ब्रिज काका के साथ बातें करने के बाद मोक्ष तेजी से ऑफिस से बाहर निकल जाता है । वहीं दूसरी तरफ से सेरा से सारी इनफार्मेशन पाने के बाद सम्राट मोक्ष के केबिन में आ ही रहा था कि मोक्ष को ऑफिस से बाहर निकलता देख उसके पीछे-पीछे ही भाग ने लगा ।
कार के पास जाकर ड्राइविंग सीट का डोर खोल ही रहा था कि सम्राट उसे रोकते हुए......."तू बैठ मैं गाड़ी चलाता हूं ।"
मोक्ष कुछ नहीं बोला और चुपचाप दूसरी तरफ का डोर खोलकर पैसेंजर सीट पर बैठ गया ।सम्राट गाड़ी चलाते हुए एक नजर श्लोक को देखता है , दिखने में तो वो बिल्कुल भावहीन था लेकिन अपने एक हाथ से दूसरे हाथ से लगातार रब किए जा रहा था।
सम्राट उसकी बेचैनी समझते हुए......"डोंट वरी यार मिल जाएगा वो। मोक्ष शेखावत के बेटे को एक खरोच भी पहुंचाने की पूरी दुनिया में किसी की हिम्मत नहीं है । वो बस कहीं छुप कर हमें परेशान कर रहा होगा मिल जाएगा।".....मोक्ष अभी भी कुछ नहीं बोला और चुपचाप बैठे हुए था।
कुछ समय बाद गाड़ी सिखावत हाउस के बाहर रुकती है और इससे पहले की सम्राट गाड़ी पूरी तरह से ब्रेक लगाकर रोके मोक्ष गाड़ी से बाहर निकल कर सीधे घर के अंदर चला गया।अंदर हाल में दादी सोफे पर बैठे आंसू बहा रहे थे । और वही ब्रिज काका उनके घुटनों के पास फर्श पर बैठे हुए उन्हें समझा रहे थे ।
सेरा और मुरात क्रिश को ढूंढने में लगे हुए थे। तभी मोक्ष तूफान के जैसे चलते हुए अंदर आता है और दरवाजे के पास खड़ा होकर पूरे हॉल पर एक जलती नजर डालता है जैसे किसी को ढूंढ रहा है ।सीढियां के पास काया को चुपचाप हाथ बांधे खड़ा हुआ देख दांत पीसते हुए उसकी और बढ़ ही रहा था कि वरुणिका उसके ओर देखते हुए तंज भरी आवाज में बोली......"नई मां को आए हुए एक पूरा दिन भी नहीं हुआ और बच्चा घर से गायब हो गया।"
दादी उसके बात सुनकर अपनी आंसू पोंछ ते हुए....."इसमें नई दुल्हन की क्या गलती है उसने थोड़ी भगा दिया है क्रिश को?"
वरुणिका फिक्र जताते हुए...."जब ब्रिज ने कहा था कि आज बच्चे से ना मिले वो गुस्से में है तो जबरदस्ती उससे मिलने की क्या जरूरत थी । अब कोई सौतेली मां इतनी भी महान नहीं होती की एक ही रात में भी अपने सौतेले बच्चों को इतनी शिद्दत से प्यार करने लग जाए।"
बोलकर वरुणिका मोक्ष के तरफ देख व्यंग से मुस्कुरा देती है।दादी चिढ़ ते हुए....."सब तुम्हारे जैसी नहीं होते। बेचारी ने सुबह से नाहीं कुछ खाया है और नाहीं पानी का घूंट लिया है।काय बिना कुछ कहे चुपचाप मोक्ष को ही देख रही थी।
मोक्ष के कदम काया के तरफ बढ़ ही रखे थे के पीछे से सम्राट उसके कंधे पर हाथ रख धीमी आवाज में......." इस वक्त वरुणिका आंटी से उलझ ने से ज्यादा जरूरी है क्रिश को ढूंढना ।"
मोक्ष काया को ही देखते हुए सम्राट का हाथ अपनी कंधे से हटकर बोला ......."भूत प्रेत डायन के साथ उलझने के लिए मेरे पास वक्त नहीं है । दादी हनुमान चालीसा एंड ऑल उन्हें सुनाकर भगा सकती है। मैं तो अपनी स्वीटहार्ट से उलझने जा रहा हूं।"..... मोक्ष की बात सुनकर ही वरुणिका गुस्से से दांत पीसते हुए मोक्ष को घूर कर वहां से चली गई।
सम्राट मोक्ष की तरफ देखते हुए....."क्या बहकी बहकी बातें कर रहा है चल अभी बाहर चल ...चल कर बात करते हैं।"
मोक्ष सीडीओ के करीब कदम बढ़ाते हुए.. "सुना नहीं अभी दादी ने क्या कहा सुभा से बेबी एलीफेंट की चिंता में स्वीटहार्ट ने एक घूंट पानी भी नहीं पिया है अब तो मुझे उनकी चिंता होने लगी है।".....बोलते बोलते ही वो काया के एकदम सामने पहुंच चुका था। और एक टक बस काया की नजरों को ही घूर रहा था जो इस वक्त उसे ही देख रही थी।
सम्राट कुछ गलत होने के अंदेशे से ही मोक्ष का हाथ पकड़ कर..... "क्रिश को ढूंढ ने चलते हैं ना बाकी बातें बाद में करलेंगे।"
मोक्ष काया को ही देख ते हुए......"मोक्ष शिखावत का बेटा है वो।उसकी परछाई को भी कोई छूने की कोशिश करेगा तो पूरी दुनिया को आग लगा दूंगा।"....कहते हुए उसने काया का हाथ पकड़ा काया कुछ ना समझ और कुछ सहमे हुए पीछे हटने लगती है ।तो मोक्ष उसे अपनी ओर खींचते हुए....."बहुत ज्यादा चिंता कर लिया है आपने अपनी सौतेले बेटे की स्वीटहार्ट बिल्कुल मुरझा गई हो। चलो आपको फ्रेश कर देता हूं।"
सम्राट उसकी बात सुनकर उसे काया से छुड़ा ते हुए......"यार ये कोई टाइम है अपनी पागलपन दिखाने का, दादी बैठी है सारे सर्वेंट मौजूद हैं।क्या कर रहा है तू ?और क्रिश के गायब होने से भाभी की क्या गलती है?"
मोक्ष सम्राट से अपने हाथ छुड़ाने हुए बिना भाव के...... "पता है तू jelouse फील कर रहा है। लेकिन प्लीज जानेमन हस्बैंड वाइफ के बीच में मत पड़ ।आई रिक्वेस्ट यू।".....लास्ट का लाइन उसने सम्राट को देखते हुए कुछ इस कदर कहा जैसे आंखों ही आंखों में सम्राट को जला ही देगा
फिर भी सम्राट उसे सिर हिला कर ना में इशारा करते हुए कुछ कहने ही जा रहा था कि काया बीच में उसे रोकते हुए...."जाने दीजिए कुछ लोगों की आदत होती है सब कुछ तबाह करने की।"......
उसकी बाते सुनकर मोक्ष उस पर एक सर्द नजर डालकर आगे बढ़ते हुए झटके से कस कर उसके हाथ पकड़ लेता है और उसे लगभग घसीट ते हुए अपनी कमरे की तरफ ले जाने लगा।उसकी पकड़ काया के कलाई पर इतनी सख्त थी की काया के हाथों से चूड़ियां टूट कर जमीन पर बिखर रहे थे और साथ ही साथ कुछ कांच के टुकड़े उसकी और मोक्ष दोनों के हाथों में चूभ कर खून बहने लगे थे।लेकिन नाहीं गुस्से के वजह से मोक्ष को कुछ और महसूस हो रहा था और नाही काया को घुटन और दिल में उठ रहे दर्द की वजह से कोई और दर्द महसूस हो रहा था।
मोक्ष काया को घसीट कर अपने साथ कमरे में ले जाता है। और एक ही झटके में उसे फर्श पर फेंक देता है ।और खुद उसके करीब बढ़ने लगता है । जिससे काया खुद को घसीटते हुए पीछे की तरफ हटने लगी लेकिन आखिर में दीवार से टकरा जाती है ।
इससे पहले की काया कुछ कहती मोक्ष उसके पास फर्श पर ही बैठते हुए और अपने दोनों हाथ दीवार से सटाकर उसके दोनों तरफ रखकर कुछ सर्द आवाज में....."कितनी गिरी हुई हो तुम स्वीटहार्ट हर बार जमीन पर पड़ी मिलती हूं।"
काया गुस्से और नफरत से उसे देखते हुए बोली...."अगर अपना पागलपन का ढिंढोरा पेट लिया है तो इस बदतमीजी की वजह बता दीजिए। कल तो आपकी मां का कंगन पहन लिया था इसलिए इतनी बेइज्जती बर्दाश्त करनी पड़ी थी आज क्या?"काया दांत पीसते हुए पूछती है।
मोक्ष उसकी बातों को सुनकर हंसते हुए....."ufffff व्हाट ए अवार्ड विनिंग परफॉर्मेंस स्वीटहार्ट।".....
काया कुछ ना समझी भरी आवाज में....."इतनी बकवास बातों के बदले अगर मुद्दे की बात बता दे तो ज्यादा बेहतर होगा,।"
मोक्ष अचानक से अपने चेहरे के भाव बदलकर सर्द आवाज में....."इस अवॉर्ड विनिंग परफॉर्मेंस के लिए किसने और कितनी कीमत लिया है?"
काया सवालिया अंदाज में ...."क्या मतलब?"काय के इस सवाल से मोक्ष उसके एकदम से करीब आ जाता है और उसके बाजुओं को खींच उसके चेहरे को बस एक इंच की दूरी से उसकी होठों के पास रख कर धीम आवाज में....."मेरे एक्स वाइफ से मिलकर कोई गेम खेल रही हो या अपने यार के साथ ?क्योंकि ना ही तुम्हारे यार की डॉक्टरी चल रही है और ना ही मेरे एक वाइफ की सीनियर सिटीजन बॉयफ्रेंड की एड एजेंसी ।सब चिल कौवो की तरह मेरे ही प्रॉपर्टी पर नजर डाली बैठे हो। पूरे फकीरों की बारात जमा कर रखी है मैंने अपनी जिंदगी में।".....ये सब कहते हुए मोक्ष की पकड़ काया की बाहों पर इस कदर मजबूत हो गई थी कि दर्द अब आंसू बनकर बेतहाशा बहने लगे थे ।और मोक्ष की बातें जैसे उसे अंदर से तहस-नहस कर रहे थे।
काया कसकर अपनी आंखें बंद कर देती है और जोर से चीखने लगती है इतनी जोर से के एक पल के लिए मोक्ष भी उससे दूर हो जाता है।फिर आंखें खोलकर मोक्ष को घूर ते हुए गहरी सांस लेकर अपने सिसकियां को कंट्रोल करते हुए बोली..... "सही कहा आप ने यही किया है मेने किडनैप कर दिया है आप के बेटे को । अपने यार के साथ मिलकर या फिर आपकी एक्स वाइफ के साथ मिलकर या फिर आपके किसी और दुश्मन के साथ मिलकर ।आपकी प्रॉपर्टी के लिए ।"......कहते हुए वो रुक गई और मोक्ष को धक्का देते हुए बोली. "मेने नहीं कहा था आपको मुझसे शादी करने के लिए आपने ही खुद ब्लैकमेल करके शादी की है। मेरी फैमिली को मारने की धमकी दी थी आपने । मुझे नाही आपकी प्रॉपर्टी में कोई इंटरेस्ट नाही आपकी जिंदगी से कोई लेना देना है और नाहीं आप के आसपास के लोगों की तरह मुझे कोई गेम खेलना आता है। एक बहुत ही सिंपल घर की सिंपल सी लड़की हूं मैं जिसकी जिंदगी को आप ने इतना कॉम्प्लिकेटेड बना दिया है के अब सांस लेना भी नामुमकिन सा लगने लगा है।"... कहते हुए वो लड़खड़ा ते कदमों से चल कर बालकनी की तरफ चली गई । सायद जमीन पर गिर ने के वजह से उससे पैर पर मोच आ गई थी।
काया मोक्ष को पूरी तरह से इग्नोर करते हुए बालकनी में चली गई ।मोक्ष हैरान और असमंजस के मिले-जुले भाव लिए उसे ही घूरे जा रहा था।सुबह से दोपहर दोपहर से शाम हो चली थी ।लेकिन क्रिश का कहीं भी कुछ पता नहीं चला था। घर का हर कोई हर जगह ढूंढ चुका था ।
सम्राट दिनभर मुराद और सेरा के साथ हर जगह पता कर चुका था लेकिन क्रिश का कहीं कोई अता-पता नहीं था।मोक्ष और सम्राट हॉल के एक कोने से दूसरे कोने तक चहलकदमी करते हुए फोन पर फोन मिला रहे थे । मोक्ष कबीर और वेदिका पर भी अपने आदमियों से कहकर नजर रखे हुए था ।
सम्राट किसि के साथ फोन पर बात कर फोन रख ते हुए मोक्ष की तरफ बढ़ ही रहा था कि एकदम से क्रिश का नाम लेते हुए रुक गया ।
"क्रिश"....कहते हुए उसने टेरिस की तरफ बढ़ती सीडीओ को देखा जहां से क्रिश नींद से भरी हुई आंखों में सीढ़ियां उत्तर रहा था। चेहरा सूखा हुआ था, रोने और नींद की वजह से आंखें लाल थी।सम्राट के जुबान से अचानक से क्रिश का नाम सुनकर सब उसके तरफ देखने लगे और उसकी नजर का पीछा करते हुए सीडीओ के और जहां से क्रिश नीचे उतर रहा था ।
सम्राट भाग कर क्रिश के तरफ गया और उसे कसकर गले लगाते हुए....."कहां गायब हो गए थे बड़ी ? सुबह से कितने परेशान हो गए थे हम लोग पता है??"
क्रिश नींद से भरी हुई आवाज में उबासी लेते हुए...."बड़ी भूख लगी है मुझे सुबह से कुछ नहीं खाया हूं मैं।".....मोक्ष उसके तरफ जाकर उसका हाथ पकड़ कर खुद की ओर खींचते हुए......"ऊपर कहा था कहां से आ रहा है?"....कहते हुए उसने सेरा और मुरात की तरफ देखा तो वो दोनों हड़बड़ाते हुए बोले......."Boss चारों तरफ की सीसीटीवी फुटेज देख लिए थे हमने क्रिस बाबा कहीं नहीं थे।"
सम्राट क्रिश के पास ही घुटनों के बल बैठते हुए......"बड़ी क्या आप टेरेस पर थे ? "क्रिश मासूमियत से सिर हां में हिला देता है।
मोक्ष गुस्से से उसे देख ते हुए...."मिस्टर इंडिया बन गया था क्या जो दिख नहीं रहा था कहीं?"
क्रिश सम्राट की तरफ देखते हुए. "बड़ी में उनके किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं दूंगा आप मुझसे सवाल पूछिए मैं आपको जवाब दूंगा।?"मोक्ष गुस्से से कुछ बोल ही रहा था कि सम्राट उसके तरफ दिखाते हुए..…"मैं बात कर रहा हूं ना।"
मोक्ष क्रिश को देखकर दांत दबाते हुए"......पूछ इससे कहां था अब तक?"
क्रिश सम्राट की तरफ देखते हुए".....Bruzzoo के घर पर था।"
ये सुनते ही सब एकदम से शॉक्ड हो कर क्रिश को ही घूर ने लगे थे और मोक्ष एकदम से वहीं सीडीओ पर बैठ जाता है।
To be continoud
कौन है bruzzzoo और क्रिश उसके साथ क्यों था।जानने केलिए आगे पढ़ते रहें। हाथ को