Shoharat ka Ghamand - 115 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 115

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शोहरत का घमंड - 115

आर्यन की आँखें गुस्से से लाल होती है और वो बहुत ही गुस्से में होता है और अरुण का कॉलर पकड़े रहता है।

अरुण भी डर जाता है और डरते डरते बोलता है, "यार देख इसमें मेरी कोई भी गलती नहीं है, कल रात मै तेरे पास ही आ रहा था, तभी मेरे बाप ने मुझे पकड़ लिया और लेक्चर देने लगा और तो और फोन भी छीन लिया, तो फिर मैं क्या कर सकता था "।

तब आर्यन बोलता है, "मुझे कल अकेले जाना पड़ा क्लब "।

तब अरुण थोड़ा सा दूर होते हुए बोला, "यार तू बोल तो ऐसे रहा है जैसे कि तू लड़की हो, और तुझे लड़कों का डर हो कि लड़के तुझे छेड़ेंगे अकेला देख कर "।

तब आर्यन चिल्ला कर बोलता है, "बकवास बंद कर, तुझे पता है कल रात को मुझे कौन मिली थी वहां पर ????

तब अरुण बोलता है, "मुझे कैसे पता होगा मैं थोड़े ही गया था वहां पर, कही आलिया तो तुझे नहीं मिली वहां पर"।

तब आर्यन बोलता है, "तू पागल है क्या वो वहां पर क्या करेगी, वो ऐसी जगहों पर नहीं जाती है "।

तब अरुण बोलता है, "तो फिर कौन मिली थी तुझे "।

तब आर्यन गुस्से में बोलता है, "माया........

ये सुनते ही अरुण भी चौक जाता है और बोलता है, "माया.... वो क्या कर रही थी वहां पर "।

तब आर्यन बोलता है, "तुझे पता नहीं है क्या उसके बारे में, वो ऐसी जगहों पर ही रहती है"।

तब अरुण बोलता है, "कुछ बोल रही थी क्या "।

उसके बाद आर्यन उसे सब बता देता है।

तब अरुण बोलता है, "हा तो ठीक है जब सॉरी बोल रही है तो मान जा "।

तब आर्यन बोलता है, "तेरा दिमाग खराब हो गया है क्या मैं और उसे माफ..... कभी भी नहीं, मैं तो उसकी शक्ल तक देखना नहीं चाहता हूं "।

उधर आलिया एक होटल के पास आ जाती है। वहां पहुंच कर वो नरेश अंकल को कॉल करती है और बोलती है, "अंकल मैं होटल के बाहर खड़ी हूं "।

तब नरेश अंकल बोलते हैं, "बेटा तुम अंदर जाओ मेरे दामाद ने वहां के मालिक से बात कर ली है और वो तुम्हारा इंटरव्यू लेगा"।

तब आलिया बोलती है, "अच्छा ठीक है अंकल वैसे इस होटल के मालिक का क्या नाम है मैं भूल गई "।

तब नरेश अंकल बोलते हैं, "कबीर शेखावत "।

तब आलिया बोलती है, "अच्छा ठीक है अंकल"।

उसके बाद आलिया फोन रखती हैं और अंदर चली जाती है।

उधर अरुण बोलता है, "और क्या हाल चाल है तेरी बीवी के"।

तब आर्यन बोलता है, "मुझे क्या पता"।

तब अरुण बोलता है, "यार तू कैसा हसबैंड है अपनी बीवी का हाल चाल भी नहीं पूछता"।

तब आर्यन बोलता है, "मुंह बंद कर अपना और जैसे ही एक महीना होगा तलाक ले लूंगा उससे, मुझे कोई मतलब नहीं है उससे, मेरा काम निकल गया, अब जायेगी अपने उस सड़क छाप आशिक के पास "।

तब अरुण बोलता है, "तुझे सच में उससे कोई मतलब नहीं है "।

तब आर्यन बोलता है, "नहीं......

उधर आलिया इंटरव्यू की लाइन में बैठी रहती है। तभी उसका नाम आता है और वो अंदर चली जाती है।

अंदर जाते ही आलिया कबीर को गुड मॉर्निंग बोलती हैं। कबीर आलिया को ऊपर से नीचे तक देखता रहता है। थोड़े देर तक देखता रहता है फिर बोलता है, "ओह तो आप है ms आलिया"।

तब आलिया बोलती है, "जी सर.....

तब कबीर शेखावत बोलता है, "आपने तो ग्रेजुएशन भी कंप्लीट नहीं की है, तभी अप्रोच की जरूरत पड़ी आपको, वैसे आपने इससे पहले जॉब कर रखी है "।

तब आलिया बोलती है, "जी सर P.A की जॉब "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "तो आपने वो जॉब छोड़ी क्यों"।

तब आलिया बोलती है, "सर थोड़ा पर्सनल इश्यू है"।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "वैसे आपको ये जॉब क्यों करनी है"।

तब आलिया बोलती है, "फैमिली के लिए"।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "अच्छे से कर सकती है आप ये जॉब, क्योंकि मुझे किसी अच्छे इंसान की जरूरत है जो पूरी ईमानदारी से मेरा काम करे"।

तब आलिया बोलती है, "सर मैं पूरी ईमानदारी से काम करूंगी और आपको शिकायत का मौका नहीं दूंगी "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "ओके ms आलिया पहले में एक हफ्ते तक आपका काम देखूंगा, उसके बाद ही आपको इस जॉब पर रखूंगा "।

तब आलिया बोलती है, "ओके सर मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "देख लीजिए क्योंकि अगर मुझे आपका काम पसंद नहीं आया तो मैं आपको नहीं रखूंगा, और कही ऐसा ना हो कि आपका एक हफ्ता वेस्ट हो जाए मेरी वजह से, क्योंकि आपको अपनी फैमिली को भी देखना है, और ये एक तरह का रिस्क है "।

तब आलिया बोलती है, " मैं ये रिस्क उठाने के लिए तैयार हूं "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "अच्छा ठीक है तो आप अभी से स्टार्ट करिए, और देखते हैं कि आप कैसी P.A हैं ..............