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Piyush

Piyush

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Until you have not seen someone dying,
You definitely cannot understand the importance of life.

मृत्यु से मुलाकात ही
जीवन की औकात दिखाती

वो सीख कहीं से आई थी
और दिलको बोहोत ही भाई थी
कुछ दोस्तों ने सिखलाया था
कुछ घर वालों से आई थी

यू तो थी वो खुले आम, पर
उस सीख को चाहिए आजादी थी
आज़ादी पर लगी बंदिशें तो
बंदिशों पर हुई बगावत थी

बगावत ने फिर लड़ना सिखाया
सरे आम हुई आजमाइश थी
बेफीकर अंजाम से हुई दोस्ती
और जाने कब बन गयी आदत थी

उस आदत ने ऐसा घेरा था
की जिन्दगी बनी शिकायत थी
ना गैरों की थी ना अपनो की
वो नादान खुद मुकाम से भटकी थी

ना मिली उसे उसकी मंज़िल जो
हमसफर का भी मुकाम मिटाती थी
वो रिश्ता जो बना आदत था
जिन्दगी से रिश्ता छुड़ाती थी

वो सीख जो दिल को भाई थी
उसने दिल की हैसियत दिखाई थी

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Pure is tear,
salty and near
It leaves either in sadness
Or joy, but clear

The earth cried one day
As a mother, emotional
Those tears gripped her
As The sea she wears

जाना कहा जाता है तू
किस बात की जल्दी है तुझे
क्या मृत्यु से तू भाग रहा है
या जीवन से है परहेज तुझे

शहीदी पर रोने वालों
दो दिन मै सब कुछ भूलने वालों
खुद की बात मनवाने वालों
दिखावट की जिन्दगी जीने वालों
एक दिन के लिए इंसान बनो
ओ इंसानियत दिखाने वालों

एक दिन के लिए तुम भूल जाओ
नाम तुम्हारा काम तुम्हारा
जात तुम्हारी जन्म तुम्हारा
एक दिन के लिए बस बन जाए
धर्म तुम्हारा कर्म तुम्हारा
आँसू किसी के शर्मा तुम्हारा
एक दिन के लिए इंसान बनो
ओ इंसानियत दिखाने वालों

एक दिन तो बस करो प्राथना
एक दिन तो बस करो उपवास
एक दिन तो पेट भरो औरों का
एक दिन जियो बिना कोई आस
एक दिन के लिए इंसान बनो
ओ इंसानियत दिखाने वालों

भूल जाओ पहचान तुम्हारी
दुश्मनों के बनो आभारी
छोड़ दो सपनो का पीछा
अपनो के na बनो अधिकारी
करो ना तुम कोई शृंगार
छोड़ दो सारी ऐयारी
एक दिन तो जियो बन के इंसान
ओ इंसानियत दिखाने वालों

औरो की दुहाई देने वालों
दूसरो की बुराई करने वालों
छोड़ अहंकार जीवन से जूडो
ओ जीवन को दोष देने वालों
स्वार्थ करो ना बस एक दिन
तुम चाहे जो भी दो या लो
एक दिन तो जियो बन के इंसान
ओ इंसानियत दिखाने वालों

चलो एक दिन हम ऐसा बनाए
मिल कर हम तुम यह देश सजाए
आतंक की सोच का करे खात्मा
घृणा, जिहाद इतिहास बनाए
प्रेमलय पृथ्वी को बनाकर
करुणा का सागर बनाए
बस एक दिन जिए इंसान बन कर
एक दिन के लिए खुदाई संभालो

ओ इंसानियत दिखाने वालों
एक दिन के लिए बस खुदाई संभालो

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