Shoharat ka Ghamand - 34 in Hindi Fiction Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 34

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शोहरत का घमंड - 34

आलिया की मम्मी उसे कुछ खाने को देती हैं। तभी ईशा बोलती है, "अच्छा जी वो कमा कर लाती है तो उसे ही खाना मिलेगा हमे नही"।

तब आलिया बोलती है, "ईशा तुम ये क्या बोल रही हो, पागल हो क्या"।

तब ईशा बोलती है, "सही बोल रही हूं, हमारी तो कोई इज्जत ही नहीं है इस घर में, लगता है कि अब हमे भी कमाना पड़ेगा"।

तब मीनू बोलती है, "क्या करोगी तुम वैसे"।

तब ईशा बोलती है, "मोमोज का थैला लगाऊंजी"।

तभी सब हंसने लगते है। तब ईशा बोलती है, "इसमें हसने की क्या बात है, भई काम काम होता है और कोई भी काम छोटा या बड़ा नही होता है"।

तब आलिया के पापा बोलते हैं, "बड़ी ही समझदार हो गई है मेरी बेटी तो"।

तब ईशा बोलती है, "आखिर गई किस पर हु, आप पर ही गई हु न"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "अच्छा बस बस बहुत हुआ अब चुप चाप बैठ कर खा लो"।

तभी सब चुप चाप बैठ कर खाने लगते हैं।

उधर आर्यन और अरूण क्लब में रहते हैं तब अरूण आर्यन से बोलता है, "यार तुझे उसे इतना बुरा भला नही बोलना चाहिए था, पता नहीं उसे कितना बुरा लगा होगा"।

तब आर्यन बोलता है, "यार तू पागल है अभी भी उसके बारे में सोच रहा है, भाई देख ये लड़कियां बड़ी ही बुरी होती है इनसे उतना ही मतलब रखो जितनी की जरुरत हो, वरना ये सर पर चढ़ जाती है"।

तब अरूण बोलता है, "यार तू ये क्या बोल रहा है, वो उस तरह की लड़की नही है वो सबसे अलग लड़की है"।

तब आर्यन बोलता है, "बस कर यार अब उसका नाम ले कर मेरा दिमाग़ खराब मत कर"।

उधर आलिया के घर में सभी खाना खा कर सो जाते है।

आर्यन और अरूण भी घर जा कर सो जाते है।

सुबह होती है।

आलिया के घर मे उठ कर सभी तैयार होने लगते है और आलिया की मम्मी खाना बनाने लगती है। आज आलिया की मम्मी की तबीयत ठीक नहीं रहती है। तभी आलिया देखती है कि उसकी मम्मी का चेहरा मुरझाया हुआ रहता है। तभी आलिया बोलती है, "क्या हुआ मम्मी आज आप की तबीयत ठीक नहीं है क्या"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "नही बेटा बस थोडा सर से दर्द हो रहा है।

तब आलिया बोलती है, "तो फिर आप खाना क्यो बना रहे हो, चलिए आप हटिए मैं बनाती हू खाना "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "नही नही बेटा तुम्हे ऑफिस जाना है "।

तब आलिया बोलती है, "कोई बात नहीं मम्मा मै चली जाऊंगी आप परेशान मत होइए "।

तभी अपनी मम्मी को बैठा कर आलिया खुद ही नाश्ता बनाने लगती हैं।

नाश्ता बनाते बनाते आलिया को देर हो जाती हैं। तब आलिया अपनी बहनों को बोलती है, "तुम दोनो आज अकेले चली जाओगी न क्योंकि मुझे देर हो जायेगा "।

तब मीनू बोलती है, "कोई बात नहीं दी हम अकेले चले जायेगे "।

तब ईशा बोलती है, "मम्मी को तबीयत ठीक नहीं है तो कोई बात नहीं हम छुट्टी कर लेते हैं"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "नही नही, वैसे भी तुम्हारी बहुत ही छुट्टी हो गई है"।

तभी मीनू और ईशा स्कूल चले जाते है। थोड़ी देर बाद आलिया भी जल्दी से तैयार हो कर निकलती है। तभी घर के नीचे उसे अबीर दिखता है। और बोलता है, "आज आप अकेले जा रही है आपकी बहने नही जा रही"।

तब आलिया बोलती है, "नही वो चली गई है मुझे आज लेट हो गया है"।

तब अबीर बोलता है, "कोई बात नहीं में आपको बाइक से छोड़ देता हू, वरना आप और लेट हो जायेंगी"।

तब आलिया बोलती है, "नही नही मै खुद ही चली जाउंगी"।

तभी वहा पर ऋतु भी आ जाती हैं और बोलती है, "अरे नहीं भाई इतना लेट पहले ही हो गई हो कोई बात नहीं मेरा भाई तुम्हे छोड़ देगा ऑफिस और देखो ज्यादा टाईम और वेस्ट मत करो वरना तुम्हे और लेट हो जायेगा "।

तभी अबीर बाईक निकालता है और ऋतु जबरदस्ती आलिया को बाईक पर बैठा देती हैं। और फ़िर आलिया अबीर को रास्ता बताती है और वो वैसे ही जाता हैं।

आलिया का ऑफिस आ जाता हैं। जैसे ही आलिया ऑफिस के पास आती है वैसे ही उसे ऑफिस के बाहर आर्यन मिलता है और वो आलिया को बाइक पर देख लेता है। आलिया आर्यन को यू अचानक देख कर डर जाती हैं........ ।।।