Tere Mere Darmiyaan - 26 in Hindi Love Stories by CHIRANJIT TEWARY books and stories PDF | तेरे मेरे दरमियान - 26

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तेरे मेरे दरमियान - 26

विकी :- तेरी इतनी हिम्मत । तु जानता नही है , तुने किसपर हाथ उठाया है । अब तुम दोनो की उलटी गिनती सुरु ।




जानवी अपने बारे मे विकी के मुह ये गलत सुनकर बहोत दुखी थी । जानवी समझ गयी थी के विकास के साथ रिलेशनशिप मे रहना उसके लिए सबसे बड़ी गलती थी । विकी ने सबके सामने जानवी को जलील किया था उसके प्राईवेट बातो को सबके सामने सेयर कर दिया था ।



जानवी को अपने आप पर बहोत शर्म महसुस हो रहा था के उसने विकास जैसे घटिया लड़के के साथ प्यार किया था ।



आदित्य :- हिम्मत अभी देखे क्या हो विकी । जो भी हाथ मेरे जानवी के तरफ उठेगा , मैं उसे ऐसे ही सबक सिखाउगांं । तुम जैसे घटिया लोगो के लिए ये सबसे अच्छा सबक है । और हां उल्टी गिनती की परवाह मैं नही करता वो तो तु कर । 



आदित्य के ऐसा कहने पर जानवी और अशोक बहोत खुष हो जाता है । आदित्य ने मेरी जानवी कहा जिसके लिए जानवी आदित्य की और एक टक दैख रही थी ।
विकास ये सब दैखकर चुपचाप वहां से निकल जाता है ।


तभी वहां पर अनय आ जाता है । अनय को दैखकर जानवी घबरा जाती है । क्योकी आदित्य ने उनके एम्पलाई पर हाथ उठाया था । 




अनय :- क्या हो रहा है यहां ?



अनय को दैखकर विकी अपने गाल पर हाथ रखकर



आदित्य के पास जाता है ।



विकी :- सर देखिए ना । इस ----इस भिखारी की हिम्मत तो दैखिए । इसने मुझपर हाथ उठाया ।


तभी जानवी कहती है ।



जानवी :- सर पहले इसीने हमसे बद्तमीजी की । 




मोनिका :- अहा------ झुट क्यो बोल रही हो । अनय सर को दैखकर डर गयी क्या ? सर इन सबको आप यहां से बाहर निकालो , और खास कर इस ( आदित्य की इशारा करके ) भिखारी को ।



अनय :- तुम कौन हो ( मोनिका से ) ?




अनय की बात सुनकर जानवी हल्की मुस्कान देती है जिससे मोनिका को जलन होती है और कहती है ।




मोनिका :- सर मैं ------ मैं मोनिका, विकी की होने वाली वाईफ । आपसे मैं पहले भी मिल चुकी हूँ ।





विकी :- सर आप इन दोनो को यहां से बाहर किजिए । और इस जानवी को तो सबक मैं सिखाउंगा । मिस
जानवी मैं तुम्हें बर्बाद कर दूगां । ये जानती है के मैं कौन हूँ और क्या कर सकता हूँ ।




तभी आदित्य गुस्से से कहता है ।



आदित्य :- " कौन है तु " ? 



जानवी आदित्य के हाथ को पकड़कर उसे रोकते हूए कहती है ।



ये जानती के मैं कौन हूँ और क्या कर सकता हूँ ।




जानवी :- आदित्य प्लिज, चुप हो जाओ । 




आदित्य :- तुम घबरा क्यों रही हो । वो भी इस विकी से । कौन है ये इसकी औकात ही क्या है ।




आदित्य के ऐसा कहने पर जानवी घबरा जाती है के कही अनय के नाराज होने पर उसकी कंपनी पर कोई गलत असर ना हो जाए ।



जानवी :- आदित्य । चुप हो जाओ । अनय सर मैं इसकी तरफ से आपसे माफी मांगती हूँ । इसे कंपनी और मार्केट के बारे मे नही पता । I am sorry sir .
जानवी को ऐसे गिड़गिड़ाते दैखकर मोनिका मन ही मन बहोत खुश होती है ।




मोनिका :- अब गिड़गिड़ाने से क्या फायदा । अब कुछ नही हो सकता । हां अगर तुम अपने घुटने मे आकर अनय सर और विकी से माफी मांगो तो शायद तुम्हें माफी मिल सकती है । वरना तुम खुद अपनी बर्बादी का कारण बनोगी ।




जानवी मोनिका के बात पर घबरा जाती है अब जानवी के पास मोनिका के बात को मानने के अलावा और कोई रास्ता नही था ।



जानवी अपने घुटने पर बैठने वाली होती है के तभी आदित्य उसे पकड़ लेता है और कहता है ।




आदित्य :- तुम्हें इनसे माफी मांगने की कोई जरुरत नही है जानवी । माफी तो ये लोग तुमसे मांगेंगे ।




मोनिका :- क्या कहा तुमने ? हम माफी मांगेंगे , वो भी तुम जैसे लोगो से । हा हा हा ....! जानवी लगता है तेरा आशिक पागल हो गया है । वो जानता ही नही के वो किससे बात कर रहा है । अब पानी सर से उपर चला गया है । अब माफी से काम नही चलेगा । अब जानवी तुम्हें अपनी नाक जुते पर रगड़कर माफी मांगनी होगी । 



आदित्य चिल्लाकर कहता है ।



आदित्य :- बस ------- बहोत हो गया तुम्हारा नोटंकी । अब अगर एक भी गलत शब्द जानवी के लिए कहा तो मुझसे बुरा कोई नही होगा । 




आदित्य के इस तरह के बरताउ से अशोक , जानवी और बाकी सभी हैरान थे । 



विकी :- तेरी इतनी हिम्मत । 




इतना बोलकर वो आदित्य के कॉलर पकड़ने जाता है तो आदित्य उसे आदित्य फिर से एक चांटा मारता है ।




आदित्य :- चल माफी मांग ------ ( चिल्लाकर) मांग माफी जानवी से ।



विकी आदित्य के चिल्लाने से डर जाता है तो विकी अनय से कहता है । 




विकी :- सर आप इन दोनो को सबक सिखाओ , इन दोनो की हिम्मत तो दैखिए, आपके सामने मुझसे बदतमीजी कर रहा है ।




आदित्य :- अनय से क्या पूछता है । मैं कहता हूँ तुझसे । अगर तुने अभी ----- इसी वक्त जानवी से माफी नही मांगी तो मैं तुझे बर्बाद कर दूगां । तेरी नौकरी , घर , पैसा सब चला जाएगा । गली का कुत्ता बनकर रह जाएगा तु ।




आदित्य के बात को सुनकर जानवी , अशोक और बाकी सभी हैरान था । तभी विकी हसते हुए कहता है ।



विकी :- ( हसते हूऐ ) :- क्या कहा --- मेरी नौकरी , घर , पैसा सब --- हा हा हा ....! क्या जोक मारा है । हा हा हा ....! मैं तो डर गया । लगता है जानवी के साथ तेरा भी इलाज करना होगा । दैखिए ना अनय सर , इस भिखारी की हिम्मत तो दैखिए ----- हा हा ....! इसकी जितनी औकात नही सौचने की ये वो बोल रहा है ------- हा हा .....! सर अब आप ही समझाये इसे ।




अनय :- भई ----- अब मैं क्या बोलू । जब आदित्य ने बोल दिया है तो तुम्हें तो माफी मांगनी पड़ेगी । वरना तुम्हारी जॉब मैं भी बचा नही सकता । 




अनय के बात को सुनकर वहां पर मौजूद सभी हैरान रह जाता है । सभी आदित्य की और दैखने लगता है । के आखीर ये है कौन ---- जिसकी बात पर अनय भी हामी भर रहा है ।



विकी :- सर आप भी ना ---- मजाक अच्छा कर लेते हो ।



अनय गुस्से से ।



अनय :- तु क्या मेरा साला है ---- जो तेरे से मैं मजाक करुगां । जो आदित्य ने कहा है वो करो । अगर नही किया तो कल से ऑफिस आने की जरुरत नही है । 




अनय इतना बोलकर वहां से चला जाता है । सभी हैरान और परेशान थे । जानवी और मोनिका मन ही मन आदित्य के बारे मे सोचती है ।




जानवी और मोनिका :- आखिर ये है कौन , जिसकी बात अनय सर भी काट नही पाया ।





विकी के पास अब अपनी जॉब को बचाने का एक रास्ता था और वो आदित्य के बात को मानना । विकी वहां मौजूद सभी की और देखता है विकी बहोत Embarrassed feel कर रहा था । क्योकी वो एक मामुली सा आदमी से माफी मांगने वाला था और सभी उसी को दैख रहा था । विकी और मोनिका दोनी अपने घुटने पर बैठता है और जानवी से माफी मांगता है ।




विकी और मोनिका :- जानवी मेम ----- प्लीज मुझे माफ कर दिजिए । आंइदा आगे से ऐसी गलती हमसे कभी नही होगी ।


To be continue.......159