Do Dilo ka Milan - 6 in Hindi Love Stories by Lokesh Dangi books and stories PDF | दो दिलों का मिलन - भाग 6

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दो दिलों का मिलन - भाग 6



मुस्कान का परिवार धीरे-धीरे स्थिर हो रहा था, लेकिन अब चुनौती कुछ और थी—उसका और लोकेश का रिश्ता। जब सबकुछ सही लग रहा था, तभी अचानक नई मुश्किलें सामने आने लगीं।

एक नई चुनौती

एक दिन मुस्कान को उसके कॉलेज में एक खास अवसर मिला—एक प्रतिष्ठित नर्सिंग संस्थान से ट्रेनिंग का ऑफर। यह ऑफर उसके करियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण था, लेकिन इसमें एक समस्या थी—उसे दूसरे शहर जाना पड़ता।

शाम को बाग में जब वह लोकेश से मिली, तो उसकी आँखों में एक अनकहा डर था।

"लोकेश, मुझे तुमसे कुछ कहना है," उसने धीमे स्वर में कहा।

"क्या हुआ, मुस्कान? तुम इतनी गंभीर क्यों लग रही हो?"

मुस्कान ने गहरी सांस ली और कहा, "मुझे एक मौका मिला है, एक ऐसा मौका जो मेरी जिंदगी बदल सकता है। लेकिन मुझे इसके लिए शहर छोड़कर जाना होगा।"

लोकेश का चेहरा एक पल के लिए सख्त हो गया, लेकिन फिर उसने खुद को संभाला। "कहाँ जाना होगा?"

"दिल्ली," मुस्कान ने धीरे से कहा। "छह महीने की ट्रेनिंग के लिए।"

यह सुनते ही लोकेश के मन में हलचल मच गई। वह जानता था कि यह मुस्कान के लिए बहुत बड़ा अवसर था, लेकिन क्या वह इतने समय तक उससे दूर रह पाएगा?

"तुम्हें यह ऑफर कब मिला?" उसने धीरे से पूछा।

"कल," मुस्कान ने कहा। "और मुझे कल ही जवाब देना होगा।"

"क्या तुम जाना चाहती हो?" लोकेश ने मुस्कान की आँखों में देखा।

मुस्कान ने हल्की मुस्कान के साथ कहा, "हाँ, लेकिन मैं तुम्हें खोना नहीं चाहती, लोकेश। मुझे नहीं पता, यह दूरी हमारे रिश्ते को कैसे प्रभावित करेगी।"

लोकेश ने लंबी सांस ली और कहा, "मुस्कान, यह तुम्हारे करियर के लिए बहुत जरूरी है। मैं नहीं चाहता कि तुम सिर्फ मेरे लिए अपने सपनों से समझौता करो। लेकिन... मैं तुम्हें बहुत मिस करूंगा।"

मुस्कान की आँखों में आंसू आ गए। "मैं भी।"

एक मुश्किल फैसला

घर लौटकर लोकेश बहुत देर तक सोचता रहा। क्या वह मुस्कान से इतनी दूर रह पाएगा? क्या यह दूरी उनके रिश्ते को कमजोर कर देगी?

दूसरी ओर, मुस्कान भी बेचैन थी। वह जानती थी कि यह ट्रेनिंग उसके लिए जरूरी है, लेकिन उसे यह भी डर था कि कहीं यह दूरी उनके बीच दरार न पैदा कर दे।

रातभर दोनों सो नहीं पाए। और सुबह, जब मुस्कान ने लोकेश को फोन किया, तो उसने सिर्फ इतना कहा—

"लोकेश, मैं जा रही हूँ।"

फोन पर एक लंबी खामोशी रही, फिर लोकेश ने धीरे से कहा, "जाओ मुस्कान, लेकिन याद रखना, यह सिर्फ दूरी है, अलगाव नहीं।"

मुस्कान की आँखों से आँसू बह निकले, लेकिन उसने खुद को संभाला। "तुम मेरे लिए बहुत खास हो, लोकेश।"

"तुम भी," लोकेश ने कहा।

फोन कट गया, लेकिन उनके दिलों में एक नई चुनौती की शुरुआत हो चुकी थी। क्या यह दूरी उनके प्यार की परीक्षा लेगी, या फिर यह रिश्ता और मजबूत बनेगा?

अब आगे क्या होगा?

1. लोकेश और मुस्कान इस दूरी को कैसे संभालेंगे?


2. क्या मुस्कान की ट्रेनिंग के दौरान कोई और उसकी जिंदगी में आएगा?


3. क्या लोकेश खुद को अकेला महसूस करेगा और कोई गलत फैसला लेगा?
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