Quotes by Vachana Jalore in Bitesapp read free

Vachana Jalore

Vachana Jalore

@vachanajalore5062


"बर्बादियों का दौर चल पड़ा है।
मनुष्य मर रहे हैं,
पशु-पक्षी मर रहे हैं,
पेड़ सूखकर मर रहे हैं,
खेत उजड़कर मर रहे हैं।

यहाँ तक कि पूरी दुनिया भी धीरे-धीरे
मृत्यु की ओर बढ़ने लगी है।

हर ओर जीवन की साँसें थम रही हैं,
हर ओर अस्तित्व मिट रहा है।
जब सबकुछ नष्ट हो जाएगा,
तो फिर ज़िंदा कौन रहेगा?"

~ Vachana Jalore

Read More

सिगरेट का कश लिए हाथों में,
सोचता हूँ उस अंतिम घड़ी के लिए।
कैसा होगा वो दिन निराला,
जब छूट जाएगा ये जग सारा।

कौन रोएगा सच्चे मन से,
कौन करेगा दिखावा तन से।
कितने आएँगे सांत्वना देने,
कितने बस औपचारिकता में खोने।

कुछ आँसुओं में डूबे मिलेंगे,
कुछ चेहरे मुस्कानों में खिलेंगे।
किसे होगी मेरी याद गहरी,
कौन भुला देगा बात ये ठहरी।

न जाने कैसा होगा वो पल,
जब मौन हो जाएगी मेरी हलचल।
शायद रह जाए बस धुंधली कहानी,
या बन जाऊँ मैं किसी के लिए निशानी।

~ Vachana Jalore

Read More

🌸 मेरे शब्द रेलगाड़ी जैसे 🌸

मेरे शब्द रेलगाड़ी जैसे,
हर स्टेशन पर ठहर जाते हैं।
नए अर्थों की भीड़ समेटे,
फिर मंज़िल की ओर बढ़ जाते हैं।

हर डिब्बे में भाव बसेरे,
कुछ मुस्कानें, कुछ अश्रु घेरे।
पटरियों पर चलती धुन जैसी,
कहानी मन की बन जाती है।

शब्दों की यह निरंतर यात्रा,
अनंत सपनों तक पहुँचाती है।

~ Vachana Jalore

Read More