज़तियाँ मारने में कोई जवाब नहीं.

Read Free

बीटिंग, ईटिंग, डम्पिंग ऐंड डिसएन्फ़्रेंचाइज़िंग By Mahesh Dewedy

बीटिंग, ईटिंग, डम्पिंग ऐंड डिसएन्फ़्रेंचाइज़िंग हमारे देश की चुनाव प्रक्रिया विश्व की किसी भी फ़्राडियर-संस्था के लिये ज्ञानवर्धक सिद्ध हो सकती है. हम चुनाव में शुचिता की...

Read Free

लाइनें लगी हैं । By Dr Narendra Shukl

line lagi hain is basically a satire on current issues . line lagi hain is basically a satire on current issues . line lagi hain is basically a satire on current issues . lineline...

Read Free

होल्डाल के शिकार By Mahesh Dewedy

In times goneby HOLD-ALL used to be an essential item for long distance well-to-do travellers. It used to serve many purposes- carrying everything including pillow and quilt, impr...

Read Free

पकोड़ा चिंतन By Dr Narendra Shukl

pakoda chintan is basically a satire on increasing unemployment problems in india.pakoda chintan is basically a satire on increasing unemployment problems in india.pakoda chintan i...

Read Free

कर्मा By Nimesh

एक छोटी सी कहानी है जिसका इरादा थोड़ा पाठको को हंसाने का है, कोई खास शिक्षा तो नहीं है इसमें, हाँ आप थोड़ा सोच में पड़ेंगे कि फिर बाद में और क्या हुआ, क्या उसने पैसे लौटाए, आखिए इस कह...

Read Free

विधानसभा में भूत By Dr Narendra Shukl

vidhan sabha main bhoot - is basically a humor satire on current issue .vidhan sabha main bhoot - is basically a humor satire on current issue .vidhan sabha main bhoot - is basical...

Read Free

प्रेमपत्र By Bhupendra Kumar Dave

It is humour story on Prem Patra with a Prem Patra as well. It tells how the idea of writing love letter originates in the heart of lovers, what arethe essintial qualities of a...

Read Free

प्यार का जुर्माना By Ravi Gohel

नकुल कुदरती तौर से घरजमाई बन गया पर नया नौ दिन होता है। नकुल की सास मोतीबाई हिटलर साबित हो रही थी। उसे घर के हाल कहिए या कोई सार्वजनिक ठिकाना पता नहीं चलता। वो सब तो ठीक पति - प...

Read Free

बैकुंठ हेयर ड्रेसेज By Dr Narendra Shukl

this article is bases on hair dresses who cheat common persons while cutting the hair. this article is bases on hair dresses who cheat common persons while cutting the hair

Read Free

पछतावा By Indrajeet Kaur

प्रतीक में कही गयी व्यवस्था में कमियों की बात। एक व्यंग्य कथा। जंगल की हकीकत में शासन की छवि सभी को दिखती है। जनता त्रस्त और परेशान है। षड़यन्त्रों का खुलासा है। इसमें दिखाया गया है...

Read Free

गधे ही गधे By Dr Narendra Shukl

This is a satire on common peoples who ae always ready to severs his owners without any hesitation and respective of wrong or good .This is a satire on common peoples who ae always...

Read Free

हिन्दी दिवस के मायने By Dr Narendra Shukl

humour on those indian peoples who hates hindi language humour on those indian peoples who hates hindi language .humour on those indian peoples who hates hindi language.

Read Free

व्यंग्य By Sangeeta Gandhi

समाज के मुद्दों पर कुछ व्यंग्य --जो सोचने पर मजबूर करने के साथ साथ गुदगुदाते भी हैं । जीवन की साधारण सी बातों ,घटनाओं को देखने का नया नजरिया देता है व्यंग्य ।ये व्यंग्य कुछ चुभता...

Read Free

अंगूर खट्टे नहीं थे By Indrajeet Kaur

अंगूर खट्टे थे की कहानी झूठी थी। पढ़िये इसकी वास्तविकता व्यंग्य शैली में। आज की राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों को दर्पण दिखाती यह कथा नया नजरिया देगी।

Read Free

यूज़ एंड थ्रो पालिसी By Mukesh Joshi

अनिल रस्तोगी की कहानी जो लड़कियों को समझता है यूज़ एंड थ्रो पॉलिसी । हेमा उसके जीवन में क्या बदलाव लाती है। क्या वो ये पॉलिसी छोड़ पाएगा ................................................

Read Free

हेलो - ऐ स्ट्रीट डॉग By Mukesh Joshi

आज के मौकापरस्त समाज में इंसान और जानवर के निश्छल प्रेम की वो कहानी जो आपकी आँखों को नम कर देगी मिलिए बदमाश पर बहुत प्यारे “हेलो” से ...…......…..............

Read Free

बेरोजगारी के मुखिया By Lakshmi Narayan Panna

यह पुस्तक हमारे समाज में फैले हुए इस भ्र्म पर व्यंग है कि आज कल बेरोजगारी बहुत बढ़ गयी है । मेरे विचार से इसका मुख्य कारण हम सब अधिक हैं , हम नही सोचते कि हमारी योग्यता क्या है , न...

Read Free

मूर्ख बुद्धिमान By Lakshmi Narayan Panna

यह पुस्तक ऐसे लोगों के लिए एक व्यंग है जो हमेशा ही बस अपने विचारों को ही सर्वोपरि रखते हैं । ऐसे लोग कभी नही सोचते की हर व्यक्ति का अपना बाप , अपने विचार , और अपना आदर्श होता है ।...

Read Free

Uchh Raktchap Nich Vichar By Prem Janmejay

Uchh Raktchap Nich Vichar - Prem Janmejay

Read Free

Samaj Sevi Sanp Ji By Prem Janmejay

Samaj Sevi Sanp Ji - Prem Janamejay

Read Free

अपनी पत्नी को दीजिये एक और पति By Jitendra Jeetu

अपनी पत्नी को दीजिये एक और पति

एक कवि और उनकी पत्नी का संसार बखूबी व्यंग्य स्वरुप में दिखाता हुआ सुन्दर हास्य-व्यंग्य


पढ़िए, कहीं आप तो उनमें से नहीं

Read Free

चौकीदार चौबे चाचा By Sanjay Nayka

‘चौकीदार चौबे चाचा ‘ एक हास्य कहानी है ये कहानी मे चौबे चाचा अपनी चौकीदारी मे हुए हास्य किस्से सूनाते है

Read Free

हीरो चुलबुल कुमार By Sanjay Nayka

हीरो चुलबुल कुमार कहानी उस शख्स के बारे मे है जो अपनी तारीफ दुसरो से खूद करता है और दुसरे उसकी हरकतो पे मजा लेते है

Read Free

हरीलाल की हरियाली शादी By Sanjay Nayka

यह हास्य कहानी हरीलाल की हैं । जो नाम से ही हरा है बाकी सारी उम्र बेरंगी गुजार रहा हैं । क्योंकि अभी तक वो कुँवारा हैं । जीवन के 36 साल पुरे कर लिए हैं पर शादी के सात फेरे अभी तक...

Read Free

ओशो के प्रवचनों में मुल्ला नसरूद्दीन By Antar Sohil

कहा जाता है कि मुल्ला नसरुदीन तुर्की में रहने वाला एक बुद्धिमान दार्शनिक था, जिसे उसके किस्से कहानियों के लिए जाना जाता था।
ओशो अक्सर अपने प्रवचनों में मुल्ला के चुटीले किस्से कह...

Read Free

धनुर्विद्या डोट कोम By Mukul Jani

पौराणीक पात्रों गुरु द्रोण एवं एकलव्य के बीच अगर मोबाइल फोन पे आज के जमानेमें बातचीत हो तो वो कैसी हो शकती है

गुरूपूर्णीमा के दिन लिखा गया ये सॅटायर आपको एक अलग ही दुनियामें ल...

Read Free

जूता या स्याही By Sonu Kasana

हँसना सेहत के लिए अच्छा होता है। तो थोड़ा हँस लो।

Read Free

Gustakhi Maaf By Jahnavi Suman

Gustakhi Maaf - Suman Sharma

Read Free

Loktantra abhyutthanam By Vinod Viplav

लोकतंत्र अभ्युत्थानम् विनोद विप्लव लिखित राजनीति व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। इसमें शामिल व्यंग्य के जरिये लोकतंत्र और भारतीय राजनीति के अनछूये पहलुओं को उजागर किया गया है। इसमें श...

Read Free

Khatte Mithe Vyang : Chapter 2 By Arunendra Nath Verma

सुना तो था कि हर कुत्ते के दिन आते हैं फिर भी उस कुत्ते के भाग्य से ईर्ष्या हुई जिसकी कई दिनों से दिल्ली पुलिस को तलाश थी. भला कितने कुत्तों का ये सौभाग्य होता है कि अखबारों और टी...

Read Free

पांच व्यंग्य रचनाएँ By Arvind Kumar

मेरे ये व्यंग्य आज की विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विसंगतियों पर करारा तंज़ करते हैं. ये व्यंग्य आपका मनोरंजन करने के साथ-साथ आपको आज के हालात के बारे में भी बहुत कुछ सोचने...

Read Free

Akarmanye Vadhikaraste By Vinod Viplav

व्यंग्य संग्रह अक्रमण्येऽवादिकारस्तै.. सर्ब फलैसू सदाचन... — विनोद विप्लव विशय सूची कर्मवीर बनाम फलवीर अकर्मण्ये वधिकारस्ते कृश्ण कब वादा निभायेंगे महानता का जुगाड़ ओबामा के खिलाफ भ...

Read Free

चुनने का अपराधबोध By Surjeet Singh

बोलने को उद्दत होकर चुप रहने का उसका लंबा इतिहास रहा है। जब प्याज-टमाटर के दाम बढ़े, तब भी वह चुप रहा। दालें उसके बूते से बाहर हुईं, तब भीतर शब्द खदबदाने लगे। गले में आकर अटक गए। द...

Read Free