hindi Best Comedy stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Comedy stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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धनुर्विद्या डोट कोम By Mukul Jani

पौराणीक पात्रों गुरु द्रोण एवं एकलव्य के बीच अगर मोबाइल फोन पे आज के जमानेमें बातचीत हो तो वो कैसी हो शकती है

गुरूपूर्णीमा के दिन लिखा गया ये सॅटायर आपको एक अलग ही दुनियामें ल...

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जूता या स्याही By Sonu Kasana

हँसना सेहत के लिए अच्छा होता है। तो थोड़ा हँस लो।

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Gustakhi Maaf By Jahnavi Suman

Gustakhi Maaf - Suman Sharma

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Loktantra abhyutthanam By Vinod Viplav

लोकतंत्र अभ्युत्थानम् विनोद विप्लव लिखित राजनीति व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। इसमें शामिल व्यंग्य के जरिये लोकतंत्र और भारतीय राजनीति के अनछूये पहलुओं को उजागर किया गया है। इसमें श...

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Khatte Mithe Vyang : Chapter 2 By Arunendra Nath Verma

सुना तो था कि हर कुत्ते के दिन आते हैं फिर भी उस कुत्ते के भाग्य से ईर्ष्या हुई जिसकी कई दिनों से दिल्ली पुलिस को तलाश थी. भला कितने कुत्तों का ये सौभाग्य होता है कि अखबारों और टी...

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पांच व्यंग्य रचनाएँ By Arvind Kumar

मेरे ये व्यंग्य आज की विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विसंगतियों पर करारा तंज़ करते हैं. ये व्यंग्य आपका मनोरंजन करने के साथ-साथ आपको आज के हालात के बारे में भी बहुत कुछ सोचने...

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Akarmanye Vadhikaraste By Vinod Viplav

व्यंग्य संग्रह अक्रमण्येऽवादिकारस्तै.. सर्ब फलैसू सदाचन... — विनोद विप्लव विशय सूची कर्मवीर बनाम फलवीर अकर्मण्ये वधिकारस्ते कृश्ण कब वादा निभायेंगे महानता का जुगाड़ ओबामा के खिलाफ भ...

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चुनने का अपराधबोध By Surjeet Singh

बोलने को उद्दत होकर चुप रहने का उसका लंबा इतिहास रहा है। जब प्याज-टमाटर के दाम बढ़े, तब भी वह चुप रहा। दालें उसके बूते से बाहर हुईं, तब भीतर शब्द खदबदाने लगे। गले में आकर अटक गए। द...

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मियाँ मरफ़ी के नियम By Ravi Ratlami

मुल्ला नसरूद्दीन के चुटकुलों की तरह ही मरफ़ी के नियम कुछ सूफ़ियाना किस्म के होते हैं. पढ़ें, गुनें और आनंद लें.

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Athashri Media Katha (Vyang Book) By Vinod Viplav

अथश्री मीडिया कथा (व्यंग्य संग्रह) — विनोद विप्लव विशय सूची 1ण्मीडिया में मंदी की कथा — एक (खबर बेचने वाली बेच रही है सेब) 2ण्मीडिया में मंदी की कथा — दो (देखने और जलाने का अखबार)...

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भारत के महान विदूषक By Sandhya Pandey

हंसना हंसाना हमारे जनमानस के स्वभाव का हिस्सा है। इसलिए इतिहास में हमें ऐसे हंसोड़ नायक मिलते हैं जो हंसने-हंसाने के अलावा जीवन से जुड़ी सीख भी देते रहे हैं। एक तरफ तेनालीराम हैं,...

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दांतों को किसी की नजर न लगे! By Surjeet Singh

हालात ऐसे हैं कि अब दांत और टूथपेस्ट को लेकर टेरर सा मच रहा है। कोई कहीं भी आपसे पूछ सकता है कि क्या आप टूथपेस्ट नहीं करते! इस अनचाहे सवाल से बचने का एक ही तरीका है कि टूथपेस्ट हर...

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Dhibri Channel By Vinod Viplav

ढिबरी चैनल मीडिया खासतौर पर टेलीविजन चैनलों की सच्चाइयों को उजागर करने वाली व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। आज के समय में मीडिया और टेलीविजन चैनलों की महत्वपूर्ण भूमिका है लेकिन आज ज...

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Sukhad Yatra By Dharmendra Nirmal

Yatra ke samay bhoge gaye sukh aur dukh yatra ke bad bhi jiwan bhar hamare sath chalate hai.

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दाल-बाटी-चूरमा, रजाई वाला सूरमा By Surjeet Singh

लोगों को इस समय सब कुछ मुल्तवी कर रजाई पर फोकस करना चाहिए। सस्ताई का ध्यान छोड़ पुरजोर तरीके से रजाई की मांग करनी चाहिए। जरूरत पड़े तो एक रजाई संघ भी बनाया जा सकता है। जिसका काम...

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Lota Bhar Pani Balti Bhar Chintan By Surjeet Singh

कायदे से तो ऐसे मौसम में नहाने के लिए मजबूर करने वालों पर गैरइरादतन हत्या का केस चलना चाहिए। यहां हत्यारों तक के मानवाधिकार सुरक्षित हैं, मगर बाथरूम में अपने मानवाधिकारों से हाथ धो...

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Pyaaz Raag By Sandeep Meel

प्याज़ राग व्यंग्य संदीप मील बस प्यारे, अपने तो वारे के न्यारे हो गये। पिछले दिनों हथेली में खाज चली और पांच बोरे प्याज़ खरीद मारे। फिर क्या था, अब तो नौकरी वोकरी छोड़कर प्याज बेचने क...

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दूल्हे बने, घोड़ी चढ़े By Surjeet Singh

उसके बाद तो तुम किसी अदालत में फरियाद लगाने लायक भी नहीं बचे कि मी लॉर्ड, इन नाचने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए! यही वे लोग हैं, जिन्होंने षड्यंत्रपूर्वक मुझे अपनी नृत्य विधा स...

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बप्पा मर गए By Ashok Mishra

आजादी के समय अशिक्षा चरम पर थी। उन्हीं दिनों अवध क्षेत्र के गांव नेतुआ में रहने वाली एक महिला के तार (टेलीग्राम) आया, बप्पा घर गए। गांव के एकमात्र शिक्षित लड़के ने हिज्जे जोड़-जोड़...

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धनुर्विद्या डोट कोम By Mukul Jani

पौराणीक पात्रों गुरु द्रोण एवं एकलव्य के बीच अगर मोबाइल फोन पे आज के जमानेमें बातचीत हो तो वो कैसी हो शकती है

गुरूपूर्णीमा के दिन लिखा गया ये सॅटायर आपको एक अलग ही दुनियामें ल...

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Gustakhi Maaf By Jahnavi Suman

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Loktantra abhyutthanam By Vinod Viplav

लोकतंत्र अभ्युत्थानम् विनोद विप्लव लिखित राजनीति व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। इसमें शामिल व्यंग्य के जरिये लोकतंत्र और भारतीय राजनीति के अनछूये पहलुओं को उजागर किया गया है। इसमें श...

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Khatte Mithe Vyang : Chapter 2 By Arunendra Nath Verma

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पांच व्यंग्य रचनाएँ By Arvind Kumar

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Akarmanye Vadhikaraste By Vinod Viplav

व्यंग्य संग्रह अक्रमण्येऽवादिकारस्तै.. सर्ब फलैसू सदाचन... — विनोद विप्लव विशय सूची कर्मवीर बनाम फलवीर अकर्मण्ये वधिकारस्ते कृश्ण कब वादा निभायेंगे महानता का जुगाड़ ओबामा के खिलाफ भ...

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मियाँ मरफ़ी के नियम By Ravi Ratlami

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भारत के महान विदूषक By Sandhya Pandey

हंसना हंसाना हमारे जनमानस के स्वभाव का हिस्सा है। इसलिए इतिहास में हमें ऐसे हंसोड़ नायक मिलते हैं जो हंसने-हंसाने के अलावा जीवन से जुड़ी सीख भी देते रहे हैं। एक तरफ तेनालीराम हैं,...

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Dhibri Channel By Vinod Viplav

ढिबरी चैनल मीडिया खासतौर पर टेलीविजन चैनलों की सच्चाइयों को उजागर करने वाली व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। आज के समय में मीडिया और टेलीविजन चैनलों की महत्वपूर्ण भूमिका है लेकिन आज ज...

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प्याज़ राग व्यंग्य संदीप मील बस प्यारे, अपने तो वारे के न्यारे हो गये। पिछले दिनों हथेली में खाज चली और पांच बोरे प्याज़ खरीद मारे। फिर क्या था, अब तो नौकरी वोकरी छोड़कर प्याज बेचने क...

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