Quotes by Surya Rawat in Bitesapp read free

Surya Rawat

Surya Rawat

@suryarawat5976
(30)

*देखो..मोहब्बत एक प्रश्नवाचक चिह्न है ??*
☆६०☆-32


किस - किस को तुम , मोहब्बत का फ़लसफ़ा सिखाओगी ?



कौनसी धुन इस मृदु कंठ से आज के बाद गुनगुनाओगी ?


किस - किस का घर अब अपनी आग से जलाती जाओगी ?


इन अधरों का तेज़ाब अब किस- किस के जिस्म पर छोड़ना चाहोगी ?



✍By:- Surya Rawat
☆६०☆-32
surya.blogpost.com

Read More

आओ मिलकर गुणगान करें ,
सदैव तिरंगे का सम्मान करें ।

surya.blogpost.com "> surya.blogpost.com "> surya.blogpost.com "> surya.blogpost.com

नतमस्तक होकर वीरों के सम्मुख
भारतीय अपनी पहचान करें ।

surya.blogpost.com "> surya.blogpost.com "> surya.blogpost.com "> surya.blogpost.com

सभी भाषाओं पर हम गर्व करें ,
जय हिंद नारा ही गूञ्जायमान करें ।

✍By:- Surya Rawat

surya.blogpost.com "> surya.blogpost.com "> surya.blogpost.com "> surya.blogpost.com

सभी प्यारे देशवासियों को
( ७०" वें ) गणतंत्र दिवस पर हार्दिक बधाई ।
जय हिंद ?? जय भारत

Read More

सुप्रभात

हम इसे देखने के लिए सदैव व्याकुल एवं उत्कंठित रहते थे ।
और दूरदर्शन का यह पार्श्व संगीत मुझे अभी भी ... भाव विभोर कर देता है ।
धन्यवाद बचपन .... धन्यवाद दूरदर्शन....

धन्यवाद ????☹☹
*I Love this background music ..... आज भी ..... अभी भी*?????✌??

☆3490☆
✍By:- Surya Rawat

Read More
epost thumb

☆५६▪१०》》

बाहर हंसता अंतर्मन रोता है ,
क्षीण बीजों से भी हरे सपने संजोता है ।

वो परिस्थितियों का दास मनुष्य ही है ,
जो अपने कंधे पर अपनी ही लाश ढोता है ।

☆५६▪१०》》

✍By:- surya rawat

Read More

मेरी कविताओं को मेरे नाम से Google search कर पढ़ सकते हैं । ??✌? कुछ तकनीकी कमी के कारण show नहीं हो पा रही । शीघ्र ही इस बाधा को दूर किया जाएगा ।
इनके सभी अधिकार मेरे पास हैं , कृपया Google से Copy करने के पश्चात edit करने का प्रयास न करें ।
धन्यवाद ...... ?
------------

● -:- नव जीवन निर्माण करें -:-

2415- ३४... ...... ??
१•
जीवन से सब संशय मिटाकर ,
दूर -निकट के सब भय मिटाकर
नव कार्य पुनरूत्थान करें ।
शंका व्याप्त का जाल हटाकर
नित नव जीवन निर्माण करें ।

२•
आओ दधीचि सी हड्डियाँ गलाएँ
नेत्र ज्वाला से पाषाण पिघला कर ,
इंद्र का सा अस्थि वज्र बनाएँ ।
गिरिराज को प्रणाम कर
परमेश्वर का ध्यान करें ,
नित नव जीवन निर्माण करें ।

३•
आत्मविश्वास की ज्वाला से हिमखंडो को पिघला दें ,
आंधियो से डटकर लड़ें
विजय होकर दिखला दें ।
नित नित उठकर स्वंय ही त्राण करें ,
नित नव जीवन निर्माण करें ।

४•
पाहन पर जब छैनी चलती
तभी तो मूरत ढलती है ।
ईंट से ईंट है मिलती,
तभी इमारत बनती है ।
जैसा बीज है बोता........
वैसा ही फल पाता है
मनुज अपने भाग्य का....
स्वंय विधाता है ।

उजियारे और अंधकार में
पतझड़ हो य बसंत बयार में
चौड़ी छाती सीना तान
रग-रग में आन धरें
नित नव जीवन निर्माण करें ।

५•
सिंधु सरोवर निखरा दो
तूफानो को बिखरा दो ।
कर्तव्य पथ पर डटे रहें ,
संकल्प लें .... कण- कण में प्राण भरें
नित नव जीवन निर्माण करें ।

☆2415-३४

✍By:- Surya Rawat

Read More

हिन्दी दिवस पर देश वासियों को गौरवमयी हार्दिक शुभकामना । ???

-: कविता की मौत :-

१-
एक कवि ने ज़बान खोली
" श " - " ष " को मिलाकर " स " किया ।
कविवर की बिगड़ी बोली ,
जैसे बीवी की कोई सौत हुई ।
बस इसी क्षण हिन्दी कविता की मौत हुई ।

२-
ऊल जुलूल जब कोई पढ़ता ,
ऐसे कवि से मैं डर जाती हूँ ..
साहित्य का है दम घुटता ,
मैं कवि सम्मेलन में ही मर जाती हूँ ।

३-
वर्णमाला हिन्दी की थोड़ा सीखो
शब्दकोष का विस्तार करो ,
" श -स - क्ष " में फर्क सीखो
कविता का स्वच्छ शुद्ध शृंगार करो ।

४-
शनै: शनै: साहित्य खत्म होता आजकल स्कूलों से,
हिन्दी कविता का जैसे सीना चीरा हो ,
बरछी तीर त्रिशूलों से ।
दुकानें चल रही हैं बस अंग्रेज़ व्यापारी की ।
आत्मा कहीं रोती होगी मैथिली, निराला, प्रसाद , रामधारी की ।

☆ ५४ - H"-65
✍By :- surya rawat

Read More

-: गृहिणी :-

☆-12-१६ RUBY ( रूबी )


गली में जो साथ - साथ बोटियाँ खोजते हैं , गाड़ी के
पीछे-पीछे दौड़ते हैं । जानवर के हड्डी-माँस के टुकड़ों को मिल बांटकर नोचते खाते हैं । लेकिन किसी दिन जब गली में Ruby आती है तो ...... सब आपस में एक-दूसरे पर ऊंची खूंखार ध्वनि में भौंकने लगते हैं ...... एक -दूसरे को नुकीले दाँतो से लहूलुहान कर डालते हैं ।
और उसके सामने हर कोई सर्वश्रेष्ठ बड़ा होने का उपक्रम करते हैं । tommy , rockey, jackey वगैरह-वगैरह
सब एक दूसरे पर टूट पड़ते हैं ।
धीरे-धीरे गली सड़क एक युद्धक्षेत्र में परिवर्तित हो जाती है ।
सब एक दूसरे को काटते-पीटते हैं और एक-दूसरे की मार खाकर कूँ... कूँ.~~... कूँ ~~~भौं भौं~ करते हुए पूंछ हिलाते हुए लौट पड़ते हैं ।
कुछ तो गेट के भीतर से ही अपने सर्वोच्च बाहुबली होने का प्रमाण देते हैं यद्यपि वो गेट से बाहर आने का जोखिम नहीं उठाते ।
और वैसे भी उनका स्टेटस अलग है .... भले ही कितने खूंखार हों पर गली वालों से पंगा नहीं लेते , इसीलिए गेट भीतर से ही चक्कर काटते हुए समय-समय पर अपनी प्रतिक्रिया देते रहते हैं

थोड़ी देर तक तो वह सभी का तमाशा देखती है और फिर अचानक सबकी
भौंका- भौंकी के बीच गायब हो जाती है ।

☆-12-१६
✍By:- Surya Rawat

Read More