Quotes by Hari Virah Yogi in Bitesapp read free

Hari Virah Yogi

Hari Virah Yogi

@fifftysheds


बेगानी महफिल में एक नादान सा ख्वाब लिए
हम तो ऐसे ही गुमसुम रहते है दिल में खुमार लिए
किसी ने पूछ दिया आज कल कहा होते हो
हमने बोला
अपनी एक दुनिया सजा कर ,हम भी ख्वाब पिरोते है
आंखों में खुमारी लिए किसी का इंतजार करते है
कभी वो सुबह में तो कभी ढलती शाम में
साथ रहते है हम यूंही हर बात में

-Hari Virah Yogi

Read More

मेरी कहानी भी अजीब है
ना जाने क्यों ये दिल जिदी है
तूफान समेट लूं,सागर को मुट्ठी में भर लूं
अविरल जल सा बहता हु
हर लम्हा अग्नि सा जलता हु
ज्वालमुखी सा दहकता हु
तेरे पहलू में आके सुकून पाता हु
ना करू फिकर कल की
सच करने सपने बेधड़क चलता हु
कुछ तो है तुझ से मेरा वास्ता
यूंही नही तेरी आंखों में खुद को ढूंढता हु
तेरे पहलू में आके सुकून पाता हु

-Hari Virah Yogi

Read More

कुछ कहना चाहती है ये आंखे
बात अधूरी रह जाती है हर बार
मेरी पहचान में छुपी तेरी पहचान
फिर क्यों दूरी रह जाती हर बार
एक तू ही तो है मेरे दिल का सुकून
फिर क्यों सुनी रह जाती ये गलियां हर बार
बना ले तू बसेरा मेरी रूह में
ना रहेगी कोई दूरी ना हो कोई बात अधूरी
हर लम्हा तुझे देखू तेरी आंखों के बोल सुनूं
पहचान एक हो मेरा मकाम तेरी खुशियां का पैगाम हो

-Hari Virah Yogi

Read More