Shoharat ka Ghamand - 42 in Hindi Fiction Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 42

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शोहरत का घमंड - 42

आलिया की मम्मी आलिया के पापा से बोलती है, "अब हम हम क्या करें हमारे पास तो एक फूटी कौड़ी भी नही है और तीन दिन बाद शादी है"।

तब आलिया के पापा बोलते है, "मैं क्या बताऊं मुझे खुद कुछ समझ में नही आ रहा है"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "आलिया तो चलो समझदार है वो समझ जाएगी मगर मीनू और ईशा ये तो जिद करेंगे कपड़े जूते और न जाने क्या क्या लाने की, और तो और उनकी बेटी की शादी है उन्हे भी कुछ देना पड़ेगा, मुझे तो कुछ भी समझ में नही आ रहा है कि क्या होगा, आलिया अकेली क्या क्या करेगी"।

थोड़ी देर बाद ईशा और मीनू स्कूल से आ जाते है। तभी ईशा देखती है कि शादी का कार्ड रखा होता है। तब वो अपनी मम्मी से पूछती हैं, "मम्मा ये किसकी शादी का कार्ड है"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "नरेश अंकल की बेटी की शादी है"।

तब इशा बोलती है, "क्या..... अब तो मजा आयेगा मैं शादी में जाऊंगी"।

ये सुन कर मीनू भी खुश हो जाती हैं। तब आलिया की मम्मी बोलती है, "अच्छा ठीक है ज्यादा नाचो नही जल्दी से खाना खा लो"।

उधर आज आलिया बड़े ही आराम से ऑफिस में काम कर रही होती है। तभी चाय वाले अंकल आलिया को बोलने आते हैं कि आपको बड़े साहब बुला रहे हैं।

तभी आलिया उनके पास जाती हैं और बोलती है, "सर आपने मुझे बुलाया"।

तब साहब बोलते है, "हा बेटा मेने तुम्हे बुलाया था"।

तब आलिया बोलती है, "जी कुछ काम था"।

तब साहब बोलते है, "हा बेटा काम था चलो बैठ जाओ पहले आराम से, और बताओ काम केसा चल रहा है"

तब आलिया बोलती है, "जी अच्छा चल रहा है"।

तब साहब बोलते है, "कोई परेशानी तो नहीं है"।

तब आलिया बोलती है, "जी नही"।

तब साहब बोलते है, "और तुम्हारे पापा केसे है"।

तब आलिया बोलती है, "जी वो ठीक है अभी"।

तब साहब बोलते हैं, "चलो अच्छी बात है ठीक ही रहे तो अच्छा है, ये लो बेटा तुम्हारी सैलरी, इस बार कैश ले लो नेक्स्ट मंथ से अकाउंट में आएगी, क्योंकि अभी तक तुम्हारा अकाउंट नही खुलवाया है, क्योंकि हमे लगा कि पता नहीं तुम जॉब कर भी पाओगी या नहीं, मगर तुमने बहुत ही अच्छा काम किया है। आर्यन भी तुम्हारी तारीफ कर रहा था, तब आलिया लिफाफा देखती है तो उसमे 25000 लिखे रहते हैं।

तब आलिया बोलती है, "इसमें तो 25000 है और आपने तो मुझे 15000 बोला था"।

तब साहब हंसने लगते हैं और बोलते हैं, "बेटा हमे लगा था की तुम काम नही कर पाओगी मगर तुमने बहुत ही अच्छा काम किया, अब अगले महीने से तुम्हे और ज्यादा मिलेंगे"।

ये सुनते ही आलिया खुश हो जाती हैं और थैंक्स बोलती है।

उसके बाद आलिया अपने कैबिन में आ जाती हैं। और आलिया बहुत ही खुश होती है पैसे देख कर।

उधर आर्यन माया के साथ घूम कर घर आ जाता हैं। तब अरूण बोलता है, "क्या बात है बड़ी ही जल्दी आ गए मुझे तो लगा था कि आज घर ही नहीं आओगे"।

तभी आर्यन अरुण की तरफ़ गुस्से में देखता है। तभी माया बोलती है, "उसे क्यो गुस्से में देख रहे हो मुझसे बात करो मुझे बोलो जो बोलना है"।

तभी अरुण और बाकि घर वाले दोनो की तरफ़ देखने लगते है कि इन्हे क्या हुआ है सुबह तो सही से गए थे हंसते हुए...........