कहानी का नाम: "अधूरी वफाएं..."मुख्य पात्र: नायरा और रेहान
कहानी शुरू होती है...
नायरा एक सीधी-सादी, प्यारी सी लड़की थी। कॉलेज की सबसे होशियार छात्रा, जो अपनी पढ़ाई और सपनों में खोई रहती थी। उसे प्यार पर ज्यादा विश्वास नहीं था, लेकिन जब उसकी ज़िंदगी में रेहान आया… सब बदल गया।
रेहान – हैंडसम, स्मार्ट, और बातों से हर किसी का दिल जीत लेने वाला लड़का।
कॉलेज में जब पहली बार दोनों की नज़रें मिलीं, तो कुछ तो था जो दिल में हलचल सी मचाने लगा। धीरे-धीरे मुलाकातें बढ़ीं, चैटिंग शुरू हुई, और एक दिन रेहान ने कह ही दिया —"नायरा, तुम मेरी ज़िंदगी की वो कहानी हो, जो मैं हमेशा जीना चाहता हूं।"
नायरा थोड़ी हिचकी, लेकिन उसकी सच्ची आँखों को देखकर उसने भी दिल दे दिया।उनका रिश्ता गहराता गया… कॉल्स, डेट्स, वादे, कसमें — जैसे सब कुछ परियों की कहानी सा लगने लगा।
लेकिन फिर...
एक दिन अचानक रेहान का बर्ताव बदलने लगा। कॉल्स कम, जवाब देरी से, और बहानों की भरमार।नायरा परेशान थी —"रेहान, सब ठीक है ना?"रेहान ने हँसते हुए कहा — "बिलकुल यार, बस थोड़ा बिज़ी हूं लाइफ में।"
पर नायरा का दिल कुछ और कह रहा था।
एक दिन सच्चाई सामने आ गई...
कॉलेज में एक पार्टी थी। नायरा जब वहाँ पहुँची, तो उसने रेहान को किसी और लड़की के साथ बहुत करीब देखा।हाथों में हाथ, आँखों में वादे।
नायरा की आंखें भर आईं। वो चुपचाप लौट गई, लेकिन अंदर से टूट चुकी थी।
अगले दिन रेहान से पूछा —"वो लड़की कौन थी?"
रेहान ने बड़ी ठंडक से कहा —"तुमसे प्यार तो था, लेकिन शायद अब नहीं है… लाइफ है यार, मूव ऑन कर लो!"
नायरा टूट गई... लेकिन बिखरी नहीं।उसने खुद को समेटा, पढ़ाई पूरी की, और आज एक सक्सेसफुल लेक्चरर है।
कभी-कभी वो पुरानी डायरी खोलती है, जहां रेहान के साथ बिताए पल लिखे हैं — पर अब वो सिर्फ एक कहानी है।"धोखे की कहानी…"
सीख:
कभी किसी की मीठी बातों में आकर अपने दिल को मत बेचो। जो सच्चा होगा, वो कभी बदल नहीं सकता… और जो बदल जाए, वो कभी सच्चा नहीं था।
"अधूरी वफाएं – भाग 2"शीर्षक: "फिर आया कोई..."पात्र: नायरा, रेहान (पुराना), और आरव (नया किरदार)
धोखे से टूटी नायरा अब अपने सपनों को जीने लगी थी। उसने खुद को मजबूत बना लिया था — वो लड़की जो कभी रोया करती थी, अब मुस्कुराकर दुनिया को चौंका देती थी।
कॉलेज खत्म हुआ, और अब वह एक यूनिवर्सिटी में लेक्चरर बन चुकी थी।
एक दिन...
उसकी क्लास में एक नया प्रोफेसर शामिल हुआ — आरव चौहान, इतिहास पढ़ाने वाला। शांत, समझदार और अपने काम से प्यार करने वाला।
नायरा को उसके व्यवहार में कुछ अपनापन सा महसूस होता था। लेकिन अब वो पहले जैसी नहीं थी — अब वो किसी पर आसानी से भरोसा नहीं करती थी।
धीरे-धीरे...
आरव और नायरा के बीच दोस्ती होने लगी। कॉफी ब्रेक, कैंटीन की बातें, साथ में किसी स्टूडेंट की मदद करना… ये सब उनके बीच एक अलग बॉन्ड बना रहे थे।
एक दिन आरव ने नायरा से कहा —"तुम्हारी आंखों में बहुत कहानियां हैं, लेकिन तुमने दीवारें बना रखी हैं… क्यों?"
नायरा चौंक गई — कोई पहली बार उसकी मुस्कुराहट के पीछे के दर्द को पहचान पाया था।
फिर एक शाम...
बारिश हो रही थी। यूनिवर्सिटी जल्दी बंद हो गई थी। आरव ने नायरा से कहा —"तुम चाहो तो बारिश से भीग सकते हो, या फिर अतीत में... मैं बस इतना जानता हूं, तुम्हारे जैसी लड़की को अब सिर्फ सच्चा साथ चाहिए। मैं तुमसे प्यार करता हूं — लेकिन जब तक तुम खुद को पूरी तरह भरोसे के लिए तैयार न करो, मैं इंतज़ार करूंगा…"
नायरा की आंखों से आंसू निकल आए, लेकिन अब ये दर्द के नहीं थे — ये थे राहत के आंसू।
कहानी का अंत नहीं… बल्कि नई शुरुआत…
नायरा ने समय लिया, खुद को फिर से जीना सिखाया। और फिर एक दिन... उसने आरव का हाथ थामते हुए कहा —"अब मैं तैयार हूं... फिर से मुस्कुराने के लिए।"
सीख:धोखा ज़िंदगी का अंत नहीं होता… कभी-कभी किसी की गलतियों के बाद ही हमें वो इंसान मिलता है, जो हमारे लिए बना होता है।
अगर आप चाहो, तो इसका भाग 3 भी बना सकते हैं, जहां उनकी शादी या कोई और ट्विस्ट आता है। बताओ, अगला पार्ट चाहिए क्या? ❤️✨
Kajal Thakur 😊