Shoharat ka Ghamand - 123 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 123

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शोहरत का घमंड - 123

आलिया आर्यन के बारे में सोच सोच कर रो रही होती है।

सुबह होती है...........

आलिया तैयार हो रही होती है। और उसके दिमाग में आर्यन की बाते आ रही होती है कि आर्यन ने उसे कबीर शेखावत के होटल जाने से मना किया है । वही दूसरी तरफ वो सोचती है कि अगर ये नौकरी छोड़ देगी तो घर वालों का क्या होगा। 

उधर आर्यन की मॉम उसके डैड से बोलती है, "आप ऐसा क्यों कर रहे हैं, क्यों गुस्सा खत्म नहीं कर रहे हैं आप, जाइए ना आर्यन को घर ले आइए, परसो मेरे बेटे का बर्थडे है "। 

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "मैने आपको कहा ना कि मुझे उसके बारे में कोई बात नहीं करनी है, तो फिर आप बार बार क्यों उसकी बाते मेरे सामने करती हैं "।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "कैसे बाप है आप, आपको अपने बेटे की कोई फिक्र नहीं है, आप जानते नहीं है कि उसने क्या हालत बना ली है अपनी"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "मैने उसे घर से नहीं निकाला है, वो खुद गया है , तो इसलिए आप मुझ से कोई उम्मीद मत रखिए, कि मैं उसे वापस ले कर आऊंगा "।

ये बोल कर वो वहां से चले जाते हैं।

आलिया होटल पहुंग जाती है और अपने काम में लग जाती है। तभी कबीर शेखावत उसे अपने केबिन में बुलाता है। आलिया उसके केबिन में जाती है और बोलती है, "सर आपने मुझे बुलाया"।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "हा MS आलिया मैने आपको बुलाया है, क्योंकि मुझे आपको कुछ बताना था"।

तब आलिया बोलती है, "हा सर बताइए "।

तब तब कबीर शेखावत बोलता है, "अब आपको एक साथ दो काम करने पड़ेंगे, सॉरी में कोई जबरदस्ती नहीं कर रहा हूं, बस मेरी मजबूरी है "।

तब आलिया बोलती है, "कोई बात नहीं सर मैं कर लूंगी, आप काम बताइए "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "वो आपको मेरे काम के साथ साथ मेरे होटल को भी देखना होगा, क्योंकि मेरे मैनेजर की तबियत अचानक खराब हो गई है और वो कुछ दिनों तक नहीं आ पाएगा , और मेरे होटल में आए दिन पार्टियां होती रहती हैं और मुझे ऐसा लगता है कि आप ये काम कर सकती हैं "। 

तब आलिया बोलती है, "ओके सर मैं कर लूंगी काम "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "तो एक बार आप अपने घर वालों से कॉल करके बोल दीजिए कि आपको लेट भी हो सकता है, और हा आप अपनी सेफ्टी की फिक्र मत कीजिए, मैं हूं, और जितना भी लेट हो मैं आपको अकेले नहीं जाने दूंगा, मेरे गार्ड्स आपको बिल्कुल सही सलामत आपके घर छोड़ कर आयेंगे"।

ये सुनते ही आलिया कबीर को देखने लगती है।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "क्या हुआ MS आलिया आप कहा खो गई"।

तब आलिया बोलती है, "नहीं नहीं मैं कही नहीं गई, यही पर ही हु "।

ये बोल कर वो वहां से चली जाती है ।

उधर आर्यन सो रहा होता है। तभी उसका फोन बजता है। मगर नींद में होने की वजह से वो फोन नहीं उठाता है। मगर फोन बार बार बजता रहता है। जिससे आर्यन को गुस्सा आता है और वो गुस्से में उठ कर फोन उठाता है। तभी एक आदमी बोलता है, "सर आलिया मेम आज कबीर शेखावत के होटल आई है "।

ये सुनते ही आर्यन को गुस्सा आता है और वो गुस्से में अपना फोन उठा कर फेक देता है और बोलता है, आलिया ये तुमने बिल्कुल भी ठीक नहीं किया, तुम्हे ऐसा नहीं करना चाहिए था, क्यों मुझे वो सब करने पर मजबूर कर रही हों, जो मैं नहीं करना चाहता हूं, क्यों मेरे हाथों बर्बाद होने का इतना शोक है तुम्हे...........