Nafrat e Ishq - Part 16 in Hindi Love Stories by Umashankar Ji books and stories PDF | Nafrat e Ishq - Part 16

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Nafrat e Ishq - Part 16


सहदेव ने अपनी फाइल्स और लैपटॉप निकालते हुए कहा, "तो शालिनी, मैं इस प्रोजेक्ट के कुछ खास पॉइंट्स डिस्कस करना चाहता हूं। तुम्हारे सुझाव इसे और बेहतर बनाने में मदद करेंगे।"  


शालिनी ने अपने कॉफी कप से एक सिप लेते हुए मुस्कुराकर कहा, "ज़रूर। लेकिन उससे पहले, एक सवाल – सोनिया का बर्थडे इन्विटेशन मिला या नहीं?"  


सहदेव ने अपना सिर हिलाया और कहा, "हाँ, मिला है।"  


शालिनी की मुस्कान और गहरी हो गई। "अच्छा, तो ये बताओ, बर्थडे पार्टी में क्या पहनने वाले हो?"  


सहदेव की उंगलियां कीबोर्ड पर चल रही थीं। उसने सिर उठाए बिना जवाब दिया, "पार्टी में पहनने का क्या सोचना? अभी तो पूरा हफ्ता है। तब तक टाइम है।"  


यह सुनते ही शालिनी अपनी कुर्सी से लगभग गिर पड़ी। उसने हंसते हुए कहा, "क्या? एक हफ्ता? तुम्हें पता है कि सोनिया का बर्थडे कल है, एक हफ्ते बाद नहीं!"  


सहदेव के हाथ कीबोर्ड पर रुक गए। उसने धीरे-धीरे शालिनी की ओर देखा, उसकी आँखों में ऐसा भाव था, जैसे उसने अभी-अभी कोई बड़ी गलती पकड़ ली हो।  


"क्या?" उसने अविश्वास भरे स्वर में पूछा। "कल? तुम मजाक कर रही हो, है ना?"  


"बिल्कुल नहीं।" शालिनी ने अपनी हंसी रोकते हुए कहा, "अगर तुमने इसे एक हफ्ते बाद मनाने का प्लान बनाया है, तो शायद तुम अकेले जाकर झाड़ू और कुर्सियाँ लगाओगे। पार्टी खत्म हो चुकी होगी, और तुम वहां पहुंचकर केक के crumbs उठाओगे।"  


सहदेव ने झुंझलाते हुए कहा, "अरे यार! मुझे किसी ने बताया ही नहीं। ये बलजीत भी बस खाने और मस्ती की बात करता है। किसी ने सही तारीख क्यों नहीं बताई?"  


"क्योंकि शायद सब मानते हैं कि तुम्हें इन्विटेशन कार्ड पढ़ना आता है," शालिनी ने चुटकी लेते हुए कहा। "क्या लिखा था कार्ड पर?"  


सहदेव ने अपने बैग से इन्विटेशन कार्ड निकाला और पढ़ा। वह धीरे-धीरे मुस्कुराने लगा। "ओह... सही में कल है।"  


"शानदार," शालिनी ने sarcastic लहजे में कहा। "तुम प्रोजेक्ट के प्लान में इतने बिजी हो गए कि असली डेट ही भूल गए।"  


"ठीक है, अब ये बताओ कि मुझे क्या पहनना चाहिए?" सहदेव ने अंततः हार मानते हुए पूछा।  


"देखो, सोनिया की बर्थडे पार्टी है, तो कैजुअल और स्मार्ट कुछ पहनना चाहिए। लेकिन ज्यादा शो-ऑफ मत करना। वरना बलजीत तुम्हें देखकर इतना जल जाएगा कि वो सोनिया से लड़ाई कर बैठेगा।"  


"हाहा, बलजीत और लड़ाई? वो तो सोनिया के सामने भीगी बिल्ली बन जाता है," सहदेव ने जवाब दिया।  


दोनों ठहाके लगाने लगे। लेकिन थोड़ी ही देर में शालिनी ने गंभीर होकर कहा, "अच्छा, अब जरा प्रोजेक्ट पर वापस आते हैं। क्या प्लान है?"  


सहदेव ने लैपटॉप खोलते हुए स्लाइड्स दिखाना शुरू किया। उसने समझाया कि कैसे प्रोजेक्ट की टाइमलाइन और रिसोर्स एलोकेशन को सुधारा जा सकता है। शालिनी ने भी अपने सुझाव दिए और कहा, "यह बहुत अच्छा काम है। लेकिन मनीषा को इंप्रेस करने के लिए तुम्हें थोड़ा और ध्यान रखना होगा। उनके सवाल डिटेल में होंगे।"  


"डिटेल में?" सहदेव ने सिर खुजाते हुए कहा। "लगता है मनीषा को सुलझाने के लिए मुझे डिटेल की ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी।"  


शालिनी ने हंसते हुए कहा, "तुम कर सकते हो। लेकिन ध्यान रहे, अगर तुम सोनिया के बर्थडे में अच्छा परफॉर्म कर गए, तो मनीषा से निपटना आसान हो जाएगा।"  


"क्या? सोनिया का बर्थडे और मनीषा का प्रोजेक्ट एक ही लेवल पर हैं?" सहदेव ने नाटकिया स्वर में पूछा।  


"कभी-कभी होते हैं," शालिनी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया।

सहदेव ने अपनी कुर्सी पीछे खिसकाई और गहरी सोच में पड़ गया। कुछ पल बाद उसने धीमे स्वर में कहा, "वैसे कार्ड तो आज ही मिला था। लेकिन यह नहीं पता था कि पार्टी आज शाम को है। खैर, मुझे नहीं पता कि मैं क्या पहनकर जाऊंगा।"  


"ओह, यह तो बड़ी समस्या है!" शालिनी ने चुटकी लेते हुए कहा। "पर कोई बात नहीं, ऑफिस खत्म होने के बाद तुम हमारे साथ शॉपिंग मॉल जा सकते हो। जो कपड़े पसंद आएं, खरीद लेना। और अगर ड्रेस के लिए कोई एडवाइस चाहिए होगी, तो हम दे देंगे।"  


सहदेव ने माथे पर आई हल्की शिकन के साथ पूछा, "हम? तुमने कहा ' हम '। मतलब तुम्हारे साथ और कौन आने वाला है शॉपिंग मॉल में?" 


शालिनी ने उसे देखते हुए शरारती अंदाज़ में कहा, "मेरे साथ आर्यन और नीलू भी आ रहे हैं। आर्यन के बिना शॉपिंग अधूरी लगती है, और नीलू का फैशन सेंस तो किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं।"  


सहदेव ने अपने सिर को सहारा देते हुए हल्की मुस्कान के साथ कहा, "आर्यन? वो लड़का जो हर बार सेल काउंटर पर झगड़ा करता है कि उसे और डिस्काउंट क्यों नहीं मिल रहा? और नीलू? जिसकी हर ड्रेस खरीदने से पहले चार इंस्टाग्राम स्टोरी बनानी होती है?"  


"तो?" शालिनी ने कंधे उचका कर जवाब दिया। "हर ग्रुप में एक-दो अलग किस्म के लोग होते हैं। लेकिन सच कहूं, ये दोनों तुम्हारे बर्थडे ड्रेस के लिए परफेक्ट चॉइस में मदद करेंगे।"  


सहदेव ने हंसते हुए जवाब दिया, "मदद करेंगे या मेरी चॉइस को पूरी तरह से खारिज करेंगे?"  


"वो तो वक्त बताएगा," शालिनी ने मुस्कुराते हुए कहा।  



शाम होते ही ऑफिस खत्म हुआ। सहदेव, शालिनी, आर्यन और नीलू शॉपिंग मॉल की ओर निकल पड़े। रास्ते में आर्यन और नीलू लगातार बातें कर रहे थे।  


"तो सोनिया की पार्टी कैसी होगी?" आर्यन ने उत्सुकता से पूछा। "क्या थीम है?"  


"थीम?" सहदेव ने उलझन में पूछा। "मुझे तो बस बर्थडे कार्ड मिला है। थीम का तो जिक्र नहीं था।"  


"क्या?" नीलू ने हैरानी से कहा। "तुम्हें थीम नहीं पता? यह तो सबसे ज़रूरी चीज़ है। क्या होगा अगर पार्टी का थीम 'ब्लैक टाई इवेंट' निकले और तुम कैजुअल टी-शर्ट पहनकर चले जाओ?"  


"ब्लैक टाई?" सहदेव ने घबराते हुए कहा। "सच में ऐसा हो सकता है?"  


शालिनी ने हंसते हुए कहा, "नहीं, ऐसा कुछ नहीं है। सोनिया की पार्टी हमेशा कैजुअल रहती है। बस स्मार्ट और थोड़ा ट्रेंडी दिखना चाहिए।"  


सहदेव ने राहत की सांस ली। "थैंक गॉड! अब मुझे बस कुछ ऐसा चुनना है जो ट्रेंडी हो।"  




शॉपिंग मॉल में दाखिल होते ही नीलू ने फैशन स्टोर्स का रूख किया। "चलो, मैं तुम्हारे लिए परफेक्ट आउटफिट ढूंढती हूं।"  


"मैं भी मदद करूंगा," आर्यन ने कहा। "सिर्फ लड़कियां ही फैशन एक्सपर्ट नहीं होतीं।"  


"हां, बिल्कुल," शालिनी ने चुटकी लेते हुए कहा। "तुम्हारा फैशन सेंस देखकर तो लगता है कि तुम 90 के दशक में फंसे हुए हो।"  


आर्यन ने नाराजगी से कहा, "90 के दशक में क्लास थी, क्लास!"  


नीलू ने उसे अनदेखा करते हुए सहदेव की ओर इशारा किया। "चलो, अब जल्दी से ट्रायल रूम में जाओ और यह जैकेट ट्राई करो।"  


"जैकेट?" सहदेव ने हैरानी से कहा। "यह तो बहुत फैंसी लग रही है।"  


"फैंसी नहीं, स्टाइलिश," नीलू ने समझाते हुए कहा। "सोनिया की पार्टी में सबकी नजरें तुम पर होंगी।"  


आर्यन ने मजाकिया अंदाज में कहा, "हां, नजरें तो होंगी, लेकिन शायद इसलिए क्योंकि यह जैकेट किसी डिस्को बॉल की तरह चमक रही होगी।"  


सहदेव ने ट्रायल रूम में जाते हुए कहा, "तुम लोग मुझे पक्का क्लाउन बना दोगे।" 


जब सहदेव बाहर आया, तो सभी उसकी तरफ देखते ही रह गए।  


"वाह!" नीलू ने कहा। "यह परफेक्ट है।"  


"सच में," शालिनी ने सहमति में सिर हिलाया। "तुम बहुत स्मार्ट लग रहे हो।"  


आर्यन ने अपनी बात जोड़ी, "हां, अगर यह जैकेट थोड़ी कम चमकदार होती, तो और भी अच्छा लगता। लेकिन फिर भी, यह काम कर जाएगी।"  


"तो फाइनल है?" सहदेव ने पूछा।  


"बिल्कुल," नीलू ने कहा। "अब चलो, इसे खरीद लो।"  


 और वह सभी शॉपिंग मॉल से बाहर निकल गए और वह कैब लेकर अपने-अपने घर की ओर निकल गए। सहदेव के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान थी उसने कैब की खिड़की को नीचे किया और ठंडी हवा का झोंका अपने बालों पर महसूस किया। उसको ऑफिस के काम में इतना व्यस्त हो गया कि उसने दोस्तों साथ मिलकर इतना इंजॉय का एक्सपीरियंस पहले कभी किया था उसको भी याद भी नहीं है।