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Good Evening Friends
तेरी रजा रहे.. और तू ही तू रहे, बाकी न मैं रहूँ.. न मेरी आरजू रहे, जब तक कि तन में जान.. रगों मे लहू रहे, बस तेरा हो जिक्र या तेरी जुस्तजू रहे।
મારા ગુજ્જુ મિત્રો ચાલો ગરબા ખૈલવા एक पाटण शहेर नी नार पदमणी आंख नचावती डाबीने-जमणी सूरत जाने चंदा पूनमनी बीच बजारे जाऐ भातीगड चुदलडीं लहेराय झंझरीयु जमक जमक जमक-जमक-जमक थाय एक वागड देश नो बांको जुवानीयो रंग जाणे ऐनो लाल फागणियो कंठे गरजतो जाणे श्रावणीयो, सावजडो वरताय नजरोमा आवी ओ नजराय दलडुं धबक-धबक-धबक- धबक-धबक-धबक थाय .
दो रोज़ तुम मेरे पास रहो.. दो रोज़ मैं तुम्हारे पास रहुं.. चार दिन की ज़िन्दगी है.. ना तुम उदास रहो.. ना मैं उदास रहुं..
?ये मेरे नीजी विचार है ? आप सभी को सपरिवार माँ आध्यशक्ति के पावन-पर्व नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ।? काश नवरात्रि 365 दिन होती तो हर बेटी-बहु-माँ हर रोज पूजा की अधिकारी होती मान-सन्मान- की अधिकारी होती तो संसार की बात निराली होती काश नवरात्रि 365 दिन होती कही कोई बेटी हवस में ना कुचली जाती कही कोई बहु दहेज की आग में ना जलाई जाती कहीं कोई माँ वुध्धाआश्रम में ना पाई जाती काश नवरात्रि 365 दिन होती सरस्वती-लक्ष्मी-माँ पार्वती ने ही माँ नव-दुर्गा रुप धरा था संतो-भक्तों को दुष्टो से बचाने को बेटी-बहु-माँ को इन्ही ने जन्म दिया है सुष्टि के संचार को आगे बढ़ाने को काश नवरात्रि 365 दिन होती नारी ही सरस्वती नारी ही लक्ष्मी नारी ही माँ पार्वती का स्वरुप है यही बात जो हम सब समझ जाऐ तो हर दिन तयोहार नवरात्रि हो माँ नव-दुर्गा हर दिन हम पर खुश हो काश नवरात्रि 365 दिन होती .
( मेरे श्री कृष्ण तुम पर कुछ लिखना मेरे बस का नहीं ?) ओह कृष्ण श्री कृष्ण मेरे श्री कृष्ण मेरे श्री कृष्ण पालनहारी मेरे मुरारी गोवर्धनधारी है सर्व हितकारी यहाँ ना तुम बीन कोई मेरा अब तुम ही बनो पंथदर्शक मेरा। .
"राज" की कलम से - सुनो मेरे हमदम-हमराही कितना '"प्यार" है हमें आप-से आपको बताऐ तो बताऐ कैसे बेरंग-सी जिंदगी में जो रंग भरे हैं "चाहत" के आपने वो चाहत के खुशियाँ भरे रंग आपको दिखाऐ तो दिखाऐ कैसे यूँ तो गुजर ही रही थी जिंदगी कई "अहसासो" के साथ "दिले" में जीने का खुशनुमा अहसास जगाया है जो आपने वो अहसास आप में भी जगाऐ कैसे
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