Gangster Ka Sanki Ishq - 6 in Hindi Fiction Stories by Sanju books and stories PDF | गैंगस्टर का सनकी इश्क - 6

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गैंगस्टर का सनकी इश्क - 6

मुंबई......

हेडकॉटर पुलिस स्टेसन......

एक बड़े से रुम के अंदर प्रोजेक्टर चल रहे थे तस्वीर.... 'एक पुलिस ऑफिस था जिसका नाम आकाश मितल था' वो अपने साथियो से कह रहा था आप देख सकते है ये मोस्ट पॉपुलर गेंगस्टर जिसे आप दिल्ली रहे है वो बहुत खूंखार इंसान है जिसे पकड़ते का जिम्मेदारी मुझे मिला है..... अब हमे मिलकर माफिया गैंग को पकड़ेगे और उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाएगे




तभी टेबल पर फोन रिंग होता है तो उठाकर कान से लगाया जिसमे उसे कुछ गुंडों के बारे में बताया जाता है जो एक सिप पर मौजूद थे तो वो आकाश अपने फाॅर्स को वहाँ जाने का ऑडर देता है

ऑस्ट्रेलिया

क्लब का सीन होता है आई मिलते हैं सेकंड मैं लीड एक्टरस से

तृषा दिखने टीनेजर थी सुन्दर, चुलबुली, क्यूट, थी काली आँखे, गेहूँवा रंग, माता पिता {राघव सिशोदिया, सिया} ने हॉस्टल भेज दिया था और खुद इंडिया के राजस्थान मेवाड़ रहते थे जिनका वहाँ पर राजस्थानी घंगरा चोली, साड़ी बनाने का फैक्ट्री था।




तृषा अभी अपनी लाइफ अच्छे से जीना चाहती थी जो स्कूल खत्म होने के बाद मिला नहीं था एक्चुअल में तृषा ने अभी-अभी जस्ट 12th pass की थी और कॉलेज लाइफ शुरू होने से पहले अभी इंजॉय कर रही होती है

उसकी नित्या नाम की फ्रेंड के कहने पर यहां पर वो अपने लिए एक नया बॉयफ्रेंड ढूंढने के लिए आई हुईं थी




दोनों बार टेंडर सामने वाली चेयर पर बैठी थी और बाते कर रही थी और साथ ही सॉफ्ट ड्रिंक पी रही थी.....

लेकिन एक ड्रंक पर्सन उसके साथ फ्लर्टिंग करना स्टार्ट कर देता है




जो कि तृषा को बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रहा था

तृषा चुपचाप वहां से चलती बनती है कि ड्रंक पर्सन उसे छेड़ने लगता है

जिस पर तृषा को बहुत ही ज्यादा गुस्सा आ जाता है

तृषा उसका मुंह तोड़ जवाब देते हुए अच्छी खासी धुलाई कर देती है कि अगर दोबारा कोशिश कि ना तो इससे भी बुरा हाल करूंगी मिस्टर जाओ

यहां से माफ किया तुम्हे

तृषा यह कहकर और अपने फ्रेंड के साथ वहां से दूसरी जगह पर जाने लगती है कि ड्रंक पर्सन

ड्रंक पर्सन डर जाता है ये लड़की तो मुझे मार ही डालेगी

पर्सन लड़खड़ाते हुए वहाँ से चला जाता था

लेकिन कोई था जो तृषा के एक्शन को देख इम्प्रेस हो गया था....

क्लब के सेकंड फॉर पर एक लड़का खड़ा था हाथो में ड्रिंक का गिलास लिए हुए निसीले आँखो से एक टक ....

लड़का दिखने में हेंडसम था नाम था कृष प्रताप सिंह, उम्र 24 साल, कद काठी 5.9, मुस्कुलर बॉडी, हल्का गोरा रंग, पिता का नाम रूद्र प्रताप सिंह,

माँ का नाम - संजना, रूद्र ने अपना सारा कारोबार कृष के नाम कर दिया

कृष अपने पापा के इस जिम्मेदारी को बहुत ही अच्छी तरीके से निभा रहा था

कृष - को फ्रेंड के बर्थडे पर इन्वाइट किया गया था

बर्थडे सेलिब्रेशन हो गया था सब ड्रिंक कर रहे थे.....

दूसरी तरफ...

तृषा गलती से गलत एरिया में आ गईं जंहा पर लड़के ड्रक्स ले रहे थे

तृषा ये देख सॉरी कहते हुए जाने लगी की उनमे एक लड़के ने हाथ पकड़ अरे कैसे जाने दे जानेमन आई हो मर्जी से लेकिन जाओगी हमारी मर्जी से क्यों दोस्तों...

सारे लड़के हिप हिप हुरे....करने लगे सब के होंठ पर गंदी हंसी था

तृषा डर कर हाथ छोड़ने लगी....

लड़का जानेमन आज रात रंगीन होगा.... ये कहकर होठो के तरफ बढ़ने वाला था की एक मुक्का फेस पर आकर पड़ा जिससे वो कुल्या खाकर सोफे पर गिरा....

तृषा ने अपने सामने लड़के को देख सीटी बजा दी

लड़का - अरे पागल लड़की एक दिन में कितने पंगा लेना है... पहले वो नशेड़ी पर्सन अब यहां पर पूरा गैग

तृषा - इसमें मेरी क्या गलती सारे डोर एक जैसे है तो....

में तो वाशरूम जा रही थी और गलती से इस रुम के आ गईं में कॉप को फोन करती हूँ की यहां पर ड्रक्स लिया जा रहा है...

लड़का - बेवकूफ लड़की इसमें तुम ही फंसोगी.....

तृषा - { कंफ्यूज से } भला ये कैसे? में तो गोवेर्मेंट को इनफार्मेशन दे रही हूँ...

लड़का - वो ऐसे की तुम यहां क्या कर रही?. और तुम भी ड्रंक हो.... वो एक्सकियोज तोड़ी सुनेगे वो तो सीधा जेल में डाल देंगे.... इसलिए जाओ यहां से... {लड़को को मारते हुए..}

तृषा - तुम तो super हीरो जैसे मेरी हेल्प की है थैंक्यू, में जाती हूँ ....

कृष - मिस बेवकूफ अब आप जाओ यहां से.....

तृषा गेट पर आकर रुककर पलट कर वैसे हीरो नाम क्या है?..

कृष - बेवकूफ लड़की ये कोई इंट्रो का टाइम है?. गेट लॉस्ट

तृषा मुँह बनाकर 😤 प्यार से भी कह सकते हो?.

कृष - {झूझला कर }अब तक प्यार से बात कर रहा था

तृषा पैर पटक कर चली गईं.....

{"कृष क्लब से बाहर जा रहा था की रुक गया तृषा रुम में एंट्रर करते तो समझ गए ye लड़की अभी ड्रंक में गलत रुम में जा रही है तो पीछे कजल दिया" )

कृष ने अपने गार्ड को इन्फॉर्म करके बुला लिया और लड़को को हॉस्पिटल लेकिन जाने का ऑडर दिया...

ऑडर पाते ही गार्ड उन लड़को को लेकर चले गए....

कृष भी क्लब के मैनेजर को वॉर्न करके वहाँ से बाहर आया

तो सामने गाड़ी आकर रुका तो कृष बेक सीट पर बैठ सर को सीट से टेका कर उस लड़की का पूरा इनफार्मेशन लाओ

{आगे बैठे गार्ड से }...गार्ड ओके सर कल तक आपको मिल जाएगा....

कृष गाड़ी को घर ले लो....

गार्ड ओके सर....

वो फ़ोन चला रहा था तभी अचानक से गाड़ी रुक गया जिससे झटका लगा और कृष के हाथ से फोन गिर गया सीट के नीचे......




ड्राइवर डर गया और काँपते हुए जुबान से सॉरी सर वो सामने एक लड़की आ गईं....

कृष - सॉरी माय फुट.....जाकर पता करो कौन बेवकूफ है....

गार्ड कार से बाहर आकर लड़की को हटाने लगा.....

लड़की-{ नसे में }ऐ हट डोन्ट टच मी....

गार्ड - ओके मेम हम टच नहीं कर रहे है लेकिन प्लीज मेम रास्ते से हट जाए अगर सही टाइम पर ब्रेक ना लगाया होता तो आज आपका एसिडेंट हुआ होता....

लड़की - सॉरी वो मेरी कार में फियोल टेंक लॉस हो गया है..... (अपसेट होकर )




गार्ड - क्या में आपका हेल्प कर सकता हुँ.... अपने सर से पूछ कर....

लड़की - ओके... अपनी कार की तरफ जाती हुईं....

गार्ड आकर कृष से इजाजत लिया तो हाँ कह दिया....

कृष की निगाह तब खिड़की पर जाती हुईं लड़की पर गया तो गेट खोला और लड़की की तरफ बढ़ गया....

वो बाजुओ को कस कर पकड़ कर बेवकूफ लड़की ये कोई टाइम है... रोड पर चलने का.... वो भी अकेले....

लड़की - {खुशी से चहक कर } सुपरहिरो आप आ गए आपको कैसे पता चल जाता है में मुसीबत में हुँ..... {गले से लग कर }

कृष- दूर करते हुए... लेकिन वो छोड़ा नहीं पा रहा था अगर जबरदस्ती हटाता तो हर्ट हो जाती....

ये तृषा थी जो हॉस्टल जा रही थी... अपनी दोस्त को उसके घर ड्राप करके.... उसकी दोस्त रोक रही थी लेकिन वो नहीं रुकी....

कृष का माथा गर्म हो रहा था.... तृषा की इसलिए बिहेव से......