इश्क़ और वहम-एक हवेली की दास्तान by Ashutosh Moharana in Hindi Novels
बारिश धीमी-धीमी रफ्तार से गिर रही थी। कार की खिड़कियों पर बूंदें पड़कर फिसलती जा रही थीं, जैसे कोई पुरानी याद बार-बार ज़...