ज़ब उस लड़की ने महसूस किया की किसी ने ऊसे अपने कंधे मे उठाया है तो वो हड़बड़ा गयी और छटपटाते हुए बोली " कौन है छोड़ो मुझे वही रोबिन तो आँखे फाड़े उन्दोनो को देखे जा रहा था वो जल्दी जल्दी अपने हाथो से अपने आँखों को मसलने लगा।"
"ये क्या हो रहा है प्रेसिडेंट वहा कैसे पहुंच गए?" ये बोल वो अपने चारो तरफ देखने लगा की अभी तो अथर्व उससे बात कर रहा था।
वही अथर्व गुस्से मे था वो लड़की लगातार उसके कंधे मे मारे जा रही थी। अथर्व ने उसे अपनी car मे धक्का दिया और चिढ़ते हुए कहा Ok fine जब तक मैं तुम्हारे बारे मे पता नहीं लगा लेता तुम मेरे घर में रहोगी।
उसके बाद तुम अपने रास्ते और मैं अपने रास्ते रोबिन तुम जल्दी इस लड़की की डिस्चार्ज papers की सारी फॉर्मेलिटी पूरी करो। और इसके बारे मे जल्द से जल्द पता करो अथर्व ने उसे order देते हुए कहा तो रोबिन ने जल्दी अपना सिर हिलाया और फ़ौरन अंदर चला गया।
अथर्व पीछे की sit मे बैठ गया तो ड्राइवर ने car start कर दी वही उस लड़की का खुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं रहा वो तिरछी नजरों से अथर्व को देखने लगी जो अपने tab मे कुछ कर रहा था।
वो तुरंत उछल कर उसकी गोद मे बैठ गयी जिससे अथर्व संभल नहीं पाया और उसका tab उसके हाथो से छुट कर गिर गया। अथर्व अपनी लाल आँखों से उस लड़की को घूरने लगा और उसकी कमर को कस कर जकड़ लिया।
तुम्हारा दिमाग़ क्या घास चरने गया है जब भी देखो बार-बार मेरे करीब आ जाती हो कही तुम ये सब कुछ जानबूझकर तो नहीं कर रही। तुम्हे उंगली क्या पकड़ाई तुमने तो गला ही पकड़ लिया।
"अब मुझसे दूर रहना समझ में आया ये बोल अथर्व ने वापस उस लड़की को कसकर sit मे धक्का दे दिया और अपने आप से दूर कर दिया।"
वही ड्राइवर तो उसकी आवाज सुन के तो कांप ही रहा था और वो बेचारी लड़की भी अपना सिर झुकाये बैठी हुई थी उसकी आँखे आँसुओ से डबडबा गयी थी।
अथर्व ने उसे गुस्से से घुरा और झुक कर अपना tab उठाते हुए बोला "ये मगरमछ के आँसू मेरे सामने मत बहाना पता नहीं कब तुमसे पीछा छूटेगा और मैं चैन से जीऊंगा ज़ब से आयी हो मुसीबत खड़ा कर के रखा दिया है और तुम कोई छोटी बच्ची नहीं हो जो बात बात पर उछलती रहती हो।"
अब क्या था इतना सुनने के बाद तो उसके आँखों से तो टप टप आँसू बहने लगे। उसने रोते हुए कहा "तुम बहूत गंदे हो मैं तुमसे क़भी बात नहीं करुँगी देखना एक दिन मैं तुम्हे छोड़ कर चली जाउंगी ना तब तुम्हे अपने कहे का एहसास होगा I"
"I hate you, hate you तुम बुरे हो बहुत बुरे।"
"जानता हूँ कुछ नया बताओ।" अथर्व ने लापरवाही से कहा तो उस लड़की ने अपना मुँह फेर लिया।
कुछ देर बाद वो लोग अथर्व के bunglow पहुंच गए थे वो लड़की तो उसका घर देख के तो हैरान ही रह गयी।
ठीक ही है उतना अच्छा भी नहीं है उसने मुँह बनाते हुए खुद से कहा जैसे खुद को संतुस्टी दे रही हो।
अथर्व car से बाहर निकला तो वो भी उसके पीछे पीछे निकलने लगी। अथर्व ने उसका हाथ पकड़ा और उसे घर के अंदर ले गया अंदर तो सबकुछ काफ़ी luxrious और खूबसूरत था। अथर्व उसे सीढ़ियों से ऊपर ले कर आया और एक कमरे मे ले गया।
ये रहा तुम्हारा कमरा पर कुछ दिन के लिए उसके बाद तुम अपने रास्ते मैं अपने रास्ते ये बोल वो उसे वही छोड़ बाहर आ गया।
वो लड़की उसके पीछे से ही मुक्का बना दीऔर भागते हुए आयी जैसे अभी उसपे झपट पड़ेगी।
पर अथर्व अचानक ही पलट गया जिससे उसने झट से अपना हाथ नीचे कर लिया। पर अथर्व ने देख लिया और लाचारी से अपना सिर हिलाते हुए बोला "कैसा दिन आ गया है अथर्व?" रस्तोगी जिससे सब डरते है वो एक बच्ची जैसी लड़की की baby sitting कर रहा है और ये मुझे thank you बोलने की जगह मुक्का दिखा रही है फिर वो वहा से लाचारी से चला गया।
वही उसके जाते ही उस लड़की ने मुँह एठ दिया।
1 घंटे बाद
अथर्व अपने बड़े से chair मे बैठा हुआ था और अपने हाथो मे पकड़ी हुई file के पन्ने पलट रहा था उसके सामने रोबिन सिर झुकाये खड़ा था।
"धनुषि धनुषि संघवी उम्र 18 साल Science engineering स्टूडेंट अपने कॉलेज की star student साथ ही साथ एक नंबर की naughty और क्या क्या कारनामें किये है।" इसने अपने कॉलेज मे अथर्व ने एक सीरियस लुक देते हुए पूछा।
धनुषि जी ने अपने कॉलेज के एक लड़के को एक बार खूब पिटा था क्योंकि उसने उनके साथ रैगिंग करने की कोशिश की थी और भी बहूत गुल खिलाया है। उन्होंने रोबिन ने धनुषि के तारीफों के पुल बांधते हुए कहा तो अथर्व उसे घूरते हुए कहा उसके parents कहा है।
President उनके पेरेंट्स अब नहीं रहे वो अपने मौसी और मौसा के साथ रहती है पर उनकी मौसी और मौसा उन्हें जरा भी नहीं मानते ऐसा कह लीजिये ये एक्सीडेंट एक तरह से उन्ही के कारण हुआ है।
रोबिन की बात सुन अथर्व ने हैरानी से कहा "वो कैसे?"
रोबिन ने सिर झुकाते हुए कहा "उनकी मौसी जी उनको कोठे मे बेच रही थी तो वो वहा से बच कर भाग गयी और इसी चक्कर मे उनका एक्सीडेंट हो गया उन्होंने अपनी जितनी भी study की है अपने दम पर की है वो एक hotel मे part time job भी करती थी।"
अथर्व को तो उसकी बात का विस्वास ही नहीं हो रहा था की कोई अपना इतनी गिरी हुई हरकत कैसे कर सकता है उसने कुछ नहीं कहा और वहा से बाहर चला आया।
वो सीधा अपने कमरे मे गया और अपनी टाई की nod ढीली कर Cigar जला कर पिने लगा उसे समझ नहीं आ रहा था अब वो धनुषि के साथ क्या करें।
जारी है