Ishq da Mara - 51 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 51

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इश्क दा मारा - 51

मीरा की बाते सुन कर यूवी चुप हो जाता है। तब मीरा बोलती है, "क्या हुआ आप चुप क्यों हो गए हैं"।

तब यूवी बोलता है, "काका ने कल तो मुझे हॉस्पिटल जाने नहीं दिया, अब घर क्या खाक आने देंगे"।

तब मीरा बोलती है, "भाई आप पापा की बात से अभी तक गुस्सा है, देखिए आप पापा को गलत मत समझिए "।

तब यूवी बोलता है, "मैं किसी को गलत नहीं समझ रहा हूं, तुम्हारे पापा मुझे गलत समझ रहे हैं तभी मुझे कल हॉस्पिटल जाने नहीं दिया, तुम्हे पता है कि मुझे कितनी फिक्र हो रही थी आलिया की, पूरी रात नहीं सोया हु मैं, ऐसा करो बात करवाओ उससे "।

तब गीतिका बोलती है, "वो आप से बात नहीं करना चाहती हैं, मैने कहा था उससे रात में ही मगर उसने मेरी बात नहीं मानी "।

तब यूवी बोलता है, "ओह तो ये बात है, तो ठीक है मैं आता हूं अभी "।

तब मीरा बोलती है, "ठीक है आ जाओ "।

तब यूवी फोन रखता है और बंटी से बोलता है, "तू देख इधर तब तक मैं आता हूं "।

तब बंटी बोलता है, "तू पागल हो गया है क्या, तू इतना बड़ा काम छोड़ कर उस लड़की से मिलने जा रहा है, अगर तेरे बाप को पता चला तो "।

तब यूवी बोलता है, "देख भाई संभाल ले, मैं जल्दी ही आ जाऊंगा "।

उसके बाद यूवी वहां से चला जाता है।

उसके जाते ही वहां पर यश आ जाता है और बोलता है, "यूवी कहा है ????

बंटी घबरा जाता है और बोलता है, "भाई वो किसी काम से गया है "।

तब यश बोलता है, "कौन सा जरूरी काम ????

तब बंटी बोलता है, "वो कुछ जरूरी काम है "।

उधर गीतिका कमरे में बैठी रहती है और मीरा से बात करती है। तभी वहां पर यूवी आ जाता है यूवी को देख कर गीतिका घबरा जाती है। यूवी गीतिका को गुस्से से देख रहा होता है और मीरा से बोलता है, "मीरा तुम दो मिनट के लिए बाहर जा सकती हो"।

तब मीरा बोलती है, "हा....

तब गीतिका डरते डरते बोलती है, "क्यों मीरा क्यों बाहर जाएगी"।

तब यूवी बोलता है, "क्योंकि मैं बोल रहा हूं"।

तब मीरा बोलती है, "क्या हुआ नहीं जाऊ"।

तब यूवी गुस्से से मीरा से बोलता है, "खा नहीं जाएंगा इसे, जाओ बाहर"।

मीरा बाहर चली जाती है।

यूवी गीतिका के पास आता है। गीतिका डर जाती है।

तब यूवी बोलता है, "मुझ से बात क्यों नहीं कि रात में, जब मीरा ने बोला था बात करने"।

तब गीतिका बोलती है, "मैं क्यों बात करो तुम से "।

तब यूवी बोलता है, "तुम कल बेहोश क्यों हो गई थी ???? 

गीतिका कुछ भी नहीं बोलती है। तब यूवी बोलता है, "बेहरी हो सुनाई नहीं दे रहा है, कुछ पूछ रहा हूं मैं "।

तब गीतिका बोलती है, "मैं क्यों बताऊं "।

तब यूवी बोलता है, "गीतिका मेरा दिमाग खराब मत करो, वैसे भी मैं बहुत गुस्से में हु, कही ऐसा ना हो कि सारा का सारा गुस्सा तुम पर उतार दु"।

तब गीतिका बोलती है, "मुझे धमकी दे रहे हो ???

तब यूवी बोलता है, "नहीं बस पूछ रहा हूं, मुझे फिक्र हो रही है तुम्हारी, एक तो तुम कल रोने लगी और अचानक बेहोश हो गई "।

तब गीतिका बोलती है, "तुम जाओ यहां से "।

तब यूवी बोलता है, "मैं कही पर भी नहीं जाऊंगा, जब तक तुम मुझे बता नहीं देती हो"।

तब गीतिका बोलती है, "अच्छा तो फिर ठीक है, मत जाओ बैठे रहो यही पर "।

यूवी भी गुस्से में वही पर बैठा रहता है।

पांच घंटे बाद..........

बंटी मीरा के घर आता है। मीरा, गीतिका और यूवी चुप चाप बैठे रहते हैं।

तब बंटी यूवी पर चिल्लाता है, "तू पागल हो गया है क्या, तू थोड़े देर का बोल कर आया था और अब शाम हो गई है, सब तेरे बारे मे पूछ रहे हैं"।

तब मीरा बोलती है, "मुझे खुद कुछ समझ नहीं आ रहा है "।

तब बंटी यूवी से बोलता है, "तेरी फिक्र अभी तक खत्म नहीं हुईं है क्या ????

तब यूवी बोलता है, "जब तक गीतिका मेरे सवालों का जवाब नहीं दे देती मैं कही पर भी नहीं जाऊंगा"।

तब मीरा बोलती है, "भाई सब लोग आने वाले हैं, आप प्लीज चले जाओ, वरना प्रॉब्लम हो जाएगी "।

तब यूवी बोलता है, "जब तक मेरे सवालों का जवाब नहीं मिल जाता है, मैं तब तक कही पर भी नहीं जाऊंगा, चाहे जो भी हो जाए "।

तब बंटी बोलता है, "देख अगर तेरे बाप को तेरी इस जिद के बारे में पता चल गया तो वो तुझे जान से मार देगा "।

तब यूवी बोलता है, "हा तो मार दे "।

गीतिका चुप चाप बैठी रहती है, कुछ भी नहीं बोलती है। तब मीरा बोलती है, "गीतिका तुम भाई के सवाल का जवाब क्यों नहीं दे रही हो "।

तब गीतिका बोलती है, "मैं क्यों दूं किसी को जवाब "।

तब बंटी बोलता है, "तुम दोनों की जिद ही तुम दोनों की जान ले लेगी"।

तब मीरा बोलती है, "गीतिका तुम भाई के पापा को जानती नहीं हो, वो बहुत ही गुस्से वाले हैं, और वो कुछ भी कर सकते हैं, तुम दे दो ना इनके सवालों का जवाब "।

बंटी चिल्लाता है, "मुझे तो इसका समझ में नहीं आ रहा है कि इसे कब से लड़कियों की फिक्र होने लगी, भाई देख, तू मारा जाएगा इस फिक्र की वजह से, क्योंकि अभी तक तू समान और गुंडे वापस नहीं लाया है "।

यूवी किसी की बाते नहीं सुनता है बस गीतिका की तरफ देखने लगता है। 

तब मीरा बोलती है, "गीतिका तुम क्यों इतनी जिद कर रही हो बता दो न"।

तब गीतिका बोलती है, "वैसे मुझे ये समझ में नहीं आ रहा है कि इसे मेरे बारे मे जानना ही क्यों है ?????

तब बंटी बोलता है, "क्योंकि ये तुम से प्यार करने लगा है, तभी इसे तुम्हारी इतनी फिक्र है...........