आदित्य :- अरे बाहर क्यू है । अंदर लेकर आओ उसे ।
रमेश बाहर जाता है और रश्मि के अंदर लेकर आता है । रश्मी दैखने मे बहोत सुदंर थी । रश्मी को दैखकर आदित्य हैरान हो जाता है और कहता है ।
आदित्य: - वाह यार । भाभी तो बहोत सुदंर है । तुम्हें कहां मिल गयी ये ।
रमेश :- ( शर्माते हूए ) वो क्या है ना मैं उस दिन RCB और CSK का मैच दैख रहा था ।
रमेश अपने उस पल मे चला जाता है जहां रमेश एक केटिन पर बैठकर मैच दैख रहा था और वही पर रश्मि भी मैच दैख रही थी दौनो ही RCB के फेन है । मैच मे RCB हार जाती है तो रमेश कहता है ।
रमेश :- छी: यार आज फिर RCB हार गई । पता नही ये टिम कब कप जितेगी ।
तभी वहां पर एक CSK का फेन खुश था और वो रमेश के पास आकर कहता है ।
आदमी :- क्या फायदा ऐसे टिन को सपोर्ट करने का जो हर बार हार जाती है , मेरी सुनो और RCB को छोड़ो और CSK का फेन बन जाओ ।
रमेश :- RCB का फेन हूँ क्या हूआ नही जीता तो ,
इसका मतलब ये थोड़ी ना के उसे छोड़ दू ।
रमेश की इय बात पर रश्मि रमेश पर फिदा हो जाती है । और फिर सौचने लगती है ।
रश्मि: - ये बंदा कितना लॉयल है । जो RCB के हारने पर उसे नही छोड़ता तो फिर अगर वो मेरा हो जाए तो मेरे साथ कितना लॉयल होगा । मुझे उसो प्रपोज कर देना चाहिए ।
रश्मि भाग कर वही पर रखा एक गुलाब का फुल लेता है और रमेश के पास जाकर अपने घुटने पर आकर रमेश को प्रपोज करती है ।
रश्मि: - हेय एक्सक्यूज मी । ( घुटने पर बैठती है ) I LOVE YOU . क्या तुम मुझसे शादी करोगे ?
रश्मि के इतना कहने पर रमेश रश्मि की और दैखने लगता है । रमेश रश्मि की खुबसूरती पर फिदा हो जाता है और रश्मि का प्रोपोजल एक्सेप्ट कर लेता है । रमेश वापस अपने इस पल मे आता है । रमेश और रश्मि की लव स्टोरी सुनकर आदित्य और कृतिका हैरान था ।
दोनो कुछ दैर चुप चाप खड़ा था और कभी रमेश तो कभी रश्मि को दैख रहा था । दौनो ही हल्की हल्की मुस्कान लेकर खड़ा था । आदित्य और कृतिका अपनी आंखे बड़ी बड़ी करके दोनो को दैख रहा था ।
रमेश: - क्या हूआ ? तुम दोनो ऐसे चुप क्यों हो गए ।
कृतिका :- कुछ नही यार । बस सौच रहा हूँ के क्या लव स्टोरी है तुम दोनो की सबसे अलग , सबसे महान ।
आदित्य: - हां यार । मैं तो पुरी तरह सॉक्ड हूँ ।
रश्मि: - मैं तो इन्हें दैखकर ही समझ गई थी के ये लड़का मेरे लिए परफेक्ट है । और अब ये भी RCB के फेन है और मैं भी । जब ये RCB के लिए चेंज नही हूआ तो मेरे लिए तो कभी नही होगा । बस तबसे मुझे इनसे बहोत प्यार हो गया ।
आदित्य: - हां । ये तो कट्टर है RCB के लिए । और ये तुम्हारे लिए भी कट्टर हो यही मैं भी चाहता हूँ । पर तुमने CSK को छोड़ दिया ? इसका मतलब तुम लॉयल .....!
आदित्य के इतना कहने पर रमेश रश्मि की और हैरानी से दैखता है । रमेश सौच मे पड़ जाता है ।
तभी आदित्य हंसते हूए कहता है ।
आदित्य :- अरे मैं तो मजाक रहा था । देखो कैसे सिरियस हो गए दोनो। अरे पागल रश्मि टीम के लिए नही तोरे लिए कट्टर है ।
आदित्य के कट्टर कहने पर रमेश हैरान होकर कहता है ।
रमेश: - क्या ?
आदित्य: - मेरा मतलब लॉयल , लॉयल ।
कृतिका :- वाह क्या लव स्टोरी है , ऐसी स्टोरी मैने सिर्फ साउथ की फिल्मों मे दैखी है और आज तुम दोनो को दैख रही हूँ ।
रश्मि और रमेश एक दुसरे की और दैखता है और दोनो ही शर्माने लगता है ये दैखकर आदित्य और कृतिका एक दुसरे की और दैखता है और हंसने लगता है ।
उधर मोनिका अपने घन मे बैठ कर शराब पि रही थी । मोनिका आज बहोत ज्यादा शराब पि रखी थी । मोनिका एक और ग्लास पीने ही वाली थी के तभी वहां पर मोनिका की मां और रघुनाथ आ जाती है और मोनिका के हाथ से शराब के बोतल को छीनकर कहती है ।
रेखा :- ये क्या कर रही हो । तुम शराब पि रही हो ? तुम मे जरा सा शर्म है या नही । एक लड़की होकर तुम शराब पि रही हो ? अपनी मर्यादा कैसे भूल गयी तुम ।
मोनिका लड़खड़ाती हूई उठती है और कहती है ।
मोनिका :- O common mom . ये सब तो अब आम बात है । तुम्हें भी इन सब की आदत डालनी होगी । अब मैं कोई आम लड़की नही रही , मैं एक रईस लड़के की होने वाली पत्नी हूँ । और मेरे लिए तो ये आम बात है । तुम ज्यादा टेंशन मत लो । मैं तो कहती हूँ के तुम भी एक दौ घूट पि लो । क्योंकी तुम भी तो मेरी हो । एक रईस लड़की की माँ ।
इतना बोलकर मोनिका रेखा को शराब पिलाने जाती है जिससे गुस्सा होकर रेखा मोनिका के गाल पर एक जौर का चांटा मारती है और कहती है ।
रेखा :- तेरी इतनी हिम्मत के तु मुझे शराब पीने को बोले । एक तो तु मेरे और तेरे पापा के सामने शराब पी रखी है बेशर्म लड़की । पैसो का इतना नशा चड़ा है तुझे । के बड़े छोटे का लिहाज तक भूल गई । घर के संस्कार को भूल गई ।
तभी रघुनाथ कहता है ।
रघुनाथ: - ओह , क्यूं डांट रही हो इसे । मोनिका ठिक ही तो कह रही है । अब वो हमारे जैसी गरीब नही रही । बड़े घर की बहू है और बड़े घरो मे शराब पीना एक फैशन है फैशन ।
रेखा :- वाह । क्या बात कही है आपने । अरे जरा शर्म करो , अपने बेटी को डांटने के बजाए शराब पीने मे उसका साथ दे रहे हो । हे भगवान इन दोनो को क्या हो गया है । शायद आप ये भूल गयो हो के मैं भी एक रईस घर की बेटी हूँ । पर मेरे माँ बाप ने शराब को कभी छुआ तक नही । तेरे उस विकी से तो बहोत रईस है मेरे पापा ।
मोनिका :- माँ.. तब के जमाने मे कहां यो सब था । वो लोग बड़े हो गए है उन्हें क्या पता के फैशन क्या है ।
रेखा :- आज तु मेरी बात कान खोल के सुन ले । तु जिस रास्ते पर चल रही हो बेटा । वहां पर तुझे खुशीयां कम और दुख ज्यादा मिलेगी । तुने पैसो के लिए आदित्य जैसे हिरा को खो दिया । एक दिन बहोत पछताओगी तुम । अब भी समय है बेटा , छोड़ दे ये सब और लौट जा आदित्य के पास । मुझे विश्वास है के वो तुझे अब भी प्यार करता है ।
मोनिका :- क्या कहा आपने मां । मैं वापस से उस भिखारी के पास लौट जाउं । इतनी अच्छी जिंदगी को छोड़कर मैं फिर से उस भिखारी के पास जाऊ । नही नही ऐसा कभी नही हो सकता । आपको पता है मैने ये शराब क्यों पी रखी है । उस आदित्य के वजह से आज मैने ये शराब पी रखी है ।
रेखा :- आदित्य की वजह से ?
मोनिका :- हां माँ । आपको पता है वो आदित्य की भी शादी हो रही है ।
रेखा :- क्या । शादी हो रही है , पर किसके साथ ।
मोनिका :- शहर के सबसे बड़े आदमी अशोक मुखर्जी की बेटी जानवी से ।
रेखा जानवी और अशोक मुखर्जी का नाम सुनकर हैरान हो जाती है ।
रेखा :- क्या ! अशोक मुखर्जी की बेटी के साथ आदित्य की शादी हो रही है ?
मोनिका: - हां माँ । और इसलिए मैं आज ये शराब पी रखी है । आपको पता है । जब भी मैं उस फटीचर आदित्य की बुराई करती हूँ तब तब वो जानवी वहां पर आ जाती है इस आदित्य को बचाने के लिए । जैसे कितना केयर करती है वो आदित्य की । ये हर बार वो मुझे जताती है । कहती है के आदित्य मेरे पति है और मैं अपनी पति की बुराई नही सुन सकती ।
रघुनाथ: - तो फिर तुने उस जानवी और अशोक मुखर्जी को आदित्य के बारे मे बताना चाहिये था । आदित्य जरुर अपने बारे मे झुट बोला होगा । उसने उस बेचारी जानवी और अशोक मुखर्जी को बुड़बक बनाया होगा । हमे अशोक और जानवी को आदित्य के बारे मे बताना चाहिये ।
रघुनाथ की बात को सुनकर रेखा कहती है ।
रेखा :- वाह वाह । क्या बात कही है आपने । उसे इतना दुख देकर आप दोनो को चैन नही मिला जो उसकी शादी तुड़वाने के लिए जाना चाहते हो । अशोक जी और जानवी को हिरे की परख है इसिलिए उन्होने अपनी बेटी की शादी आदित्य करा रहे है । कैसे इंसान हो आपलोग । मोनिका तुमने तो उसे छोड़ दिया है ना । और तुम तो उसके पास भी नही जाना चाहती , फिर वो चाहे जो करे तुम्हें क्यों तकलीफ हो रही है ?
मोनिका :- मुझे तकलीफ इसिलिए है , क्योंकि वो आदित्य जानवी को डिजर्व नही करता । वो एक फटीचर होके इतने बड़े घर मे शादी कैसे कर सकता है । माँ , पापा , आप जानते हो वो जानवी हर समय उसको साथ चिपके रहती है , और वो जानवी बहोत खुबशरत है । बस इसिलिए मुझे जलन हो रही है । के उस आदित्य को जानवी नही मिलनी चाहिए । मैं उसे तड़पता हूआ दैखना चाहती हूँ । आपको पता है । उस आदित्य ने मुझे कभी कोई मंहगी गिफ्ट नही दिया । और आज उसने उस जानवी को लाखो के कपड़ो की शॉपिंग कराई ।
रेखा :- देखो बेटी । मैं तुमसे एक बात कहती हूँ हमेशा याद रखना । अगर तुम पैसो के लिए विकी से शादी कर रही हो तो तुम बहोत बड़ी गलती कर रही हो । और जब तुमने आदित्य को छोड़ दिया है तो उसे पुरी तरह भूल जाओ । वरना ना तुम चैन सो जी पाओगी और ना ही विकी के साथ खुश रह पाओगी ।
मोनिका :- पर माँ ...!
मोनिका की बात को बिच मे ही काटकर रेखा कहती है ।
रेखा :- तुम क्या चाहती हो बेटी । तुम आदित्य के साथ रहना नही चाहती पर उसके साथ किसी और को देख नही सकती । ऐसी गलती मत करो बेटी । आदित्य को भूल जाओ । वो क्या करता है किसके साथ है ये सब मत सोचो । अब तुम सिर्फ विकी के साथ खुश रहने की कोशिश करो । यही तुम्हारे लिए अच्छा होगा ।
रेखा के इतना कहने के बाद ही वहां पर विकास आ जाता है ।
To be continue.....131