आशरा ने अग्निरत्न को अपनी हथेलियों में महसूस किया। यह सिर्फ़ एक रत्न नहीं था—इसके भीतर अग्नि की लपटें सजीव थीं, मानो यह स्वयं जीवित हो। जैसे ही उसने इसे छुआ, उसके भीतर एक अजीब-सी ऊर्जा प्रवाहित हुई।
"आशरा, हमने जीत हासिल कर ली!" नीरा ने उल्लास से कहा।
लेकिन कायन की आँखों में चिंता थी। "नहीं, अभी नहीं। ज़ालेरॉन इतनी आसानी से हार नहीं मानने वाला। वह अपने सैनिकों के साथ यहाँ आने ही वाला होगा।"
अचानक, पूरी गुफा हिलने लगी। चट्टानें दरकने लगीं, और धरती फटने लगी। तभी, एक ठंडी, डरावनी हँसी गूँजी—
"क्या तुमने सच में सोचा कि अग्निरत्न पाकर सब समाप्त हो गया?"
एक गहरी छाया पूरे वातावरण में फैल गई। आग की लपटें नीली पड़ गईं, और तापमान तेजी से गिरने लगा। गुफा के मध्य एक काला भँवर उभरा, और उसमें से एक विशाल आकृति प्रकट हुई—ज़ालेरॉन।
उसकी आँखें जलती हुई गहरी लाल थीं, और उसकी उपस्थिति से पूरा वातावरण भारी हो गया।
"तुमने अग्निरत्न हासिल कर लिया, लेकिन इसे सँभालने के लिए शक्ति चाहिए। क्या तुम्हारे पास वह शक्ति है, आशरा?" ज़ालेरॉन ने तीखी आवाज़ में कहा।
आशरा ने आत्मविश्वास से उत्तर दिया, "अगर यह अग्निरत्न सच्चे हृदय वालों के लिए है, तो मैं इसे सँभाल सकती हूँ।"
ज़ालेरॉन ठंडी मुस्कान के साथ बोला, "तो देखता हूँ, तुम इसे कितनी देर सँभाल पाती हो!"
उसने अपने हाथ उठाए, और अचानक आग के गोले हवा में प्रकट होकर आशरा की ओर बढ़ने लगे।
कायन ने यह देखा तो तुरंत अपनी तलवार उठाकर एक गोला काट दिया, जबकि नीरा ने एक रक्षा-मंत्र पढ़कर एक ढाल बना दी।
लेकिन ज़ालेरॉन ने तेजी से पलटवार किया, जिससे दोनों दूर जा गिरे। वह क्रूरता से हँसा, "तुम दोनों मेरे सामने कुछ भी नहीं!"
उसके सैनिकों ने तुरंत कायन और नीरा को घेर लिया ताकि वे आशरा की मदद न कर सकें। दोनों ने एक-दूसरे की ओर देखा, आँखों ही आँखों में एक योजना बनी, और फिर वे अपनी शक्तियों के साथ ज़ालेरॉन के सैनिकों से भिड़ गए।
वे जानते थे कि ज़ालेरॉन को हराना आसान नहीं, लेकिन उसके सैनिक उनके सामने टिक नहीं सकते थे। जल्द ही, सारे सैनिक धराशायी हो गए।
अब, गुफा में सिर्फ़ दो ही बचे थे—आशरा और ज़ालेरॉन। दोनों एक-दूसरे को घूर रहे थे, एक आखिरी निर्णायक युद्ध के लिए तैयार।
आशरा ने अग्निरत्न को कसकर पकड़ा और उसकी धधकती ऊर्जा को महसूस किया। लेकिन जैसे ही उसने उसकी शक्ति का उपयोग करने की कोशिश की, अग्नि अस्थिर होने लगी।
ज़ालेरॉन ठहाका मारकर हँसा, "क्या हुआ, आशरा? यह शक्ति तुम्हें स्वीकार नहीं कर रही?" उसने व्यंग्य किया। "तुमसे यह नहीं होगा!"
उसकी बातों ने आशरा के मन में संदेह भर दिया। क्या वह सच में इस शक्ति के योग्य थी?
तभी, उसके भीतर कहीं उसकी माँ की आवाज़ गूँजी—
"शक्ति केवल एक हथियार नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी होती है। जब तक तुम इसे अपनी आत्मा से स्वीकार नहीं करोगी, यह तुम्हारे नियंत्रण में नहीं आएगी।"
आशरा ने गहरी साँस ली, अपनी आँखें बंद कीं, और महसूस किया—अग्निरत्न केवल एक रत्न नहीं था। यह एक जीवित ऊर्जा थी, जो अपने सच्चे उत्तराधिकारी की प्रतीक्षा कर रही थी।
उसने दृढ़ता से कहा, "मैं इस शक्ति को अपने भीतर समाहित करूँगी, इसे नियंत्रित नहीं!"
जैसे ही आशरा ने शक्ति को स्वीकार किया, अग्निरत्न की लपटें उसके चारों ओर घूमने लगीं और उसकी आत्मा से जुड़ गईं।
अचानक, आशरा की आँखें चमक उठीं। उसका शरीर अग्निशिखाओं से घिर गया, लेकिन यह आग उसे कोई नुकसान नहीं पहुँचा रही थी बल्कि उसे और अधिक शक्ति दे रही थी।
ज़ालेरॉन यह देखकर चौंक गया और पहली बार उसने अपने हृदय में भय महसूस किया। "यह असंभव है!" उसने घबराकर कहा, फिर जल्दी से सोचते हुए आशरा पर हमला किया, यह उम्मीद करते हुए कि वह इस समय कुछ नहीं कर सकती थी। लेकिन ज़ालेरॉन के हमले को अग्निरत्न की लपटों ने रोक दिया। वह कई बार हमला करने की कोशिश करता रहा, लेकिन आशरा को एक भी खरोंच नहीं आई।
यह देख ज़ालेरॉन और भी डर गया। उसने समझ लिया कि वह अब आशरा को नुकसान नहीं पहुँचा सकता। इसलिए उसने पीछे हटने का फैसला किया और बाहर जाने लगा।
तभी, उसकी कानों में आशरा की आवाज़ आई, "ज़ालेरॉन, कहाँ जा रहे हो? क्या तुम्हें डर लग रहा है कि तुम मुझसे नहीं जीत पाओगे? भागने का कोई फायदा नहीं है, आज तुम्हारी मृत्यु निश्चित है!"
आशरा ने अपनी हथेलियाँ उठाईं और ज़ालेरॉन की ओर एक शक्तिशाली हमले की शुरुआत की, जिसमें अग्निरत्न की शक्ति भी शामिल थी। ज़ालेरॉन ने अपने शक्ति से प्रतिक्रिया दी, लेकिन उसकी ऊर्जा ने आशरा के हमले के सामने कुछ नहीं किया। ज़ालेरॉन का हमला बेमानी साबित हुआ, और आशरा का हमला सीधे उसे लग गया।
"अब तुम्हारी बुराई का अंत होगा, ज़ालेरॉन!" आशरा की आवाज़ गूंजी।
एक भयंकर विस्फोट हुआ, और ज़ालेरॉन की चीखें गुफा में गूंज उठीं। विस्फोट से चारों ओर आग की लपटें फैल गईं और धुआँ चक्कर खाने लगा।
नीरा और कायन, जो सैनिकों से लड़ रहे थे, रुक गए और विस्फोट की ओर देखा।
"क्या यह सच में ज़ालेरॉन का अंत था?" नीरा ने पूछा।
जैसे ही धुआँ छँटा, ज़ालेरॉन गायब हो चुका था। गुफा शांत हो गई, लेकिन हवा में एक अजीब बेचैनी थी।
कायन और नीरा दौड़कर आशरा के पास पहुंचे। "तुमने उसे हरा दिया, आशरा!"
आशरा ने अग्निरत्न की ओर देखा- अब यह शांत था, लेकिन उसकी शक्ति अब उसके भीतर समाहित हो चुकी थी।
लेकिन उसके मन में एक सवाल था-क्या ज़ालेरॉन सच में खत्म हो चुका था, या यह सिर्फ़ एक शुरुआत थी?