Shoharat ka Ghamand - 126 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 126

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शोहरत का घमंड - 126

आर्यन आलिया के बाल पीछे से पकड़ लेता है और बोलता है, "कितनी बेशर्म लड़की हो तुम, हा.. अपने पति के सामने किसी और का नाम ले रही हो, ओह सॉरी सॉरी मैं भूल गया था कि तुम्हारा तो सारा का सारा ध्यान बस उसकी प्रापर्टी पर है"।

तब आलिया बोलती है, "आर्यन मेरे बाल छोड़ो मुझे दर्द हो रहा है "।

तब आर्यन मुंह बना कर बोलता है, "तो मैं क्या करु तुम्हे दर्द हो रहा है तो "।

तब आलिया रोते हुए बोलती है, "क्यों कर रहे हो मेरे साथ ऐसा, क्या बिगाड़ा है मैने तुम्हारा "।

तब आर्यन बोलता है, "मेरी बात क्यों नहीं मानती तुम, कितने प्यार और आराम से कहा था मेने, की आलिया अब उस कबीर शेखावत के होटल दोबारा मत जाना, मगर तुम्हे मेरी सुनी ही नहीं, और चली गई वहां पर , एक बात बोलूं "।

आलिया कुछ भी नहीं बोलती है, बस आर्यन को गुस्से से देखती रहती है।

तब आर्यन बोलता है, "तुम तो कुछ बोलोगी नहीं, चलो कोई बात नहीं मैं खुद ही बता देता हूं, पता है मैं बचपन से यही सोचता रहता था कि, ये हसबैंड अपनी वाइफ को बेल्ट से क्यों मारते हैं, क्योंकि लड़कियों तो वैसे भी नाजुक सी होती है, एक थप्पड़ में सीधी हो जाए, तो बेल्ट की क्या जरूरत है, मगर मुझे अब समझ आया कि अगर किसी की तुम्हारी तरफ वाइफ हुई तो उसे बेल्ट का इस्तेमाल करना ही पड़ता है, क्या करे मजबूर हो जाते है मुझ जैसे बेचारे हसबैंड "।

ये सुनते ही आलिया आर्यन की आंखों में आंखे डाल कर बोलती है, "पता है मैं भी बचपन से यही सोचती थी कि ये वाइफ अपने हसबैंड को झाड़ू, बेलन से क्यों मारती हैं, बेचारे इतने तो अच्छे होते हैं हसबैंड, मगर अब समझ आया कि, जिस लड़की का तुम्हारे जैसा हसबैंड होता है, उस बेचारी लड़की को अपने हसबैंड को झाड़ू और बेलन से मारना ही पड़ता होगा, क्या करे वो भी तो मजबूर ही होती है "।

तब आर्यन आलिया की आंखों में आंखे डाल कर देखता है और बोलता है, " ओह...तो तुम मुझे झाड़ू और बेलन से मारना चाहती हो, कोई बात नहीं मार लो, मगर उसके बाद अगर मैने अपनी बेल्ट निकाली तो फिर तुम्हारा क्या होगा, वैसे मुझ पर तुम्हारे बेलन और झाड़ू का कोई असर नहीं होगा, मगर हा मेरी बेल्ट से तुम्हारा क्या होगा, ये कहा नहीं जा सकता है "।

तब आलिया बोलती है, "मुझे धमकी दे रहे हो "।

तब आर्यन बोलता है, "नहीं बस समझा रहा हूं"।

उसके बाद आर्यन आलिया को कार से उतार कर एक फ्लैट में ले जाता है। तब आलिया बोलती है, "तुम मुझे यहां पर क्यों लाए हो"।

तब आर्यन बोलता है, "डरो मत मैं तुम्हे बेल्ट से नहीं मारने लाया हूं"।

तब आलिया बोलती है, "मुझे यहां पर नहीं रहना है "।

ये बोल कर वो वहां से जा रही होती है। तभी आर्यन जल्दी से दरवाजे के पास आ कर खड़ा हो जाता है और बोलता है, "क्यों इतनी जिद करती हो मेरे सामने, देखो मुझे बस मैं ही जिद करता हुआ अच्छा लगता हूं"।

तब आलिया बोलती है, "आर्यन मेरे सामने से हटो मुझे जाना है, मुझे लेट हो रहा है "।

तब आर्यन बोलता है, "भूख लग रही कुछ खाना है, क्या खाना है बताओ में अभी ऑर्डर कर देता हूं "।

तब आलिया बोलती है, "बात को घुमाओ मत और हटो मेरे रास्ते से " 

तब आर्यन बोलता है, "तुम्हे मेरे साथ रहने से क्या प्रॉब्लम है, और तुम डरो मत मैं तुम्हारे साथ कुछ भी नहीं करूंगा"।

तब आलिया बोलती है, "आर्यन हटो यहां से"।

उसके बाद आलिया आर्यन को धक्का दे देती है और दरवाजा खोलने लगती है।

तभी आर्यन जल्दी से उसका हाथ पकड़ता है और चिल्ला कर बोलता है, "तुम्हे प्यार की बात समझ में नहीं आती है क्या, जब बोल रहा हूं कि चुप चाप बैठ जाओ तो बैठती क्यों नहीं, क्यों मुझे गुस्सा दिला रही हो"।

तब आलिया बोलती है, "मैं क्यों रहु तुम्हारे साथ, मुझे तुम अच्छे नहीं लगते हो और ना ही मैं तुम्हारे साथ रहना चाहती हूं "।

तब आर्यन गुस्से में आलिया का गाल पकड़ लेता है और बोलता है, "मैं तुम्हे अच्छा नहीं लगता हूं और वो कबीर शेखावत तुम्हे बड़ा ही अच्छा लगता है, जिसके कहने पर रात के 12 बजे तक उसके होटल में काम करती रहती हो, तब तुम्हे कोई प्रॉब्लम नहीं होती है................