Is this what you call love? in Hindi Love Stories by Lokesh Dangi books and stories PDF | क्या यही प्यार है?

Featured Books
Categories
Share

क्या यही प्यार है?

क्या यही प्यार है?

रिमझिम बारिश की फुहारों के बीच शिमला की हरी-भरी वादियों में एक छोटे से कैफे की खिड़की से बाहर झांकती हुई रिया सोच रही थी कि क्या यह प्यार है? 28 वर्षीय रिया, जो एक प्रसिद्ध लेखिका थी, अक्सर अपनी कहानियों में प्यार को नए आयाम देती थी, लेकिन असल जिंदगी में उसे कभी इस भावना का सही अर्थ समझ में नहीं आया।

उसकी जिंदगी किताबों, लेखन, और यात्रा में व्यस्त रहती थी। उसने कभी भी प्यार को प्राथमिकता नहीं दी थी, लेकिन इस बार उसका दिल किसी अनजान एहसास से भर उठा था। पिछले महीने, जब वह अपने अगले उपन्यास के लिए शोध कर रही थी, तब उसकी मुलाकात आरव से हुई थी।

आरव, एक फ्रीलांस फोटोग्राफर, जो अपने कैमरे के जरिए दुनिया को अलग नजरिए से देखता था। 30 वर्षीय आरव एक साधारण लेकिन गहरी सोच वाला इंसान था। उसकी मुस्कान में एक अजीब सी कशिश थी, और उसकी आंखों में छुपे हुए सपने रिया को खींचते थे।

पहली मुलाकात

वो दिन रिया की जिंदगी का खास दिन था, जब उसकी मुलाकात आरव से हुई। शिमला के एक पुराने पुस्तकालय में, जहां रिया अपने उपन्यास के लिए ऐतिहासिक संदर्भों की खोज कर रही थी, आरव अपने कैमरे के साथ वहां तस्वीरें ले रहा था।

“माफ़ कीजिए, क्या आप थोड़ा साइड हो सकती हैं? मुझे इस पुरानी अलमारी की तस्वीर लेनी है,” आरव ने शालीनता से कहा।
रिया ने नजरें उठाई और पहली बार उसकी आंखों में देखा। एक पल के लिए दोनों के बीच सन्नाटा छा गया। फिर रिया ने मुस्कुराते हुए साइड में जगह दी।

उसके बाद दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। आरव ने बताया कि वह शिमला की विरासत पर एक फोटो एग्ज़ीबिशन तैयार कर रहा है। रिया ने अपनी किताब के बारे में बताया। धीरे-धीरे यह बातचीत एक दोस्ती में बदल गई।

दोस्ती से प्यार तक

दोनों ने साथ में शिमला की कई जगहों पर घूमना शुरू कर दिया। कभी मॉल रोड पर चाय पीना, तो कभी पहाड़ों की वादियों में घंटों बातें करना। आरव की तस्वीरें और रिया की कहानियां जैसे एक-दूसरे को पूरा कर रही थीं।

एक दिन रिया ने आरव से पूछा, “तुम्हारी फोटोग्राफी में इतना गहरापन कहां से आता है?”
आरव ने मुस्कुराते हुए कहा, “शायद जिंदगी से। मैंने देखा है कि हर चीज में कुछ न कुछ खूबसूरती होती है, बस उसे देखने का नजरिया चाहिए।”

रिया को यह जवाब बहुत गहरा लगा। उसकी लेखनी में भी वह कोशिश करती थी कि आम जिंदगी के पलों में छुपे खास एहसासों को सामने लाया जाए।

एक शाम, जब दोनों एक पहाड़ी पर बैठे हुए सूरज डूबने का नजारा देख रहे थे, रिया ने अचानक पूछा, “आरव, क्या तुमने कभी प्यार किया है?”
आरव ने कुछ पल के लिए आसमान की ओर देखा और फिर धीमे से कहा, “शायद। लेकिन मुझे समझ नहीं आता कि प्यार की परिभाषा क्या है। क्या यह किसी के साथ वक्त बिताने की खुशी है, या उसके बिना अधूरा महसूस करना?”

रिया ने महसूस किया कि जो एहसास वह पिछले कुछ दिनों से अनुभव कर रही थी, शायद वही प्यार है। वह आरव के बिना अपनी जिंदगी की कल्पना नहीं कर सकती थी।

इजहार का पल

रिया ने तय किया कि वह अपने दिल की बात आरव को बताएगी। उसने एक कविता लिखी और सोचा कि उसे पढ़कर आरव से अपने दिल की बात कहेगी।

“आरव, यह कविता तुम्हारे लिए है,” रिया ने झिझकते हुए कहा।
“तुम्हारे संग हर पल खास है,
जैसे बरसात में पहली बूँद का एहसास है।
तुम्हारे बिना ये जिंदगी अधूरी सी लगे,
जैसे रात में चांद छुपा हो, अंधेरी हो डगर।”

आरव ने कविता सुनी और उसकी आंखों में चमक आ गई। उसने रिया का हाथ पकड़ा और कहा, “रिया, मुझे नहीं पता कि प्यार कैसा होता है, लेकिन तुम्हारे साथ हर पल मुझे जीने की वजह देता है। अगर यह प्यार है, तो हां, मुझे तुमसे प्यार है।”

उस पल के बाद दोनों के बीच का रिश्ता और गहरा हो गया। रिया की कहानियां आरव की तस्वीरों के साथ और भी खूबसूरत हो गईं। दोनों ने मिलकर एक किताब लिखी, जिसमें रिया ने कहानियां लिखी और आरव ने तस्वीरें डालीं।

उनकी जोड़ी जैसे पहाड़ों की ठंडी हवाओं में एक नई ताजगी ले आई। रिया ने अब समझ लिया था कि प्यार किसी परिभाषा में बांधा नहीं जा सकता। यह तो एक एहसास है, जो दिल से महसूस होता है।

अंत में

आज रिया और आरव की किताब ने लाखों लोगों के दिलों को छू लिया। लेकिन उनके लिए सबसे बड़ी खुशी यह थी कि उन्होंने एक-दूसरे को पाया। रिया ने अपनी डायरी में लिखा, “प्यार कोई कहानी नहीं, बल्कि एक एहसास है, जो जिंदगी को खास बनाता है। और हां, अब मैं जानती हूं कि यही प्यार है।”