My Devil President - 2 in Hindi Love Stories by Soumya Modi books and stories PDF | My Devil President - 2

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My Devil President - 2

अगली सुबह अथर्व अपने डाइनिंग टेबल मे बैठे ब्रेकफास्ट कर रहा था| उसका चेहरा काफ़ी सीरियस लग रहा था जिससे वो और भी हैंडसम लग रहा था |

तभी उसका असिस्टेंट आ गया और सिर झुकाते हुए कहा, " प्रेसिडेंट जेट रेडी है"

अथर्व ने हा मे सिर हिलाया और बाहर आ गया तो रोबिन भी उसके पीछे पीछे आ गया | अथर्व सीधा अपने कार मे बैठ गया और रोबिन पैसेंजर सीट मे तो ड्राइवर ने भी कार एयरपोर्ट की तरफ भगा दी |

अथर्व अपने लैपटॉप मे कुछ कर रहा था उसकी आँखे इस वक्त झील जैसी शांत थी पर उसके अंदर जो तूफान था | ये तो वही समझ सकता था एक बार फिर वो वहा जा रहा था जहाँ उसकी पुरानी यादें जुडी थी |

थोड़ी देर बाद  कार एयरपोर्ट पर पहुंची ड्राइवर ने जल्दी से अथर्व की तरफ का डोर ओपन किया तो अथर्व तुरंत बाहर निकल गया और अपने जेट की तरफ बढ़ गया उसके आगे पीछे ब्लैक फॉर्मल यूनिफार्म पहने बॉडीगार्ड चारो तरफ से उसे घेरे हुए थे जिससे वो वहा सारे लोगो का सेंटर पॉइंट बन गया |

अथर्व सीधा अपने जेट मे बैठ गया उसका जेट किसी होटल रूम से कम नहीं था वो काफ़ी लक्ज़रियस था और सारी फेसिलिटीज वहा मौजूद थी अथर्व सीधा रूम मे गया और वहा वापस अपने ऑफिस का काम करने लगा | लगभग चार घंटो तक वो अपना काम करने लगा |

तभी उसके रूम के डोर पर नॉक हुआ |

"कम इन", अथर्व ने अपने रूड वॉइस मे कहा |

तो रोबिन अंदर आया | उसके हाथो मे खाने की प्लेट थी उसने सिर झुकाते हुए कहा," प्रेसिडेंट, अपने सुबह के बाद से कुछ खाया नहीं है इसलिए थोड़ा खा लीजिये वैसे भी अभी इंडिया पहुंचने मे पांच घंटे और लगेंगे |

अथर्व ने उसे घूर कर देखा फिर अपने कड़क आवाज़ मे कहा, "तुम्हे खाना है तो खाओ मुझे नहीं खाना"

इस बार रोबिन ने कुछ नहीं कहा क्योंकि वो जानता था उसके प्रेजिडेंट को एक बात दुबारा कहने की आदत नहीं है और उन्हें बात बात पर गुस्सा आता था इसलिए वो बिना कुछ बोले वहा से चला गया |

अथर्व ने सिगार निकाला और उसे जलाकर पिने लगा और वापस अपना काम करने लगा लगभग पांच घंटे बाद वो लोग फाइनली इंडिया पहुंच गए |

अथर्व ने मास्क पहना और जेट से बाहर आ गया सारे बॉडीगार्ड ने जल्दी से उसे कवर कर लिया वे लोग अभी मुंबई मे थे |

बाहर बहूत सारी गाड़िया अथर्व का इंतजार कर रही थी अथर्व ज़ब वहा पंहुचा तो सबने अपना सिर झुका लिया पर वो सीधा अपने कार मे बैठ गया...... जिसकी कीमत 5.65 करोड़ थी | काफ़ी यूनिक फीचर्स थी कार की | ड्राइवर कार चला रहा था तभी अचानक झटके से रोक दिया |

अथर्व ने गुस्से मे कहा, " हैव यू फॉरगॉटेन टू ड्राइव"

ड्राइवर घबराते हुए बोला, " न नो प्रेसिडेंट, आगे बहूत भीड़ लगी हुई है जैसे किसी का एक्सीडेंट हो गया है |

"ऑल दी ट्रबल हैड टू फॉल ऑन मी (सारी मुसीबत मेरे ही पल्ले पड़नी थी)",अथर्व ने खुद से बड़बड़ाते हुए कहा |

वो गुस्से से बोला," जिसका भी एक्सीडेंट हुआ है जल्दी से उसे हॉस्पिटल छोड़ो और चलो यहां से "

ड्राइवर तुरंत कार से बाहर निकला और कुछ बॉडीगार्ड भी बाहर निकल गए उसने सारे लोगो को हटाया तो देखा एक लड़की सड़क पर काफ़ी जख़्मी हालत मे थी और उसके सिर से खून पानी की तरह बह रहा था |

अथर्व ने गुस्से से चिल्लाते हुए कहा," इसे अपने साथ बैठाओ और हॉस्पिटल चलो "

उसके ऐसे कहने पर एक बॉडीगार्ड ने जल्दी से उस लड़की को एक कार मे बिठाया फिर सारी गाड़िया हॉस्पिटल की तरफ चल पड़ी |

अथर्व अलग कार मे बैठा अपने काम मे डूबा था |

थोड़ी देर मे वो लोग हॉस्पिटल चले गए | अथर्व और सारे बॉडीगार्ड उसे घेर कर खड़े हो गए | एक बॉडीगार्ड ने उस लड़की को उठा लिया और हॉस्पीटल के अंदर ले जाने लगा | अथर्व अपने फ़ोन मे देख रहा था | उसने एक नज़र भी उस जख़्मी लड़की को नहीं देखा था |

बॉडीगार्ड ने उस लड़की को एक वी आई पी वार्ड मे एडमिट करवा दिया |

अथर्व ने अपने फ़ोन मे देखते हुए कहा, " अब चलो यहां से , मेरा एक एक पल मेरे लिए कीमती है"  ये बोल वो जैसे ही जाने लगा | तो एक नर्स ने रोकते हुए कहा, " सर प्लीज इस फॉर्म पर साइन कर दीजिये | इसके बिना हम उनका ऑपरेशन स्टार्ट नहीं कर सकते"

अथर्व को वो नर्स नहीं पहचान पायी क्योंकि उसने अभी भी मास्क पहन रखा था |

अथर्व ने हैरानी से कहा, "कैसा ऑपरेशन"

"वो मैम के सिर पर काफ़ी गहरी चोट आयी है जिससे हमें उनकी ब्रेन सर्जरी करनी पड़ेगी अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम उन्हें नहीं बचा पाएंगे ", नर्स ने कहा तो अथर्व शांत खड़ा रहा जैसे उसे किसी के जीने और मरने से फर्क ही नहीं पड़ता |

अथर्व ने पेपर साइन कर दिया और नर्स को दे दिया तो वह वहां से चली गई |

रोबिन ने धीरे से कहा ," प्रेजिडेंट मुझे लगता है हमें उसे छोड़कर नहीं जाना चाहिए ज़ब तक कोई उसे ले नहीं जाता"

अथर्व ने गुस्से मे कहा, " तुम्हे रुकना है तो रुको मैं जा रहा हूँ" ये बोल वो वहा से अपने लम्बे लम्बे कदम लेते हुए चला गया | उसकी आंखों में कोई भाव नहीं थे सच ही था अथर्व रस्तोगी इस अ स्टोन हार्टड पर्सन , ही इस इमोशनलेस "

अथर्व कुछ देर बाद अपना बंगलौ पहुंच गया | काफ़ी बड़ा और सुंदर बंगलौ था उसका |

अथर्व सीधा अपने अपने मास्टर रूम मे चला गया | उसके रूम का कलर ब्लैक और वाइट के कॉम्बिनेशन मे था और वहा का अधिकतर सामान भी ब्लैक और वाइट ही था |

अथर्व तुरंत वाशरूम मे जाकर शावर लिया और बाहर आ गया अब वो काफ़ी रिलीफ feel कर रहा था वो सीधा अपने बेड मे गया और अपनी आंखे बंद कर ली और कब वो नींद की आगोश मे चला गया | उसे पता ही नहीं चला |

वही हॉस्पीटल मे डॉक्टर उस लड़की का सर्जरी कर रहे थे |

जारी है.....