अभिषेक एक मध्यमवर्गीय लड़का था और प्रिय एक business man (सुनील ठक्कर) की बेटी थी। कॉलेज के शुरुवाती दिनों मे दोनों अपने अपने समूह मे व्यस्त रहते थे। अभिषेक शुरू से ही हमेशा पढाई मे व्यस्त रहने वाला लड़का था।
दोनों की पहली मुलाकात:- अभिषेक और प्रिय दोनों ही अपनी कॉलेज की आगे की पढाई के लिए एक ही कॉलेज मे पहुंचे हुए थे सोमवार का वह दिन था सप्ताह का वह पहला दिन और वह दोनों एक दूसरे से अंजान एक ही क्लास मे दाखिला लेने पहुंचे थे। अभिषेक अपने मित्रो के साथ सुबह से ही लाइन मे लगे हुए थे दाखिले के फॉर्म हेतु और वही दूसरे लाइन मे प्रिय अपने मित्रो के साथ लगी हुई थी। भीड़ होने के कारन प्रिय अपने ग्रुप से अलग हो चुकी थी और ज्यादा भीड़ होने के कारन उसे वापस कोई साथ नहीं ले रहा था। वहा प्रिय ने कई लोगो से मदत मांगी पर किसी ने प्रिय की मदत नहीं की तो आखिर हार कर वह अभिषेक के पास पहुंची।
अभिषेक और प्रिय की पहली मुलाकात:- प्रिय दिखने मे बड़ी सुंदर थी उसका रंग गोरा, घने काले बाल, और हिरणी जैसी प्यारे आँखे थी। उस दिन कॉलेज के समय प्रिय ने लाल रंग की स्कर्ट पहनी थी। जिसमे वह बड़ी प्यारी दिख रही थी जब वह अभिषके के पास मदत मांगने पहुंची। तो अभिषेक उसे देखते ही रह गया | उसे चारो तरफ प्यार की गीत सुनाई देने लगा। वह मदहोश होकर प्रिय की तरफ बस देखता ही रह गया। अभिषेक के जिगरी मित्र थे राहुल और अलोक जो हमेशा उसके साथ ही रहते थे। वह अपने मित्र अभिषके की यह हालत देख उसे चिढ़ाने लगे।
प्रिय ने उसे दो तीन बार बुलाकर देखा परन्तु अभिषेक से कोई जवाब न मिलने पर प्रिय चिड गई और वह चिड़कर बोली"ओहह हेलो क्या तुम्हे सुनाई नहीं देता बेहरे हो क्या"??
प्रिय के बस इतना कहते ही कॉलेज का सारा झुंड बस प्रिय और अभिषेक की ओर देखने लगे। परन्तु अभिषेक अभी तक इन सब से अंजान अभी तक सिर्फ मुस्कुराकर केवल प्रिय को ही देखे जा रहा था। मानो वो बस अपने ही धुन मे खोया हो। प्रिय अभिषेक से चिड़कर वहा से चली जाती है। प्रिय के जाते ही अभिषेक वापस अपने होश मे आ जाता है और normal हो जाता है। अभिषेक के normal होते ही उसके दोनों मित्र राहुल और अलोक दोनों अपने मित्र से बाते करने लगते है।
अभिषेक और उसके दोनों मित्र राहुल और अलोक के चर्चा का आवरण:-
राहुल:- क्या बात है अभिषेक आज तो तुम वो लड़की को देख कर एक दम मदहोश हो गए थे ??
अभिषेक:- कुछ भी मत कहो राहुल ऐसा कुछ नहीं है
अलोक:- नहीं, अभिषेक मैंने भी देखा वो लड़की तुम्हारे पास आकर खड़ी तुम्हसे कुछ पूछना चाह रही थी परन्तु तुम उससे बात करना तो दुर बस उसके तरफ निहारते जा रहे थे और मुस्कुराते जा रहे थे इसलिए वो तुमसे चिड गई शायद !!
यह सुनते ही अभिषेक चौंक उठा क्या वो मुझसे नाराज़ हो गई,कहा गई वो मुझे उससे माफ़ी माँगना होगा। अभिषेक की यह बात सुनकर अलोक और राहुल जोर जोर से हँसने लगे और अभिषेक को चिडाने लगे।
ऐसे ही करते करते कॉलेज का वह दिन ख़तम हुआ,कॉलेज ख़तम होते ही अभिषेक अपने दोस्त (अलोक और राहुल)के साथ घर के लिए निकल जाता है परन्तु अभिषेक अभी भी मन ही मन वही लड़की प्रिय के बारे मे सोच रहा था। कुछ ही दिनों बाद कॉलेज शुरू होने वाला था आज अभिषेक के मन मे अलग ही ख़ुशी थी की शायद आज उसे वह लड़की वापस दिख जाए तो वो उससे दोस्ती कर सके। अपने कॉलेज का पहले ही दिन वह हर जगह उस लड़की प्रिय को ढूंढता पर वह उसे कही नहीं दिखी। अभिषेक उदास होकर कॉलेज कैंटीन मे बैठे रहता है। जून का महीना था हलकी हलकी सी बारिश शुरू हो चुकी थी। अपने दोस्त को ऐसे हताश देख कर राहुल और अलोक ने अभिषेक से पूछा
अभिषेक और उसके मित्रो का चर्चा का आवरण:-
अलोक:- क्या बात है अभिषेक,तुम इतने हताश क्यों हो ??क्या कोई परेशानी है ??
राहुल:- हां यार अभिषेक आज तक हमने तुम्हे कभी भी इतना उदास नहीं देखा क्या बात है
[इस पर अभिषेक चुप रहता है कुछ बोलता नहीं है ]
अलोक:- मै समझ गया हु राहुल ये क्यों इतना चुप है
राहुल:- वाह ! बताओ मुझे भी ये क्यों इतना उदास है
अलोक:- तुम्हे याद होगा वो लड़की जो अभिषेक को दिखी थी जिस दिन हम कॉलेज के दाखिले के लिए आये थे उस दिन वह अभिषेक से कुछ पूछने आयी थी ??
राहुल:- हा हां याद आया पर उस लड़की का क्या ??
[इस पर अभिषेक मन ही मन मुस्कुराने लगता है ,यह देख राहुल और अलोक समझ जाते है की वह बिलकुल सही सोच रहे है ]
अलोक:- अभिषेक,मुझे सच सच बताना क्या तुम्हे वो लड़की पसंद आ गई है ??और क्या तुम उससे दोस्ती करना चाहते हो ??
[इस पर अभिषेक धीमी धीमी स्वर मे मुस्कुराते हुए कहता है ]
अभिषेक:- पसंद का तो मुझे पता नहीं पर हां मे उससे दोस्ती करना चाहता हु और क्या तुम दोनों इस चीज़ मे मेरी मदत करोगे
राहुल:- हां करेंगे मदत क्यों नहीं करेंगे पर पहले तुम ये बताओ क्या तुम उस लड़की के बारे मे कुछ और जानते हो ??जैसे की उसका नाम और वो इस कॉलेज मे कौनसे कोर्स मे दाखिला लिया है ऐसा कुछ ??
अलोक:- अरे राहुल यह तुम कैसी बात कर रहे हो अगर उसे ये सब पता होता तो वो अभी तक तो उससे दोस्ती कर चुका होता क्यों अभिषेक मै सही कह रहा हु ना
अभिषेक:- हां अलोक यह बात तो बिलकुल सही कही तुमने पर हम अब उसे ढूंढे कहा ??
राहुल:- मेरे पास एक तरकीब है जिससे हम उस लड़की के बारे मे पता कर सकते है
अभिषेक:- कैसी तरकीब बताओ जरा ??
राहुल:- पता है अपने कॉलेज के ऑफिस मे मेरे पहचान के एक काका है जो वहा काम करते है हम उनकी मदत के जरिये इस लड़की के बारे मे पता कर सकते है
अभिषेक:- परन्तु क्या हमारा ऐसे पता करना सही रहेगा ??
अलोक:- अभिषेक तुम चिंता मत करो हम कोई गलत काम नहीं कर रहे है हम सिर्फ उस काका की मदत से उस लड़की की पहचान कर लेंगे उसमे बुरा क्या है और जैसे ही वह लड़की की पहचान हो जाती है तुम उससे दोस्ती कर लेना
अभिषेक:- हां ठीक है
[ऐसा कहकर अभिषेक उनका धन्यवाद करता है ]