2 Din Chandani, 100 Din Kaali Raat by बैरागी दिलीप दास

2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात by बैरागी दिलीप दास in Hindi Novels
“2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात”Chapter 1: रात जो गुदगुदाती थी"कभी हँसी डराती है, कभी डर भी हँसा देता है। लेकिन जब प्यार...
2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात by बैरागी दिलीप दास in Hindi Novels
"2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात"का अगला धड़कन बढ़ाने वाला चैप्टर —---> "कभी प्यार में घंटी बजती है, कभी मौत में। फर्क बस...
2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात by बैरागी दिलीप दास in Hindi Novels
Chapter 3: कॉफी कप में चेहरा> “उसने कॉफी मंगवाई थी, लेकिन कप में झाग नहीं… कोई चेहरा तैर रहा था। और वो चेहरा... मेरा था।...
"कभी प्यार में घंटी बजती है, कभी मौत में। फर्क बस इतना है — एक दिल को छूती है, दूसरा रूह को चीरती है..."---Scene: सुबह 3:33 ...Read More
नवनाथ महात्म्य by Vrishali Gotkhindikar in Marathi Novels
नवनाथ महात्म्य भाग १ भारतात जेव्हा तांत्रिक आणि साधकांचे चमत्कार आणि नीती बदनाम होऊ लागल्या आणि शक्ती, मद्य, मांस आणि मादी व्यभिचारामुळे साधक द्वेषाने पाहिले गेले आणि , तेव्हा नाथ संप्रदायाचा जन्म कृतींच्या मोक्षासाठी झाला. नाथ संप्रदाय हिंदू धर्मातील ...Read More
नवनाथ महात्म्य by Vrishali Gotkhindikar in Marathi Novels
Chapter 3: कॉफी कप में चेहरा> “उसने कॉफी मंगवाई थी, लेकिन कप में झाग नहीं… कोई चेहरा तैर रहा था। और वो चेहरा... मेरा था।” Scene: अगली दोपहर – कॉलेज कैंटीनशेखर गुमसुम बैठा था।रात की बातें दिमाग से हट ...Read More
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