The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
પુછી ને જોયુ આ પંખીડા ને ઉડાન ક્યા સુધી તય છે કહ્યુ "પાંખો મા તો આકાશ આખુ કેદ છે" -Jagruti Solanki
****ચાલી પડ્યા હતા અજાણ રસ્તા પર આજે રસ્તો ભૂલ્યા ને ઘર ની યાદ આવી ગઇ**** After very long time
कुछ परिंदे उड़ कर चले ही थे मंजिल की तरफ शाम हुई और घर याद आ गया♥️
आज कुछ ख्वाहिश जो मेरी अपनी है तुजसे जुड़ी हुई है माँ♥️ कल की बातें मुझे याद है जो तूने सिखाई हुई थी माँ ♥️ दूर क्यों जाऊ मैं तुमसे अभी तो कुछ बन कर दिखाना है माँ♥️ नन्ही सी मैं तेरी बेटी हु अभी बड़ा बेटा भी तो बनना है माँ♥️ दुनिया की भीड़ मैं नही खोना अपने पल्लू मैं छुपा लेना मुझे माँ♥️ जहा जाना चाहो हमे पास रखना यूह किसी के भरोसे हमे अकेले ना रखना माँ ♥️ ♥️मेरी प्यारी माँ ♥️
रामनवमी के पावन अवसर पर सबकी मनकामनाएं पूरी हो प्रभु सब पर अपनी दया द्रष्टि बनाये रखे सबको रामनवमी की सुभकामनाये🙏🙏🙏🙏🙏
💫♥️
♥️तुम कुछ तो खास हो♥️ गहरे समुंदर की तरह राज़ छुपाए बैठी मैं तुम आयने की तरह साफ हो।🌊💫 बंद कमरे में छुपी हुए अंधकार सी मैं तुम सुबह की पहली किरण की रोशनी हो।💕💫 पत्थर जैसे एक ही जगह रुकी हुई मैं तुम हवा की लहरों से हो।❤️💫 रद्दी मैं पड़ी हुई पुरानी डायरी सी मैं तुम खुली किताब से स्पस्ट हो।♥️💫 ♥️तुम कुछ तो खास हो♥️
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser