The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
मैं लौटूंगी तुम्हारे पास , वो नन्हा फूल बनकर जो इक सुबह तुम्हारे आँगन में खिलेगा, अपनी खुसबू से सबको महका देगा ! मैं लौटूंगी तुम्हारे पास , वो नन्हा पौधा बनकर जो हर पल तुमको ठंडी छाँह देगा ! मैं लौटूंगी तुम्हारे पास , तुम्हारी नन्ही बेटी बनकर जिसकी किलकारियों से तुम्हारा आँगन गूँज उठेगा ! मैं लौटूंगी तुम्हारे पास , वो नन्हा तारा बनकर जो तुम्हारी हर दुआ पूरी करने टूट जाया करेगा ! मैं लौटूंगी तुम्हारे पास , बारिश की वो पहली बूंद बनकर, जो तुम्हारी रूह को भिगो देगी ! मैं लौटूंगी तुम्हारे पास , सूरज की पहली किरण बनकर और तुम्हारे जीवन में उजाले भर दूंगी ! मैं लौटूंगी तुम्हारे पास , हर उस रूप में जो तुम्हें जीने की वजह देगा ! हर युग, हर जन्म, तुम्हारे लिए... सिर्फ तुम्हारे लिए ! ~ पूजा
तुम्हारे साथ रहकर जाना मैंने , हथेली में रेखाएं नहीं रंग होते हैं शामें बतियाती हैं , सहर संग खतों से भी झरते हैं , पारिजात के पुष्प तुम्हारे साथ रहकर जाना मैंने , कितना सुकून देती है , दुखों की चोरी कितना ज़रूरी है , किसी मोड़ पर ठहरना भी केवल मौन से , जीती जा सकती है दुनियां तुम्हारे साथ रहकर जाना मैंने , कितना आसान है आईने के बगैर संवरना भी । 🍁 ~ पूजा
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser