Quotes by Pranav Pujari in Bitesapp read free

Pranav Pujari

Pranav Pujari

@pranavpujari.848941
(16)

माना जमाना खराब है,
यहाँ देते सभी अजाब हैं,
अपनी मुस्कान की धार आजमा कर तो देख,
एक यही हर सितम का जवाब है ।

☺️

Read More

मेरे कुछ कहने का क्या मतलब,
तूने गर कुछ सुना नहीं,
उस रास्ते पर चलने का क्या सबब,
वो रास्ता गर खुद से चुना नहीं,
मेरे हामी भरने में क्या अदब,
तेरी गर उसमें रज़ा नहीं,
वो दरिया गर पर्वत को छोड़, निकला है सागर की ओर,
पर्वत के पास भी रोकने की फिर तो कोई वजह नहीं।

~ प्रणव

Read More

अब फर्क नहीं पड़ता, कि ये दुनिया क्या सोचे,
जब फर्क ही नहीं पड़ता, तो दुनिया का क्यूँ सोचें,
बस एक तेरी नजरों में खुद को उठाना है,
के कोई कुछ भी कहे, लेकिन ये ऐतबार कभी न टूटे ।

-Pranav Pujari

Read More

मैं पहरों यूँ ही ठहरा रहता हूँ, बस इसी आस में,
तेरी एक दीद मिले, सुकून-ए-दिल की तलाश में,
दर तेरा मेरे लिए, किसी जन्नत से कम तो नहीं,
ना भी दिखूँ, महसूस कर, मैं हूँ सदा तेरे पास मैं ।

-Pranav Pujari

Read More

मैं चाहता नहीं हूँ जाना, पर तुम रोकते नहीं,
थोड़ा खुदगर्ज़ हूँ माना, ज़िद तुम भी छोड़ते नहीं,
उन सवालों पर तुम्हारे, कभी मेरे जवाब भी याद करो,
मेरी खुशी है वादे निभाना, पर तुम कुछ बोलते नहीं।

-Pranav Pujari

Read More

यकीन' नहीं, तो कुछ नहीं..

मानो बातों में अल्फाज़ नहीं,
अल्फाज़ों में एहसास नहीं,

सावन में बरसात नहीं,
वसंत में उल्लास नहीं,

हवा में महक नहीं,
भोर में चहक नहीं,

पानी में लहर नहीं,
रात के बाद सहर नहीं,

ऐसे ही..
'साथ' वो आता रास नहीं,
गर रिश्ते में "विश्वास" नहीं ।

Read More

यार से इकरार कर सट्टा लगा बैठा,
चाहत की चाह में, दोस्ती गवां बैठा,
अब तो इश्क़ के इज़हार से ही डर लगता है, प्रणव,
बस वो साथ न छूटे ... हर राज़ दिल में दबा बैठा।

-Pranav Pujari

Read More

ना मैं नामुमकिन हूँ, ना तू आसान है,
ये सब तो सोच के दायरे में पनपा, वक्त का फरमान है,
कहते हैं.. आसमां में सुराख भी मुश्किल नहीं, प्रणव,
बस इसी विश्वास की डोर से बंधा, मेरा जहान है।

Read More

फासलों का क्या है, सिलसिलों में बदल दूँ,
दूरियाँ कहाँ हैं, हर सफ़र तेरे नाम कर दूँ,
आवाज़ एक तेरी जो मुझ तक पहुँचे,
तो, दुनिया ये एक क्या है, मैं दो जहां निसार कर दूँ।

~प्रणव

Read More

माना ये तेरा-मेरा रिश्ता, एक उलझा हुआ सा धागा है,
पर उस टूटते तारे से मैंने, आज भी तुझे ही माँगा है ।

~ प्रणव

Read More