hindi Best Comedy stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Comedy stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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  • एहसास

    जिंदगी की राहों में चल चला हूँ ...जिंदगी की राह में मोहब्बत ही मोहब्बत है...किन्...

  • गोविंद दियो मिलाय

    गोविंद दियो मिलाय गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दि...

  • लोक कथा लटूरी -दद्दा का भूत

    राजनारायण बोहरेर- लोक कथा -लटूरी दद्दा का भूत बहुत पुरानी बात है, एक गांव में क...

बन गया बच्चे का करियर By r k lal

बन गया बच्चे का करियर आर० के० लाल हर मां-बाप की तमन्ना होती है कि उसकी संतान एक अच्छा नागरिक बन कर सुखी जीवन यापन करें। मैं भी अपने बच्चे के पैदा होते ही इस दिशा में...

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एहसास By S Kumar

जिंदगी की राहों में चल चला हूँ ...जिंदगी की राह में मोहब्बत ही मोहब्बत है...किन्तु वो मोहब्बत में एक हसीन एहसास है...जिंदगी की मुश्किल राह है....वो राह में हवा ही हवा है...किन्तु व...

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दो बाल्टी पानी - 28 By Sarvesh Saxena

“ बम बम भोले......बम बम भोले .....करता हूं विनाश शैतानों का....भूत चुडैल, प्रेत डायन....कोई नही टिकता मेरे आगे, कर दे सबका चंग़ा हाल....नाम है मेरा बाबा बेताल......” | गांव मे जब ये...

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लाल दंत मंजन - हास्य कहानी By Swapnil Srivastava Ishhoo

बात उन दिनों की है, जब मास्क की तरह लाल दंत मंजन भी हर घर का एक अभिन्न हिस्सा हुआ करता था| टूथपेस्ट कोई भी आए, दंत मंजन तो लाल ही आना था वो भी डाबर का| युवावस्था की दहलीज़ पर खड़े कई...

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गोविंद दियो मिलाय By Medha Jha

गोविंद दियो मिलाय गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाय। अब पाय तो गोविंद के ही लगना पड़ेगा ना, उसके बिना तो स्कूल चल ही नहीं सकता।अरे अरे, लगता है...

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हास्य कहानी : पॉकेट रेडियो -छोटी उम्र की खुराफात का एक नमूना By Swapnil Srivastava Ishhoo

पिछले पंद्रह मिनट से हम तीन फिट की दीवार पर कान पकड़े खड़े थे और माता जी गुस्से से हाथ में हमारा ही प्लास्टिक का बैट लिए इंतजार कर रहीं थी कि ज़रा हिले तो दो चार लगा दें| हमें तो...

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रील कट गई…. By Swapnil Srivastava Ishhoo

दूर कहीं जानी पहचानी धुन बज रही थी, लगा की सुनी सुनाई सी है, कान के पट थोड़े और खोले तो जान पड़ा कि अपने ही मोबाइल की रिंगटोन थी, छह….पूरी नीद टूट गयी| भारी पलकों से आँख खोली तो ऑट...

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लोक कथा लटूरी -दद्दा का भूत By राजनारायण बोहरे

राजनारायण बोहरेर- लोक कथा -लटूरी दद्दा का भूत बहुत पुरानी बात है, एक गांव में कोटवार के रूप में तैनात एक अत्यंत सीधे-सादे और बड़े भोले व्यक्ति लटूरी दद्दा रहते थे ।लटूरी दद्दा का प...

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21 डेज टु क्विट अ हैबिट By Swapnil Srivastava Ishhoo

21 डेज टु क्विट अ हैबिटनमस्ते! सिगरेट, शराब, पान-मसाला खाने वालों की ज़मात में अक्सर यह नसीहत आम सुनाई देती है कि, आप इक्कीस दिन किसी बुरी आदत से तौबा कीजिये, बाईसवें दिन से आप उस...

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एक ज्योतिषीजी पर मुकदमा By r k lal

एक ज्योतिषीजी पर मुकदमा आर० के० लाल वकील साहब! मुझे एक मुकदमा दायर करवाना है, अंकुर ने अपने रिश्तेदार से कहा जो हाईकोर्ट में एक एडवोकेट हैं। एडवोकेट साहब ने कहा, “...

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उफ्फ ये मुसीबतें - 4 - शादी में फू फ़ा By Huriya siddiqui

"अरे जंबो?!! तुम अभी तक तैयार नहीं हुई ? बारात बस आने वाली होगी।" एक अजनबी औरत ने मुझसे कहा "जी हुई तो थी, ये पोशाक तो नहीं पहनी थी मैने।?""अरे,तमीज छू कर भी नहीं गुजरी इस लड़की क...

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चटोरों की व्यथा By Swapnil Srivastava Ishhoo

चटोरों की व्यथा नमस्कार! आज आपका ध्यान उन कुछ मुद्दों पर जो समाज़ ने नकार रखा है….न तो मीडिया में कवरेज मिलेगी न सोशल मीडिया में। घरों को पलायन करते कामगार मज़दूर हो, बिगड़ती अर्थव्यव...

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वर्क फ्रॉम होम By Swapnil Srivastava Ishhoo

नमस्ते!! आज बात पुरुष प्रधान युग में गृहकार्य कुशलता के लिए तैयार होती नई खेप की | जी हाँ बात हमारे जैसे लाखों पुरुषों की जो इस करोना काल में ना चाहते हुए भी घरेलू कामकाज करने को म...

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भोला  के किस्से  By राज बोहरे

बहुत पुरानी बात है। होशियारपुर नाम का एक गाँव था जिसमें भोला नाम का एक चतुर व्यक्ति रहता था। वह बड़ा बातूनी और हाजिर जवाब इंसान था। गाँव के लोगों ने आपस में विचार कर भोला को गाँव का...

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ऑनलाइन क्लास: महिला सशक्तिकरण का एक और उदाहरण By Swapnil Srivastava Ishhoo

ऑनलाइन क्लास: महिला सशक्तिकरण का एक और उदाहरण करोना, कोविड-19, क्वारंटाइन, लॉक डाउन जैसे नए शब्दों को सुनते हुए आज 3 महीने हो गए और अब ऐसे लगते है जैसे “ चाय, बिस्कुट, और अख़बार”....

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मेरा पति सबका है By Swati Grover

अरे! भाभीजी भैया नहीं है, क्या घर पर ? मोहन दूधवाले ने कहा। क्यों क्या काम है ? परिधि ने पूछा । जी वो आधार कार्ड बनवाना है । दूधवाले ने सकुचाते हुए कहा । "...

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शादी और लॉकडाउन By Swapnil Srivastava Ishhoo

शादी और लॉकडाउन (पार्ट 1): परम की शादी हर नए जोड़े की तरह परम भी बहुत खुश था, आज उसकी शादी जो थी | कितनी सारी तैयारियां, कितने सारे ख्वाब….आज सब सच होने जा रहा था | परिवार का दूसरे...

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बेटे से हारा नहीं हूँ - एक व्यंग By r k lal

बेटे से हारा नहीं हूँ- एक व्यंग आर0 के0 लाल देशी कहावत है कि “बाप सबसे जीत सकता है लेकिन अपने बेटे से ही हार जाता है”। हमारी शादी को एक ही साल हुआ था कि मेरा बेटा इ...

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एक चूहे का जिहाद By Atul Kumar Sharma ” Kumar ”

बुधवार के दिन हृदय पर एक बोझ आ गया । रिद्धि सिद्धि के दाता गौरी पुत्र के खासमखास का मर्डर मेरे हाथों हो गया। जो में नही चाहता था । बात यूँ है कि इस दिन मूषक प्रजाति में गज़ब का कॉन्...

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जो घर फूंके अपना - 53 - चले हमारे साथ! - अंतिम भाग By Arunendra Nath Verma

जो घर फूंके अपना 53 ----------चले हमारे साथ! पर अगले ही क्षण आई असली मुसीबत ! उस पार की तो छोडिये, इस पार ही, यानी रेस्तरां के दरवाज़े से, उसी क्षण दो जल्लादों ने प्रवेश किया. आप वह...

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सत्ते मास्साब By राजेश ओझा

सत्ते मास्साब जितने योग्य अध्यापक हैं उतने ही अच्छे विद्यार्थी भी थे..छात्र जीवन से प्रारंभ हुआ उनका प्रतिभा प्रदर्शन आज तक बिला नागा गतिमान है..आज भी कोई बात हो भाई तुरंत धारा प्र...

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समय यात्रा By suraj sharma

मै भविष्य से आया हूँ और आपको आने वाले १० सालो तक की सारी घटनाये बता सकता हूँ, २०३० तक दुनिया में क्या क्या होने वाला है वो सब मै आपको अभी बता सकता हूँ ...... अगर मै कहूँगा तो क्या...

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लॉकडाउन के पकौड़े By Archana Anupriya

" लॉकडाउन के पकौड़े"बाहर बूँदाबादी हो रही थी।मौसम बड़ा ही सुहावना था।ठंडी हवा,हरियाली का नजारा और लॉकडाउन में घर बैठने की फुरसत - मैं बड़े आराम से अपनी सातवीं मंजिल के फ्...

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राशिफ़ल(अंतिम भाग) By Kishanlal Sharma

हम सोचते सोचते शाहगंज के चौराहे पर आ पहुँचे थे।चौराहे पर आकर लाइन लगाकर खड़े रिक्शो पर हमने नज़र डाली थी।हम आज ऐसे रिक्शे में बैठना चाहते थे।जिसको चलाने वाला बीच की उम्र का हो। यानी...

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तोता उवाच: By Annada patni

तोता उवाच: अन्नदा पाटनी चिलचिलाती धूप, सुनसान सड़कें, किनारे पर खड़े इक्का दुक्का पेड़ जिन पर हरे पत्तों की दो चार डाल और बाक़ी ठूँठ । गरम हवा में लू के चपेटे । तभी एक तोता और मैना...

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चूरमा प्रसादी By Kumar Gourav

कल विवाह पंचमी पर संस्कृति बचाओ समिति द्वारा चौक पर हर साल की तरह इस बार भी जानकी विवाह का खेला हो रहा था । खालिद मियाँ विधायक के मुँहलगे हैं इस हैसियत से इस आयोजन के व्यवस्थापक है...

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बस नमक ज़्यादा हो गया - 4 - अंतिम भाग By Pradeep Shrivastava

बस नमक ज़्यादा हो गया - प्रदीप श्रीवास्तव भाग 4 सादगी से शादी करने के उसके लाख आग्रह के बावजूद उसके मां-बाप बड़े धूमधाम से शादी कराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाये हुए थे। एक शानदार...

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फर्जी फेसबुक अकाउंट By Pragya Chandna

आज लाॅकडाॅउन का पहला दिन है और मनीष घर पर सुबह से बोर हो रहा है। उसे समझ ही नहीं आ रहा कि वह क्या करें, पहले तो दिनभर आॅफिस के काम में कहां निकल जाता था पता ही नहीं चलता था।पर आज स...

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लुप्त होता इंद्रधनुष By Kailash Banwasi

लुप्त होता इंद्रधनुष कैलाश बनवासी ...और सारी आठवीं कक्षा ठहाकों में जैसे नाचने लगी-हा-हा-हा! हो-हो-हो! ही-ही-ही...! मैं भीतर ही भीतर चोट खाए साँप की तिलमिलाहट से भर गया। मन जाने कै...

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बर्तन इफेक्ट ...(व्यंग्य) By Sunil Jadhav

लेखक:-डॉ.सुनील गुलाबसिंग जाधव, नांदेड़, भारत मो.९४०५३८४६७२ सूर्य देवता की लोरी सुनकर बाबूराव बिस्तर पर घड़ी की तरह गोल घूमते हुए निंद्रा रस का पान करते सुहाने सपनों के जश्न में डूब...

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चतुर दर्जी By राज बोहरे

लोक कथा- चतुर दर्जी सत्यप्रकाश नाम का दर्जी कपड़े सीने में बड़ा माहिर था। वह नयी-नयी डिजायन के कपड़े सीता था। इस कारण उसके यहाँ ग्राहकों...

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बन गया बच्चे का करियर By r k lal

बन गया बच्चे का करियर आर० के० लाल हर मां-बाप की तमन्ना होती है कि उसकी संतान एक अच्छा नागरिक बन कर सुखी जीवन यापन करें। मैं भी अपने बच्चे के पैदा होते ही इस दिशा में...

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एहसास By S Kumar

जिंदगी की राहों में चल चला हूँ ...जिंदगी की राह में मोहब्बत ही मोहब्बत है...किन्तु वो मोहब्बत में एक हसीन एहसास है...जिंदगी की मुश्किल राह है....वो राह में हवा ही हवा है...किन्तु व...

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दो बाल्टी पानी - 28 By Sarvesh Saxena

“ बम बम भोले......बम बम भोले .....करता हूं विनाश शैतानों का....भूत चुडैल, प्रेत डायन....कोई नही टिकता मेरे आगे, कर दे सबका चंग़ा हाल....नाम है मेरा बाबा बेताल......” | गांव मे जब ये...

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लाल दंत मंजन - हास्य कहानी By Swapnil Srivastava Ishhoo

बात उन दिनों की है, जब मास्क की तरह लाल दंत मंजन भी हर घर का एक अभिन्न हिस्सा हुआ करता था| टूथपेस्ट कोई भी आए, दंत मंजन तो लाल ही आना था वो भी डाबर का| युवावस्था की दहलीज़ पर खड़े कई...

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गोविंद दियो मिलाय By Medha Jha

गोविंद दियो मिलाय गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाय। अब पाय तो गोविंद के ही लगना पड़ेगा ना, उसके बिना तो स्कूल चल ही नहीं सकता।अरे अरे, लगता है...

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हास्य कहानी : पॉकेट रेडियो -छोटी उम्र की खुराफात का एक नमूना By Swapnil Srivastava Ishhoo

पिछले पंद्रह मिनट से हम तीन फिट की दीवार पर कान पकड़े खड़े थे और माता जी गुस्से से हाथ में हमारा ही प्लास्टिक का बैट लिए इंतजार कर रहीं थी कि ज़रा हिले तो दो चार लगा दें| हमें तो...

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रील कट गई…. By Swapnil Srivastava Ishhoo

दूर कहीं जानी पहचानी धुन बज रही थी, लगा की सुनी सुनाई सी है, कान के पट थोड़े और खोले तो जान पड़ा कि अपने ही मोबाइल की रिंगटोन थी, छह….पूरी नीद टूट गयी| भारी पलकों से आँख खोली तो ऑट...

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लोक कथा लटूरी -दद्दा का भूत By राजनारायण बोहरे

राजनारायण बोहरेर- लोक कथा -लटूरी दद्दा का भूत बहुत पुरानी बात है, एक गांव में कोटवार के रूप में तैनात एक अत्यंत सीधे-सादे और बड़े भोले व्यक्ति लटूरी दद्दा रहते थे ।लटूरी दद्दा का प...

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21 डेज टु क्विट अ हैबिट By Swapnil Srivastava Ishhoo

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एक ज्योतिषीजी पर मुकदमा By r k lal

एक ज्योतिषीजी पर मुकदमा आर० के० लाल वकील साहब! मुझे एक मुकदमा दायर करवाना है, अंकुर ने अपने रिश्तेदार से कहा जो हाईकोर्ट में एक एडवोकेट हैं। एडवोकेट साहब ने कहा, “...

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"अरे जंबो?!! तुम अभी तक तैयार नहीं हुई ? बारात बस आने वाली होगी।" एक अजनबी औरत ने मुझसे कहा "जी हुई तो थी, ये पोशाक तो नहीं पहनी थी मैने।?""अरे,तमीज छू कर भी नहीं गुजरी इस लड़की क...

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चटोरों की व्यथा By Swapnil Srivastava Ishhoo

चटोरों की व्यथा नमस्कार! आज आपका ध्यान उन कुछ मुद्दों पर जो समाज़ ने नकार रखा है….न तो मीडिया में कवरेज मिलेगी न सोशल मीडिया में। घरों को पलायन करते कामगार मज़दूर हो, बिगड़ती अर्थव्यव...

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वर्क फ्रॉम होम By Swapnil Srivastava Ishhoo

नमस्ते!! आज बात पुरुष प्रधान युग में गृहकार्य कुशलता के लिए तैयार होती नई खेप की | जी हाँ बात हमारे जैसे लाखों पुरुषों की जो इस करोना काल में ना चाहते हुए भी घरेलू कामकाज करने को म...

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भोला  के किस्से  By राज बोहरे

बहुत पुरानी बात है। होशियारपुर नाम का एक गाँव था जिसमें भोला नाम का एक चतुर व्यक्ति रहता था। वह बड़ा बातूनी और हाजिर जवाब इंसान था। गाँव के लोगों ने आपस में विचार कर भोला को गाँव का...

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ऑनलाइन क्लास: महिला सशक्तिकरण का एक और उदाहरण By Swapnil Srivastava Ishhoo

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मेरा पति सबका है By Swati Grover

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शादी और लॉकडाउन By Swapnil Srivastava Ishhoo

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बेटे से हारा नहीं हूँ - एक व्यंग By r k lal

बेटे से हारा नहीं हूँ- एक व्यंग आर0 के0 लाल देशी कहावत है कि “बाप सबसे जीत सकता है लेकिन अपने बेटे से ही हार जाता है”। हमारी शादी को एक ही साल हुआ था कि मेरा बेटा इ...

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सत्ते मास्साब जितने योग्य अध्यापक हैं उतने ही अच्छे विद्यार्थी भी थे..छात्र जीवन से प्रारंभ हुआ उनका प्रतिभा प्रदर्शन आज तक बिला नागा गतिमान है..आज भी कोई बात हो भाई तुरंत धारा प्र...

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चतुर दर्जी By राज बोहरे

लोक कथा- चतुर दर्जी सत्यप्रकाश नाम का दर्जी कपड़े सीने में बड़ा माहिर था। वह नयी-नयी डिजायन के कपड़े सीता था। इस कारण उसके यहाँ ग्राहकों...

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