अंधेरे से इंसाफ तक by mood Writer in Hindi Novels
भाग 1 – अंधेरी सड़कों का सन्नाटासागरपुर नाम का शहर, जो न तो पूरी तरह गाँव था और न ही पूरी तरह महानगर। यहाँ न तो मेट्रो क...
अंधेरे से इंसाफ तक by mood Writer in Hindi Novels
भाग 2 – लौटती राह का सन्नाटाफिल्म हॉल से निकलते ही रात गहराने लगी थी। ठंडी हवा चेहरे से टकरा रही थी और सागरपुर की सड़कें...
अंधेरे से इंसाफ तक by mood Writer in Hindi Novels
भाग 3 – भयावह तूफ़ान बस अब पूरी तरह सुनसान सड़क पर दौड़ रही थी। खिड़कियों के बाहर अंधेरा पसरा हुआ था, कहीं-कहीं पर बिखरी...