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रवि प्रकाश सिंह रमण

रवि प्रकाश सिंह रमण

@raviprakashsingh4510
(15)

"गुलाबी गाल"

गोरी के गुलाबी गाल
लरजते लाल अधर
और बलखाती कमर
मदहोश करते हैं मुझे।
किन्तु दिख जाए यदि
वह घिनौना कंकाल
जिसने गोरी के उन्मत् उभारों को
इतना मोहक आकार दिया है
विक्षुब्ध हो उठेगा मन‌ मेरा
और सारी उत्तेजना
क्षणमात्र में हवा हो जायेगी।
कारण कि मैंने
गोरी के दोनों रूपों को
एक साथ और एक सी नजर से नहीं देखा।
© रवि प्रकाश सिंह "रमण

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"आंखे"

ना देखे तुम्हें तो तरसती हैं आंखें,
बिन तेरे बहुत बरसती हैं आंखें।
मुझसे हो जितना अदावत करो तुम,
मगर फिर भी तुम पर हीं मरती हैं आंखें।
तुम्हें देखकर हीं ये रौशन हैं होती,
ना देखे तुम्हें तो तड़पती हैं आंखें।
'रवि' तुमने भी क्या मोहिनी मंत्र कर दी,
कि नाम तेरा हीं दिन रात जपती हैं आंखें।
आ भी जाओ कहीं मूंद ना जाएं ये आंखें,
कि बहुत प्यार करती है तुमसे ये आंखें।

© रवि प्रकाश सिंह"रमण"

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"तुम्हारी खुशबू"

चाहता हूं भर लू सांसों में
खुशबू तुम्हारे सांसों की।
जिससे करीब ना होने पर भी
एहसास होता रहे तुम्हारे होने का।
मेरे जिस्म का हर एक कतरा
दिल में जज्ब कर लेना चाहें,
तुम्हें और तुम्हारी यादों को इस तरह
कि ना रहे खौफ कोई
फिर कभी तुम्हे खोने का।।

© रवि प्रकाश सिंह"रमण"

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