Shoharat ka Ghamand - 41 in Hindi Fiction Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 41

Featured Books
  • My Wife is Student ? - 25

    वो दोनो जैसे ही अंडर जाते हैं.. वैसे ही हैरान हो जाते है ......

  • एग्जाम ड्यूटी - 3

    दूसरे दिन की परीक्षा: जिम्मेदारी और लापरवाही का द्वंद्वपरीक्...

  • आई कैन सी यू - 52

    अब तक कहानी में हम ने देखा के लूसी को बड़ी मुश्किल से बचाया...

  • All We Imagine As Light - Film Review

                           फिल्म रिव्यु  All We Imagine As Light...

  • दर्द दिलों के - 12

    तो हमने अभी तक देखा धनंजय और शेर सिंह अपने रुतबे को बचाने के...

Categories
Share

शोहरत का घमंड - 41

आर्यन गुस्से में जा रहा होता है तभी माया बोलती है, "बेबी क्या हुआ तुम गुस्सा क्यों हो रहे हो, बेबी चिल करो न एक तो में इतने दिनों बाद तुम्हारे साथ आई हू ऊपर से तुम गुस्सा हो रहे हो "।

तब आर्यन बोलता है, "अब मै गुस्सा न करु तो क्या करु तुम आई मेरे साथ हो और बाते किसी और से कर रही हो "।

तब माया बोलती है, "ओके सॉरी चलो अब हम आराम से बैठ कर बाते करते हैं "।

उसके बाद दोनो बाते करने लगते है।

उधर आलिया काम कर रही होती है तभी अरुण वहा पर आता है।

उसे देख कर आलिया बोलती है, "आप अकेले आए हैं"।

तब अरूण बोलता है, "तो क्या किसी और को भी लाना चाहिए था"।

तब आलिया बोलती है, "नही मै वो नही बोल रही हूं मेरा मतलब था की आर्यन सर नही आए"।

तब अरूण बोलता है, "वो अभी नही आयेगा दो तीन दिन"।

तब आलिया बोलती है, "क्यो"।

तब अरूण बोलता है, "वो उसकी होने वाली बीवी आ रखी है जिसे वो अभी घुमाने में बिजी हैं, और हा उसने कुछ काम बताया है तो इसे कर देना वरना तुम्हे तो उसके गुस्से का पता ही है"।

तब आलिया बोलती है, "ओके सर"।

उसके बाद अरूण वहा से चला जाता हैं।

आलिया के घर में उसके मम्मी और पापा रहते हैं। तभी आलिया के यहां उसके नरेश अंकल आते है। उन्हे देख कर आलिया के पापा और मम्मी बहुत ही खुश होते है। तब आलिया के पापा बोलते हैं, "क्या बात है तुम तो मेरे एक्सीडेंट के बाद ऐसे गायब हुए जैसे की पता नहीं क्या हुआ"।

तब नरेश बोलते है, "अरे भाई क्या बताऊं की मेरे साथ क्या हुआ था, वो अचानक बेटी के लिए रिश्ता आ गया था जिसके लिए मुझे अचानक से गांव जाना पड़ा, अभी मैं बेटी की शादी नही करना चाह रहा था मगर सभी जिद करने लगें की रिश्ता बड़ा ही अच्छा है और दोबारा नही मिलेगा एसा रिश्ता, तो मुझे भी हा करनी पड़ी, क्या करु बेटी का बाप जो हू "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "अरे भाई साहब ये तो बड़ी ही अच्छी बात है "।

तब नरेश अंकल बोलते हैं, "जी आप लोगो की दुआ से सब कुछ जल्दी जल्दी हो गया है और तीन दिन बाद मेरी बेटी की शादी है "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "क्या..... आप ये क्या बोल रहे हैं तीन दिन बाद इतनी जल्दी "।

तब नरेश अंकल बोलते हैं, "जी भाभी क्या करु लड़के वाले जिद कर रहे थे क्योंकि ल़डका विदेश में रहता है और उसे जाना है जल्दी "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "तो वो आपकी बेटी को शादी के बाद यही छोड़ कर जायेगा "।

तब नरेश अंकल बोलते हैं, "नही भाभी शादी के बाद क्यो छोड़ कर जायेगा, वो उसे ले कर जाएगा तभी तो जल्दी कर रहा है, देखिए मैं कोई बहाना नही सुनुगा आप सभी को आना ही पड़ेगा "।

तब आलिया के पापा बोलते है, "मैं क्या बहाना बनाऊ मेरा तो सब पता ही है तुम्हे "।

तब नरेश अंकल बोलते हैं, "अच्छा भाई मै तेरी बात नहीं कर रहा हूं, बाकि सब तो आयेंगे ही न, चलो अब मे चलता हूं, और लोगो को भी कार्ड देना है"।

उसके बाद नरेश अंकल चले जाते है। तब आलिया की मम्मी आलिया के पापा से बोलती है, "अब हम क्या करे तीन दिन में शादी है और हमारे पास एक फूटी कौड़ी भी नही है हम कैसे जायेंगे शादी मे.................