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Kumar Vikash

Kumar Vikash

@vikashsharma1059


" तेरी ममता का कर्ज "

मेरी जिंदगी को तुमने संभाला माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

रातों को मैंने तुम्हे जगाया माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

क्या तुमने था ख्व़ाब सजाया माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

गीतों को भी तुमने गुनगुनाया माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

पापा को भी सर्मा के बताया माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

मेरे कपड़ों को तुमने बनाया माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

पापा से खिलौनों को मँगाया माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

मेरी तस्वीर को तुमने बनाया माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

मेरी धड़कन को तुमने पहचाना माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

मैं भूखा न सो जाऊँ तुमने खाया माँ ,
मेरे इस दुनिया में आने से पहले !

मैं वो तेरा कर्ज न चुका पाया माँ ,
तेरे इस दुनिया से जाने के पहले !

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मौत का कोई दिन नहीं होता ,
मौत तो सदा साथ चलती है !
हाँ जब देती है दगा जिन्दगी ,
तब मौत हाँथ थाम लेती है !!

( 14/2/2019 आतंकवादी हमला )

आज फिर स्तब्ध हो गया हूँ मैं देख कर
आतंकवाद का ये खूनी मंजर !
एक साथ चालिस सैनिक आज फिर
आतंकवाद की भेंट चढ़े !
क्या दोष था निर्दोषों का थे वो भारत
माता की सुरक्षा में खड़े !
मिली न साबूत लास जिनकी टुकड़ों में
जिस्म को समेटा गया !
देकर तमगा शहीद का टुकड़ों को तिरंगे
में लपेटा गया !
इस नर संहार को अब न हमें कभी
जहन से अपने भुलाना होगा !
मानवता के दुश्मन इस आतंकवाद को
एक जुट हो जड़ से मिटाना होगा !
आतंकवाद आज समस्या नहीं एक मेरे
मुल्क हिन्दुस्तान की !
दुनिया के और भी मुल्कों ने आतंकवाद
के इस दंश को झेला है !
फिर क्यों आज इस मुश्किल घड़ी में
हिन्दुस्तान खड़ा अकेला है !
आओ आज हम मानवता के दुश्मन इस
आतंकवाद से एक जुट होकर लड़ें !
छोड़ ये जाती धर्म की लड़ाई मिल
जुलकर हों साथ खड़े !
आ गया है अब वो समय जब हमें
आपसी मतभेद भुलाना है !
मानवता के इस दुश्मन आतंकवाद को
कब्र में दफनाना है !!

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          ( मैं विकाश शर्मा )
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मत कर तू जाया यूँ जिन्दगी,
किसी की कर्जदार है ये !
जिसने तुझको जन्म दिया,
जिसने पाला पोसा है !
अपने लहू की एक एक बूँद से,
जिसने तुझको सींचा है !
उस मात्र भूमि को भी भूल न जाना,
तू जिसपर खेला कूदा है!
थक कर जिसकी आग़ोश में,
तू सिमट कर सोया है !
मत कर तू जाया यूँ जिन्दगी,
किसी की.......
@my_words_collection_222

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