मोक्ष काया के चेहरे से बिखरे बालों को हटाकर उसे निहार ही रहा था कि तभी दरवाजे की तरफ से एक बार फिर खटखटाना की आवाज आती है और इस बार एक पतली प्यारी सी आवाज के साथ......"भाभी उठ गई है क्या ?दादी ने आपके लिए साड़ी और गहने भेजे हैं पहन कर पूजा के लिए आना है।"
मोक्ष के हाथ उसके चेहरे के पास रुक गए । वो काया को सिर से पांव तक अजीब सी नजरों से देखने लगा । सिंदूरी लाल रंग का लहंगा उस पर काया के दूध से सफेद बदन और ऊपर से काया ने दुपट्टा भी नहीं डाला था। मोक्ष की नजरे बहक रही थी। उसने अपनी गहरी नजरों से काया को कुछ पल देखा ।और खुद से ही बोला......"क्या ये लड़की सचमुच सो रही है या ये इसकी कोई चाल है मुझे बहकाने के लिए ।"
कहकर उसने अपनी हाथों की मुठिया बना ली। और इधर-उधर देख कुछ ढूंढते हुए बड़बड़ाने लगा......"रात भर मेरे रूम पर कब्जा कर शोक सभा मना रही थी। और मुझे बालकनी में सोना पड़ा। और खुद अभी घोड़े बेचकर सो रही है ।"
कहते हुए उसकी नजर बेड साइड टेबल के ऊपर रखी हुई पानी के जग पर पड़ती है ।और उसके चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ जाती है । वो उठा और पानी का जुग उठाकर एकदम से काया के चेहरे पर फेंक दिया। काया एक चीख के साथ उठती है और गहरी सांस लेते हुए सामने किसी शैतान की तरह खड़े हुए मोक्ष के ऊपर उसकी नजर पड़ती है ।
गुस्से से उसका चेहरा लाल पड़ जाता है। वो कुछ बोलती उससे पहले ही मोक्ष पानी का जग टेबल पर वापस रखते हुए बोला....."ये जो अपनी खूबसूरती की नुमाइश कर रही हो मेरे सामने
कहकर वो फर्श पर पड़े काया के दुपट्टे को उसके ऊपर फेंक कर वापस से बोला......"इसे थोड़ा ढक कर रखो। मैं बिल्कुल भी ब्रह्मचारी नहीं हूं और अगर मैं बहका तो
कहते हुए वो काया के पास थोड़ा झुक कर दबे लफ्जों में बोला......"अगर ये सब मुझे रिझा ने के लिए था तो तुम बिल्कुल कामयाब हो गई। अब जल्दी उठो और रेडी हो जाओ ।बाहर रूही कब से बुला रही है। जिस लिए यहां पर आई हो उसकी एक्टिंग करना शुरू कर दो।"
काया गुस्से से एक जलती नजर उस पर डालकर अपना दुपट्टा पकड़ वॉशरूम की ओर भाग गई ।मोक्ष के चेहरे पर एक शैतानी स्माइल आ गई ।दरवाजा खोलते वक्त काया के टूटी हुई मंगलसूत्र पर उसकी नजर पड़ ते हैं। वो उसे उठाकर एक नजर देखता है और अपने मुट्ठियों में भरकर दरवाजा खोलते हुए थोड़े ठंडे लहजे में बोला......"तुम लोग अब तक गए नहीं मेरे घर से? कितने दिन रहकर और दावत खाने का इरादा है ?"
सामने से रूही मुंह बनाकर....."भाई आप भी ना कभी तो प्यार से बात कर दिया कीजिए। गुस्सा तो आपका डैड और मॉम से है ना मैंने क्या बिगड़ा है आपका ?"
मोक्ष उसे एक नजर देख कर बोला....."Hmmmm सोचूंगा उस बारे में। अभी क्या काम है?"
रूही उसके और एक पैकेट बढ़ा कर....."ये दादी ने दिया है भाभी के लिए ।यही पहन ना है आज उन्हें ।"बोलकर रूही सिर इधर उधर कर और गर्दन टेढ़ी कर कमरे के अंदर झांकने लगी ।
मोक्ष आंखें छोटी कर उसे देखते हुए....."मां और बेटी एक ही जैसे हो बिल्कुल। एक मेरी जिंदगी में झांकती रहती है और दूसरी मेरे कमरे में ।"बोलकर वो रूही को घूर ने लगा तो रूही उसे देखकर पैर पटकते हुए......"भाई आप कभी नहीं सुधरेंगे।बोलकर वो चली गई ।
मोक्ष ने डोर लॉक किया और पैकेट को बेड पर रखकर कमरे से ही अटैच अपने स्टडी रूम में चला गया।
दूसरे तरफ सम्राट घर के ही बैकयार्ड में बने जिम में काफी देर तक मोक्ष का वेट करता है। क्यों के सुबह के 6.00बजे से 8.00बजे तक उनका जिम टाइम होता था। जब मोक्ष सम्राट शेरा और मुरात मिलकर जिम करते थे। और पुशअप्स मारते हुए शेरा के पीठ पर क्रिश बैठ एंजॉय करता था। आज जिम में बिल्कुल सन्नाटा था। शेरा मूरत और सम्राट तो मजूद थे लेकिन दो दिनों से क्रिश के खामोशी के वजह से सब कुछ सुना लग रहा था। और ऊपर से कल रात की मोक्ष की हरकत सम्राट को एक दम से सुन्न कर चुका था।
सम्राट टॉवेल से पसीना पोंछ ते हुए जिम से बाहर निकलता है तो शेरा उसे आवाज देते हुए...."सम्राट सर क्या क्रिश बाबा नई मैडम को कभी अपनी मां मान पाएंगी? क्यों के अगर वो और कुछ दिन ऐसे चुप रहे तो हनुमान जी की कसम में तो ये नौकरी छोड़ कर गांव ही चला जाऊंगा।" बोलते बोलते उसकी आंखे नम हो रहीं थी।
सम्राट गहरी सांस लेते हुए...."तो अपने हनुमान जी से बोल के जो मासूमियत और सचाई मेने कल तुम्हारे नए मैडम के आंखो में देखा है वो बड़े डेविल और छोटे डेविल को भी दिख जाए।"बोलकर वो वहां से सीधे क्रिश के कमरे के तरफ चला गया। जहां बरोनिका पहले से ही क्रिश के अंदर के गुस्से को हवा देने में लगी हुई थी।
"बच्चा i am your छोटी दादी राइट"बरोनिका के क्रिश के नन्हे हाथों को पकड़ ते हुए कहा। लेकिन क्रिश को कोई रिएक्शन न देते देख वो उसके और चॉकलेट और स्नेक्स के ढेर सारे पैकेट्स बढ़ा कर बोली....."देखो बेबी छोटी दादी आप केलिए कितने सारे खाने की चीजें लेकर आईं है इन्हे आप अपने पास छिपाकर रखिए। क्यों के आप के खाने पीने से तो आप के डैड को पहले से ही चिढ़ थी अब तो उनकी नई वाइफ आ गई है तो
कहते हुए वो रुकी और एक सातिर नजर क्रिश पर डाल कर उसकी रिएक्शन देखने लगी। वहीं क्रिस अपनी डैड की नई वाइफ के जिक्र भर से ही गुस्से से दांत पिस ने लगा।
"आंटी वो अभी तक 6 साल का भी ठीक से नहीं हुआ कमसे कम उसे अपने इन फैमिली पॉलिटिक्स और सातीर बातों से दूर रखिए।"...ये सम्राट था जो कमरे के दरवाजे के पास टिक कर खड़े हुए बोल रहा था।
कुछ पल केलिए बरोनिका के दिल की धड़कन मानों रुक ही गई। लेकिन दूसरे ही पल जब उसे ये अहसास हुआ के वो मोक्ष नहीं सम्राट है उसने खुद को संभाला और पलट कर सम्राट के और देख कर तंज कसी आवाज में बोली....."कुछ गलत नहीं बोला मेने। इसके पैदाइश से ही नाहिं इसके डैड को इसकी फिक्र थी ओर नाहि इसके मॉम को तो सौतली मां से ये कुछ उम्मीद ना ही रखे तो इसी केलिए ही अच्छा है ना?"कहकर वो चेहरे पर एक डेविल स्माइल लिए सम्राट को देख ता है। और सम्राट के साइड से ही कमरे से निकल जाती है।
सम्राट उसे जाते हुए एक नजर देखता है और वापस से मुड़कर क्रिश के तरफ देखा जो अभी भी एक्सप्रेशन लेस होकर बैठा था। सम्राट मुस्कुराकर उसे समझा ते हुए....."Buddy आप के तो अब मजें है, अब आप के डैड तो चाहकर भी आप को कुछ भी नहीं बोल पाएंगे। अब चाहे आप कभी भी कुछ भी खाओ।"कहते हुए वो आकर क्रिश के पास ही बैठ गया। क्रिश अभी भी नजरें झुकाए खामोश बैठा हुआ था।
सम्राट उसके पास बैठ कर उसके माथे पर बिखरे बाल सवार कर...."चलो buddy जल्दी जल्दी रेडी हो जाओ। मम्मा का वेलकम
"कोई मम्मा नहीं है मेरी ओर नाहीं मुझे चाहिए। समझे आप। और अगर समझ गए जाकर उन्हें भी समझा दें के जब तक उनकी नई वाइफ यहां है में नाही खाना खाऊंगा नाहीं किसीसे कोइ बात करूंगा और नाही अपने कमरे से बाहर निकलूंगा और स्कूल भी नही जाऊंगा।"
बोलकर वो बिना सम्राट को देख भाग कर वॉशरूम में चला गया। सम्राट लंबी सांस भर कर क्रिश के बेड पर ही बेसुध सा लेट जाता है और थके हुए आवाज में बोला...."पता नहीं ये बाप बेटे मुझसे किस जनम का बदला ले रहे है।"
दूसरे और मोक्ष के कमरे में कुछ वक्त बाद जब मोक्ष स्टडी रूम से बाहर आता है उसकी नजर मिरर के पास खड़ी काया पर टिक जाती है ।गहरी गुलाबी रंग की एक प्लेन शिफॉन की साड़ी जिस पर हल्की गोल्डन थ्रेड वर्क हुई थी हाथों में गुलाबी कांच की चूड़ियां और गले में एक पतली सी सोने की चेन , कानों में दो छोटी-छोटी बूंदियां,आंखों में गहरा काजल होठों में हल्की गुलाबी लिपस्टिक चेहरे पर कोई मेकअप नहीं। नाहीं मांग में सिंदूर ना गले में मंगलसूत्र।
मोक्ष उस पर से नजर हटाकर बेड पर देखता है जहां दादी की भेजी हुई पैकेट वैसे के वैसे ही पड़ा हुआ था वो काया के करीब आकर उसके पीछे खड़ा हो गया ।और मिरर में से ही उसकी सादगी को देखने लगा ।
"कुछ चाहिए आप को?"काया की आवाज सुन कर मोक्ष अचानक से होश में वापस आते हुए बोला...."दादी ने तुम्हारे लिए कपड़े भेजे हैं तुम्हे वही
"मेरी और मेरे बाबा की इतनी ही हैसियत है इसीलिए मैं इतना ही अफोर्ड कर सकती हूं ।"मोक्ष की बात सुन कर काया उसे टोक ते हुए जवाब दे कर वहां से जाने लगे।
मोक्ष उसकी बाहें खींच कर खुद के सीने से सटा कर सर्द आवाज में....."ज्यादा स्वाभिमानी बने का ढोंग मत करो ...तुम जैसी औरतों की नौटंकी देख देख मैं बड़ा हुआ हूं । मुझ पर असर नहीं करेगा ये।"
काया उसके बातों को पूरी तरह से इग्नोर करते हुए उसके आंखों में आंखे डाल कर बिना किसी भाव के बोली....."कल मेरे कलाई में अपनी मां के कंगन देख कर जिस तरह से आप ने रिएक्ट किया है इतना तो में जान चुकी हुं के जितनी नफरत में आप से करती हूं आप भी मुझसे उतनी ही नफरत करते है।"कहकर वो खुद को मोक्ष के बाहों से छुड़ाने की कोशिश करने लगी।
मोक्ष उस पर अपनी पकड़ कस ते हुए तंज भरी आवाज में...."शादी के पहली सुबह ही विधवाओं की तरह ना गले में मंगलसूत्र, ना मांग में सिंदूर नोट फेयर स्वीटहार्ट।"
काया उसी के जैसे ही मुस्कुराते हुए...."विधवा वो बनते है जो कभी सुहागन बने हो। खुद से पूछिए क्या में आप की सुहागन हूं?"पूछते हुए काया एक टक उसके आंखों में देखने लगी। और मोक्ष की पकड़ उसपर ढीली हो गई। उसने मोक्ष का हाथ अपने बाहों से छुड़ाया ओर कमरे से बाहर चली गई।
To be continued ❤️
कैसा होगा दादी का रिएक्शन काया को बिना सिंदूर और मंगलसूत्र देख कर?और सिखावत हाउस में कैसी होगी क्रिश और काया की पहली मुलाकात?जानने केलिए पढ़ते राहें।