hindi Best Comedy stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Comedy stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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लाल बुझक्कड़ के कारनामे By राज बोहरे

भारतीय लोक कथा- लाल बुझक्कड़ के कारनामें बहुत पुरानी बात है, एक गाँव था बुद्धूपुरा। बुद्धूपुरा के निवासी बड़े बेवकूफ और झगड़ालू स्वभाव के थे। गाँव में एक भी पाठशाला नहीं थी, इसीलिये...

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बलि का बकरा By Annada patni

बलि का बकरा अन्नदा पाटनी समारोह समाप्त होते ही, सभागृह से निकलने की सभी को उतावली थी । तभी एक सज्जन सामने आ कर खड़े हो गए । " मैं कब से आपसे बात करना चाह रहा था पर आप तक पहुँच ही न...

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दो बाल्टी पानी - 17 By Sarvesh Saxena

गुप्ताइन का घर पास में होने से ठकुराइन की चीख उनके घर तक आराम से पहुंच गई |"गुप्ता जी, अरे उठो ना, देखो बाहर कौन चीख रहा है"? गुप्ता जी को जगाते हुए गुप्ताइन ने कहा |गुप्ता जी नींद...

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कवियों के सरोकार By bhagirath

मंच के कवि उभरते हुए युवा कवि जिसे देखा उसे पकड़कर ले गये और अपनी कविता पेल दी। हालांकि कविता सुनाने के पहले चाय कचौड़ी का आदेश दे मारते थे। उन्हें फायदा यह हो जाता था कि ए...

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गधे की सवारी By Achlesh Singh

यह उस समय की बात है जब मैं सातवीं कक्षा में पढ़ता था।हमारी गर्मी की छुट्टियाँ चल रही थी।इस मई और जून के महीने का इंतजार हम किसी विरहणी की तरह एक एक दिन काटकर करते थे।छुट्टियों का म...

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लकड़बग्घा - 1 By सिद्धार्थ शुक्ला

एक जंगल था उसमे था एक लकड़बग्घा! हुआ यूं कि शातिर कोबरा ? ने उसे एक दिन धर लिया और उसका एक वीडियो बना डाला। कुछ दलाली टाइप की डील थी उस वीडियो में जिसके अंतर्गत लकड़बग्घे को एक भेड़िय...

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स्टूडेंट टिकिट By Bharti

स्टूडेंट टिकिटयह उन दिनों की बात है जब बिन्नी ने अपनी वकालत की पढ़ाई पूरी की थी और अब कोर्ट में प्रैक्टिस करने के दिन आ गए थे।बारिशों का मौसम था और उसका कोर्ट का पहला दिन।बड़े चाव से...

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जो घर फूंके अपना - 38 - अर्दली गाथा चालू आहे ! By Arunendra Nath Verma

जो घर फूंके अपना 38 अर्दली गाथा चालू आहे ! स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद से भारत में सैन्य सेवाओं के अधिकारियों की वर्दी की शान में सरकारी प्रोटोकोल में लगातार गिरती हुई उनकी साख के...

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शौकीलाल जी का स्कूटर प्रेम - 2 By Krishna manu

शौकीलाल जी फिल्ड में आते ही इतना अधीर हो गए कि झट मेरे कब्जे से स्कूटर लेकर फाइनल टच के लिए तैयार हो गए। मैंने एक नजर फील्ड पर डाली। तीन तरफ सेफ था, सिर्फ एक तरफ जहाँ कॉलनिओं के पा...

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चमत्कार को नमस्कार By राजीव तनेजा

(कॉलबेल की आवाज़) बीवी के दरवाज़ा खोलने पर पति अन्दर आता है और अपना बैग साइड पर रखने के बाद भगवान के आगे माथा टेकता है। उसे ऐसा करते देख बीवी हैरान हो कर कहती है...."अरे!...ये अचानक...

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अग्नि पूर्व By Sachin Godbole

पूर्वकांड भारत को आज़ाद हुए कुछ ही समय हुआ था। जिले और राज्यों की सीमाएँ धीरे धीरे बन रही थी। प्रतापगढ़ के एक छोटे से क़सबे में प्राथमिक स्कूल के एक शिक्षक मास्टर हरिसिंह रहते थे।...

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दशरथ का रावण दहन By सुप्रिया सिंह

ये बात उन दिनों की है जब मेरे चाचा के बेटे छोटे- छोटे थे ।संयुक्त परिवार में रहने वाले हम सब एक खुशहाल परिवार माने जाते हैं जिसे हमारी दादी ने एक सूत्र में बांध रखा है । हर तीज त्य...

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हींग लगी ना फिटकरी By राजीव तनेजा

"अच्छा...सुनो...मैं सोच रही थी कि बड़े दिन हो गए सिंपल सिंपल सा बनाते खाते हुए...तो आज कुछ अच्छा बना लेती हूँ। बोलो..क्या बनाऊँ?""अपने आप देख लो।""नहीं...तुम बताओ..."सबसे अच्छा तो...

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बोतल-पुड़िया संवाद By Mahaveer Prasad

एक मैली-कुचैली सी किराने की दुकान के बिना शीशा लगे शोकेस के एक कोने में टाट के टुकड़े के नीचे विमला, रजनी, और अमरी दुबकी बैठी थी। ये सभी पान-मसाले और गुटके की पुड़ियाएं थीं।लॉक-डाउ...

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उफ्फ ये मुसीबतें - 2 By Huriya siddiqui

मै तो भूल ही गई इस ज़मबो की बच्ची के बावाल में मेरे चावल जल गए"" शफकत किचेन की तरफ बड़बड़ाते हुए दौड़ी तब मेरे सांस में सांस आई मैंने सोचा ज़रा इस आग लगने की माचिस को सबक सिखा...

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खानदानी बेशर्म By paresh barai

विमला : अजी आप तो मोहल्ले में नज़र ही नहीं आती, आज कल कहाँ ओखली में मुह घुसेड कर बैठी रहती हैं | कुए के मेंढक की तरह घर में घुसे बैठे नहीं रहना चाहिए | लोगों से मिला झुला कीजिये | व...

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खईंच By ALOK SHARMA

शहर में अपने भाई से मिलने आया एक लड़का जो ग़लत पते पर पहुंच जाता है

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जीवनदान By Dewashish Upadhyay

जीवनदानदेवाशीष उपाध्यायरात भर नींद में मच्छरों के भुनभुनाने की आवाज सुनायी दे रही थी। उनके द्वारा बेरहमी से काटने के कारण पूरे शरीर में खुजली हो रही थी। एक बार तो मुझे लगा जैसे, मै...

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बैंगन आलू की सब्जी By Shivani Verma

बैंगन आलू की सब्जीवैसे तो शेखर एक नेक दिल इंसान है और अच्छे पति है जो अपनी पत्नी रिया का बड़ा ख्याल रखते है. बस उनकी दो आदतों से रिया बड़ी परेशान रहती है. एक तो वो थोड़ा कंजूस है और भ...

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खतरनाक बच्चा By paresh barai

लालू : होम वर्क करा दो पापा, लोक डाउन में पूरा दिन टीवी देखते रहते हो | कुछ काम आ जाओ मेरे ! पापा : अपनी माँ को बोलो | लालू : माँ के पास गया था, उसी ने बोला उस काम चोर भेसें को बोल...

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ग्लोबल विलेज By bhagirath

ग्लोबल विलेज गाँधीजी के आर्थिक स्वराज का सपना अब साम्राज्यवाद की गोद में खेल रहा है। हमें बताया जा रहा है कि इस देश की स...

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कॉफ़ी विद कोरोना By Mahaveer Prasad

मेरे प्यारे-प्यारे पाठकों! आपका स्वागत है! मैं हूँ आपका अपना मुरारी लाल। क्या!ऽऽऽ आप मुझे नहीं जानते। कोई बात नहीं। १३५ करोड़ लोगों में सब सबको जानें यह जरूरी तो नहीं।पर मैं आपकी ज...

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शैतान बच्चा By paresh barai

बाला : दादी नमस्ते, कैसी हो सब ठीक ? दादी : यह शैतान साधू कब से बन गया ? आज सूरज पश्चिम से उगा है क्या ? बाला : वह सब छोड़ो मंदिर की बात बताओ ? आज नहीं जाना सैल सपाटे को ! दादी : वह...

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ये कप किसने तोड़ा? By Huriya siddiqui

हम सब बहोत आम है बेहद आम दरअसल कहा जाए तो हम आम जनता हैकभी कभी तो आम खाने के भी लाले पड़ जाते हैं अरे बात बजट की आ जाती है और कभी कभी बिन बुलाए मेहमान भी आ जाते हैं जिसके चलते अपने...

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मेंढकी By Deepak sharma

मेंढकी निम्मो उस दिन मालकिन की रिहाइश से लौटी तो सिर पर एक पोटली लिए थी, “मजदूरी के बदले आज कपास माँग लायी हूँ...” इधर इस इलाके में कपास की खेती जमकर होती थी और मालिक के पास भी कपा...

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कहानी सब्जीपुर की By राज कुमार कांदु

सब्जीपुर के युवराज ‘ आलू चंद ‘ की विवाह योग्य उम्र होते ही राज्य के सभी मंत्री , दरबारी उनके लिए सुयोग्य नायिका की खोज में लग गए ।सब्जी पुर की कई यौवनाएँ मन ही मन आलूचन्द के सपने...

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तशरीफ का टोकरा घायल हो गया. By Sunil Jadhav

तशरीफ का टोकरा घायल हो गया...{व्यंग्य} डॉ.सुनील गुलाबसिंग जाधव महाराणा प्रताप हाउसिंग सोसाइटी, हनुमान गढ़ कमान के सामने, नांदेड़ -४३१६०५ मो.९४०५३८४६७२ “सुनो जी, घर का सारा राशन खत्म...

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क्या आपके टूथपेस्ट में नमक है By Saroj Verma

अचानक से कोई खूबसूरत सी लड़की आप के सामने पृकट हो जाए, और पूछे । कि आपके toothpaste में नमक है , दुनिया का आज तक का सबसे गंभीर सवाल। तो कुछ तो शरारती लोग कहेंगे,कि paste में तो पता...

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लाल बुझक्कड़ के कारनामे By राज बोहरे

भारतीय लोक कथा- लाल बुझक्कड़ के कारनामें बहुत पुरानी बात है, एक गाँव था बुद्धूपुरा। बुद्धूपुरा के निवासी बड़े बेवकूफ और झगड़ालू स्वभाव के थे। गाँव में एक भी पाठशाला नहीं थी, इसीलिये...

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बलि का बकरा By Annada patni

बलि का बकरा अन्नदा पाटनी समारोह समाप्त होते ही, सभागृह से निकलने की सभी को उतावली थी । तभी एक सज्जन सामने आ कर खड़े हो गए । " मैं कब से आपसे बात करना चाह रहा था पर आप तक पहुँच ही न...

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दो बाल्टी पानी - 17 By Sarvesh Saxena

गुप्ताइन का घर पास में होने से ठकुराइन की चीख उनके घर तक आराम से पहुंच गई |"गुप्ता जी, अरे उठो ना, देखो बाहर कौन चीख रहा है"? गुप्ता जी को जगाते हुए गुप्ताइन ने कहा |गुप्ता जी नींद...

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कवियों के सरोकार By bhagirath

मंच के कवि उभरते हुए युवा कवि जिसे देखा उसे पकड़कर ले गये और अपनी कविता पेल दी। हालांकि कविता सुनाने के पहले चाय कचौड़ी का आदेश दे मारते थे। उन्हें फायदा यह हो जाता था कि ए...

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गधे की सवारी By Achlesh Singh

यह उस समय की बात है जब मैं सातवीं कक्षा में पढ़ता था।हमारी गर्मी की छुट्टियाँ चल रही थी।इस मई और जून के महीने का इंतजार हम किसी विरहणी की तरह एक एक दिन काटकर करते थे।छुट्टियों का म...

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लकड़बग्घा - 1 By सिद्धार्थ शुक्ला

एक जंगल था उसमे था एक लकड़बग्घा! हुआ यूं कि शातिर कोबरा ? ने उसे एक दिन धर लिया और उसका एक वीडियो बना डाला। कुछ दलाली टाइप की डील थी उस वीडियो में जिसके अंतर्गत लकड़बग्घे को एक भेड़िय...

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स्टूडेंट टिकिट By Bharti

स्टूडेंट टिकिटयह उन दिनों की बात है जब बिन्नी ने अपनी वकालत की पढ़ाई पूरी की थी और अब कोर्ट में प्रैक्टिस करने के दिन आ गए थे।बारिशों का मौसम था और उसका कोर्ट का पहला दिन।बड़े चाव से...

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जो घर फूंके अपना - 38 - अर्दली गाथा चालू आहे ! By Arunendra Nath Verma

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शौकीलाल जी का स्कूटर प्रेम - 2 By Krishna manu

शौकीलाल जी फिल्ड में आते ही इतना अधीर हो गए कि झट मेरे कब्जे से स्कूटर लेकर फाइनल टच के लिए तैयार हो गए। मैंने एक नजर फील्ड पर डाली। तीन तरफ सेफ था, सिर्फ एक तरफ जहाँ कॉलनिओं के पा...

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चमत्कार को नमस्कार By राजीव तनेजा

(कॉलबेल की आवाज़) बीवी के दरवाज़ा खोलने पर पति अन्दर आता है और अपना बैग साइड पर रखने के बाद भगवान के आगे माथा टेकता है। उसे ऐसा करते देख बीवी हैरान हो कर कहती है...."अरे!...ये अचानक...

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अग्नि पूर्व By Sachin Godbole

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दशरथ का रावण दहन By सुप्रिया सिंह

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हींग लगी ना फिटकरी By राजीव तनेजा

"अच्छा...सुनो...मैं सोच रही थी कि बड़े दिन हो गए सिंपल सिंपल सा बनाते खाते हुए...तो आज कुछ अच्छा बना लेती हूँ। बोलो..क्या बनाऊँ?""अपने आप देख लो।""नहीं...तुम बताओ..."सबसे अच्छा तो...

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उफ्फ ये मुसीबतें - 2 By Huriya siddiqui

मै तो भूल ही गई इस ज़मबो की बच्ची के बावाल में मेरे चावल जल गए"" शफकत किचेन की तरफ बड़बड़ाते हुए दौड़ी तब मेरे सांस में सांस आई मैंने सोचा ज़रा इस आग लगने की माचिस को सबक सिखा...

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खानदानी बेशर्म By paresh barai

विमला : अजी आप तो मोहल्ले में नज़र ही नहीं आती, आज कल कहाँ ओखली में मुह घुसेड कर बैठी रहती हैं | कुए के मेंढक की तरह घर में घुसे बैठे नहीं रहना चाहिए | लोगों से मिला झुला कीजिये | व...

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जीवनदानदेवाशीष उपाध्यायरात भर नींद में मच्छरों के भुनभुनाने की आवाज सुनायी दे रही थी। उनके द्वारा बेरहमी से काटने के कारण पूरे शरीर में खुजली हो रही थी। एक बार तो मुझे लगा जैसे, मै...

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बैंगन आलू की सब्जी By Shivani Verma

बैंगन आलू की सब्जीवैसे तो शेखर एक नेक दिल इंसान है और अच्छे पति है जो अपनी पत्नी रिया का बड़ा ख्याल रखते है. बस उनकी दो आदतों से रिया बड़ी परेशान रहती है. एक तो वो थोड़ा कंजूस है और भ...

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खतरनाक बच्चा By paresh barai

लालू : होम वर्क करा दो पापा, लोक डाउन में पूरा दिन टीवी देखते रहते हो | कुछ काम आ जाओ मेरे ! पापा : अपनी माँ को बोलो | लालू : माँ के पास गया था, उसी ने बोला उस काम चोर भेसें को बोल...

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शैतान बच्चा By paresh barai

बाला : दादी नमस्ते, कैसी हो सब ठीक ? दादी : यह शैतान साधू कब से बन गया ? आज सूरज पश्चिम से उगा है क्या ? बाला : वह सब छोड़ो मंदिर की बात बताओ ? आज नहीं जाना सैल सपाटे को ! दादी : वह...

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ये कप किसने तोड़ा? By Huriya siddiqui

हम सब बहोत आम है बेहद आम दरअसल कहा जाए तो हम आम जनता हैकभी कभी तो आम खाने के भी लाले पड़ जाते हैं अरे बात बजट की आ जाती है और कभी कभी बिन बुलाए मेहमान भी आ जाते हैं जिसके चलते अपने...

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कहानी सब्जीपुर की By राज कुमार कांदु

सब्जीपुर के युवराज ‘ आलू चंद ‘ की विवाह योग्य उम्र होते ही राज्य के सभी मंत्री , दरबारी उनके लिए सुयोग्य नायिका की खोज में लग गए ।सब्जी पुर की कई यौवनाएँ मन ही मन आलूचन्द के सपने...

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क्या आपके टूथपेस्ट में नमक है By Saroj Verma

अचानक से कोई खूबसूरत सी लड़की आप के सामने पृकट हो जाए, और पूछे । कि आपके toothpaste में नमक है , दुनिया का आज तक का सबसे गंभीर सवाल। तो कुछ तो शरारती लोग कहेंगे,कि paste में तो पता...

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