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I am back... अब से आनंद लीजिए हिंदी उर्दू की मेरी एवं अन्य रचनाकारों की कविताओं का क्यों की अब से सिर्फ कविता रचना होगी वार्ता क्षेत्र कुछ समय पश्चात शुरू कैंगे। focus on one . makes batter ones
"होप इस हेल - 5" by kuldeep vaghela read free on Matrubharti https://www.matrubharti.com/book/19887636/hope-is-hell-5 enjotly the thrill...
hope is hell.. new episode.. coming today 10.00 AM... enjoy...
A little disturbed. need a break..
Its easy to criticize in sarcastic way. but hard to handle when the same comes to you. #Sarcastic
रात्रि रचना ये बूंदे भिगाए , हर ज़र्रे को। खुशियां खिलाए हर चेहरे को। वो ठंडे एहसास गर्म करे दिल को। रास्ते दिखाए बेह के क्या कल्प को। थामे जब बारिश तो थम जाए धड़कन। दुआ माने दिल फिर से पिघलने को। काबिल है बादल अभी बरस जाए, राह देखे पगला बिजली कड़कने को।
Life is Runing Ultimately Towards Hell Leaving Everyone Silent and Sturned #Ruthless
Except what you get. Work hard what you want to get stay calm when you get what you want. life is done
रात्रि रचना गुज़र गई वो रातें, जगा रोशनी हुआ करती थी। अब तो जिंदगानी में अंधेरे का बसेरा है। वक्त है एक चक्र सा, फिर से लौट के आएगा। आज जो काली रात है होना कल सवेरा है। वो केहते थे तुम कुछ नहीं, में केहता था तुम हो सही। राख के जैसा हूं में सब से ऊपर उठता रेेहता। तुम जितना मुझको कोसोगे, में उतना निखरके आऊंगा। काबिल बन कर आऊंगा तब होगा कल वो मेरा है।
"होप इस हेल - 4" by kuldeep vaghela read free on Matrubharti https://www.matrubharti.com/book/19886986/hope-is-hell-4 go and get the epic moments.....
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