Bandhan Pyar ka - 28 in Hindi Moral Stories by Kishanlal Sharma books and stories PDF | बन्धन प्यार का - 28

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बन्धन प्यार का - 28

हिना ने जो सुना और पढ़ा था।आंखे बंद करके उसे याद करने लगीं।
स्विट्जरलैंड यूरोप का ही एक देश है।यह एल्प्स की पहाड़ियों के बीच मे बसा हुआ है।यह देश अपने प्रकृतिक सौंदर्य के लिय प्रसिद्ध है।यहाँ पर हरी भरी वादियां है।जिनमे तरह तरह के पेड़ लगे हुए हैं।विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे फूलों से ये वादियां लदीरहती है।यहाँ पर बर्फ से ढकी चोटिया है।प्रकृतिक झीलें और जल प्रपात है।यहाँ कि प्राकृतिक सुंदरता की वजह से ही इसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है।
नवविवाहितों के लिए यह आदर्श जगह है।जो लोग हनीमून मनाने के लिए विदेश जाने का विचार कर रहे होते हैं।उनकी पहली प्राथमिकता स्विट्जरलैंड ही होती है।प्रकृति प्रेमियों,स्केटिंग के लिए भी यह आदर्श स्थान है
"क्या सोच रही हो?"हिना को आंखे बंद किये देख कर नरेश बोला था
"जहां हम चल रहे हैं।इसी के बारे में
"हम तो स्विट्जरलैंड चल रहे हैं
"हा उसी के बारे में
"उसके बारे में क्या
"सुना है वहा पर प्राकृतिक सौंदर्य कि छटा बिखरी पड़ी है।इसीलिए कहा जाता है स्विट्जरलैंड धरती का स्वर्ग है।"हिना ने पति को वहाँ के बारे में बताया था।
"मैने भी वहाँ की सुंदरता के बारे में पढ़ा है,"पत्नी की बात का समर्थन करते हुए नरेश बोला,"अब हम अपनी आंखों से सब कुछ देख लेंगे।"
और बाते करते करते ही दोनों को नींद आ गयी थी।।फ्लाइट सीधी नही थी।बीच मे एक स्टॉपेज था।।वे सो रहे थे तो उन्हें पता ही नही चला कब प्लेन रुका ओर चला था।ज्यूरिख आया तब उनकी नींद खुली थी।नरेश ने होटल ऑनलाइन बुक कर रखा था।जब वे एयरपोर्ट से बाहर आये तब नरेश ने टेकशी बुक कि और वे होटल पहुंचे थे।
ज्यूरिख स्विट्जरलैंड की राजधानी होने के साथ।व्यवसायिक केंद्र भी है और सांस्कृतिक केंद्र भी।होटल में काउंटर पर बैठी युवती ने उनका मुस्कराकर स्वागत किया था
"मेरा रूम
नरेश ने अपनी बुकिंग के बारे में उसे बताया था।युवती रूम कि चाबी देते हुए बोली,"रूम 201
नरेश चाबी लेते हुए बोला,"चाय भिजवा देना
वे दोनों रूम में आ गए थे।
"वाह
रूम की साज सज्जा देखकर हिना का मन प्रफुल्लित हो गया था।वह बोली,"जब रूम ही इतना सुंदर है तो देश तो होगा ही।तभी चाय या गई थी। हिना चाय बनाते हुए बोली,"चीनी कितनी लोगे।"अब हमारी मर्जी कहा चलेगी
"क्यो
"अब हम आजाद कहा रहे हैं, तुम्हारे पल्लू से बन्ध चुके हैं।तुम चाहोगी वो ही होगा
हिना,नरेश कि बात सुनकर हंसी थी
"तुम हंसती हो तो और ज्यादा सूंदर लगती हो
"कैसी भी लगू।अब तुम्हारी हूँ जब तुम रखो
"हमारे यहाँ तलाक या बहु विवाह का ऑप्शन नही है।एक बार मेरी हो गयी तो हो गयी।अब पूरी जिंदगी मेरे साथ ही काटनी होगी
"इसीलिए तो तुमसे शादी की है,"चाय का कप देते हुए बोली,"चाय ठंडी मत करो
और नरेश और हिना चाय पीते हुए बाते करने लगें
"आज कहा चलोगे
"पूछना पड़ेगा यहा पर देखने के लिए क्या है
"किस्से पूछोगे
"के काउंटर पर जाकर ही पता करूंगा
"टेक्सी बुक कर ली,"सारा बोली ,"और गाइड भी।वह हमें घुमा भी देगा और जानकारी भी देगा
"तुम सही कह रही हो
"मैं नीचे जाकर टेक्सी और गाइड के बारे मैं बात करके आता हूँ
"तब तक मैं नहा लेती हूँ।"सारा बोली थी।
"तुम नहाओ।मैं गाइड औऱ टेक्सी बुक करके आता हूँ।"और नरेश नीचे चला गया था।