Shoharat ka Ghamand - 122 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 122

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शोहरत का घमंड - 122

उसके बाद आलिया बोलती है, "अब पता चल गया न, चलो हटो मेरे रास्ते से, और दोबारा मेरे रास्ते में मत आना"।

ये बोल कर आलिया वहां से जा रही होती है। तभी आर्यन उसका हाथ पकड़ कर उसे खींच कर अपने सामने कर लेता है। आर्यन का चेहरा और आंखे दोनों गुस्से में लाल होते हैं। और वो गुस्से में आलिया को देख रहा होता है।

तब आलिया बोलती है, "क्या बदतमीजी है ये, हटो मेरे रास्ते से"।

तब आर्यन गुस्से में बोलता है, "तुम्हे पूरी दुनिया में बस एक कबीर शेखावत का ही होटल मिला था "।

तब आलिया बोलती है, "हा..........

तब आर्यन बोलता है, "कम पेसो में तुम्हारा काम नहीं चलता है स्वीट हार्ट, पहले बाइक वाला, फिर कार वाला, और अब मुझे लगता है कि किसी प्राइवेट जेट वाले को फ़साओगी"।

ये सुन कर आलिया आर्यन की आंखों में देख कर बोलती है, "हा पहले बाइक वाला, उसके बाद कार वाला और उसके बाद प्राइवेट जेट वाला, और उसके बाद.........

आलिया बोल ही रही थी कि तभी आर्यन ने उसका उसका हाथ मोड़ दिया और कहा, "तुम अब कल से कबीर शेखावत के होटल नहीं जाओगी और ना ही वहां पर काम करोगी"।

आलिया के हाथ में दर्द हो रहा होता है और वो बोलती है, "मेरा हाथ छोड़ो मुझे दर्द हो रहा है "।

तब आर्यन बोलता है, "जितना बोला है उतना कर लेना, समझ में आया, और अगर तुमने ऐसा नहीं किया तो मैं क्या कर सकता हूं ये तुम सोच भी नहीं सकती हो"।

ये बोलते ही आर्यन आलिया का हाथ छोड़ देता है और अपनी कार में बैठ कर वहां से चला जाता है आलिया को अकेला छोड़ कर "।

आलिया वही रेत पर बैठ जाती है और चिल्ला चिल्ला कर रोने लगती है और बोलती है, "क्यों भगवान आखिर क्यों, हर बार मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है।

उधर आलिया की मम्मी और बहने काफी परेशान होती है क्योंकि आलिया अभी तक घर नहीं आती है। तब आलिया की मम्मी बोलती है, "मुझे बहुत ही घबराहट हो रही है, पता नहीं मेरी बच्ची अभी तक क्यों नहीं आई है"।

तब मीनू बोलती है, "और फोन भी नहीं उठा रही है।

तभी आलिया आ जाती है। तब उसकी मम्मी बोलती है, "बेटा क्या हुआ आज इतनी लेट कैसे हो गई " ।

तब आलिया बोलती है, "वो मम्मी आज कुछ ज्यादा ही काम था "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "तो तुम्हे बताना चाहिए था न"।

तब आलिया बोलती है, "वो बाहर से लोग आए थे, तो मैं कॉल नहीं कर पाई, मुझे बहुत ही भूख लग रही है, प्लीज मुझे खाना दे दो"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "अच्छा ठीक है मगर पहले हाथ मुंह तो धो लो "।

उधर आर्यन गुस्से में अरुण के घर पहुंच जाता है। तब अरुण बोलता है, ओए तू कहा गया था, कितना परेशान था मैं तेरे लिए, कम से कम बता कर तो जाता"।

तब आर्यन बोलता है, "तू ये बीवियों वाली हरकते क्यों करता रहता है हर वक्त "।

तब अरुण बोलता है, "देख मैं मजाक के मूड में नहीं हूं "।

तब आर्यन बोलता है, "तो तुझे क्या लगता है कि मैं मजाक कर रहा हूं तुझ से"।

तब अरुण बोलता है, "जितना पूछा है उसका जवाब दे, बता कहा गया था, इतने नशे में "।

तब आर्यन बोलता है, "आलिया के पास गया था, बहुत आसमान में उड़ रही थी न, उसके पर काटने गया था "।

तब अरुण बोलता है, "यार तेरी प्रॉब्लम क्या है, क्यों उस बेचारी लड़की को परेशान करता रहता है "।

तब आर्यन बोलता है, "अरे क्या बात है, बड़ा ही प्यार आ रहा है उस पर, पसंद आ गई है क्या "।

तब अरुण बोलता है, "बकवास बंद कर और छोड़ दें उसका पीछा, जीने दे उसे उसकी जिंदगी "।

तब आर्यन बोलता है, "मैने कौन सा उसका हाथ पकड़ रखा है, बस उसे बोलने गया था कि उस कबीर शेखावत के यहां से नौकरी छोड़ दे "।

तब अरुण बोलता है, "अब तुझे उसके वहां काम करने से क्या प्रॉब्लम है "।

तब आर्यन बोलता है, "बस कर यार कितना बोलता है, तेरा मुंह दर्द नहीं होता है क्या "।

उधर आलिया खाना खा कर अपने बिस्तर पर लेट जाती है। मगर उसे नींद नहीं आती है उसके सामने बस आर्यन का डरावना चेहरा आते रहता है, जो उसे डरा रहा होता है। ये सब सोच सोच कर आलिया रो रही होती है और उसके आंखे से आंसू बह रहे होते हैं.........