"वो जो मेरा था..."
📖 Episode 13 – काव्या का सबसे खतरनाक फैसला…
1. रात का तूफ़ान
मुंबई की वो रात बेचैन कर देने वाली थी।
बारिश खिड़की पर लगातार थपथपा रही थी, जैसे कोई अंदर आने के लिए दरवाज़ा पीट रहा हो।
काव्या कमरे में टहल रही थी, उसकी नज़र बार-बार अपने मोबाइल पर जा रही थी।
समर का नंबर सेव नहीं था, लेकिन उसका भेजा हुआ मैसेज स्क्रीन पर चमक रहा था:
"कल दोपहर 3 बजे, होटल ब्लू वेव – रूम 120। अगर सच जानना चाहो तो आ जाना।"
काव्या का दिल तेज़ धड़क रहा था।
क्या मैं सच में जाऊँ? क्या ये आरव के खिलाफ एक और जाल होगा?
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2. आरव की बेचैनी
आरव अपने लैपटॉप पर कुछ दस्तावेज़ देख रहा था, लेकिन उसकी नज़रें बार-बार काव्या पर जा रही थीं।
वो जानता था कि काव्या के मन में सवाल हैं।
लेकिन उसने कुछ नहीं कहा।
काव्या ने सोचा कि अगर उसने आरव से पूछा, तो वो शायद सच्चाई छिपा लेगा।
उसने तय किया — कल वो समर से मिलेगी।
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3. होटल ब्लू वेव – पहला सामना
अगले दिन, दोपहर 3 बजे।
काव्या एक सादे सलवार-कमीज़ में, चेहरे पर हल्का सा स्कार्फ बांधकर होटल पहुँची।
रूम 120 का दरवाज़ा खुला, और सामने समर…
उसके चेहरे पर वो ठंडी मुस्कान थी, जो जैसे किसी शिकारी की जीत का ऐलान करती हो।
समर: “आ गईं… मुझे लगा था आप नहीं आएंगी।”
काव्या ने ठंडे स्वर में कहा, “तुम्हारे पास क्या है दिखाओ।”
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4. सबूतों की बारिश
समर ने लैपटॉप खोला, और एक-एक करके फाइलें दिखाने लगा —
बैंक स्टेटमेंट्स, जिनमें आरव के अकाउंट से ट्रांजैक्शन
पुराने ईमेल्स, जिनमें डील की शर्तें
और एक ऑडियो रिकॉर्डिंग, जिसमें आरव और किसी शख्स की बातचीत थी
उस ऑडियो में आवाज़ साफ थी:
आरव: “ये पैसे अगर सही टाइम पर न निकाले तो हम फँस जाएँगे।”
काव्या सुनती रही, लेकिन उसके दिल में शक और डर एक साथ बढ़ रहे थे।
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5. समर का ऑफ़र
समर ने आगे झुकते हुए कहा:
“मैं आरव को जेल भेज सकता हूँ… या बचा सकता हूँ।
लेकिन बदले में… मुझे तुम्हारी ज़रूरत है।”
काव्या ने गुस्से से कहा, “तुम सोच भी कैसे सकते हो कि मैं…”
समर ने बीच में टोका, “ये सिर्फ तुम्हारे लिए नहीं, अपने लिए भी सोचो। अगर आरव अंदर गया, तो तुम्हारा नाम भी इसमें आएगा।”
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6. काव्या का अंदरूनी तूफ़ान
होटल से निकलते वक्त, काव्या की चाल धीमी थी।
बारिश तेज़ हो चुकी थी, और हर बूंद जैसे उसके मन में उलझे सवालों को और भारी कर रही थी।
क्या आरव सचमुच दोषी है?
या समर ने सबूत गढ़े हैं?
अगर मैंने आरव का साथ दिया और वो सच में दोषी निकला, तो?
उसके मन में ये लड़ाई सारी रात चलती रही।
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7. आरव का शक
शाम को, आरव ने काव्या से पूछा:
“आज कहां गई थी?”
काव्या ने सीधा जवाब नहीं दिया, बस कहा, “कुछ काम था।”
आरव ने उसकी आँखों में देखा — और पहली बार उसमें विश्वास की जगह शक चमका।
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8. गुप्त प्लान
काव्या ने तय किया —
वो समर का ऑफ़र स्वीकार नहीं करेगी, लेकिन उसकी बातों को नज़रअंदाज़ भी नहीं करेगी।
वो खुद सच्चाई पता लगाएगी।
उसने रात को चुपके से आरव के ऑफिस की चाबी ली, और अगले दिन वहाँ जाने का मन बना लिया।
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9. ऑफिस में रहस्य
अगले दिन सुबह, आरव एक मीटिंग के बहाने बाहर चला गया।
काव्या ने मौका पाकर उसके ऑफिस में प्रवेश किया।
फाइल कैबिनेट खोला — वहाँ पुराने कॉन्ट्रैक्ट्स, बैंक रिकॉर्ड्स और एक लॉक्ड ड्रॉअर था।
कुंजी ढूँढने में 10 मिनट लगे, लेकिन जैसे ही उसने ड्रॉअर खोला —
अंदर एक पेंड्राइव, और एक डायरी मिली।
डायरी में तारीख़ें, मीटिंग्स, और नोट्स थे — लेकिन कुछ पन्ने फाड़े गए थे।
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10. पेंड्राइव का राज़
काव्या ने पेंड्राइव अपने पर्स में डाल लिया।
शाम को घर आकर, उसने लैपटॉप में डाला —
अंदर कई वीडियोज़ थे, जिनमें आरव और समर एक ही टेबल पर बैठे डील्स फाइनल कर रहे थे।
लेकिन आखिरी वीडियो में कुछ ऐसा था जिसने उसका दिल दहला दिया —
आरव और समर के बीच बहस हो रही थी, और आरव चिल्ला रहा था:
“अगर तूने ये बात बाहर निकाली, तो तेरा अंत मैं कर दूँगा।”
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11. फैसला
वीडियो देखने के बाद, काव्या की सांसें तेज़ हो गईं।
अब उसके पास दो रास्ते थे —
ये सबूत समर को दे दे, ताकि आरव की सच्चाई सामने आए
या इन्हें नष्ट कर दे और आरव का साथ दे
उसने गहरी सांस ली, और फोन उठाकर समर को कॉल किया…
“मुझे तुमसे मिलना है… आज रात।”
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💬 End of Episode 13
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